



लाइव हिमाचल/शिमला : हिमाचल प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के चौथे दिन सदन में जबरदस्त हंगामा हुआ. प्रश्नकाल के दौरान हमीरपुर से भाजपा विधायक आशीष शर्मा ने आरोप लगाया कि चुनाव के दौरान सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू की पत्नी और मौजूदा विधायक कमलेश ठाकुप देहरा विधानसभा क्षेत्र की कुछ महिला मंडलों के बैंक खातों में कांगड़ा बैंक से धनराशि ट्रांसफर की गई है. उन्होंने पूछा कि यह ट्रांजेक्शन किस आधार पर हुआ और इसकी जांच केंद्रीय एजेंसी से करवाई जानी चाहिए. उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने जवाब में कहा कि इस मामले की जानकारी जुटाई जा रही है, क्योंकि बैंकिंग प्रक्रियाओं में समय लगता है. उन्होंने कहा कि अगर विधायक आशीष शर्मा के पास पहले से ही जानकारी है, तो वे सरकार से सवाल क्यों पूछ रहे हैं? उपमुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि जैसे ही बैंक से पूरी सूचना मिलेगी, उसे सदन में प्रस्तुत किया जाएगा. इस जवाब पर विपक्ष ने नाराजगी जताई. नेता प्रतिपक्ष जय राम ठाकुर ने कहा कि हर बार जब सरकार किसी सवाल का जवाब नहीं देना चाहती, तो यही कहा जाता है कि जानकारी जुटाई जा रही है. उन्होंने उपमुख्यमंत्री के बयान को आपत्तिजनक बताते हुए कहा कि यह लोकतंत्र को कमजोर करने वाला बयान है. जय राम ठाकुर ने मांग की कि सरकार सत्र समाप्त होने से पहले स्पष्ट करे कि क्या केवल देहरा विधानसभा क्षेत्र में महिला मंडलों को पैसा दिया गया या अन्य विधानसभा क्षेत्रों में भी ऐसा हुआ? उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा कि 2019 के लोकसभा चुनावों के दौरान प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत लाखों किसानों के खातों में पैसे डाले गए थे, जिससे पूरे देश में चुनाव प्रभावित हुआ था. इस बयान पर विपक्ष भड़क उठा और सदन में हंगामा शुरू हो गया. भाजपा विधायकों ने सरकार पर चुनावी धांधली के आरोप लगाए और कहा कि महिला मंडलों के खातों में पैसा ट्रांसफर करना और किसानों को सम्मान निधि देना—दोनों मामलों की तुलना करना गलत है.
भाजपा विधायक विक्रम ठाकुर ने कहा कि सरकार सवालों से बचने के लिए गलत तुलनाएं कर रही है. उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान महिला मंडलों के खातों में पैसे डालना एक गंभीर मुद्दा है और इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए. उपमुख्यमंत्री ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि जब भाजपा सत्ता में थी, तब भी कई मामलों में जानकारी जुटाने की बात कही जाती थी. लेकिन अब जब कांग्रेस सरकार ऐसा कर रही है, तो भाजपा को परेशानी हो रही है. सरकार के जवाबों से असंतुष्ट भाजपा विधायकों ने सदन में नारेबाजी शुरू कर दी और विरोध जताते हुए विधानसभा से वॉकआउट कर दिया. विपक्ष के वॉकआउट के बाद उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि यह पहले से तय था कि विपक्ष को सदन से बाहर जाना ही था, क्योंकि उनके पास सरकार के खिलाफ कोई ठोस मुद्दा नहीं बचा है. उन्होंने विपक्ष के इस रवैये को ‘सदन की परंपराओं के खिलाफ’ बताया और कहा कि अगर भाजपा के पास कोई ठोस प्रमाण हैं, तो वे सरकार के समक्ष प्रस्तुत करें, न कि केवल हंगामा करें।