



लाइव हिमाचल/मंडी: अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव हर साल मंडी में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। इस बार कई नई व्यवस्थाओं के साथ आयोजित किया जाएगा। खासकर पड्डल मैदान की सीढ़ियों पर देवी- देवताओं के बैठने के स्थान को स्थायी बनाने की योजना बनाई गई है, ताकि किसी भी प्रकार की परेशानी न हो। इस बार लकड़ी के फट्टों का उपयोग नहीं होगा। सीढ़ियों को इस प्रकार से डिजाइन किया जाएगा, जिससे रथ को आसानी से रखा जा सके और उठाया जा सके।हर साल प्रशासन को रथ को रखने के लिए लकड़ी के फट्टे लगाने पड़ते थे, जिससे लोगों को कठिनाई होती थी। इस समस्या का समाधान करते हुए उपायुक्त मंडी ने सीढ़ियों को बढ़ाने की योजना बनाई है। सीढ़ियों की ऊंचाई अब तीन फीट से बढ़ाकर सवा चार फीट की जाएगी और नीचे से भी थोड़ा ऊंचा किया जाएगा।इससे देवता का रथ आसानी से उठाया जा सकेगा और सभी को आरामदायक अनुभव होगा। इसके अलावा देवी- देवताओं के बैठने के स्थान का नामकरण भी किया जाएगा। अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव के दौरान जिला प्रशासन मांड्याली धाम की व्यवस्था भी करेगा। मांड्याली धाम एक पारंपरिक भोजन है, जो हिमाचल और मंडी क्षेत्र में काफी फेमस है।इस पारंपरिक भोजन को देवी- देवताओं और आम लोगों को परोसा जाएगा।इस पारंपरिक भोज का आयोजन महोत्सव में भाग लेने वाले सभी व्यक्तियों को स्वादिष्ट और पौष्टिक भोजन प्रदान करने के लिए किया जाता है।मंडी के स्थानीय निवासी आकाश शर्मा के अनुसार यह महोत्सव मंडी का सबसे बड़ा त्यौहार है, जिसमें 300 से ज्यादा देवी- देवता भाग लेते हैं। इस उत्सव का सबसे बड़ा आकर्षण देवी- देवता होते हैं। इसलिए इन सभी के लिए प्रशासन की ओर सभी आवश्यक सुविधाओं का प्रबंध किया जाए, जिससे महोत्सव में भाग लेने वाले देवी- देवताओं और उनके साथ आए लोगों को किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना नहीं करना पड़े।