



नेशनल डेस्क : भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच एक भावुक और राहत भरी खबर सामने आई है। बीएसएफ (BSF) का जवान पुर्नम कुमार साहू , जो गलती से पाकिस्तान की सीमा में चले गए थे, 20 दिन बाद बुधवार सुबह 10:30 बजे उनकी वतन वापसी हुई। पाकिस्तान की हिरासत में रहने के बाद जवान को अटारी-वाघा बॉर्डर से भारत को सौंपा गया।
क्या हुआ था मामला?
23 अप्रैल को बीएसएफ के जवान पुर्नम कुमार साहू गलती से सीमा पार करते हुए पाकिस्तान की सीमा में चले गए थे। इसके बाद उन्हें पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने हिरासत में ले लिया और 20 दिनों तक अपनी कस्टडी में रखा। भारत सरकार ने इस मुद्दे को गंभीरता से लिया और राजनयिक और सैन्य स्तर पर पाकिस्तान पर दबाव बनाया। भारतीय पक्ष की सख्त प्रतिक्रिया के बाद आखिरकार पाकिस्तान ने जवान को भारत को सौंपने का फैसला किया। बता दें कि DGMO लेवल पर बातचीत के बाद BSF जवान को छोड़ा गया है। हालांकि, अभी जवान को मेडिकल जांच के लिए ले जाया गया है। जिसके बाद जवान से पूछताछ होगी और फिर उन्हें घर जाने दिया जाएगा।
अटारी-वाघा बॉर्डर से वापसी
जवान पुर्नम कुमार साहू को 14 मई को अटारी-वाघा बॉर्डर के रास्ते भारत को सौंपा गया। उनकी वापसी के साथ ही बीएसएफ और जवान के परिवार में खुशी और राहत की लहर दौड़ गई। बीएसएफ जवान पी.के. साहू की सुरक्षित वापसी यह दिखाती है कि भारत अपने हर एक सैनिक की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है। सरकार की कूटनीतिक दृढ़ता और सुरक्षा एजेंसियों की तत्परता ने यह सुनिश्चित किया कि जवान बिना किसी नुकसान के अपने देश लौट सके।