साइंस क्विज में गुरूकुल ने झटके पुरस्कार…

सोलन : सोलन के दयानंद आदर्श विद्यालय में आयोजित विज्ञान प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में गुरूकुल स्कूल के छात्रों ने बेहतर प्रदर्शन करते हुए पुरस्कार जीते। स्कूल प्रिंसिपल लखविंद्र कौर अरोड़ा ने बताया कि इस विज्ञान प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में शहर के 11 विद्यालयों ने भाग लिया । इसमें गुरुकुल इंटरनेशनल सीनियर सेकेंडरी स्कूल के हार्दिक श्रीवास्तव और … Read more

प्रदेश में सुक्खू सरकार से नहीं मिला सुख, 9 महीनों में एक भी गारंटी नहीं हुई पूरी : महेंद्र धर्माणी

घुमारवीं : अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव प्रियंका गांधी विधानसभा चुनाव में दी गई 10 गारंटियों की बात न करके केवल राजनीतिक बयान बाजी करके प्रदेश की जनता को गुमराह करने का प्रयास कर रही है। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता महेंद्र धर्माणी ने कहा कि 2022 के विधानसभा चुनाव के दौरान प्रियंका गांधी ने चुनावी रैलियां में प्रदेश की जनता को 10 गारंटियों के बारे में झूठे वादे करके प्रदेश में कांग्रेस की सरकार तो बनवा दी, लेकिन अब 9 माह के बाद एक भी गारंटी को पूरा नहीं किया जा सका।

महेंद्र धर्माणी ने कहा कि आपदा आने के दो माह के बाद प्रियंका गांधी को हिमाचल की याद आई है। उसमें भी वह विशुद्ध राजनीतिक बयानबाजी करके झूठ के आंकड़े देकर प्रदेश की भोली-भाली जनता को गुमराह कर रही है। भाजपा की केंद्र सरकार द्वारा लगभग 1000 करोड़ की मदद के बावजूद भी प्रदेश सरकार आपदा प्रभावित लोगों तक सहायता राशि पहुंचाने में असफल रही है।

आपदा से प्रभावित प्रदेश के हजारों लोग अभी भी शिवरों में रह रहे हैं। उनके भोजन व आवास की स्थाई व्यवस्था करने में प्रशासन पूरी तरह फेल है। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि आज प्रदेश की सड़कों की हालत खराब है और यातायात सुचारू रूप से बहाल नहीं हो पा रहा है।

महेंद्र धर्मानी ने आरोप लगाते हुए कहा कि आज सरकार के मंत्री व विधायक प्रदेश के विकास में रुचि न लेकर दूसरे के विरुद्ध बयान बाजी से अपने राजनीतिक स्वार्थ पूरा करने में व्यस्त हैं जिससे प्रदेश का विकास अवरुद्ध हो गया है। उन्होंने प्रियंका गांधी से आग्रह किया है कि वह आपदा के समय में दलगत राजनीति छोड़कर प्रदेश की सुक्खू सरकार से जनता को दी गई 10 गारंटियों को पूरा करवाए।

धारटीधार के ‘अनिल कुमार’ को राजभाषा हिन्दी में उत्कृष्ट कार्य के लिए पहला पुरस्कार

नाहन : सिरमौर के धारटीधार क्षेत्र की बिरला पंचायत के डाबरिया के अनिल कुमार ने राजभाषा हिन्दी में उत्कृष्ट शासकीय कार्य करने की श्रेणी में प्रथम स्थान हासिल किया है। बहुउद्देशीय परियोजनाएं एवं विद्युत विभाग में लिपिक के पद पर प्रदेश सचिवालय में तैनात अनिल कुमार को ये सम्मान भाषा एवं संस्कृति विभाग द्वारा राज्य स्तरीय राजभाषा हिन्दी समारोह में प्रदान किया गया।

हिन्दी दिवस के मौके पर ये कार्यक्रम शिमला के गेयटी थियेटर (Gaity Theatre) में आयोजित किया गया था। अनिल कुमार ने सचिवालय कर्मचारी वर्ग में प्रथम स्थान हासिल किया है।

—-आपको बता दें कि सरकारी विभागों में साल भर शासकीय कार्यों को हिन्दी में करने वाले कर्मचारियों का मूल्यांकन किया जाता है। इसके आधार पर ही पुरस्कार प्रदान किए जाते हैं। अनिल कुमार ने कहा कि ये पुरस्कार हासिल कर वो बेहद ही गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। हिन्दी राष्ट्रभाषा है। इससे जुड़ा सम्मान मिलना प्रोत्साहित करता है, साथ ही हौसला अफजाई भी हुई है।

शिमला में सब्जी ऑन व्हील की हुई शुरुआत, पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर किया लॉन्च

शिमला : हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला से प्राकृतिक खेती योजना के तहत सब्जी ऑन व्हील की शुरुआत की गई। इस योजना के जरिए हर मोहल्ले में प्राकृतिक उत्पाद उपलब्ध हो सकेंगे। बागवानी विभाग के सचिव सी. पालरासू ने शिमला से गाड़ियों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। शुरुआत में इसे पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर चलाया जाएगा। पायलट प्रोजेक्ट की सफलता पर इसे प्रदेश भर में शुरू किए जाने की योजना है।

बागवानी विभाग के सचिव सी. पालराससू ने बताया कि साल 2018 में इस योजना की प्राकृतिक उत्पाद से जुड़ी योजना की शुरुआत की गई थी। सरकार के निर्देश पर नए पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत की जा रही है। इससे जनता में जागरूकता लाने की भी कोशिश होगी। सब्जी ऑन व्हील के जरिए मार्केट रेट पर ही उपभोक्ताओं को यह प्राकृतिक सब्जियां उपलब्ध हो सकेंगी।

शुरुआत में हफ्ते में एक बार यह गाड़ी मोहल्ले में आएगी। विभाग को उम्मीद है कि यह पायलट प्रोजेक्ट सफल होगा। धीरे-धीरे प्रदेश भर में लोग इस योजना को पसंद करेंगे।

पुलिस ने 2 किलो 485ग्राम अफीम के साथ तस्कर किया गिरफ़्तार

सोलन: पुलिस थाना अर्की के अंतर्गत पुलिस टीम सुराग बुरारी मादक पदार्थ अधिनियम के तहत इलाके में गश्त कर रही उसी दौरान करीब शाम 5.30 बजे शाम गुप्त सूचना के आधार पर उक्त टीम द्वारा गलोग की तरफ से आ रही आल्टो 800 कार को चैकिंग के लिये रोका गया तो गाडी उपरोक्त के चालक ने पुछने पर पुलिस टीम को अपना नाम बाबू राम निवासी बिलासपुर बतलाया। जब कार की तलाशी ली गई तो कार के सीट कवर में एक कैरी बैग के अन्दर 4 पैकेट्स रखे हुए थे जो बरामद कर लिए गए है। जब इन पैकेट्स को चैक किया गया तो इन चारों पैकेटों में अफीम पाई गई। जिसे तोलने पर यह अफीम का कुल वजन 02 किलो 485 ग्राम पाया गया। वही इस सन्दर्भ में थाना अर्की में अभियोग पंजीकृत करके उपरोक्त आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है, जिसे आज अदालत में पेश किया जाएगा।

अर्की में चचेरे भाई ने जादू टोने के शक पर भाई पर किया तेजधार हथियार से हमला

सोलन: हिमाचल प्रदेश के अर्की में चचेरे भाई द्वारा तेजधार हथियार से हमला करने का मामला सामने आया है। पीड़ित सुधांशु शर्मा (22) निवासी गांव बनेड़ी ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है। 

शिकायतकर्ता ने बताया कि मेरे मकान के साथ ही चचेरे भाई का घर है। कहा कि बीती शाम को इंस्टीट्यूट से कंप्यूटर क्लास के बाद जैसे ही वो घर पहुंचा तो चचेरा भाई घर के अंदर घुसा और दरवाजे पर चाकू लेकर खड़ा हो गया। इसके बाद चचेरा भाई गोपाल पुत्र (25) राजेंद्र सिंह निवासी ने उसे गले से पकड़ा और उसको कमरे में ले गया। कमरे में तीन बार चाकू से हमला किया। 

पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी के परिजनों ने बताया कि गोपाल मानसिक तौर पर परेशान है,जिसने अपने सिर के बाल काट रखे थे और खुद पर जादू -टोने होने की बात कर रहा है।

नूह हिंसा पर पुलिस का बड़ा एक्शन, कांग्रेस विधायक मामन खान गिरफ्तार

Mamman Khan: नूंह हिंसा से जुड़े मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कांग्रेस विधायक मामन खान को गिरफ्तार किया है. नूंह मामले में पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन मामन खान नहीं पेश हुए. जिसके बाद कांग्रेस विधायक ने हाई कोर्ट में जमानत की अर्जी लगाई थी. आज मामन खान की कोर्ट में पेशी है.

हरियाणा के नूंह में 31 जुलाई को हिंसा हुई थी। पुलिस ने हिंसा फैलाने के आरोप में देर रात फिरोजपुर-झिरका से कांग्रेस विधायक मामन खान को गिरफ्तार कर लिया है। DSP सतीश कुमार ने बताया कि खान को राजस्थान से अरेस्ट किया गया है। इस मामले में उनसे पूछताछ की जा रही है। खान को शुक्रवार को अदालत में पेश किया जाएगा।

उधर, विधायक के गांव भादस और आसपास के क्षेत्र को पुलिस ने पूरी तरह सील कर दिया है। भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। खान पर आरोप है कि वे हिंसा के दौरान दंगाईयों के संपर्क में थे। इसके अलावा उन पर सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट कर हिंसा भड़काने का आरोप है। पुलिस ने पूछताछ के लिए मामन खान को दो बार नोटिस जारी कर बुलाया, पर वे जांच में शामिल नहीं हुए। मामन ने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर कर हिंसा मामले की निष्पक्ष जांच और सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की थी।

गुरुवार को हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। इसके बाद अगली सुनवाई के लिए 19 अक्टूबर की तारीख तय की गई। नूंह हिंसा में 7 लोगों की मौत हुई थी और 100 से ज्यादा लोग जख्मी हुए थे।

दो दिन पहले मोनू मानेसर की गिरफ्तारी हुई थी
इससे पहले नूंह हिंसा के आरोपी मोनू मानेसर को मंगलवार को हरियाणा पुलिस ने गिरफ्तार किया था। नूंह कोर्ट ने उसे राजस्थान पुलिस की कस्टडी में भेज दिया। मोनू का नाम राजस्थान के निवासी नासिर-जुनैद के हत्याकांड में भी आया था।

अभिषेक के घर पर CM ने दे दिए थे संकेत
मामन की गिरफ्तारी से पहले ही मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा था कि खान कहीं भी चले जाएं, अगर वे आरोपी हैं तो उनके खिलाफ सरकार कड़ी कार्रवाई करेगी। इस बयान से एक दिन पहले मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्‌टर नूंह हिंसा में मारे गए VHP कार्यकर्ता अभिषेक के परिजनों से मिलने उनके घर गए थे। परिजनों को उन्होंने भरोसा दिलाया था कि नूंह हिंसा के आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा।

इससे पहले सूबे के गृह मंत्री अनिल विज भी बयान दे चुके हैं कि 28, 29 और 30 जुलाई को मामन खान जिन जगहों पर गए थे, वहां हिंसा हुई थी। इसके अलावा दूसरे कई भाजपा नेता मामन खान को नूंह हिंसा का मास्टरमाइंड बता चुके हैं।

विधानसभा का बयान बना गले की फांस
विधानसभा के बजट सत्र के दौरान मामन खान ने सदन में नासिर-जुनैद हत्याकांड के आरोपी मोनू मानेसर की गिरफ्तारी को लेकर भाजपा विधायक सत्यप्रकाश जरावत के साथ बहस की थी। इस दौरान दोनों ही विधायकों में काफी गरमा-गरमी भी हो गई थी। तब मामन खान ने मोनू को प्याज की तरह फोड़ देने की बात कही थी।

विधानसभा में रिकॉर्ड है उनका बयान
उनका यह बयान विधानसभा के रिकॉर्ड में है। नूंह हिंसा के बाद मामन खान का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। अभी तक यही माना जा रहा था कि उस समय विधानसभा की कार्यवाही से इस विवादित बयान को हटवा दिया गया था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अब चूंकि बयान विधानसभा के रिकॉर्ड में है तो पुलिस इस मामले में भी मामन खान से पूछताछ कर सकती है।

बता दें नूंह में 31 जुलाई को विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के नेतृत्व वाली शोभायात्रा पर भीड़ द्वारा हमला किया गया था। हिंसा में छह लोगों की मौत हो गई थी। बगल के गुरुग्राम में एक मस्जिद पर हुए हमले में एक मौलवी की मौत हो गई थी।

दशहरे से पहले बहाल नहीं हो पाएगा पंडोह डैम के पास क्षतिग्रस्त हुआ नेशनल हाईवे

मंडी : मंडी से कुल्लू तक नेशनल हाईवे (NH) और निर्माणाधीन फोरलेन को दशहरे से पहले बहाल करने की जो बात कही गई थी वो बात पूरी होती नजर नहीं आ रही है। पंडोह डैम के पास जहां हाईवे बड़ी मात्रा में धंसा है वहीं इसे बहाल करना एनएचएआई (NHAI)के लिए टेड़ी खीर साबित हो रहा है। पांच दिन पहले यहां जमीन पर बड़ी-बड़ी दरारें पड़ गई थी और निर्माणाधीन रोपवे को भी खतरा उत्पन्न हो गया था। इसके बाद डीसी मंडी अरिंदम चौधरी ने मौके पर जाकर एनएचएआई और रोप-वे बनाने वाली कंपनी को इसे बचाने का रास्ता सुझाने के निर्देश दिए थे। अब एनएचएआई के निर्देशों पर सड़क मरम्मत के कार्य में कुछ बदलाव किया गया है। वहीं, यहां पर सड़क बहाली के लिए पिछले पांच दिनों से चले काम को भी वीरवार से फिर से शुरू कर दिया गया है। इन्हीं सब वजहों से इस कार्य में देरी हो रही है और एनएचएआई ने जो लक्ष्य तय किया है वो पूरा होता हुआ नजर नहीं आ रहा है।

दशहरे से पहले हाईवे को बहाल करने की पूरी कोशिश
नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के प्रोजेक्ट डायरेक्टर वरूण चारी ने बताया कि पंडोह डैम के पास पांच दिनों बाद हाईवे की मरम्मत का कार्य शुरू कर दिया गया है। यहां जमीन पर पड़ रही दरारों को देखने के लिए रोप-वे कंपनी और एनआईटी की एक टीम आई थी। सभी के आपसी विमर्श के बाद डिजाइन में बदलाव किया गया है। जिससे काम बार-बार बाधित हो रहा है। ऐसे में कार्य को देखकर लग रहा है कि दशहरे से पहले हाईवे को पूरी तरह से बहाल करने में दिक्कत पेश आ सकती है। लेकिन हम पूरी तरह से दिन-रात इस कार्य में जुटे हुए हैं।

मंडी में आपदा का दंश झेल रहा घ्राण स्कूल, किराए के भवन में चल रही कक्षाएं

मंडी : हिमाचल प्रदेश में आई प्राकृतिक आपदा का दंश आम लोगों के साथ-साथ स्कूली बच्चों को भी झेलना पड़ रहा है। बहुत से ऐसे स्कूल हैं जो इस आपदा के कारण क्षतिग्रस्त हो गए हैं। इन स्कूलों का संचालन अब निजी भवनों में किया जा रहा है। ऐसा ही एक स्कूल मंडी जिला मुख्यालय से 10 किमी की दूरी पर घ्राण गांव में स्थित है।

सीनियर सकेंडरी स्कूल घ्राण का भवन 9 और 10 जुलाई को आई बाढ़ के कारण पूरी तरह से क्षतिग्रसत हो गया था, जिससे स्कूल का 1 करोड़ 60 लाख का नुकसान  हुआ है। स्कूल प्रबंधन ने घ्राण के साथ लगते सुम्मा गांव में लोगों के घरों पर 8 कमरे, एक हॉल, चार शौचालय और दो खेत किराए पर लिए हैं, जिनमें स्कूल का संचालन किया जा रहा है। स्कूल प्रधानाचार्या रीनू शर्मा ने बताया कि स्कूल के सही संचालन के लिए कुछ और कमरों की जरूरत है। यदि वे मिल जाएं तो बेहतरीन ढंग से स्कूल का संचालन हो सकता है।

स्कूल संचालन के लिए सुम्मा गांव के 70 वर्षीय बुजुर्ग परमदेव ने अपनी डेढ़ बीघा नीजि भूमि को स्कूल भवन बनाने के लिए दान में दी है। स्कूल प्रबंधन जब नया भवन बनाने के लिए जमीन तलाशने लगे तो उन्हें कहीं पर भी जमीन नहीं मिली। ऐसे में परमदेव से गांव वालों ने संपर्क किया तो उन्होंने तुरंत इसके लिए हामी भर दी और अपनी डेढ़ बीघा जमीन दान देने के लिए राजी हो गए। लेकिन परमदेव की यह जमीन अभी तक स्कूल के नाम नहीं हो पाई है। स्कूल प्रबंधन समिति ने सरकार से मांग उठाई है कि जल्द से जल्द जमीन को नाम पर करके भवन बनाने का कार्य शुरू किया जाए। स्कूल में कक्षा 6ठी से लेकर 12वीं तक 231 बच्चें पढ़ते हैं और इन्हें स्कूल के नए भवन के बनने का इंतजार है। बच्चों ने बताया कि उनकी पढ़ाई तो सही ढंग से चल रही है, लेकिन स्कूल जैसा माहौल नहीं मिल पा रहा है। स्कूल में अभी तक लैब आदि की सुविधा भी नहीं है। इन्होंने सरकार से भवन को जल्द से जल्द बनाने की गुहार लगाई है।

Anantnag Encounter: अधूरा रह गया सपना! नए घर पहुंचा शहीद आशीष धौंचक का पार्थिव शव

पानीपत : जम्मू एवं कश्मीर में आतंकियों से लोहा लेते हरियाणा के पानीपत जिले के मेजर आशीष धौंचक शहीद हो गए. शुक्रवार सुबह उनका पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव पहुंच गया है. जैसे ही पानीपत के सेक्टर-7 स्थित घर में उनकी पार्थिव देह पहुंची, मानों कोहराम मच गया. हजारों की संख्या में श्रद्धांजलि देने के लिए लोग मेजर के आवास पुहंचे हैं. प्रशासनिक अधिकारी और ग्रामीण यहां पहुंचे हुए हैं. सेक्टर 7 में लोगों ने तिरंगे में लिपटे मेजर का फूल बरसाए. ग्रामीणों का काफिला तिरंगे के साथ, वंदे मातरम जैसे नारों के साथ शहीद मेजर आशीष के पार्थिव शरीर के साथ चलता रहा. बता दें कि पानीपत के सेक्टर-7 में ही आशीष का परिवार किराये के मकान पर रहता है. पहले पार्थिव शरीर को यहां लाया गया है. फिर अब पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव बिंझौल ले जाया जाएगा. यहीं पर उनका अंतिम संस्कार होगा.  मेजर आशीष के तीन बहनों के इकलौते भाई थे. उनकी दो साल की बेटी है और पत्नी है. फिलहाल, सेक्टर सात से अब उनके शव काे TDI सिटी स्थित शहीद के नए घर में लाया गया.यहीं पर अगले महीने शहीद को शिफ्ट होना था. ऐसे में शहीद मेजर आशीष का शव उनके सपनों के घर पहुंच गया है.

शाहिद मेजर आशीष के चाचा दिलावर सिंह ने बताया की कुछ दिन पहले ही उनकी बातचीत हुई थी. घर के बारे में हाल-चाल जाना था. सब के बारे में बात की थी. उन्होंने बताया कि अक्टूबर महीने में आशीष को घर आना था और किराए के मकान में अपने नए मकाम में शिफ्ट होना था. चाचा ने बताया, करीब डेढ़ महीना पहले आशीष घर पर भी आए थे.आशीष के दादा का कहना है कि हमें अपने बेटे पर गर्व है. उन्होंने बताया कि जब आशीष घर पर आता था तो सबसे मेलजोल रखता था. सब के साथ हंसी मजाक मिलना जुलना रहता था. वहीं, उन्होंने बताया कि आशीष खेलकूद में भी अच्छा था और काफी टैलेंटेड लड़का था. आशीष के पड़ोसी और ग्रामीण नरेंद्र ने बताया कि मोदी जी के पास बहुत अच्छा मौका है. उन्होंने कहा कि सारी जिंदगी बीत गई बदला लेते-लेते, लेकिन अब देश को ऐसा कुछ करना चाहिए कि पाकिस्तान को बिल्कुल धूल में ही मिला दिया जाए.