ट्रॉफी नहीं,ऑपरेशन सिंदूर ज्यादा जरूरी है; राज्यपाल शिव प्रताप शक्ल का एशिया कप को लेकर बड़ा बयान

शिमला: राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि हमारे लिए एशिया कप की ट्रॉफी ज्यादा महत्वपूर्ण नहीं है बल्कि पहलगाम हमले के बाद आपरेशन सिंदूर ज्यादा महत्वपूर्ण रखता है। भारतीय टीम ने पाकिस्तान को हराकर यह साफ संदेश दिया है कि हम तुम्हें मैदान में भी हराएंगे और आत्मबल से भी हराएंगे। पहलगाम में हुए आतंकी हमलों और ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि असली मायने देश की सुरक्षा और वीर जवानों की जीत है। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल शिमला में विकसित भारत के रंग–कला के संग चित्रकला कार्यशालाओं की श्रृंखला के दौरान पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। आज शिमला में भी एक दिवसीय चित्रकला कार्यशाला का आयोजन हुआ। यह कार्यक्रम ललित कला अकादमी, शिमला के तत्वावधान में आयोजित किया गया। कार्यशाला के मुख्य अतिथि राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल रहे, जबकि विशेष अतिथि के रूप में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर मौजूद रहे। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने इस अवसर पर कहा कि वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का सपना अब हर क्षेत्र में उठते कदमों से साकार होता दिख रहा है। उन्होंने कहा कि शिमला में सेवा पर्व के अंतर्गत आयोजित इस कार्यशाला में चित्रकला के माध्यम से भारत के विकास की तस्वीर सामने आई है।

CM सुक्खू का केंद्र पर हमला, बोले – भाजपा बताए, कब मिलेंगे 1500 करोड़ रुपये, एक नेता कुछ बोलता, दूसरा कुछ और

शिमला: लंदन दौरे से लौटे मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू भाजपा पर हमलावर दिखे। सीएम ने कहा कि भाजपा यह बताए कि प्रधानमंत्री जो 1500 करोड़ रुपये घोषित करके गए हैं, वह कब तक मिलेंगे। जब हिमाचल प्रदेश दर्द से कराह रहा हो और आपदा से प्रभावित हो तो उसी समय यह फंड मिलना चाहिए। भाजपा के पास कोई मुद्दा नहीं है। कभी टॉयलेट टैक्स की बात करती है तो कभी कुछ और कहती है।अपने सरकारी आवास ओक ओवर में मुख्यमंत्री ने फोरेंसिक वैन को हरी झंडी दिखाई. उसके बाद मीडिया से रूबरू उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधा. साथ ही आपदा राहत के लिए मिलने वाली राशि अभी तक नहीं मिलने का आरोप लगाया। सीएम सुक्खू ने कहा, ”पीएम ने आपदा से निपटने को 1500 करोड़ रुपये की घोषणा जरूर की है. लेकिन उसमें से अब तक कोई पैसा नहीं आया है. प्रदेश जब आपदा से जूझ रहा है, लोग प्रभावित है, यदि इस समय राहत न मिले उसका कोई फायदा नहीं है। सीएम ने कहा, ”हिमाचल सरकार आपदा प्रभावितों की हर संभव मदद करेगी. जिनके घर टूटे हैं, उन्हें सात लाख रुपये नए घर बनाने को दिया जाएगा इसके अलावा 70 हज़ार घर के सामान के लिए और इसी तरह जिनका, पशु, खेत, बगीचे, दुकानें बही हैं, उन्हें भी हर संभव सहायता दी जाएगी. राजस्व मंत्री से बैठक के बाद जल्द राहत राशि पर निर्णय लिया जाएगा।

सच्चाई जल्द आएगी सबके सामने

कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक (KCC) में गड़बड़ी पर सीएम ने कहा, ”हमारी सरकार ने OTS (वन टाइम सेटलमेंट) नहीं मांगी. आरबीआई की अप्रूवल से OTS होती है. सात आठ सालों से कांगड़ा कोआपरेटिव बैंक में जो कुछ चल रहा था, उसे देखते हुए उन्होंने पूरी बीओडी (बोर्ड ऑफ डायरेक्टर) को भंग किया. इस मामले में ईडी जांच कर रही है. सच्चाई जल्द सबके सामने आएगी. लाइन सेटलमेंट अमीरों की नहीं किसानों की होनी चाहिए।स्वास्थ्य धनीराम शांडिल के प्रस्तावित विदेश दौरे पर सुक्खू ने कहा, ”कोई भी दौरा सीएम तय करते हैंसीएम ने जब मंत्री के दौरे को अप्रूव किया ही नहीं तो इस पर बवाल मचाना गलत है. जो अधिसूचना वायरल हुई है उसमें किसी के हस्ताक्षर तक नहीं है. सोशल मीडिया को ऐसी भ्रामक खबरों से बचना चाहिए।

सीएम सुक्खू ने बीजेपी को दी नसीहत

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह के लंदन दौरे को लेकर उठाए जा रहे विपक्ष के सवालों पर मुख्यमंत्री ने कहा, वह भी बेटी के पिता हैंबेटी का अपनी योग्यता के आधार पर चयन हुआ. इसलिए, वह पिता के फर्ज को निभाते हुए उसकी एडमिशन के लिए लंदन गए थे. इस दौरे पर एक भी पैसा सरकारी अकाउंट से खर्च नहीं किया.” उन्होंने कहा कि लंदन से भी वह रोजाना चीफ सेक्रेटरी और मंत्रियों से बात करते रहे हैं. बीजेपी को ऐसे मामलों में राजनीति नहीं करने की नसीहत दी. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने सीमेंट पर किसी तरह का कोई टैक्स नहीं लगाया. विपक्ष बेवजह की राजनीति कर रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि GST का सबसे बड़ा नुकसान हिमाचल प्रदेश को हुआ. अन्य छोटे राज्यों ने भी GST से हो रहे नुकसान के बाद केंद्र सरकार के सामने रखी है।

रणवीर सिंह ने लॉरेंस स्कूल सनावर में की फिल्म की शूटिंग, छात्रों से भी मिले

सोलन: अपनी ऐतिहासिक इमारतों और प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध द लॉरेंस स्कूल, सनावर एक बार फिर बॉलीवुड के आकर्षण का केंद्र बना है। हाल ही में, सुपरस्टार रणवीर सिंह ने अपनी आने वाली फिल्म के लिए स्कूल परिसर में तीन दिनों तक शूटिंग की। इस फिल्म की शूटिंग के दौरान, रणवीर सिंह ने अपने व्यस्त कार्यक्रम से समय निकालकर स्कूल के छात्रों के साथ बातचीत की और एक यादगार शाम बिताई। इस मौके पर प्रसिद्ध अभिनेत्री यामी गौतम ने भी स्कूल का दौरा किया। हालांकि यामी फिल्म का हिस्सा नहीं थीं, लेकिन वे सनावर के शांत और सुरम्य वातावरण का आनंद लेने के लिए वहां मौजूद थीं। स्कूल के पीआरओ, आर.एस. चौहान ने जानकारी दी कि यह एक मल्टी-स्टारर फिल्म है, जिसमें रणवीर सिंह के अलावा संजय दत्त, अक्षय खन्ना, आर. माधवन और सारा अर्जुन जैसे दिग्गज कलाकार भी महत्वपूर्ण भूमिकाओं में हैं। इस स्कूल के प्रधानाचार्य, हिम्मत सिंह ढिल्लो ने कहा कि लॉरेंस स्कूल अपनी बेहतरीन शिक्षा के साथ-साथ अपनी सांस्कृतिक विरासत और पर्यावरण संरक्षण के लिए भी जाना जाता है। यही अनूठा संगम फिल्म उद्योग को हमारी ओर आकर्षित करता है। गौरतलब है कि लॉरेंस स्कूल का बॉलीवुड से पुराना नाता रहा है। सुनील दत्त और नरगिस दत्त से लेकर कबीर बेदी और प्रण जैसे कई प्रसिद्ध सितारों ने अपने बच्चों की शिक्षा के लिए इस प्रतिष्ठित संस्थान पर भरोसा जताया है।

जमटा अष्टमी मेला बनेगा और भव्य, विधायक ने जिला स्तरीय दर्जा दिलाने का किया वादा

लाइव हिमाचल/नाहन : विधायक अजय सोलंकी ने आज ग्राम पंचायत जमटा (धारटीधार) में माँ भगवती दुर्गा मंदिर परिसर में आयोजित भव्य अष्टमी मेले के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। इस मौके पर उन्होंने पंचायत क्षेत्र की जनता को लगभग 30 लाख रुपये की लागत से तैयार किए गए विकासात्मक कार्यों की सौगात दी। इस समारोह के दौरान विधायक ने चार प्रमुख आधारभूत संरचनाओं का विधिवत उद्घाटन किया। इनमें रेन शेल्टर से कांडो तक की पक्की लिंक सड़क, एस.सी. बस्ती जमटा में सामुदायिक भवन, पंचायत भवन हाल और पटवार वृत भवन, जमटा शामिल हैं। इन सुविधाओं से न केवल क्षेत्र की कनेक्टिविटी और यातायात सुगम होगा बल्कि सामाजिक, सांस्कृतिक और प्रशासनिक गतिविधियों को भी नया आधार मिलेगा। साथ ही पटवार वृत भवन बनने से राजस्व संबंधी कार्य स्थानीय स्तर पर ही आसानी से निपटाए जा सकेंगे। इस अवसर पर विधायक ने कहा कि जमटा मेला ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने घोषणा की कि इस मेले को जिला स्तरीय मेला घोषित करने की मांग को शीघ्र ही राज्य सरकार के समक्ष मजबूती से रखा जाएगा। उनके अनुसार, इससे न केवल मेले की भव्यता और बढ़ेगी बल्कि स्थानीय संस्कृति और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।जनसभा को संबोधित करते हुए विधायक ने जनता के सहयोग और आशीर्वाद के लिए आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि विकास एक निरंतर प्रक्रिया है और नाहन विधानसभा क्षेत्र के प्रत्येक गांव और कोने तक मूलभूत सुविधाएं पहुँचाना उनका संकल्प है। उन्होंने यह भी आश्वस्त किया कि सरकार और स्थानीय प्रशासन के तालमेल से क्षेत्र में विकास की गति और तेज होगी।

इस अवसर पर मौजूद जनता ने क्षेत्र में हुए इन बड़े विकास कार्यों के लिए विधायक का हार्दिक धन्यवाद किया और जमटा मेले को जिला स्तरीय दर्जा दिलाने की पहल का स्वागत किया।

कसौली में नेशनल कबड्डी का रोमांच जारी, कड़े मुकाबले के बीच दूसरे दिन टीमों ने किया शानदार प्रदर्शन…

लाइव हिमाचल/सोलन: कसौली इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल (किप्स), सनवारा में चल रही सी.बी.एस.ई. नेशनल कबड्डी प्रतियोगिता के दूसरे दिन भी रोमांचक मुकाबले देखने को मिले। मंगलवार को अंडर-14, 17 और 19 आयु वर्ग में देश के कोने-कोने से आई टीमों ने जीत के लिए पूरा दमखम दिखाया। प्रतियोगिता के दूसरे दिन खेले गए प्रमुख मैचों के परिणाम में अंडर-19 वर्ग श्रेणी में बेंगलुरु, केरल, नारनौल और हैदराबाद की टीमों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए अपने-अपने मुकाबलों में जीत दर्ज की। पुलिस पब्लिक स्कूल (बेंगलुरु), विद्योदय स्कूल (केरल), यदुवंशी शिक्षा निकेतन (नारनौल), डी.डी.एम.एस.पी. उबुल रेड्डी पब्लिक स्कूल (हैदराबाद) और व्यास विद्या पीठम (केरल) की टीमें विजयी रहीं। अंडर-17 वर्ग में पुणे, शामली (उत्तर प्रदेश), कालीकट और बैंगलोर की टीमों ने जीत हासिल की। सरहद स्कूल (पुणे), ब्रह्म ज्योति पब्लिक स्कूल (शामली) उत्तर प्रदेश, वेदव्यास विद्यालयम (कालीकट) और बी.एम.एन. स्कूल (बैंगलोर) ने अपने विरोधियों को मात दी। वहीं अंडर-14 वर्ग में बनारस, रेवाड़ी, जयपुर और मध्य प्रदेश की टीमों का दबदबा रहा। सेठ एम.आर. जयपुरिया स्कूल (बनारस), एल.बी.एस. सीनियर सेकेंडरी स्कूल (रेवाड़ी), माहेश्वरी गर्ल्स पब्लिक स्कूल (जयपुर) और मैक्रो विजन एकेडमी (मध्य प्रदेश) ने जीत हासिल की। इस अवसर पर विद्यालय के प्रबंध निदेशक हीरा ठाकुर और प्रधानाचार्य राजीव गुलेरिया उप-प्रधानाचार्या श्रीमती पूनम ठाकुर ने सभी खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया और उन्हें खेल भावना बनाए रखने के लिए प्रेरित किया। यह प्रतियोगिता 3 अक्टूबर तक चलेगी।

सत्संग संगठन और यूबीआई ने आपदा राहत कोष में योगदान दिया…

शिमला: हिमाचल प्रदेश आपदा राहत कोष में सहयोग प्रदान करते हुए, सत्संग संगठन और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने राज्य के आपदा प्रभावित परिवारों की सहायता के लिए तीन करोड़ रुपये का योगदान दिया है। सत्संग संगठन के एक प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार शाम मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू से उनके सरकारी आवास, ओक ओवर में भेंट की। इस अवसर पर प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए दो करोड़ रुपये का चेक भेंट किया। मंगलवार को यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के जोनल प्रमुख मनोज कुमार ने कोष के लिए मुख्यमंत्री को एक करोड़ रुपये का चेक भेंट किया। इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कामगार कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष नरदेव सिंह कंवर, क्षेत्रीय प्रमुख (शिमला) रजनीश रोहिला, उप-क्षेत्रीय प्रमुख सुमित गर्ग और अधिकारी रोहित छाबड़ा, सचिन कुमार और नैन्सी भी मौजूद थे। उदारतापूर्वक अंशदान के लिए आभार व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि एकजुटता और संवेदनशीलता के साथ आपदा से प्रभावित लोगों को समय पर राहत और पुनर्वास प्रदान करने में यह राशि सहायक सिद्ध होगी।

सराज और द्रंग विधानसभा क्षेत्र के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री से भेंट की…

सोलन: हिमाचल प्रदेश निजी शिक्षण संस्थान नियामक आयोग के सदस्य विजय पाल सिंह के नेतृत्व में सराज और द्रंग विधानसभा क्षेत्र के एक प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार देर शाम मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू से उनके अधिकारिक आवास, ओक ओवर में भेंट की और उन्हें अपनी मांगों से अवगत कराया। सराज विधानसभा क्षेत्र के प्रतिनिधिमंडल ने बालीचौकी में हिमाचल प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कामगार कल्याण बोर्ड का कार्यालय खोलने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इससे सराज और द्रंग क्षेत्र के लोग लाभान्वित होंगे। उन्होंने मुख्यमंत्री से लोक निर्माण विभाग का कार्यालय थलौट से पंडोह स्थानांतरित करने के निर्णय पर पुनर्विचार करने का भी आग्रह किया। उन्होंने कहा कि यह कार्यालय दोनों विधानसभा क्षेत्रों के लोगों की सुविधा के लिए है इसलिए इसे थलौट से स्थानांतरित नहीं किया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल को उनकी जायज मांगों पर सहानुभुतिपूर्वक विचार करने का आश्वासन दिया।

सेब और नाशपाती की खेती के लिए न्यूजीलैंड के साथ सहभागिता पर विचार कर रहा हिमाचल

शिमला: मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू से मंगलवार को न्यूजीलैंड के एक प्रतिनिधिमंडल ने उच्च आयुक्त पैट्रिक जॉन राटा की अध्यक्षता में भेंट की। मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश और न्यूजीलैंड में कई समानताएं हैं और बागवानी क्षेत्र, विशेष कर सेब और नाश्पाती की खेती, में सहयोग से राज्य के बागवानों की आर्थिकी में उल्लेखनीय वृद्धि हो सकती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश न्यूजीलैंड की उन्नत बागवानी विधियों, प्रौद्योगिकी हस्तांतरण और किसानों के प्रशिक्षण से लाभान्वित हो सकता है। इस सहयोग से उत्पादन बढ़ेगा, फसल बाद प्रबंधन सुदृढ़ होगा और अंतरराष्ट्रीय गुणवत्ता मानकों को पूरा कर हिमाचल के उत्पादों की वैश्विक प्रतिस्पर्धा क्षमता बढ़ेगी।  मुख्यमंत्री ने कहा कि न्यूजीलैंड के विशेषज्ञ उच्च घनत्व बागवानी, बगीचों का प्रबंधन, कीट एवं रोग नियंत्रण, भंडारण और विपणन रणनीतियों जैसे क्षेत्रों में प्रदेश का मार्गदर्शन कर सकते हैं। इससे न केवल उत्पादन और गुणवत्ता में सुधार होगा बल्कि हिमाचल की बागवानी आधारित अर्थव्यव्स्था को भी बल मिलेगा। सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार सेब उत्पादकों की आर्थिकी सुदृढ़ करने के लिए प्रतिबद्ध है और पिछले अढ़ाई वर्षों से इसी दिशा में कई कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि यूनिवर्सल कार्टन की शुरुआत से बागवानों को सेब के बेहतर दाम मिल रहे हैं। न्यूजीलैंड की विशेषज्ञता के सहयोग से प्रदेश आधुनिक, सतत और जलवायु अनुकूल तकनीकों को अपनाकर सेब और नाशपाती की खेती में एक नए युग की शुरुआत करेगा।  इस अवसर पर बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने अपने बहुमूल्य सुझाव साझा किए।  सचिव बागवानी सी पालरासू, मुख्यमंत्री के सचिव राकेश कंवर, निदेशक बागवानी विनय सिंह, सीईओ एनजीएपीआई कैरेन मोरिश, प्रबंध निदेशक एप्लाइड रिसर्च एंड टेक्नोलोजिज डॉ. डेविड मैंकटेलो, गैरी जोन्स और डेनिएला एडसेड भी बैठक में उपस्थित थे।

कर्मचारियों को भ्रष्ट कहने पर भड़का कर्मचारी महासंघ, मांगा स्पष्टीकरण

शिमला: हिमाचल प्रदेश राज्य कर्मचारी महासंघ ने स्वास्थ्य मंत्री के बेटे द्वारा सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों को कथित तौर पर “भ्रष्ट” कहे जाने वाले बयान की कड़े शब्दों में निंदा की है। महासंघ ने इस बयान को गैर-जिम्मेदाराना और पूरे कर्मचारी वर्ग का अपमान बताते हुए स्वास्थ्य मंत्री से इस पर अपने बेटे से स्पष्टीकरण दिलवाने की मांग की है। मंगलवार को एक संयुक्त बयान जारी करते हुए महासंघ के हिमाचल प्रदेश राज्य कर्मचारी महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष नरेश कुमार, महासचिव उमेश कुमार, वरिष्ठ पदाधिकारी चमन लाल, गौतम दुलटा, सुशील शर्मा, जगदीश राणा, नरेश शर्मा, विपिन डोगरा, चमन लाल कलवान, प्रैस सचिव पंकज शर्मा एवं अन्य पदाधिकारियों ने कहा कि प्रदेश के कर्मचारी राज्य के विकास की रीढ़ हैं और दिन-रात ईमानदारी से जनता की सेवा करते हैं। उन्होंने कहा कि किसी की व्यक्तिगत या राजनीतिक महत्वाकांक्षा के लिए पूरे कर्मचारी वर्ग को बदनाम करना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है। वहीं कर्मचारी नेताओं ने कहा कि इस तरह के बयानों से न केवल कर्मचारियों का मनोबल गिरता है, बल्कि जनता में भी एक गलत संदेश जाता है। यदि किसी एक अधिकारी या कर्मचारी के खिलाफ कोई शिकायत है तो उसके लिए कानूनी प्रक्रिया है, लेकिन सार्वजनिक मंच से सभी को भ्रष्ट कहना अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक है। महासंघ ने स्वास्थ्य मंत्री से अपेक्षा की है कि वे इस मामले में हस्तक्षेप करें और भविष्य में इस तरह की बयानबाजी पर रोक लगाना सुनिश्चित करें। महासंघ ने कहा कि कर्मचारी समाज ऐसे असंवेदनशील बयानों से विचलित हुए बिना ईमानदारी से अपनी सेवाएं देता रहेगा।

गुरुकुल स्कूल में तीन पीढ़ियों का दिखा संगम, दादा-दादी ने बच्चों संग लगाई दौड़

सोलन: गुरुकुल इंटरनेशनल सीनियर सेकेंडरी स्कूल में मंगलवार का दिन बेहद यादगार बन गया जब ‘ग्रैंड स्प्रिंट डे’ के अवसर पर तीन पीढ़ियों का अनूठा संगम देखने को मिला। इस खास मौके पर जहां नन्हे-मुन्नों ने अपने दादा-दादी और नाना-नानी के लिए मनमोहक प्रस्तुतियां दीं, वहीं बुजुर्गों ने भी बच्चों के साथ दौड़ लगाकर और खेल खेलकर बचपन की यादें ताजा कर दीं। इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण प्री-प्राइमरी विंग के नन्हे बच्चों की सांस्कृतिक प्रस्तुति रही, जिसे देखकर सभी भावविभोर हो गए। इसके बाद जब दादा-दादी और नाना-नानी खुद मैदान में उतरकर बच्चों के साथ दौड़े, तो माहौल प्रेम, उत्साह और अपनेपन से भर गया। यह केवल एक खेल प्रतियोगिता नहीं, बल्कि पीढ़ियों के बीच स्नेह और आशीर्वाद का उत्सव बन गया। इसके साथ ही, स्कूल में कक्षा 5 से 8 तक के विद्यार्थियों के लिए ‘मॉडल मैजिक मंत्रिका’ नामक विज्ञान एवं गणित प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया। छात्रों ने बड़े आत्मविश्वास के साथ अपने मॉडल प्रस्तुत किए और उनकी कार्यप्रणाली को समझाया, जिसकी सभी अभिभावकों और मेहमानों ने खूब सराहना की। इस अवसर पर विद्यालय की प्रधानाचार्या डॉ. लखविंदर कौर अरोड़ा ने कहा कि यह आयोजन हमें याद दिलाता है कि परिवार ही जीवन की पहली पाठशाला है और हमारे बड़े-बुजुर्ग उसकी सबसे अनमोल धरोहर हैं। आज छात्रों ने अपनी सांस्कृतिक प्रस्तुतियों और वैज्ञानिक मॉडलों से साबित कर दिया कि वे संस्कार और नवाचार दोनों में आगे हैं। इस कार्यक्रम में अभिभावकों के लिए पेरेंट-टीचर मीटिंग (PTM) का भी आयोजन किया गया और अंत में सभी के लिए जलपान की व्यवस्था की गई।