



लाइव हिमाचल/दिल्ली: हेरियाणा के चरखी दादरी के गांव मंदोला के यदुवंशी शिक्षा निकेतन स्कूल में 12-13 छात्रों को बंद कमरे में डंडों से पीटने का मामला सामने आया है. इस घटना से नाराज अभिभावकों ने स्कूल गेट पर ताला जड़ दिया और जमकर हेंगामा किया. ग्रामीणों ने ठोस कार्रवाई की मांग की. स्कूल चेयरमैन और पूर्व विधायक राव बहादुर सिंह ने हाथ जोड़कर गलती मानी, लेकिन ग्रामीण पुलिस कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे. अभिभावक शमशेर सिंह सांगवान की अगुवाई में ग्रामीण शीला देवी, बनी सिंह और संजय ने आरोप लगाया कि 26 जनवरी को महेंद्रगढ़ के सतनाली स्थित स्कूल की ब्रांच में वार्षिक उत्सव और गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम में मंदोला स्कूल से स्टाफ और छात्र गए थे. वहां स्कूल प्रबंधन ने छात्रों पर सीसीटीवी कैमरे तोड़ने और चोरी के आरोप लगाते हुए 13-14 बच्चों को कमरे में बंद कर डंडों से पीटा. बच्चों ने घर आकर परिजनों को इसकी जानकारी दी. जब अभिभावकों ने स्कूल प्रशासन से बात करने की कोशिश की, तो उन्हें कोई सही जवाब नहीं मिला. इसके बाद गुस्साए अभिभावकों ने बुधवार को स्कूल के गेट पर ताला जड़ दिया. पीड़ित बच्चों ने आरोप लगाया कि उनकी झूठी वीडियो बनाई गई और धमकी दी गई. मौके पर पहुंचे स्कूल चेयरमैन राव बहादुर सिंह ने गलती मानी और भविष्य में ऐसा न होने का आश्वासन दिया. गौरतलब है कि राव बहादुर सिंह नांगल चौधरी से पूर्व विधायक हैं और उन्होंने 2024 में भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट से जननायक जनता पार्टी (JJP) के टिकट पर चुनाव लड़ा था। स्कूल के डीन नौरंग लाल ने बताया कि फंक्शन में कुछ छात्रों ने अनुशासनहीनता की थी, जिसके कारण स्टाफ ने उनके साथ थोड़ी मारपीट की. उन्होंने माना कि मारपीट हुई है और यह गलती थी. उन्होंने ग्रामीणों से माफी मांगी और भविष्य में ऐसा न होने का वादा किया. गौरतलब है कि अभिभावकों ने बच्चों के शरीर पर लगी चोटों के निशान भी दिखाए. अभिभावक शीला देवी, अभिभावक और पीड़ित छात्र ने आरोपी टीचर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।