



New Canada Foreign Minister, Anita Anand: कनाडा में एक नया इतिहास रचा गया है। देश के ओकविल ईस्ट से सांसद अनीता आनंद को कनाडा का नया विदेश मंत्री नियुक्त किया गया है। यह पहली बार है जब किसी हिंदू विरासत की महिला ने इस प्रतिष्ठित पद को संभाला है। 13 मई को अनीता ने भगवद गीता पर हाथ रखकर शपथ ली और प्रधानमंत्री मार्क कार्नी के नेतृत्व में गठित विविधता से भरे मंत्रिमंडल की अहम सदस्य बनीं। उनके साथ तीन और भारतीय मूल के नेता—मनिंदर सिद्धू, रूबी सहोता और रणदीप सराय—भी सरकार में अहम जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।
अनीता की मां तमिलियन हैं और पिता पंजाबी मूल के हैं
58 वर्षीय अनीता आनंद तमिल और पंजाबी विरासत से आती हैं। उनकी मां सरोज तमिल और पिता एस. वी. आनंद पंजाबी मूल के डॉक्टर थे। उनका जन्म और पालन-पोषण केंटविल, नोवा स्कोटिया में हुआ। शिक्षा के क्षेत्र में उन्होंने क्वीन्स यूनिवर्सिटी से लेकर ऑक्सफोर्ड तक का सफर तय किया। 2019 में जब वे ओकविल से सांसद बनीं, तब वे हाउस ऑफ कॉमन्स में पहली हिंदू महिला थीं।
रक्षा मंत्री तथा सार्वजनिक सेवा और खरीद मंत्री भी रह चुकी हैं
अनीता ने मंत्री रहते हुए लगातार मजबूत प्रदर्शन किया है। 2019 से 2021 तक सार्वजनिक सेवा और खरीद मंत्री के रूप में उन्होंने कोविड -19 वैक्सीन की आपूर्ति सुनिश्चित की। उन्हें लाखों खुराक की खरीद के लिए वैश्विक सराहना मिली। इसके बाद वे राष्ट्रीय रक्षा मंत्री बनीं और उन्होंने न केवल कनाडाई सेना के आधुनिकीकरण पर काम किया, बल्कि यूक्रेन संकट के दौरान सैन्य समर्थन का नेतृत्व भी किया। अब विदेश मंत्री के रूप में उन्हें अमेरिका के साथ व्यापार और सुरक्षा के जटिल संबंधों को संभालना है। दूसरी तरफ, ब्रैम्पटन ईस्ट से सांसद 42 वर्षीय मनिंदर सिद्धू व अंतरास्ट्रीय व्यापार मंत्री की जिम्मेदारी दी गई है। वे पंजाब में जन्मे और बचपन में ही कनाडा आ गए थे। टोरंटो विश्वविद्यालय से पढ़ाई के बाद वे रियल एस्टेट और सामुदायिक आयोजक के रूप में सक्रिय रहे। 2019 में राजनीति में आए सिद्धू ने व्यापार विविधीकरण और भारत सहित इंडो-पैसिफिक क्षेत्र से संबंध मजबूत करने पर जोर दिया। उनकी पंजाबी विरासत और भाषा में पकड़ ने उन्हें दक्षिण एशियाई समुदाय से गहरे जोड़े रखा है। ब्रैम्पटन के मेयर ने भी उनकी व्यापारिक समझ की सराहना की है