वाराणसी : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को यहां सपा और कांग्रेस पर सीधा हमला बोला। कहा, परिवारवाद और भ्रष्टाचार की राजनीति देश के लिए बड़ा खतरा हैं। उनसे सबसे बड़ा नुकसान युवाओं को होता है। वे युवाओं को आगे आने का मौका नहीं देतीं। मोदी ने कहा कि हम गैर सियासी परिवारों के एक लाख युवाओं को राजनीति में लाएंगे जो भ्रष्टाचार और परिवारवादी राजनीति का खात्मा करेंगे। उन्होंने यूपी और काशी के युवाओं का आह्वान किया कि वे राजनीति में बदलाव की नई धुरी बनने के लिए आगे आएं। प्रधानमंत्री सिगरा स्पोर्ट्स कांप्लेक्स परिसर में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। सभा के पूर्व उन्होंने देश, प्रदेश और काशी से जुड़ी 61 सौ करोड़ रुपयों से अधिक के प्रोजेक्ट का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। इनमें सिगरा स्पोर्ट्स कांप्लेक्स, बाबतपुर एयरपोर्ट के विस्तारीकरण समेत 32 सौ करोड़ रुपये की परियोजनाएं काशी से जुड़ी हैं। मोदी ने कहा कि 10 वर्ष पहले तक देश में सिर्फ लाखों-करोड़ों रुपयों के घोटालों और उनसे घिरी सरकारों की चर्चा होती थी। काशी ने मुझे तीसरी बार सेवा का अवसर दिया है। उसके सवा सौ दिन भी पूरे नहीं हुए हैं और 15 लाख करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं की घर-घर चर्चाएं शुरू हो गई हैं। उन्होंने कहा, देश यही बदलाव तो चाहता है जहां जनता का पैसा जनता पर खर्च हो, देश के विकास में लगे।
लोकार्पित और शिलान्यास की गईं परियोजनाओं से होने वाले फायदों की चर्चा करते हुए मोदी के तेवर धीरे-धीरे आक्रामक होते गए। बोले, हमने सबका साथ-सबका विकास के भाव से विकास किया है। नेक नीयत से देश के एक-एक परिवार की चिंता की है। उसका परिणाम है कि देश लगातार हमें आशीर्वाद दे रहा है। हरियाणा विधानसभा चुनाव में लगातार तीसरी बार जीत मिली है, जम्मू-कश्मीर में सबसे अधिक वोट मिले हैं। मोदी यहां से आक्रामक तेवर में आ गए-‘युवाओं को सोचना चाहिए कि आखिर 10 वर्ष पहले तक काशी को विकास के लिए क्यों तरसाया गया, क्यों उसकी उपेक्षा होती रही? देश और प्रदेश की सरकारों में जो लंबे समय तक रहे, उनके लिए काशी क्यों नहीं प्राथमिकता रही? प्रधानमंत्री ने निशाना साधते हुए जवाब भी दिया-‘परिवारवाद और तुष्टीकरण के चलते काशी को विकास के लिए तरसाया गया। कांग्रेस और सपा जैसे दल विकास में हमेशा भेदभाव करते रहे हैं। उनके लिए बनारस कभी प्राथमिकता में नहीं रहा। ऐसे दलों की परिवारवादी राजनीति देश के लिए बड़ा खतरा है।प्रधानमंत्री ने कहा, हमने लाल किले से संकल्प लिया है कि देश के उन एक लाख युवाओं को राजनीति में लाएंगे जिनके परिवारों का राजनीति से दूर-दूर तक संबंध नहीं है। वे युवा परिवारवादी राजनीति का खात्मा करेंगे। यूपी और काशी के भी युवा नई राजनीति की धुरी बनने के लिए आगे आएं। उन्होंने काशी के सांसद के रूप में कहा-‘मैं यहां के भी युवाओं को आगे लाने के लिए संकल्पित हूं। उन्होंने कहा कि आज काशी एक बार फिर विकास के प्रतिमानों का केन्द्र बनी है।
केंद्रीय नागरिक विमानन किंजारापु राममोहन नायडू ने कहा कि हमारा उद्देश्य सिर्फ एयरपोर्ट निर्माण करना नहीं बल्कि हवाई यात्रियों को सुलभ और आमजन को भी हवाई जहाज से यात्रा कराना है। कहा कि 31 अक्तूबर को उड़ान योजना के आठ सफल साल पूरे करने जा रहे हैं। योजना के तहत 83 नए एयरपोर्ट चालू किए हैं। दरभंगा एयरपोर्ट का शिलान्यास कर रहे हैं। 2020 के पहले वहां पर सिविल एविएशन का नामो-निशान नहीं था। जब से हमने एयरपोर्ट बनाया है वह इतना बड़ा हो गया है कि पूरे देश और विश्वभर की कनेक्टिविटी बढ़ गई है। बताया कि प्रधानमंत्री ने 2017 में शिमला से दिल्ली के लिए पहली फ्लाइट की शुरुआत की थी और 7 साल में 6000 उड़ान रूट को शुरू किया है। तकरीबन एक करोड़ 40 लाख लोग इसके तहत यात्रा कर चुके हैं। केवल यूपी में 87 उड़ान रूट ऑपरेट किए जा रहे हैं। पिछले 10 सालों में उत्तर प्रदेश अकेला ऐसा राज्य है, जहां 10 से ज्यादा एयरपोर्ट चल रहे हैं।
दीवाली से पहले काशी को 3300 करोड़ का उपहारः योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एक ओर जहां इंफ्रास्ट्रक्चर में रोजगार के नए-नए माध्यम सृजित हुए हैं। वहीं देश के अंदर आम नागरिक के जीवन से जुड़ी स्वास्थ्य, शिक्षा तथा अन्य योजनाएं भी नए रूप में देखने को मिली हैं। सौभाग्य है कि नए भारत के नेतृत्वकर्ता के रूप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काशी से प्रतिनिधित्व करते हैं। 10 वर्ष में बदलती काशी को पूरा देश-दुनिया देख रही है। इस दौरान यहां 44 हजार करोड़ की परियोजनाएं स्वीकृत हुई हैं। 34 हजार करोड़ से अधिक की परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं, जबकि 10 हजार करोड़ से अधिक की परियोजनाएं निर्माणाधीन हैं। दीवाली से ठीक पहले काशीवासियों को 3300 करोड़ की परियोजनाओं उपहार मिला है। वहीं संबोधन से पूर्व प्रधानमंत्री ने कांची कामकोटि पीठ के शंकराचार्य जगद्गुरू शंकर विजयेन्द्र सरस्वती को रुद्राक्ष की माला समेत अन्य भेंट देकर आशीर्वाद लिया। शंकरा आई फाउंडेशन के चेयरमैन मुरली कृष्णमूर्ति, चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉ. आरवी रमणी ने प्रधानमंत्री को स्मृति चिन्ह भेंट किया। इस दौरान राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, डॉ. बालासुब्रमण्यम, रेखा झुनझुनवाला मौजूद रहे।