



नेशनल डेस्क: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मानसून सत्र की शुरुआत में समाजवादी पार्टी (सपा) पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि सपा अपने शासनकाल में व्यापारियों पर अत्याचार करती रही और उन्हें ‘गुंडा टैक्स’ देना पड़ता था। इसके साथ ही उन्होंने सपा को लोकतंत्र के “मुखौटे” के पीछे छिपने वाला दल बताया। मुख्यमंत्री ने संभल, बहराइच और गोरखपुर में सपा की नकारात्मक राजनीति पर निशाना साधा। उन्होंने विशेष रूप से विपक्षी नेता माता प्रसाद पांडेय को चेतावनी दी कि वह दूसरों के स्वार्थ के लिए मोहरे न बनें। योगी आदित्यनाथ ने बताया कि उन्होंने गोरखपुर के पुराने बाज़ार क्षेत्र में चल रहे हेरिटेज कॉरिडोर परियोजना का खुद निरीक्षण किया है। यह परियोजना शहर के पुराने बाज़ार घंटाघर और गीताप्रेस जैसे प्रतिष्ठित स्थलों को जोड़ेगी। उन्होंने कहा कि सड़क विस्तार और जाम मुक्त करने के काम से व्यापारियों को फायदा होगा और सभी प्रभावितों को उचित मुआवज़ा दिया जाएगा। योगी ने याद दिलाया कि सपा शासन के दौरान गोरखपुर और आसपास के इलाकों में इंसेफेलाइटिस से हर साल सैकड़ों बच्चों की मौत होती थी, लेकिन कोई कदम नहीं उठाया गया। उन्होंने कहा, “स्वास्थ्य, शिक्षा और विकास सपा की प्राथमिकता कभी नहीं रही।” मुख्यमंत्री ने कहा कि व्यापारियों ने सपा शासनकाल में गुंडा टैक्स और शोषण की कड़वी यादों के कारण सपा नेताओं के दौरे का विरोध किया। उन्होंने कहा, “व्यापारी सपा के शोषण को नहीं भूल पाए हैं, इसलिए उनका विरोध स्वाभाविक है।
विकास विरोधी राजनीति का आरोप
योगी आदित्यनाथ ने सपा को विकास विरोधी बताते हुए कहा कि उनकी पार्टी हर कदम पर विकास में बाधा डाल रही है। उन्होंने संभल कांड का जिक्र करते हुए कहा कि उनकी सरकार क्षेत्र में फैली नकारात्मकता को खत्म करने के लिए अभियान चला रही है। मुख्यमंत्री ने कहा, “भाजपा और एनडीए सरकारें विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं, लेकिन सपा इसे बर्दाश्त नहीं कर सकती।