



नेशनल डेस्क: स्टार रेसलर और पेरिस ओलंपिक में मेडल से चूकने वालीं विनेश फोगाट के सामने इनाम के तौर पर हरियाणा सरकार ने तीन विकल्प दिए थे. मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने फोगाट को जो ऑप्शन दिए थे, उनमें सरकारी नौकरी या 4 करोड़ केश अवॉर्ड या हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण का प्लॉट था. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जुलाना से कांग्रेस विधायक फोगाट ने अपना फैसला ले लिया है और सरकार को भी इसकी जानकारी दे दी है.फोगाट ने 4 करोड़ का कैश अवॉर्ड चुना है. उन्होंने खेल विभाग को इसके बारे में बता दिया है. फोगाट के फैसले के बाद अब इसपर आगे की प्रक्रिया होगी. दरअसल, विनेश फोगाट ने बजट सत्र के दौरान विधानसभा में सरकार के वादे का मुद्दा उठाया था. उन्होंने कहा था कि सरकार ने उन्हें सिल्वर मेडल के बराबर सम्मान की घोषणा की थी. आठ महीने हो गए, लेकिन मान-सम्मान नहीं मिला. इसपर सीएम सैनी ने जवाब दिया था कि विनेश अब कांग्रेस की विधायक हैं. फिर भी उन्हें सरकारी नौकरी, प्लॉट या 4 करोड़ रुपये कैश का विकल्प दिया जाएगा. वह जो चाहें चुन सकती हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की खेल नीति के तहत खिलाड़ियों को रजत पदक विजेता के समान ये तीनों प्रकार के लाभ दिए जाते हैं. फोगाट पेरिस ओलंपिक के 50 किलोग्राम भार वर्ग के फाइनल में पहुंची थीं. 7 अगस्त 2024 को अपने मैच से ठीक पहले उनका वजन 50 किलोग्राम से 100 ग्राम ज्यादा था. ओलंपिक में खिलाड़ी को अपने वजन वर्ग में ही रहना होता है. वजन से कुछ ग्राम ज्यादा होने पर उसे अयोग्य घोषित कर दिया जाता है. 6 अगस्त को पहली बार वजन मापने पर उनका वेट 49.9 किलोग्राम था. 7 अगस्त 2024 को सीएम नायब सिंह सैनी ने एक्स पर पोस्ट किया था, विनेश, आप भारत का गौरव हैं और हर भारतीय के लिए प्रेरणा हैं. अपनी अद्भुत खेल प्रतिभा से आपने ओलंपिक के मंच पर भारत को गौरवान्वित किया है. हरियाणा समेत पूरा देश आपके साथ खड़ा है. उन्होंने आगे लिखा कि आपने हर चुनौती का डटकर सामना किया है. हमें अपनी बेटी पर पूरा भरोसा है कि आप सभी बाधाओं को पार कर भारत का नाम रोशन करती रहेंगी. भारत का गौरव, हमारी बेटी, विनेश फोगट. अगले दिन उन्होंने लिखा, न केवल प्रदेश को बल्कि पूरे देश को विनेश फोगट पर गर्व है. विनेश फोगट को सरकार की ओर से रजत पदक विजेता को मिलने वाले सभी लाभ मिलेंगे. 8 अगस्त 2024 को फोगाट ने कुश्ती से संन्यास की घोषणा की. 6 सितंबर 2024 को वह कांग्रेस में शामिल हो गईं और जुलाना विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ीं. उन्होंने 6,000 से ज्यादा वोटों से जीत हासिल की।