



शिमला: हिमाचल प्रदेश के कई भागों में लगातार जारी बारिश से दुश्वारियां बढ़ गई हैं। भूस्खलन, बाढ़ से राज्य में शनिवार सुबह 10:00 बजे तक दो नेशनल हाईवे सहित 376 सड़कें बंद रहीं। राज्य में 524 बिजली ट्रांसफार्मर व 145 जल आपूर्ति योजनाएं भी प्रभावित हैं। इससे कई इलाकों में विद्युत व पेयजल आपूर्ति ठप है। मंडी जिले में सबसे अधिक 203 सड़कें, 458 बिजली ट्रांसफार्मर व 44 जल आपूर्ति योजनाएं प्रभावित हैं। शिमला में भी फिलहाल माैसम खराब बना हुआ है। शहर के विकासनगर में टीसीपी कार्यालय के पास भूस्खलन से सुबह यातायात ठप रहा। यहां गाड़ियां भी मलबे की चपेट में आईं। चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे यातायात के लिए फिर से बंद हो गया है। मंडी से पनारसा तक अनेकों स्थानों पर भूस्खलन की घटनाएं होने से हाईवे बंद हो गया है। नाै मील, जागर नाला, पंडोह डैम के पास कैंची मोड़, दयोड़, जोगणी माता मंदिर, दवाड़ा फ्लाईओवर, झलोगी और शनि मंदिर क्षेत्र में भूस्खलन हुआ है। कुछ स्थानों पर नालों का पानी व मलबा हाईवे पर बह रहा है। हाईवे बंद होने के कारण बड़ी संख्या में वाहन और लोग फंसे रहे। अभी बारिश का दौर लगातार जारी है जिसके चलते मलबा हटाने का कार्य शुरू नहीं किया जा सका है। जैसे ही बारिश थमेगी तो उसके बाद ही मलबा हटाने का कार्य शुरू होगा। मंडी जिले में पिछले तीन दिनों से लगातार बारिश का कहर देखने को मिल रहा है। हालांकि, बारिश रुक-रुक कर हो रही है लेकिन इससे हाईवे पर भूस्खलन की घटनाएं लगातार हो रही हैं। पुलिस लाइन सोलन के समीप लगातार फोरलेन धंस रहा है। यहां पर बीते दिन हुई बारिश से फिर से दरारें आ गई हैं। यह दरारें काफी बड़ी हो चुकी हैं। इससे पहले भी यहां पर हल्की दरारें आई थीं और एक लेन काफी पहले से बंद कर दी गई है। बावजूद इसके यहां पर अब पूरी तरह से इस सड़क के गिरने का खतरा मंडरा गया है। यहां पर पहले ही फोरलेन निर्माण पर सवाल खड़े हो रहे थे। निर्माण कंपनी ने कच्ची मिट्टी पर फोरलेन तैयार कर दिया था जो बनने के बाद ही धंसना शुरू हो गया था।माैसम विज्ञान केंद्र शिमला की ओर से राज्य के कई भागों में 22 अगस्त तक बारिश का दाैर जारी रहने का पूर्वानुमान जताया है। 16 से 19 अगस्त तक कुछ स्थानों पर भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। बीती रात को श्रीनयना देवी में 160.6, पालमपुर 101.4, पंडोह 72.4, मंडी 62.4, कोठी 48.2, मालरांव 35.0, जोगिंद्रनगर 32.0, धर्मशाला 28.4, करसोग 28.2, सराहन 28.0, बिलासपुर 25.8 व नाहन में 22.9 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। प्रदेश में इस मानसून सीजन में 20 जून से 20 अगस्त तक 257 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। 331 लोग घायल हुए हैं। 37 लोग अभी भी लापता हैं। इस दाैरान 124 लोगों की सड़क हादसों में माैत हुई है। बादल फटने, भूस्खलन, बाढ़ से अब तक 2,726 कच्चे-पक्के घरों, दुकानों को क्षति हुई है। 2,157 गोशालाएं भी क्षतिग्रस्त हुई हैं। 1,625 पालतु पशुओं की माैत हुई है। नुकसान का कुल आंकड़ा 2,14,403.32 लाख रुपये पहुंच गया है।