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शिमला के इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज में काम ठप, 132 अस्थाई कर्मचारियों की सेवा समाप्त करने पर रोष…

लाइव हिमाचल/शिमला: शिमला के इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज में आउटसोर्स कर्मचारी हड़ताल पर हैं. हाल ही में अस्पताल से 132 अस्थाई कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त की गई हैं. यह कर्मचारी कोरोना काल के दौरान लोगों को सेवाएं देते रहे. अब इन कर्मचारियों को काम छोड़ बाहर जाने के लिए कहा गया है. इसी के विरोध में आउटसोर्स कर्मचारी इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज में धरने पर बैठ गए हैं. इसकी वजह से मरीज परेशान हैं. इन कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें मजबूरी में यह हड़ताल करनी पड़ रही है, क्योंकि सरकार उनकी बात नहीं सुन रही. 132 अस्थाई कर्मचारियों की नौकरी जाने की वजह से उनके घर परिवार पर रोजी-रोटी तक का संकट आ गया है. गौर हो कि शिमला के इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज में शिमला, सोलन मंडी, कुल्लू और किन्नौर से बड़ी संख्या में मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं. अस्पताल में रोजाना तीन हजार से से ज्यादा मरीजों की ओपीडी होती है. कर्मचारी अपनी परेशानी को लेकर हड़ताल पर हैं. इसी वजह से मरीज भी परेशानी झेल रहे हैं। शिमला के इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज के एंट्री गेट पर ही यह कर्मचारी हड़ताल पर बैठे हुए हैं. यह हड़ताल सीटू के बैनर तले हो रही है. कर्मचारियों का कहना है कि वह हड़ताल नहीं करना चाहते हैं, क्योंकि इसकी वजह से मरीज परेशान होते हैं. यह कर्मचारी डबल शिफ्ट करते हैं. स्टाफ की कमी के चलते सभी काम भी वे करते आ रहे हैं, लेकिन उनके लिए सरकार के मन में कोई सहानुभूति नहीं है. कर्मचारियों की मांग है कि 132 कर्मचारियों को वापस काम पर रखा जाए और आउटसोर्स कर्मचारी का वेतन भी वक्त पर दिया जाए. सीटू के राज्य अध्यक्ष विजेंद्र मेहरा ने कहा कि आउटसोर्स कर्मचारी हड़ताल पर हैं. अस्पताल प्रशासन की ओर से कर्मचारियों के अधिकारों का हनन किया जा रहा है. यहां नियम-कानून का पालन नहीं किया जाता. मरीज के साथ इमानदारो को सेवाएं देने वाले यह कर्मचारी परेशान हैं. डाटा एंट्री ऑपरेटर, सफाई कर्मचारी, सुरक्षा कर्मचारी, मेस वर्कर और ईसीजी ऑपरेटर समेत अन्य वर्ग के आउटसोर्स कर्मचारी हड़ताल कर रहे हैं. इन सभी 132 कर्मचारियों को वापस काम पर रखने और आउटसोर्स कर्मचारी का वेतन वक्त पर देने की मांग की जा रही है. फिलहाल, अस्पताल प्रशासन ने वार्ता के लिए नहीं बुलाया है. वार्ता के बाद ही आगामी योजना तय की जाएगी।

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