लाइव हिमाचल/शिमला: हिमाचल प्रदेश में गर्मी के सीजन में सर्दी का एहसास हो रहा है. बारिश और बर्फबारी के साथ साथ लैंडस्लाइड भी देखने को मिल रहे हैं. प्रदेश में बीते दो रोज से बारिश, बर्फबारी, आंधी तूफान की वजह से जनजीवन प्रभावित हुआ है. इस वजह से बागवानों को नुकसान भी पहुंचा है. लेकिन बारिश की वजह से लोग और किसान खुश हैं. क्योंकि गर्मी से राहत मिली है, वहीं, फसलों को भी फायदा होगा. उधर, लाहौल घाटी में लैंडस्लाइड की वजह से 130 पुलिस जवानों सहित 200 लोग फंस गए. दरअसल, लाहौल घाटी में गुरुवार के बाद शुक्रवार को भी ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी और निचले इलाकों में बारिश का दौर जारी है. घाटी के तापमान में भारी गिरावट दर्ज की जा रही है, जिससे लोग अपने घरों में दुबकने को मजबूर हो गए हैं. लाहौल घाटी में शुक्रवार दोपहर बाद मौसम ने एक बार फिर करवट बदली है. ऊंचाई वाले इलाक में बर्फबारी और निचले इलाकों में बारिश शुरू हो गई है, जिससे तापमान में भारी गिरावट दर्ज की जा रही है. अप्रैल महीने में भी जनवरी-फरवरी जैसा माहौल दिखने लगा है. बर्फबारी के चलते घाटी का सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है. लोग अपने घरों में दुबकने को मजबूर हो गए हैं. हालांकि, बर्फबारी के चलते दारचा-शिंकुला सड़क मार्ग, जो हाल ही में खुला था, वाहनों की आवाजाही के लिए बंद हो गया है. तांदी-उदयपुर-पांगी सड़क मार्ग के अंतर्गत काडू नाले के आसपास भूस्खलन के चलते पांगी सड़क मार्ग भी वाहनों की आवाजाही के लिए बंद हो गया है. वहीं, घाटी के किसान और बागवान काफी खुश नजर आ रहे हैं. घाटी में लंबे समय से सूखे जैसे हालात बन गए थे, जिससे किसानों को फसल बिजाई में दिक्कत हो रही थी. ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी और निचले इलाकों में नमी लौटने से किसान और बागवान काफी खुश हैं. गुरुवार को दोपहर 2:00 बजे के उपरांत जिला लाहौल-स्पीति में बर्फबारी हुई, जिसके पश्चात सिस्सू क्षेत्र से लगभग 800 से 1200 पर्यटक वाहन मनाली की ओर रवाना हो रहे थे. सभी पर्यटकों को मनाली की ओर सुरक्षित लौटने हेतु सूचित किया गया. इस दौरान धूधी क्षेत्र में बर्फबारी और पहाड़ी से पत्थर गिरने के कारण यातायात धीमा हो गया था. जिला पुलिस टीम द्वारा लगातार 2 से 3 घंटे के प्रयासों के बाद सभी पर्यटक वाहनों को सफलतापूर्वक मनाली की ओर भेजा गया. लाहौल के कडूनाला में भूस्खलन होने के कारण सड़क बंद हो गई और 13 छोटी गाड़ियां फंस गई. वहीं, हिमाचल दिवस कार्यक्रम में पांगी जा रहे 138 पुलिस कर्मी फंस गए हैं. बाद में इन्हें सुरक्षित स्थानों पर ठहराया गया है. कुल 200 के करीब लोग फंसे हैं, जिसमें 138 पुलिस में से 39 होमगार्ड जवान भी शामिल हैं।
Day: April 12, 2025
भारतीय सेना ने ऑपरेशन में शहीद हुए हिमाचल के JCO सूबेदार कुलदीप चंद
शिमला: जम्मू के अखनूर सेक्टर में एलओसी पर शुक्रवार रात सीमा पार से पाकिस्तान रेंजरों ने सीजफायर का उल्लंघन किया। गोलीबारी में सेना के एक जवान सूबेदार कुलदीप चंद का बलिदान हो गया है। बलिदानी सैनिक हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले के कोहलवीं गांव का है। कुलदीप चंद और उनकी टीम ने आतंकियों को बॉर्डर पार नहीं करने दिया। हालांकि, उनकी जान भी नहीं बच पाई। कुलदीप चंद दो माह पूर्व छुट्टी काटकर गए थे। वह अपने पीछे बेटा बेटी पत्नी और बुजुर्ग माता पिता छोड़ गए हैं। सूचना मिलते ही कुलदीप चंद के पैतृक गांव में मातम पसर चुका है। वहीं, परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने बलिदानी कुलदीप चंद की शहादत पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि ”मेरे विधानसभा क्षेत्र नादौन के कोहलवीं गांव निवासी कुलदीप कुमार जी के शहीद होने का समाचार अत्यंत दुःखद है। देश की सेवा में उनके अविस्मरणीय योगदान को सदैव सम्मान के साथ याद किया जाएगा। ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और शोक-संतप्त परिवार को इस दुःख की घड़ी में धैर्य एवं संबल प्रदान करें। इस दुःख की घड़ी में मेरी संवेदनाएँ शोकाकुल परिजनों के साथ हैं।
हिमाचल के संजौली बौद्ध मठ से अचानक गायब हुए 2 नाबालिग भिक्षु…
लाइव हिमाचल/शिमला : हिमाचल की राजधानी शिमला में नाबालिग बच्चों के लापता होने के मामले बढ़ने लगे हैं। अब संजौली के बौद्ध मठ से दो नाबालिग भिक्षु लापता हुए हैं। मठ प्रबंधन ने ढली थाना में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई है। पुलिस ने लापता भिक्षुओं की तलाश शुरू कर दी है। इनमें से एक अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर जिले का है व दूसरा बंगाल के दार्जिलिंग क्षेत्र से है। तलाश के लिए आसपास के इलाकों में अभियान चलाया जा रहा है। मठ प्रबंधक पेमा फुंटसोक के अनुसार, घटना शुक्रवार दोपहर 12 से दो बजे के बीच की है। दोनों बच्चे सामान्य दिनचर्या में शामिल थे और किसी तरह की कोई असामान्य गतिविधि नहीं दिखी थी। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरा फुटेज खंगालना शुरू कर दी है। मठ के भिक्षुओं और स्टाफ से भी पूछताछ की जा रही है। संजौली के जिस मठ से दोनों बच्चे लापता हुए हैं, वे जोनांग टेकन फुत्सोक चोलिंग मठ के नाम से जाना जाता है और भारत में इस परंपरा का एकमात्र मठ है। इसकी स्थापना वर्ष 1963 में अमदो लामा जिनपा ने की थी। इसे पहले ‘सांगे चोलिंग’ के नाम से जाना जाता था। यहां वर्तमान में 100 से अधिक भिक्षु रहते हैं।
हिमाचल दिवस 2025: पांगी में होगा राज्य स्तरीय समारोह, जानिए आपके जिला में कौन से मंत्री करेंगे अध्यक्षता…
शिमला : मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू 15 अप्रैल को चंबा जिले के पांगी में राज्य स्तरीय हिमाचल दिवस समारोह की अध्यक्षता करेंगे। उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री मंडी में, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल कांगड़ा के धर्मशाला में, कृषि मंत्री चंद्र कुमार ऊना में, उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान सोलन में, राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी लाहौल-स्पीति के केलांग में, शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर सिरमौर के नाहन में, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह शिमला में, लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह कुल्लू में, नगर एवं ग्राम नियोजन मंत्री राजेश धर्माणी किन्नौर जिले के रिकांगपिओ में, हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष आर.एस बाली हमीरपुर में तथा हिमाचल प्रदेश विधानसभा उपाध्यक्ष विनय कुमार बिलासपुर में जिला स्तरीय समारोह की अध्यक्षता करेंगे। हिमाचल प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया और विधायक सुन्दर सिंह ठाकुर जिला चंबा के पांगी में मुख्यमंत्री के साथ रहेंगे।
हनुमान जयंती पर सुबह 4 बजे से जाखू मंदिर में लगी भक्तों की लंबी कतारें…
लाइव हिमाचल/शिमला: शिमला के मशहूर जाखू मंदिर में हनुमान जयंती पर आज श्रद्धालुओं की भारी उमड़ी है। मंदिर में सुबह 5 बजे से ही दर्शन के लिए श्रद्धालु पहुंचने शुरू हुए। इससे जाखू में श्रद्धालुओं की आज लंबी लंबी कतारें लगी हुई है। जाखू मंदिर में न केवल स्थानीय लोग बल्कि शिमला पहुंचे विभिन्न प्रदेशों के पर्यटक भी पहुंच रहे हैं। हनुमान जयंती के मौके पर विशेष पूजा अर्चना करवा रहे हैं। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए हिमाचल पथ परिवहन निगम ने शहर के अलग अलग क्षेत्रों से 13 टैक्सियां चला रहा है, ताकि जाखू पहुंचने में किसी भी श्रद्धालु को परेशानी न हो।सुबह 4:30 बजे भगवान हनुमान का विशेष श्रृंगार किया गया। इसके तुरंत बाद मंदिर में भव्य आरती का आयोजन हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया। मंदिर परिसर आरती के समय दीपों की रोशनी से जगमगा उठा और भक्तों ने जय-जयकारों के साथ अपने आराध्य को नमन किया। मंदिर के पुजारी राम लाल शर्मा ने बताया कि हनुमान जयंती के मौके पर हर साल भक्तों की बड़ी संख्या यहां आती है, लेकिन इस बार भीड़ पहले से कहीं अधिक है। उन्होंने बताया कि सुरक्षा और व्यवस्था के लिए स्थानीय प्रशासन ने विशेष इंतजाम किए हैं ताकि किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। जाखू मंदिर को 100 किलो फूलों से सजाया गया है। हनुमान जयंती के लिए फूल दिल्ली से मंगाए गए हैं। गर्भ गुफा से लेकर मंदिर के बाहरी हिस्से तक फूलों से सजावट की जाएगी। मंदिर के कपाट सुबह 4 बजे खोले गए। हनुमान जयंती पर हजारों श्रद्धालु मंदिर में दर्शन के लिए आते हैं। इसलिए सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं। हालांकि सुबह सात बजे तक कोई भी पुलिस का जवान मंदिर में मौजूद नहीं था। इससे सुबह के वक्त मंदिर में भक्तों को दर्शन में परेशानी हुई, क्योंकि कुछ लोग लाइनों में न लगकर सीधे मंदिर में प्रवेश कर रहे थे। इससे सुबह सात बजे आरती के वक्त मंदिर के भीतर भी भारी भीड़ हो गई थी। मगर सात बजे के बाद काफी संख्या में पुलिस बल जाखू मंदिर पहुंचा और सुरक्षा का जिम्मा संभाला। शिमला की सबसे ऊंची पहाड़ी पर स्थित जाखू मंदिर धार्मिक आस्था का प्रमुख केंद्र है। यहां भगवान हनुमान की 108 फीट ऊंची भव्य प्रतिमा स्थापित है, जो न केवल श्रद्धालुओं के लिए आस्था का प्रतीक है, बल्कि शिमला आने वाले पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। हनुमान जयंती के इस पावन दिन पर मंदिर परिसर में प्रसाद वितरण, भंडारे और अन्य धार्मिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया है। श्रद्धालु पूजा अर्चना कर अपने परिवार की सुख-शांति, स्वास्थ्य और समृद्धि की कामना कर रहे हैं।
हिमाचल प्रदेश की बंजार घाटी में आधी रात को 55 साल पुराना टूटा पुल, ऊपर से गुजर रहा टैंकर नदी में गिरा, लोगों ने चालक को बचाया…
लाइव हिमाचल/कुल्लू: हिमाचल प्रदेश के कुल्लू के मंगलौर में एक पुल टूटने का मामला सामने आया है. इस हादसे में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है. पुल टूटने से राष्ट्रीय राजमार्ग 305 पर आवाजाही पूरी तरह से ठप है. राहत और बचाव कार्य जारी है. दरअसल, कुल्लू के मंगलौर में जीभी, बंजर, तीर्थन से आनी की ओर जाने वाला पुल टूटने की घटना उस समय हुई जब 10 पहियों वाला सीमेंट से लदा ट्रक पुल से गुजर रहा था. पुलिस गुजरते वक्त ट्रक गिर गया. यह घटना राष्ट्रीय राजमार्ग 305 की है. पुल टूटने से एनएच 305 पर वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से बंद हो गई है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार एसडीओ टहल सिंह ने कहा कि मंगलौर में एक 10 पहियों वाला सीमेंट से लदा ट्रक पुल से गिर गया और पुल ढह गया. फिलहाल, पुलिस स्टेशन बंजार की टीम मौके पर तैनात है. यातायात बहाने करने को लेकर काम जारी है. बताया जा रहा है कि ट्रक और सीमेंट की वजन से पुल टूट गया. एसडीओ बंजार टहल सिंह के मुताबिक यातायात का शुरू करने के लिए वैकल्पिक मार्ग बनाने के लिए मशीनें लगाई गई हैं. ट्रक चालक को मामूली चोटें आई हैं. वो जान खतरे से बाहर है. ट्रैफिक बंद होने से पूरी बंजार घाटी की आवाजाही ठप हो गई है. आनी जाने वाली गाड़ियां भी फंस गए हैं. बंजार के विधायक सुरेंद्र शौरी ने बताया कि ये पुल इस क्षेत्र की लाइफलाइन है. सरकार जल्द उसका निर्माण करवाए ताकि पर्यटन सीजन प्रभावित न हो. जानकारी के मुताबिक, इस पुल का निर्माण साल 1970 के आस पास हुआ था और औट से बंजार को आपस में जोड़ने के लिए ये एकमात्र सड़क मार्ग है. यहां से आर-पार होने के लिए दूसरा कोई वैकल्पिक मार्ग नहीं है।
हरी मिर्च किसानों की आर्थिकी करेगी मजबूत, कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर ने तैयार की तीन नई किस्में
शिमला: मिर्च की खेती किसानों के लिए हमेशा से फायदे का सौदा रही है. ये एक ऐसी फसल है जिसकी डिमांड हमेशा रहती है. इन दिनों यूपी के रामपुर में बड़ी संख्या में किसान हरी मिर्च की खेती कर रहे हैं. यहां की मिर्च कई बड़े शहरों में बिकने जाती है. खेतों से हर सीजन में हजारों ट्रक मिर्च तोड़ी जाती है. किसानों को इससे अच्छा मुनाफा हो रहा है. मिर्च की खेती रोजगार का बढ़िया साधन बनकर उभरी है. रामपुर के रहने वाले किसान पीतांबर बताते हैं कि वो कई साल से मिर्च की खेती कर रहे हैं. ये खेती उन्हें उनके दादा से विरासत में मिली थी. अब ये उनके लिए अच्छी आमदनी का जरिया बन गई है। हरी मिर्च में न तो सड़न रोग लगेगा और न ही इस मिर्च का पौधा मुरझाएगा। कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर में मिर्च पर शोध कर तीन नई किस्में तैयार की हैं। रोग प्रतिरोधक क्षमता और खाने में तीखे स्वाद से भरपूर इन मिर्चों की विवि ने अलग-अलग किस्में तैयार की हैं। कृषि विवि की ओर से तैयार की गई इन संकर किस्मों का अनुमोदन राज्य स्तरीय कृषि अधिकारी कार्यशाला में किया जा चुका है। इनकी व्यावसायिक खेती करने के लिए इनका प्रारूप राज्य वेरिएंटल विमोचन समिति को भेज दिया है, जो जल्द ही किसानों के खेतों तक पहुंच जाएंगी। विवि का इसे प्रदेश के किसानों की आर्थिकी मजबूत करने में एक महत्वपूर्ण योगदान माना जा रहा है लेकिन हरी मिर्च के सफल उत्पादन में फल सड़न और जीवाणु मुरझान रोग मुख्य चुनौती है। प्रदेश के मध्य पर्वतीय क्षेत्रों में इस रोग की अधिक समस्या रहती है लेकिन अब इस रोग की प्रतिरोधी किस्में विकसित करने में प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। विवि ने पहली बार आनुवंशिक नर बांझपन प्रणाली का प्रयोग करके मिर्च की तीन संकर किस्में हिम पालम मिर्च हाईब्रिड-1, हिम पालम मिर्च हाईब्रिड-2 एवं हिम पालम मिर्च हाईब्रिड-3, विकसित की हैं जो न सिर्फ जीवाणु मुरझान रोग प्रतिरोधी हैं, बल्कि कई विशेषताओं से सुसज्जित हैं। विवि की इन तीन किस्मों में ऊपर की ओर लगने वाले हिम पालम मिर्च हाईब्रिड-1 किस्म मूसलाधार बारिशवाले क्षेत्रों में खेती के लिए उपयुक्त है। हल्के हरे रंग की हिम पालम मिर्च हाईब्रिड-2 व तीसरी किस्म हिम पालम मिर्च हाईब्रिड-3 गहरे हरे रंग की है। यह खाने में तीखी होती हैं। प्रो. नवीन कुमार, कुलपति कृषि विवि, पालमपुर ने बताया कि प्रदेश कृषि विवि पालमपुर की ओर तैयार की गई इन तीन किस्मों में प्रदेश के किसानों की आर्थिकी में काफी सुधार होगा। शोध में मिर्च का उत्पादन भी बढ़ा है। इसमें हिम पालम मिर्च हाईब्रिड-1 की उपज क्षमता 220-265 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है। हिम पालम मिर्च हाईब्रिड-2 की उपज क्षमता 275-325 क्विंटल प्रति हेक्टेयर व तीसरी हिम पालम मिर्च हाईब्रिड-3 के औसत उपज क्षमता 275-350 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है।
हनुमान का जन्म स्थान और कैसे हुआ जन्म, जानने के लिए क्लिक कीजिए यहां ?
धार्मिक कथा के अनुसार हनुमान जी भगवान शिव का 11वां रुद्र अवतार है। उनके जन्म को लेकर कहा जाता है कि, जब विष्णु जी ने धर्म की स्थापना के लिए इस धरती पर प्रभु श्री राम के रूप में जन्म लिया, तब भगवान शिव ने उनकी मदद के लिए हनुमान जी के रूप में अवतार लिया था। दूसरी ओर राजा केसरी अपनी पत्नी अंजना के साथ तपस्या कर रहे थे। इस तपस्या का दृश्य देख भगवान शिव प्रसन्न हो उठें और उन दोनों से मनचाहा वर मांगने को कहा। शिव जी की बात से माता अंजना खुश हो गई और उनसे कहा कि मुझे एक ऐसा पुत्र प्राप्त हो, जो बल में रुद्र की तरह बलि, गति में वायु की गतिमान और बुद्धि में गणपति के समान तेजस्वी हो। माता अंजना की ये बात सुनकर शिव जी ने अपनी रौद्र शक्ति के अंश को पवन देव के रूप में यज्ञ कुंड में अर्पित कर दिया। बाद में यही शक्ति माता अंजना के गर्भ में प्रविष्ट हुई। फिर हनुमान जी का जन्म हुआ था। हनुमान जयंती के दिन बजरंगबली को चमेली के तेल में मिश्रित सिंदूर का चोला चढ़ाएं. अक्षत, कनेर, गुड़हल या गुलाब के पुष्प चढ़ाएं. नैवेद्य में मालपुआ, बेसन के लड्डू अर्पित करें. ‘
Hanuman Jayanti 2025 Live: आज पूरे देश में मनाया जा रहा है जन्मोत्सव, जानें शुभ मुहूर्त,मंत्र और पूजा विधि
आज का पंचांग, 12 अप्रैल 2025: आज चैत्र पूर्णिमा व्रत, स्नान, दान, हनुमान जयंती और शनिवार व्रत है. आज चैत्र शुक्ल पूर्णिमा तिथि, हस्त नक्षत्र, व्याघात योग, विष्टि करण, पूर्व का दिशाशूल और कन्या राशि में चंद्रमा है. सुबह से शाम तक पाताल की भद्रा है. आज चैत्र पूर्णिमा के दिन सुबह में स्नान और दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है. पितरों के लिए तर्पण, दान करते हैं, इससे पितृ दोष मिटता है. चैत्र पूर्णिमा की शाम माता लक्ष्मी और चंद्रमा की पूजा करते हैं. दिन में सत्यनारायण भगवान की पूजा और कथा सुनते हैं. चैत्र पूर्णिमा को ही हनुमान जी का जन्म हुआ था, इसलिए आज हनुमान जन्मोत्सव मनाया जा रहा है. हनुमान जी के मंदिरों में विशेष पूजा अर्चना हो रही है. आज हनुमान चालीसा का पाठ, हनुमान मंत्रों का जाप करने से लाभ मिलता है. बजरंगबली को पान का बीड़ा, लड्डू, इमरती, नारियल आदि का भोग लगाते हैं. मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए आप सुंदरकांड का पाठ कर सकते हैं. आज शनिवार व्रत भी है. आज हनुमान जी की पूजा करने से कुंडली का शनि और मंगल दोष मिटता है. जो लोग शनिवार का व्रत रखते हैं, वे शनि देव के साथ हनुमान जी की पूजा करें. उनको साढ़ेसाती और ढैय्या के दुष्प्रभाव से मुक्ति मिलेगी. आज शनि देव को शमी के फूल, काला तिल, सरसों के तेल, गुलाब जामुन आदि अर्पित करें. शनिवार व्रत कथा सुनें. उनकी कृपा से आपके कष्ट मिटेंगे और कार्य सफल होंगे. आपको गरीब, बीमार और असहाय लोगों की मदद करनी चाहिए. शनिवार को काला कंबल, नीले कपड़े, शनि चालीसा, लोहा, जूते, चप्पल आदि का दान करना चाहिए. आप हमेशा अपने नौकरों और अधीनस्थ लोगों के साथ अच्छा बर्ताव करें. आपसे शनि देव प्रसन्न रहेंगे. आज के पंचांग से जानते हैं चैत्र पूर्णिमा और हनुमान जयंती के मुहूर्त, सूर्योदय, चंद्रोदय, भद्रा, राहुकाल, दिशाशूल, चौघड़िया आदि।
आज का पंचांग, 12 अप्रैल 2025
आज की तिथि- पूर्णिमा – 05:51 ए एम, अप्रैल 13 तक, उसके बाद वैशाख कृष्ण प्रतिपदाआज का नक्षत्र- हस्त – 06:08 पी एम तक, चित्राआज का करण- विष्टि – 04:35 पी एम तक, बव – 05:51 ए एम, अप्रैल 13 तक, बालवआज का योग- व्याघात – 08:41 पी एम तक, फिर हर्षणआज का पक्ष- शुक्लआज का दिन- शनिवारचंद्र राशि- कन्या
सूर्योदय-सूर्यास्त और चंद्रोदय-चंद्रास्त का समय
सूर्योदय- 05:59 ए एमसूर्यास्त- 06:45 पी एमचन्द्रोदय- 06:18 पी एमचन्द्रास्त- 05:53 ए एम, अप्रैल 13
हनुमान जयंती के शुभ मुहूर्त
ब्रह्म मुहूर्त: 04:29 ए एम से 05:14 ए एमअभिजीत मुहूर्त: 11:56 ए एम से 12:48 पी एमअमृत काल: 11:23 ए एम से 01:11 पी एमविजय मुहूर्त: 02:30 पी एम से 03:21 पी एमनिशिता मुहूर्त: 11:59 पी एम से 12:44 ए एम, अप्रैल 13
दिन का शुभ चौघड़िया मुहूर्त
शुभ-उत्तम: 07:35 ए एम से 09:10 ए एमचर-सामान्य: 12:22 पी एम से 01:58 पी एमलाभ-उन्नति: 01:58 पी एम से 03:34 पी एमअमृत-सर्वोत्तम: 03:34 पी एम से 05:09 पी एम
रात का शुभ चौघड़िया मुहूर्त
लाभ-उन्नति: 06:45 पी एम से 08:09 पी एमशुभ-उत्तम: 09:33 पी एम से 10:57 पी एमअमृत-सर्वोत्तम: 10:57 पी एम से 12:21 ए एम, अप्रैल 13चर-सामान्य: 12:21 ए एम से 01:46 ए एम, अप्रैल 13लाभ-उन्नति: 04:34 ए एम से 05:58 ए एम, अप्रैल 13