Finance Commission released 67,955 crore: आपदा के बीच वित्तीय संकट से जूझ रही सुक्खू सरकार के लिए केंद्र ने 67.955 करोड़ की पहली किस्त जारी की है। केंद्र सरकार ने पंद्रहवें वित्त आयोग के अंतर्गत बिहार, हिमाचल प्रदेश और उत्तर प्रदेश के ग्रामीण स्थानीय निकायों को वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए असंबद्ध अनुदान की पहली किस्त जारी कर दी है। बिहार को राज्य की 38 पात्र ज़िला पंचायतों, 530 ब्लॉक पंचायतों और 8046 ग्राम पंचायतों के लिए 801.009 करोड़ रुपये मिले हैं । हिमाचल प्रदेश को सभी 12 ज़िला पंचायतों, 80 पात्र ब्लॉक पंचायतों और 3576 ग्राम पंचायतों के लिए 67.955 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। उत्तर प्रदेश को 73 पात्र ज़िला पंचायतों, 813 ब्लॉक पंचायतों और 57,633 ग्राम पंचायतों के लिए 1548.3836 करोड़ रुपये मिले हैं। भारत सरकार पंचायती राज मंत्रालय और जल शक्ति मंत्रालय (पेयजल और स्वच्छता विभाग) के माध्यम से ग्रामीण स्थानीय निकायों/पंचायती राज संस्थाओं के लिए राज्यों को XV-FC अनुदान जारी करने की सिफारिश करती है, जिसे बाद में वित्त मंत्रालय द्वारा जारी किया जाता है। आवंटित अनुदानों की सिफारिश की जाती है और एक वित्तीय वर्ष में 2 किस्तों में जारी किया जाता है। ग्रामीण स्थानीय निकायों/पंचायती राज संस्थाओं द्वारा वेतन और अन्य स्थापना लागतों को छोड़कर, संविधान की ग्यारहवीं अनुसूची में निहित उनतीस (29) विषयों के तहत स्थान-विशिष्ट महसूस की गई जरूरतों के लिए अनटाइड अनुदान का उपयोग किया जाएगा। बंधे हुए अनुदानों का उपयोग (ए) स्वच्छता और ओडीएफ स्थिति के रखरखाव की बुनियादी सेवाओं के लिए किया जा सकता है, और इसमें घरेलू कचरे का प्रबंधन और उपचार, और विशेष रूप से मानव मल और मल कीचड़ प्रबंधन और (बी) पेयजल की आपूर्ति, वर्षा जल संचयन और जल पुनर्चक्रण शामिल होना चाहिए।
Day: September 26, 2025
आखिरी शब्द : ओ मेरी मां ये क्या हो गया, सास के मुंह में पंचामृत डाल चंद क्षणों में खुद स्वर्ग सिधार गईं बहु…
लाइव हिमाचल/हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले के उपमंडल भोरंज के जाह गांव में सास और बहू के लगाव और वियोग की खबर ने सबको झकझोर कर रख दिया है। सास दमोदरी की मौत पर हृदय रोग की मरीज बहू रमेशा ने हिम्मत बनाए रखी। सास को मोक्ष की प्राप्ति हो इसलिए पंचामृत जुटाया। यह पंचामृत सास के मुंह में रखा और अंतिम संस्कार से जुड़ी सामग्री भी एकत्र की। रूंधे गले से करीब 10 मिनट तक रमेशा ने सब्र का बांध टूटने नहीं दिया और आदर्श बहू का हर फर्ज निभाया। जब हिम्मत टूटी तो वियोग की पहली ही चोख में रमेशा भी सास दमोदरी के साथ नश्वर संसार को छोड़ गई। जाहू गांव निवासी विजय ने बताया कि रमेशा ने रोते हुए कहा ओ मेरी मां ये क्या हो गया। बस यही उसके आखिरी शब्द थे। सात बजे के करीब दमोदरी देवी की मौत हुई। पांच से दस मिनट तक पंचामृत और संस्कार से जुड़ी सामग्री खुद रमेशा ने जुटाई। फिर जब सास की अर्थी उठी तो पहली ही चीख निकलते वह अचेत हो गई। मौके पर मौजूद सबने सोचा कि गला रूंधने से वह बुब्ध है लेकिन जब बड़ी देर तक वह शांत रही तो उसको उठाया। भोरंज अस्पताल में जब एक घंटे में पहुंचे तो डॉक्टरों ने बताया कि पौना घंटा पहले ही उनकी मौत हो गई है। रमेशा के पति कश्मीर एक वर्ष से अधरंग के मरीज हैं। रमेशा अपनी बुजुर्ग सास के साथ पति की सेवा में दिन रात जुटी रहती थी। वह खुद हृदय रोग की मरीज थी बावजूद पति और सास की सेवा में 59 वर्ष की उम्र में खड़ी रही। जाहू पंचायत के पूर्व प्रधान रोशन लाल ने कहा कि इस घटना से परिजनों के साथ पूर गांव को पीड़ा से भर दिया है। हर किसी की आंख नम है। दोनों पुण्य आत्माओं को प्रभु चरणों स्थान मिले यही कामना है। पत्नी और मां की एक साथ मौत हो जाने पर उन पर कश्मीर पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। विधायक भोरंज सुरेश कुमार के रमेशा देवी और दमोदरी की एक साथ मौत होने पर गहरा दुख प्रकट किया है। जाहू पंचायत प्रधान अनुराधा शर्मा एवं पूर्व प्रधान रोशन लाल ने कहा कि सास-बहू में बड़ा प्रेम था। दोनों की मौत से गांव में माहौल गमगीन है।
महाविद्यालय संजौली की एनएसएस इकाई द्वारा चलाया गया स्वच्छता अभियान…
लाइव हिमाचल/शिमला: महाविद्यालय संजौली की एनएसएस इकाई द्वारा आज 26 सितंबर को ” स्वच्छता अभियान” चलाया गया। इसमें 100 के करीब स्वयंसेवियो ने अपनी भागीदारी दी। इस अभियान के अंतर्गत स्वयंसेवियो ने बाईपास, आई.जी.एम.सी., फॉरेस्ट रोड, संजौली, आदि क्षेत्रों में सफ़ाई की। वहीं कार्यक्रम अधिकारी डाॅ.अनुपम वर्मा और डॉ. पूनम वर्मा ने स्वयंसेवकों की सराहना की तथा गतिविधियों का मार्गदर्शन किया।
26 तारीख हो गई पर नहीं आई खाते में पेंशन, सड़क पर उतरे HRTC पेंशनर्स, सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा…
लाइव हिमाचल/शिमला: हिमाचल प्रदेश के लगभग 8 हजार HRTC पेंशनरों को सितंबर महीने की 26 तारीख तक भी पेंशन नहीं मिली है। समय पर पेंशन न मिलने से नाराज पेंशनरों ने शिमला में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया और सचिवालय घेराव की चेतावनी दी है। पेंशनरों का कहना है कि उन्हें पिछले लगभग एक साल से समय पर पेंशन नहीं मिल रही है। इससे उन्हें रोजमर्रा के खर्चों, दवाइयों और परिवार का निर्वाह करने में कठिनाई हो रही है। वृद्धावस्था में भी उन्हें सड़कों पर उतरकर आंदोलन करना पड़ रहा है। हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन पेंशनर कल्याण संघ के राज्य अध्यक्ष देवराज ठाकुर ने बताया कि पिछले महीने भी पेंशन 30 तारीख को मिली थी और इस बार 26 तारीख तक भी कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने यह भी बताया कि पिछले दो वर्षों से मेडिकल बिलों का भुगतान नहीं हुआ है, और एरियर व डीए का भुगतान भी लंबित है।
बता दें कि हिमाचल प्रदेश के लगभग 8 हजार HRTC पेंशनरों को सितंबर महीने की 26 तारीख होने के बाद भी पेंशन नहीं मिली है. आराम करने की इस उम्र में पेंशनरों को सड़क पर उतर कर पेंशन के लिए आंदोलन करना पड़ रहा है. लगभग एक साल से HRTC पेंशनरों को समय पर पेंशन नहीं मिल रही है, जिससे रोजमर्रा के खर्चों, दवा और परिवार का निर्वाह करना मुश्किल हो गया. ऐसे में अब एचआरटीसी पेंशनर्स ने शिमला में प्रदर्शन कर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. एचआरटीसी पेंशनर्स कल्याण संघ के राज्य अध्यक्ष देवराज ठाकुर ने बताया, “पिछले महीने भी 30 तारीख को पेंशन मिली थी. इस बार भी 26 तारीख हो गई है और पेंशन का अभी तक कोई अता पता नहीं है दो वर्षों से मेडिकल बिलों का भुगतान नहीं हुआ है. एरियर और डीए का भुगतान भी लंबित है. मार्च 2024 के बाद सेवानिवृत्त हुए HRTC कर्मचारियों को एक रुपए भी पेंशन नहीं मिली है. जीवन भर नौकरी करने के बाद अब पेंशन के लिए सरकार के आगे बार बार हाथ फैलाने पड़ रहे हैं, लेकिन सरकार झूठ पर झूठ बोल कर लटकाने का काम कर रही है देवराज ठाकुर ने बताया कि वृद्धावस्था में पेंशनरों को सड़कों पर उतरकर आंदोलन करने को मजबूर होना पड़ रहा है. सरकार ने अगर शीघ्र पेंशन जारी कर आगे के लिए तारीख तय नहीं की तो पेंशनर्स आंदोलन को उग्र करेंगे और सचिवालय का घेराव करने से भी पीछे नहीं हटेंगे।
हिमाचल प्रदेश में संजीवनी संस्था चलाएगी चिट्टा मुक्त अभियान…
लाइव हिमाचल/शिमला : हिमाचल प्रदेश को चिट्टा मुक्त बनाने के उद्देश्य से शिमला के होटल बिल्ली पार्क में प्रदेश प्रदेश स्तरीय बैठक का आयोजन किया गया जिसमें हिमाचल प्रदेश के सात जिलों से विभिन्न क्षेत्रों में समाजसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने भाग लिया बैठक में प्रदेश के युवाओं में तेजी से बढ़ रहे चिट्टे जैसे … Read more
PF ATM Withdrawal: फॉर्म का झंझट खत्म! इस महीने से ATM से निकाल सकेंगे PF का पैसा, EPFO की तैयारी पूरी
दिल्ली : EPFO ATM Rule: अगर आपको पीएफ का पैसा निकालने के लिए लंबा प्रोसेस न करना पड़े और सीधे एटीएम से कैश मिल जाए, तो आप क्या कहेंगे? दरअसल, अब यह सुविधा हकीकत बनने जा रही है। ईपीएफओ (EPFO ATM withdrawal launch date) जनवरी 2026 तक अपने सब्सक्राइबर्स को एटीएम से पैसा निकालने की सुविधा देने की तैयारी कर रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा है कि आने वाले साल की शुरुआत से करोड़ों लोग इस बदलाव का फायदा उठा पाएंगे। ईपीएफओ के सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टी (CBT) की अगली बैठक अक्टूबर के दूसरे हफ्ते में होनी है। वहीं इस प्रस्ताव पर मुहर लगने की पूरी संभावना है। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा है कि एटीएम विथड्रॉल के लिए जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर लगभग तैयार हो चुका है। लेकिन कितनी लिमिट (PF withdrawal limit) तक पैसा निकाला जा सकेगा, इसका फैसला अभी बाकी है।
7 करोड़ सब्सक्राइबर्स को होगा फायदा
इस सुविधा का सीधा फायदा देश के 7 करोड़ से ज्यादा सब्सक्राइबर्स को होगा। इनमें ज्यादातर लोग प्राइवेट कंपनियों में काम करने वाले कर्मचारी हैं। फिलहाल ईपीएफओ के पास 28 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का फंड है। हर महीने करीब 7.8 करोड़ लोग इसमें योगदान करते हैं। 2014 में ईपीएफओ के पास जहां सिर्फ 7.4 लाख करोड़ रुपए का फंड और 3.3 करोड़ सब्सक्राइबर्स थे, वहीं पिछले 11 सालों में यह आंकड़ा कई गुना बढ़ गया है। ईपीएफ अकाउंट की खासियत यह है कि इसमें कर्मचारी और नियोक्ता दोनों योगदान करते हैं। इसी वजह से धीरे-धीरे बड़ा फंड तैयार होता है। अब तक इस पैसे को निकालने के लिए ऑनलाइन क्लेम या लंबा ऑफलाइन प्रोसेस करना पड़ता था। लेकिन एटीएम की सुविधा मिलते ही यह काम मिनटों में हो जाएगा।
लेबर मिनिस्ट्री से जुड़े सूत्रों ने बताया कि इस कदम को “जरूरत” माना जा रहा है। सरकार चाहती है कि ईपीएफओ मेंबर्स को उनके पैसों तक ज्यादा आसान पहुंच मिले। इसके लिए बैंकों और आरबीआई (RBI) से भी बातचीत की जा चुकी है। योजना है कि ईपीएफओ अपने सब्सक्राइबर्स को एक स्पेशल कार्ड जारी करेगा। इस कार्ड से सीधे एटीएम से पैसा निकाला जा सकेगा।
बढ़ाई जा चुकी है ऑटो सेटलमेंट क्लेम की लिमिट
जैसा कि आप जानते ही हैं, इस साल की शुरुआत में ईपीएफओ ने ऑटोमैटिक क्लेम सेटलमेंट की लिमिट भी बढ़ाई थी। अब सदस्य 5 लाख रुपए तक का क्लेम बिना झंझट के सिस्टम सेटलमेंट के जरिए निकाल सकते हैं। एक्सपर्ट्स का मानना है कि एटीएम विथड्रॉल सुविधा जुड़ने से ईपीएफ अकाउंट और भी उपयोगी हो जाएगा। खासकर इमरजेंसी में लोगों को तुरंत पैसा मिल सकेगा।
विश्व पर्यटन दिवस पर सोलन कॉलेज में हिमाचली व्यंजनों की महक…
लाइव हिमाचल/सोलन: राजकीय महाविद्यालय सोलन में गुरुवार को विश्व पर्यटन दिवस के उपलक्ष्य में एक विशेष कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। इस वर्ष का विषय ‘पर्यटन एवं सतत परिवर्तन’ (Tourism and Sustainable Transformation) है, जिसे संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन (UNWTO) द्वारा निर्धारित किया गया है। इस कार्यक्रम का उद्घाटन महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. मनीषा कोहली ने किया। इस अवसर पर उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए सतत पर्यटन के महत्व पर जोर दिया। छात्र-छात्राओं ने इस विषय पर भाषण दिए और प्रदर्शनी के माध्यम से अपनी रचनात्मकता का प्रदर्शन किया। प्रदर्शनी में मॉडलों और पोस्टरों के जरिए यह दर्शाया गया कि कैसे पर्यटन को पर्यावरण के अनुकूल बनाया जा सकता है। इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण पारंपरिक हिमाचली व्यंजनों के स्टॉल रहे। यहां छात्रों ने सिड्डू, किन्नौरी मक्खन चाय, कुट्टू के आटे का चीला और पतीर जैसे कई पारंपरिक पकवान खुद बनाकर प्रस्तुत किए, जिसका सभी ने आनंद लिया। यह आयोजन महाविद्यालय के पर्यटन विभाग और पर्यावरण विज्ञान विभाग द्वारा संयुक्त रूप से किया गया, जिसका उद्देश्य छात्रों को पर्यटन के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण के प्रति भी जागरूक करना था।
स्कूल टूर में मथुरा जाने से इंकार पर स्कूली छात्रा ने उठाया खौफनाक कदम
लाइव हिमाचल/नाहन: हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिला मुख्यालय नाहन से गुरुवार देर शाम एक दर्दनाक घटना सामने आई है। 15 वर्षीय नाबालिग छात्रा ने फंदा लगाकर अपनी जीवन लीला खत्म कर ली। जानकारी के अनुसार, नाबालिग छात्रा ने वीरवार शाम अपने पिता से स्कूल टूर पर मथुरा जाने की अनुमति मांग रही थी। लेकिन पिता ने उसे पढ़ाई पर ध्यान देने की बात करते हुए टूर पर भेजने से इंकार कर दिया। इस बात से नाराज़ होकर बच्ची ने अपने कमरे में जाकर दुपट्टे से सीलिंग फैन में फंदा लगा लिया। बीती शाम करीब 7:45 बजे जब मां ने बेटी को खाने के लिए बुलाने को कमरे का दरवाजा खोला, तो वह स्तब्ध रह गई। बेटी को फंदे पर लटकता देख मां अचेत हो गई। पड़ोसियों की मदद से उसे तुरंत डॉ. वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।पुलिस को रात करीब 8:28 बजे अस्पताल से मामले की सूचना मिली। मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच की। पुलिस ने अन्य महिला की मौजूदगी में शव का निरीक्षण किया। गले में यू आकार का फंदे का स्पष्ट निशान पाया गया, जबकि शरीर पर किसी अन्य चोट का निशान नहीं मिला। वहीं पुलिस ने घटनास्थल से आवश्यक औपचारिकताएं पूरी कर शव को पोस्टमार्टम के लिए शवगृह में रखवाया है। शव का पोस्टमार्टम शुक्रवार को करवाया जा रहा है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक योगेश रोल्टा ने एमबीएम न्यूज़ नेटवर्क से बातचीत में कहा कि प्रारंभिक जांच में मामला आत्महत्या का प्रतीत हो रहा है। फ़िलहाल पुलिस ने धारा 194 बीएनएसएस के तहत कार्रवाई शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि शुरुआती जांच में स्कूल टूर की अनुमति न मिलने को ही वजह माना जा रहा है।
एनआईटी हमीरपुर में सांस्कृतिक गतिविधियाँ और क्लब्स के अंतर्गत आयोजित हुआ आगमन 2K25, नए छात्रों का हुआ स्वागत…
हमीरपुर: राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) हमीरपुर, हिमाचल प्रदेश ने सांस्कृतिक गतिविधियाँ और क्लब्स के अंतर्गत शैक्षणिक सत्र 2025–26 के नए स्नातक विद्यार्थियों का गर्मजोशी से स्वागत आगमन 2K25 (फ्रेशर्स डे) कार्यक्रम के माध्यम से किया। यह भव्य आयोजन संस्थान के ऑडिटोरियम में हुआ, जिसमें प्रतिभा, रचनात्मकता और सांस्कृतिक विविधता की झलक देखने को मिली। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हमीरपुर के पुलिस अधीक्षक भगत सिंह ठाकुर रहे। अपने संबोधन में उन्होंने छात्रों को नशा-मुक्त और स्वस्थ जीवन जीने के महत्व पर प्रेरक विचार प्रस्तुत किए और अनुशासन तथा स्वास्थ्य को शिक्षा के साथ अपनाने पर जोर दिया। कार्यक्रम में नाटी, भांगड़ा, फ्री-स्टाइल और कॉन्टेम्पररी नृत्य प्रस्तुतियाँ, नाटक और संगीत जैसी विविध सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ शामिल थीं। योगासन के विशेष प्रदर्शन ने शारीरिक और मानसिक संतुलन के महत्व को रेखांकित किया। शाम का आकर्षण मिस्टर एवं मिस फ्रेशर प्रतियोगिता रही, जिसमें प्रथम वर्ष के छात्रों (बैच 2025–26) ने प्रतिभा, प्रश्नोत्तरी और फैशन राउंड्स के माध्यम से अपनी रचनात्मकता और आत्मविश्वास का प्रदर्शन किया। मिस्टर फ्रेशर का खिताब मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के विक्रम (25BME118) को मिला, जबकि मिस फ्रेशर का खिताब आर्किटेक्चर विभाग की ऋषिता सिंह नेगी (25BAR040) ने जीता। इसी अवसर पर एनआईटी हमीरपुर के वार्षिक सांस्कृतिक उत्सव हिलफेयर 2025 की थीम “अस्तित्व: रूट्स बियॉन्ड मिराज” भी प्रस्तुत की गई, जो सांस्कृतिक पहचान और सतही दिखावे से परे गहरे अर्थों का प्रतीक है। इस कार्यक्रम का समापन मिस्टर एवं मिस फ्रेशर विजेताओं के सम्मान और सामूहिक फोटो सत्र के साथ हुआ, जिसने छात्रों को आगामी शैक्षणिक वर्ष के लिए उत्साहित और प्रेरित किया। संस्थान के निदेशक प्रो. हीरालाल मुरलीधर सूर्यवंशी, रजिस्ट्रार डॉ. अर्चना संतोष नानोटी और डीन (स्टूडेंट वेलफेयर) डॉ. योगेश्वर दत्त शर्मा ने छात्रों को उनकी ऊर्जावान और रचनात्मक प्रस्तुतियों के लिए हार्दिक बधाई दी। उन्होंने प्रतिभागियों की मेहनत, आत्मविश्वास और सांस्कृतिक भावना की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार की ऊर्जावान और मनमोहक प्रस्तुतियाँ वास्तव में एनआईटी हमीरपुर की जीवंत धरोहर और गतिशीलता को दर्शाती हैं।
परवाणु में पकड़ा गया नेपाली नौकर दंपति, शिमला से नकदी और ज्वेलरी चोरी कर हुआ थाफरार
लाइव हिमाचल/शिमला: शिमला के जुन्गा इलाके में अपने मालिक के घर से नकदी और आभूषण चोरी कर फरार हुए नेपाली मूल के नौकर दंपति को पुलिस ने पकड़ लिया है। पुलिस ने दोनों को सोलन जिले के सीमावर्ती क्षेत्र परवाणु से गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के दौरान उनके पास से चोरी की गई नकदी और गहने भी बरामद कर लिए गए हैं। पुलिस का कहना है कि दोनों नेपाल भागने की फिराक में थे।
शिमला से नकदी और ज्वेलरी चोरी कर हुए थे फरार
ये मामला शिमला के ढली थाना क्षेत्र का है। यहां के निवासी विजय कुमार (उम्र 42 वर्ष), पुत्र स्वर्गीय दयाराम, ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई थी कि उनके घर में पिछले नौ महीनों से नेपाली दंपति प्रकाश बहादुर (25) और उसकी पत्नी निर्मला (21) नौकर के तौर पर काम कर रहे थे। 23 सितंबर की रात विजय कुमार अपने परिवार के साथ मां के जागरण कार्यक्रम में गौड़ा गए हुए थे। देर रात लगभग 1 बजे जब परिवार घर लौटा तो सब सामान्य दिखा। लेकिन अगली सुबह करीब 7:30 बजे जब उन्होंने नेपाली दंपति के कमरे का दरवाजा खटखटाया तो कोई जवाब नहीं मिला और दरवाजा अंदर से बंद पाया। कई बार आवाज देने और मोबाइल पर कॉल करने के बाद भी प्रतिक्रिया नहीं मिलने पर विजय कुमार को शक हुआ। जब उन्होंने घर की अलमारी की जांच की, तो ताला टूटा हुआ मिला। अलमारी से लगभग 90 हजार रुपये नकद, 17 ग्राम सोने की चैन और पत्नी का मंगलसूत्र (जिसकी चेन सोने की नहीं थी) गायब थे। शिकायतकर्ता के अनुसार चोरी गए सामान की कुल कीमत लगभग तीन लाख पंद्रह हजार रुपये थी। शिकायत मिलते ही पुलिस ने मामला दर्ज किया और आरोपियों की तलाश शुरू कर दी। लोकेशन ट्रेस कर बीती देर रात ढली थाना पुलिस ने परवाणु में छापेमारी कर दंपति को गिरफ्तार कर लिया। तलाशी के दौरान उनके पास से चोरी की गई नकदी में से 86,500 रुपये, एक सोने की चैन और सोने का मंगलसूत्र बरामद हुआ। शिकायतकर्ता विजय कुमार ने मौके पर ही बरामद गहनों की पहचान की और पुष्टि की कि यह वही हैं जो उनके घर से चोरी हुए थे। ढली थाना पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार आरोपी प्रकाश बहादुर पुत्र तिलक बहादुर और उसकी पत्नी निर्मला, दोनों निवासी वीपीओ तुर्माखांद, जिला अच्छाम, नेपाल के रहने वाले हैं। दोनों को अदालत में पेश किया जाएगा। पुलिस ने उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता (BNS) की धारा 305 और 3(5) के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि जांच जारी है और यह भी पता लगाया जा रहा है कि क्या दंपति ने इससे पहले भी किसी अन्य जगह चोरी की घटना को अंजाम दिया है।