लोगों का जीवन सरल बनाना प्रदेश सरकार का संकल्प : संजय अवस्थी

. कुनिहार में 1.31 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित उप तहसील भवन का भूमि पूजन किया सम्पन्न
श्रमिकों के कल्याण के लिए एच.पी.बी.ओ.सी.डब्ल्यू. 14 योजनाएं कर रहा कार्यान्वित : नरदेव सिंह कंवर

सोलन: अर्की के विधायक संजय अवस्थी ने कहा कि लोगों के जीवन को सरल बनाने और उनकी आर्थिकी को सुदृढ़ करने के लिए प्रदेश सरकार अनेक योजनाएं कार्यान्वित कर रही है। संजय अवस्थी आज अर्की विधानसभा क्षेत्र के कुनिहार में हिमाचल प्रदेश भवन एवं अन्य निर्माण श्रमिक कल्याण बोर्ड (एच.पी.बी.ओ.सी.डब्ल्यू.) द्वारा आयोजित जागरूकता कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। संजय अवस्थी ने इससे पूर्व कुनिहार में 1.31 करोड़ रुपये से निर्मित उप तहसील भवन का भूमि पूजन भी सम्पन्न किया। विधायक ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के संवेदनशील नेतृत्व में सरकार द्वारा विभिन्न योजनाएं क्रियान्वित की जा रही है। मुख्यमंत्री सुखाश्रय योजना ऐसी ही योजना है, जिसके माध्यम से बेसहारा बच्चों को सहारा दिया जा रहा है। सुखाश्रय योजना के तहत पात्र बच्चों को चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट का दर्जा देकर अभिभावक के रूप में अपनाया है। इस योजना के तहत 101 करोड़ का मुख्यमंत्री सुखाश्रय कोष गठित किया गया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखाश्रय योजना के अंतर्गत लाभार्थी बच्चों को पढ़ाई के खर्च के अलावा, जेब खर्च के लिए 04 हज़ार रुपये प्रतिमाह प्रदान किए जा रहे हैं। बच्चों को घर बनाने के लिए 03 बिस्वा भूमि के प्रावधान के साथ-साथ 03 लाख रुपये की वित्तीय सहायता भी प्रदान की जा रही है। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि पात्र बच्चों तक इस योजना की जानकारी पहुंचाएं। संजय अवस्थी ने हिमाचल प्रदेश भवन एवं अन्य निर्माण श्रमिक कल्याण बोर्ड द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि बोर्ड द्वारा कार्यान्वित की जा रही योजनाओं का लाभ प्रत्येक पात्र परिवार व व्यक्ति को मिलता चाहिए ताकि उनका जीवन सरल बन सके। उन्होंने आशा जताई कि भविष्य में ऐसे कार्यक्रम प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में आयोजित किए जाएंगे ताकि लोगों की इसकी जानकारी मिल सके। उन्होंने कहा कि अर्की विधानसभा क्षेत्र का सर्वांगीण विकास करना उनकी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में गुणवत्तायुक्त शिक्षा प्रदान करने के लिए राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल स्थापित करने के लिए मुख्यमंत्री द्वारा मौखिक स्वीकृति दे दी गई है। इससे जहां क्षेत्र के बच्चों को बेहतर शिक्षा उपलब्ध होगी वहीं युवाओं को रोज़गार भी मिलेगा। विधायक ने इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश भवन एवं अन्य निर्माण श्रमिक कल्याण बोर्ड द्वारा पंजीकृत 04 परिवारों को इंडक्शन चुल्हे वितरित किए गए। उन्होंने इस अवसर पर लोगों की समस्याएं सुनी और इनके शीघ्र निपटारे के निर्देश दिए। हिमाचल प्रदेश भवन एवं अन्य निर्माण श्रमिक कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष नरदेव सिंह कंवर ने अर्की विधानसभा क्षेत्र के पंजीकृत 52 श्रमिकों के लिए 12.15 लाख रुपये की वित्तीय सहायता की घोषणा की। उन्होंने कहा कि बोर्ड द्वारा वर्तमान में 14 कल्याणकारी योजनाएं कार्यान्वित की जा रही है। इस योजनाओं का उद्देश्य श्रमिकों और उनके परिवारों की सामाजिक-आर्थिक चुनौतियों का समाधान करना और उन्हें यह आश्वासन प्रदान करना है कि कठिन समय में बोर्ड उनके साथ खड़ा है। उन्होंने कहा कि यह योजनाएं शिक्षा छात्रवृत्ति, विवाह अनुदान और मातृत्व लाभ से लेकर स्वास्थ्य सहायता और आवास सहायता पर कार्य कर रही हैं। इस अवसर पर ग्राम पंचायत कुनिहार के प्रधान राकेश ठाकुर, ग्राम पंचायत कोटी की प्रधान बलविंदर कौर, ग्राम पंचायत देवरा के प्रधान रूप सिंह ठाकुर, गा्रम पंचायत बड़ोग के प्रधान योगराज चौहान, ग्राम पंचायत धुन्धन की प्रधान शंकुतला शर्मा, ग्राम पंचायत मान के प्रधान सुरेन्द्र ठाकुर, ग्राम पंचायत चम्यावल की प्रधान उर्मिला ठाकुर, ग्राम पंचायत रोहांज जलाना की प्रधान सुनीता गर्ग, ग्राम पंचायत नवगांव के प्रधान कृष्ण देव गौतम, ग्राम पंचायत बलेरा के उप प्रधान लेख राज, पूर्व प्रधान अनिल तनवर, राजेश शांडिल, रतन लाल शर्मा, बाबू राम शर्मा, रोशन बसंल, विनोश वैश, विनोद शर्मा, सूर्यकांत जोशी, राजेन्द्र शर्मा, जगदीश, ए.आई.टी.यू.सी. यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष जगदीश चंद भारद्वाज, युवा कांग्रेस अर्की के अध्यक्ष सतीश ठाकुर, कांग्रेस पार्टी के सतीश कश्यप, सूर्यकांत जोशी, राजेन्द्र, जगदीश, तहसीलदार अर्की विपिन वर्मा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी, अन्य अधिकारी गणमान्य व्यक्ति, श्रमिक व ग्रामीण मौजूद थे।

सोलन में 08 मई को आयोजित होंगे विश्व रेडक्रॉस दिवस पर कार्यक्रम…

सोलन: अतिरिक्त उपायुक्त सोलन राहुल जैन ने कहा कि रेडक्रॉस गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए सभी का सहयोग आवश्यक है। राहुल जैन आज यहां ज़िला रेडक्रॉस सभा की प्रबंधक समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। राहुल जैन ने कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 रेडक्रॉस द्वारा 52 ज़रूरतमंदों को 2.56 लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की गई है। उन्होंने रेडक्रॉस सोसायटी के सदस्यों से अधिक से अधिक सदस्य बनाने तथा रेडक्रॉस की गतिविधियों को बढ़ाने देने का आग्रह भी किया। अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि ज़िला सोलन में 08 मई, 2025 को विश्व रेडक्रॉस दिवस का आयोजन किया जाएगा। इसमें विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस बैठक में वित्त वर्ष 2024-25 की आय-व्यय का ब्यौरा भी प्रस्तुत किया गया। इस बैठक का संचालन सहायक आयुक्त सोलन नरेन्द्र कुमार चौहान ने किया।
इस अवसर पर नगर निगम सोलन की महापौर ऊषा शर्मा, रेडक्रॉस सोसायटी के सदस्य कुल राकेश पंत, लेख राज कौशिक, रीतू सेठी, मधु, अजय शर्मा, रेणू, संतोष, सीमा मेहता सहित रेडक्रॉस सोसायटी के अन्य सदस्य मौजूद थे।

चंबा और हमीरपुर DC ऑफिस को बम से उड़ाने की धमकी, अफरा-तफरी के बीच टूरिस्ट वाली जगहों पर बढ़ी सुरक्षा

लाइव हिमाचल/शिमला: हिमाचल प्रदेश के मंडी, हमीरपुर, चंबा के बाद अब कुल्लू में बम धमाका होने की धमकी मिली है। मेल वीरवार रात 1:44 बजे आई है मगर कंप्यूटर में मेल नहीं खुलने से इसे दोपहर बाद देखा गया। इसके बाद उपायुक्त की निजी सचिव ने डीसी कुल्लू को सूचना दी और एहतियातन कार्यालय को खाली करवाया गया और अभी कर्मचारी परिसर में एकत्रित हो गए। इसको देखते हुए कुल्लू कॉलेज में भी छुट्टी कर दी है। वहीं, कुल्लू पुलिस की साइबर सेल की टीम मामले की जांच कर रही है। उपायुक्त कुल्लू आदेश जारी कर रहा कि सभी संबंधितों को सूचित किया जाता है कि जिला कुल्लू में विभिन्न स्थानों, जिनमें सरकारी कार्यालय और सार्वजनिक स्थान शामिल हैं, को 24 घंटे के भीतर बम की धमकी ईमेल के माध्यम से मिली है। धमकी की गंभीरता को देखते हुए, सभी विभागाध्यक्षों और आवश्यक सार्वजनिक संस्थानों के प्रभारियों को निम्नलिखित तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश दिया जाता है।

1. घबराएं नहीं: सभी कर्मचारियों और आगंतुकों को शांत रहने और दहशत फैलाने से बचने की सलाह दें। जिला प्रशासन से अगले निर्देश मिलने तक भीड़भाड़ वाले या असत्यापित स्थानों पर जाने से बचें।

2. पुलिस को सूचित करें: किसी भी आपात स्थिति में निकटतम पुलिस स्टेशन से संपर्क करें और बम निरोधक दस्ते और जांच टीमों को पूरा सहयोग दें।

3. संदिग्ध वस्तुओं की जांच करें: अपने आस-पास किसी भी लावारिस या संदिग्ध वस्तु की प्रारंभिक जांच करें। ऐसी किसी भी वस्तु को न छुएं और न ही हिलाएं।

4. महत्वपूर्ण दस्तावेज़ सुरक्षित रखें- महत्वपूर्ण अभिलेखों और संवेदनशील सूचनाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करें।

5. सतर्क और सावधान रहें- सतर्क रहें और किसी भी असामान्य गतिविधि की सूचना तुरंत जिला नियंत्रण कक्ष को 1077/01902-225630/31/32 पर दें।
6. एक फोकल व्यक्ति को नामित करें: इस आपाृतकाल के दौरान जिला प्रशासन और पुलिस के साथ समन्वय करने के लिए अपने विभाग से एक जिम्मेदार अधिकारी को नामित करें।

नौणी यूनिवर्सिटी के सैक्शन अफसर की चाय पार्टी के दौरान मौत, हार्ट अटैक की आशंका

लाइव हिमाचल/सोलन: क्षेत्रिय अस्पताल सोलन से पुलिस थाना सदर सोलन में सूचना मिली कि नौणी से एक व्यक्ति को उपचार हेतू अस्पताल लाए है जिसे चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया है। विश्वविद्यालय के सीनियर सैक्शन अधिकारी मुन्ना लाल चौहान (59) की एक चाय पार्टी के दौरान अचानक तबीयत बिगड़ गई और उन्होंने मौके पर ही दम तोड़ दिया। उन्हें तुरंत उपचार के लिए सोलन के क्षेत्रीय अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलते ही थाना सदर सोलन की पुलिस टीम अस्पताल पहुंची और जांच शुरू की। मृतक की पहचान मुन्ना लाल चौहान पुत्र भगत राम, निवासी गांव व डाकघर भुलाड़, तहसील जुब्बल, जिला शिमला के रूप में हुई। वह विश्वविद्यालय में सैक्शन अधिकारी के पद पर कार्यरत थे। पुलिस जांच के अनुसार, 1 मई को विश्वविद्यालय में आयोजित एक चाय पार्टी के दौरान मुन्ना लाल चौहान अचानक बेहोश होकर कुर्सी से नीचे गिर पड़े। मौके पर मौजूद कर्मचारियों ने तुरंत उन्हें विश्वविद्यालय के स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें क्षेत्रीय अस्पताल सोलन रैफर किया गया। अस्पताल में डॉक्टरों ने उन्हें ‘ब्रॉट डेड’ घोषित कर दिया। पुलिस ने मौके पर मौजूद परिजनों और सहकर्मियों के बयान दर्ज किए हैं। मृतक के शरीर पर किसी भी प्रकार की चोट या खरोंच के निशान नहीं पाए गए। प्राथमिक जांच में हार्ट अटैक को मौत का संभावित कारण माना जा रहा है। परिजनों और अन्य लोगों ने किसी भी तरह के शक या साजिश से इनकार किया है, फिर भी पुलिस मामले की हर एंगल से जांच कर रही है। मृतक के शव का पोस्टमार्टम करवा लिया गया है और विसरा को सुरक्षित रखकर रासायनिक परीक्षण के लिए राज्य न्यायालयिक विज्ञान प्रयोगशाला, जुन्गा भेजा गया है। मामले में भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 194 बीएनएसएस के तहत कार्रवाई की जा रही है।

अंगोला के राष्ट्रपति पहुंचे नई दिल्ली, राष्ट्रपति मुर्मू और पीएम मोदी से करेंगे मुलाकात

नेशनल डेस्क : अंगोला के राष्ट्रपति जोआओ मैनुअल गोंकाल्वेस लौरेंको शुक्रवार को नई दिल्ली पहुंचे। यह 38 वर्षों में अंगोला के किसी राष्ट्रपति की पहली आधिकारिक राजकीय यात्रा है। चार दिवसीय इस यात्रा का उद्देश्य दोनों देशों के बीच कूटनीतिक, आर्थिक और रणनीतिक संबंधों को बढ़ावा देना है। हवाई अड्डे पर राष्ट्रपति लौरेंको का विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने गर्मजोशी से स्वागत किया।उनके साथ एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी आया है जिसमें कई मंत्री, वरिष्ठ अधिकारी और प्रमुख व्यापारिक घरानों के प्रतिनिधि शामिल हैं। विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक्स को लिखा, ‘अंगोला के राष्ट्रपति जोआओ मैनुअल गोंकाल्वेस लौरेंको का राजकीय दौरे पर नई दिल्ली पहुंचने पर हार्दिक स्वागत है। राष्ट्रपति के साथ एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी आया है, जिसमें कई मंत्री, वरिष्ठ अधिकारी और व्यापारिक घराने शामिल हैं। आगमन पर राष्ट्रपति का विशेष स्वागत किया गया और राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने हवाई अड्डे पर उनका स्वागत किया। मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने भी अपने सोशल मीडिया हैंडल पर स्वागत संदेश साझा करते हुए कहा, ‘भारत की राजकीय यात्रा पर आए अंगोला के राष्ट्रपति जोआओ मैनुअल गोंकाल्वेस लौरेंको का स्वागत करते हुए मुझे खुशी हो रही है।’ यह महत्वपूर्ण यात्रा भारत और अंगोला के बीच राजनयिक संबंधों की 40वीं वर्षगांठ के अवसर पर हो रही है। विदेश मंत्रालय के अनुसार, यह 1986 के बाद से अंगोला के किसी राष्ट्रपति की पहली भारत यात्रा है। राष्ट्रपति लौरेंको प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के साथ अलग-अलग बैठकें करेंगे। 3 मई को राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में उनका औपचारिक स्वागत किया जाएगा, उसके बाद राष्ट्रपति मुर्मू के साथ द्विपक्षीय वार्ता होगी। वह प्रधानमंत्री मोदी के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की चर्चा भी करेंगे। विदेश मंत्रालय ने एक आधिकारिक बयान में कहा, ‘यात्रा के दौरान कई समझौता ज्ञापनों और समझौतों पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है, जिससे द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा मिलेगा।’ 4 मई को राष्ट्रपति लौरेंको नई दिल्ली में एक व्यावसायिक कार्यक्रम में भाग लेंगे, जिसका उद्देश्य दोनों देशों के बीच व्यापार, निवेश और वाणिज्यिक संबंधों को बढ़ावा देना है। इस कार्यक्रम में तेल, गैस, बुनियादी ढांचे, कृषि और खनन जैसे क्षेत्रों के प्रमुख हितधारकों के एक साथ आने की उम्मीद है।

मुख्यमंत्री की मर्यादाहीन टिप्पणियाँ कांग्रेस की बौखलाहट का परिणाम – निजी पारिवारिक आयोजन को राजनीति से जोड़ना ओछी मानसिकता का परिचायक : बलदेव तोमर

लाइव हिमाचल/नाहन : मुख्यमंत्री सुकखु और कांग्रेस नेता भाजपा नेताओं के निजी जीवन को निशाना बनाकर जनता का ध्यान महंगाई, भ्रष्टाचार, अराजकता और प्रशासनिक विफलताओं से भटकाना चाहते हैं। यह उनकी बौखलाहट और राजनीतिक दिवालियापन का प्रमाण है। पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष, सांसद एवं अन्य वरिष्ठ नेता मेरे परिवार के एक निजी वैवाहिक कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। यह मेरे लिए सौभाग्य का विषय है कि प्रदेश भर के वरिष्ठ नेतृत्त्व ने अपने व्यस्त समय में पारिवारिक निमंत्रण स्वीकार कर कुछ समय के लिए अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। यह आयोजन पूर्णतः पारिवारिक, परंपरागत व सांस्कृतिक रीति-रिवाजों के अनुरूप था। मुख्यमंत्री द्वारा इस निजी कार्यक्रम को लेकर की गई टिप्पणी अत्यंत शर्मनाक, असंवेदनशील और पद की गरिमा के विपरीत है। उन्हें स्पष्ट करना चाहिए कि किसी निजी आमंत्रण को राजनीतिक रंग देना किस संविधान, संस्कृति और राजनीतिक शिष्टाचार का हिस्सा है? दूसरी ओर, मुख्यमंत्री और कांग्रेस सरकार द्वारा 27 से 29 अप्रैल तक हरौली में आयोजित तथाकथित राज्य स्तरीय उत्सव में जनता की गाढ़ी कमाई से लगभग 10 करोड़ रुपये खर्च किए गए। वाटरप्रूफ और एसी टेंट लगवाकर, बॉलीवुड और पंजाबी गायकों को बुलाकर, रात 12-12 बजे तक प्रदर्शन करवाकर प्रदेश को कौन-सी संस्कृति का संदेश दिया गया? हरौली उत्सव के दौरान एक ओर नशे के खिलाफ रोड शो का आयोजन किया गया, वहीं दूसरी ओर मंच पर वे कलाकार बुलाए गए जो खुलेआम शराब, नशा और बंदूक कल्चर को बढ़ावा देने वाले गीत गाते हैं। यह कांग्रेस सरकार की नीति और नीयत दोनों को उजागर करता है। इसी तरह, मेवा उत्सव में लाखों रुपये खर्च कर सांस्कृतिक संध्याएं, डॉग शो, ड्रोन शो, बेबी शो और विकास प्रदर्शनी आयोजित की गई, जब ढाई वर्षों में कोई ठोस विकास कार्य नहीं हुआ तो प्रदर्शन में दिखाया क्या गया? प्रदेश की आर्थिक स्थिति लगातार गिरती जा रही है। वित्तीय वर्ष शुरू होते ही सरकार ने 2200 करोड़ रुपये का ऋण ले लिया है और हर महीने औसतन 2000 करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज लिया जा रहा है। इसके बावजूद सरकार जनता को कोई राहत नहीं दे पा रही। मुख्यमंत्री बताएं कि ऐसी स्थिति में 2027 तक हिमाचल को आत्मनिर्भर कैसे बनाया जाएगा? भारतीय जनता पार्टी स्पष्ट करना चाहती है कि वह ऐसी ओछी राजनीति का मुँहतोड़ जवाब देगी। कांग्रेस नेताओं को चेतावनी दी जाती है कि वे मर्यादा में रहें, निजी आयोजनों पर राजनीति करना बंद करें और जनता को उनके असली मुद्दों पर जवाब दें। हिमाचल की जनता सब देख रही है और आने वाले समय में कांग्रेस को इसका करारा जवाब मिलेगा।

रणधीर ने मांगा मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष का इस्तीफा…

लाइव हिमाचल/शिमला : भाजपा प्रवक्ता रणधीर शर्मा ने एक प्रेस वार्ता के माध्यम से मुख्यमंत्री सुक्खू एवं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह का इस्तीफा मांगा। रणधीर शर्मा ने कांग्रेस के संविधान बचाओ अभियान के अंतर्गत बिलासपुर में हुई बैठक एवं बैठक में हुए हंगामे को लेकर कांग्रेस पार्टी को आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि बिलासपुर की बैठक में जिस प्रकार की कांग्रेस पार्टी की अंतर्कलह जनता के समक्ष निकाल कर आई उससे लगता है कि पूरे प्रदेश में संविधान बचाव नहीं बल्कि कांग्रेस पार्टी बचाओ अभियान चल रहा है और उसमें भी यह पार्टी पूरी तरह विफल है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से हिमाचल प्रदेश की जनता तो परेशान है ही पर उनके मंत्री भी परेशान है और वह भी मुख्यमंत्री की कार्य प्रणाली से संतुष्ट नहीं है। इसके साथ-साथ बिलासपुर में हुई बैठक के माध्यम से कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने भी कहा कि उनकी भी सुनवाई ना तो हिमाचल प्रदेश की सरकार में है और ना ही दिल्ली केंद्रीय आलाकमान के पास। सबसे बड़ी बात तो यह है की बैठक में विशेष समुदाय के लोगों ने कांग्रेस पार्टी के कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि उनके लोगों की भी ठेकेदारी हेतु धनराशि सरकार द्वारा नहीं दी जा रही है और इन्होंने तो मस्जिदों का भी हवाला दिया, अब तो यह स्पष्ट है की विशेष समुदाय भी हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस पार्टी एवं सरकार से टूटा हुआ दिखाई दे रहा है और यही कारण है कि हम मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह का इस्तीफा मांग रहे हैं। जिस मुख्यमंत्री की प्रजा ही खुश ना हो और हिमाचल प्रदेश का हर वर्ग उस मुख्यमंत्री से दुखी हो तो वह इस्तीफा क्यों ना दे ? रणधीर शर्मा ने कहा कि जैसे की प्रतिभा सिंह भी मान चुकी है कि उनकी किसी भी प्रकार की सुनवाई ना तो हिमाचल प्रदेश में है ना दिल्ली आलाकमान के पास तो उनको भी अपने पद से इस्तीफा दे ही देना चाहिए। जिस अध्यक्ष को सुनवाई ना हो वह पद का क्या करेगी। रणधीर शर्मा ने कांग्रेस पार्टी पर तंज कसते हुए कहा कि सरकार के पास अपने सभी मित्रों, ओ एस डी, कैबिनेट मंत्री, पॉलीटिकल एडवाइजर, मीडिया एडवाइजर के लिए पैसे और धनराशि है पर जिन लोगों ने बाहर लगे उनके लिए भी पैसे नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि संविधान बचाओ अभियान में ना बाबा साहेब अंबेडकर जी को याद किया गया और ना ही पहलगाम को लेकर 2 मिनट का शोक रखा गया है।

Himachal News: निलंबन के खिलाफ हाईकोर्ट पहुंचे, प्राथमिक शिक्षक, सरकार को नोटिस…

लाइव हिमाचल/शिमला: हिमाचल प्रदेश हाई कोर्ट ने अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले प्राथमिक शिक्षकों को निलंबित करने को लेकर राज्य सरकार को नोटिस जारी किया है. हिमाचल हाईकोर्ट ने शिक्षा सचिव और डायरेक्टर को नोटिस जारी कर, प्राथमिक शिक्षकों के निलंबन पर जवाब मांगा है. मामले की सुनवाई 13 मई को होगी. न्यायाधीश संदीप शर्मा ने राज्य सरकार से जवाब तलब किया है. कोर्ट ने ये भी स्पष्ट किया है यदि समय पर जवाब न दिया तो प्रार्थियों द्वारा रिकॉर्ड में रखे तथ्यों के आधार पर ही फैसला कर दिया जाएगा. 26 अप्रैल को शिक्षकों ने चौड़ा मैदान में धरना दिया था. नाराज शिक्षा विभाग ने 4 शिक्षकों को उसी दिन निलंबित कर दिया था. उसी दिन से प्राथमिक शिक्षक शिक्षा निदेशालय के बाहर क्रमिक अनशन पर बैठे हैं. उसके बाद छ और शिक्षकों को निलंबित किया गया. कुल 10 शिक्षकों को निलंबित किया गया है. निलंबन को लेकर याचिका जगदीश शर्मा, संजय, प्रताप ठाकुर और राम सिंह राव ने संयुक्त रूप से दायर की है. प्रार्थियों का आरोप है कि सरकार ने उनके संवैधानिक अधिकार को दबाने के लिए उन पर एकतरफा कार्रवाई की है. आरोप है कि इस निलंबन के साथ ही उनके हेडक्वार्टर भी दूर-दूर तय किए गए हैं.  जबकि उनके मामले में ऐसा करने की कोई जरूरत ही नहीं है. प्राथमिक अध्यापक शिक्षक संघ के अध्यक्ष जगदीश शर्मा ने कहा कि लोकतंत्र में सबको अपनी बात रखने का अधिकार है, लेकिन सरकार उनके ऊपर कार्रवाई कर रही है. ये उचित नहीं है. सरकार ने प्रारंभिक और उच्च शिक्षा निदेशालय को मर्ज करने का जो फैसला लिया है और एक अन्य निदेशालय बनाने से शिक्षा में गुणात्मक सुधार के बजाय शिक्षा का बुनियादी ढांचा तहस नहस हो जाएगा. इसको लेकर कई बार सरकार के साथ वार्ता भी हुई है. जिसके परिणाम निराशाजनक ही रहे हैं. ऐसे में अब प्राथमिक शिक्षक विरोध करने को मजबूर हैं. इसके अलावा शिक्षक मुख्य शिक्षक का पदोन्नति उपरांत मिलने वाले लाभ जारी रखने, 20 वर्ष का कार्यकाल पूरा कर चुके जेबीटी शिक्षकों को सीएंडवी की तर्ज पर विशेष वेतन वृद्धियां देने, हायर ग्रेड पे की विसंगतियों के लाभ सभी प्रभावित शिक्षकों को देने जैसी मांगे भी कर रहे हैं।

चंबा में दर्दनाक सड़क हादसा: खाई में गिरी कार, 2 युवकों की मौके पर हुई मौत

लाइव हिमाचल/चंबा: चंबा जिले में एक बार फिर सड़कों की खतरनाक स्थिति और अनियंत्रित वाहन हादसे की वजह बन गए। लाहड़ के पास राष्ट्रीय राजमार्ग 154ए पर बीती रात एक मारुति कार गहरी खाई में जा गिरी, जिससे दो युवकों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो अन्य युवक गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।प्राप्त जानकारी के अनुसार, हादसा दवालु पुल के समीप उस वक्त हुआ जब कार बनीखेत से लाहड़ की ओर जा रही थी। चालक अमित कुमार उर्फ लकी कार को चला रहा था। वाहन जैसे ही पुल के पास पहुंचा, वैसे ही वह अनियंत्रित होकर खाई में समा गया। स्थानीय निवासियों और पुलिस की मदद से रेस्क्यू अभियान चलाया गया, जिसमें घायलों को खाई से निकालकर डलहौजी के सिविल अस्पताल पहुंचाया गया। कार में सवार चार युवकों की पहचान अमित कुमार, अशोक कुमार (निवासी लाहड़), महेंद्र सिंह (निवासी त्रिठ्ठा) और देवराज (निवासी बैटणा) के रूप में हुई है। अस्पताल पहुंचते ही डॉक्टरों ने अमित और अशोक को मृत घोषित कर दिया। वहीं, महेंद्र और देवराज की हालत चिंताजनक बनी हुई है, जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद चंबा मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि मामले की गहन जांच की जा रही है। हादसे के पीछे तकनीकी खामी है या चालक की लापरवाही, यह जांच के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा। मृतकों के शवों का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंपने की प्रक्रिया जारी है। गौरतलब है कि यह दुर्घटना ऐसे समय में हुई है जब जिले में एक के बाद एक सड़क हादसे सामने आ रहे हैं। महज दो दिन पहले सलूणी क्षेत्र में एक पिकअप वाहन पलटने से 20 लोग घायल हो गए थे। इन घटनाओं ने क्षेत्र की सड़कों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि इन दुर्घटनाओं पर रोक लगाने के लिए सड़क सुरक्षा उपायों को मजबूत किया जाए और हाईवे पर उचित संकेतक और बैरियर लगाए जाएं।

विशाल मेगा मॉर्ट के कंट्रोल सर्वो पैनल में भड़की आग, टला बड़ा हादसा

मंडी : शहर के रामनगर वार्ड में स्थित विशाल मेगा मॉर्ट में शुक्रवार सुबह अचानक शॉर्ट सर्किट से आग भड़क उठी। यह आग मॉर्ट की चौथी मंजिल पर स्थित कंट्रोल सर्वो पैनल में लगी थी, जिस पर समय रहते काबू पा लिया गया। सुबह करीब 10 बजे जैसे ही विशाल मेगा मॉर्ट की बिजली गुल हुई तो सुरक्षा योगराज कर्मी चौथी मंजिल पर लगे कंट्रोल सर्वो पैनल की जांच करने के लिए गया। उसने वहां देखा कि पूरे पैनल में आग भड़क उठी है। उसने तुरंत इसकी सूचना मॉर्ट के प्रभारी को दी। उन्होंने अपने पास मौजूदा संसाधनों से आग बुझाने का प्रयास शुरू किया और फायर ब्रिगेड को इसकी सूचना दी। फायर ब्रिगेड की टीम ने पांच मिनट में मौके पर पहुंचकर तुरंत प्रभाव से कार्रवाई को अमल में लाते हुए आग पर काबू पा लिया। बताया जा रहा है कि कंट्रोल सर्वो पैनल पूरी तरह से जल गया है जिसकी कीमत 4 से 5 लाख रूपए आंकी जा रही है। इससे पूरे मॉर्ट की बिजली कंट्रोल की जाती है। सब फायर ऑफिसर मुनीश कुमार ने बताया कि त्वरित कार्रवाई के चलते आग ज्यादा नहीं भड़की और इस पर समय रहते काबू पा लिया गया। गनीमत यह रही कि यह घटना सुबह के समय घटी। क्योंकि सुबह के समय यहां लोगों का आना-जाना कम ही रहता है। दोपहर के बाद या फिर शाम के समय यहां काफी संख्या में लोग खरीददारी करने आते हैं। शहर के बीचों बीच स्थित इस विशाल ईमारत में यदि आग भड़क जाती तो बड़ा हादसा हो सकता था।