



लाइव हिमाचल/चंडीगढ़: आज देश 76वां गणतंत्र दिवस मना रहा है, और इस खास मौके पर पूरे देश में कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में पंजाब के अटारी-वाघा बॉर्डर पर भी बीटिंग रिट्रीट कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जो एक शानदार और देशभक्ति से भरा हुआ आयोजन है। आइए जानते है इस खबर को विस्तार से…
अटारी-वाघा बॉर्डर पर अद्भुत प्रदर्शन
गणतंत्र दिवस के इस मौके पर बीएसएफ (सीमा सुरक्षा बल) के जवानों ने अटारी-वाघा बॉर्डर पर अपने बेहतरीन प्रदर्शन से सभी का दिल जीता। इस कार्यक्रम में जवानों ने अपने जोश और देशभक्ति से भरे कदमों से उत्साह भर दिया। बीटिंग रिट्रीट समारोह, जो भारतीय और पाकिस्तानी जवानों के बीच आपसी सौहार्द का प्रतीक है, आज खास तौर पर गणतंत्र दिवस के अवसर पर हुआ। बीटिंग रिट्रीट समारोह भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर दोस्ती और सहयोग की भावना को प्रगाढ़ करता है। यह आयोजन दोनों देशों के सैन्य बलों के बीच सामंजस्य और आपसी सम्मान को बढ़ावा देता है, साथ ही यह हर साल देशवासियों को शांति और भाईचारे का संदेश भी देता है। गणतंत्र दिवस के इस अद्भुत अवसर पर आयोजित इस कार्यक्रम ने पूरे देश को एकता, अखंडता और देशभक्ति के महत्व को और भी मजबूती से महसूस कराया। आपको बता दें कि अटारी (भारत) और वाघा (पाकिस्तान) बॉर्डर पर स्थित यह समारोह दोनों देशों के बीच दोस्ती और सौहार्द का प्रतीक बन चुका है। यहां हर रोज भारत और पाकिस्तान के जवान एक साथ मिलकर बीटिंग रिट्रीट समारोह का आयोजन करते हैं, जिसमें देशभक्ति के जोश से भरपूर झलकियां देखने को मिलती हैं।दरअसल, बीटिंग रिट्रीट समारोह की शुरुआत साल 1959 में हुई थी। यह एक ऐसी परंपरा बन गई है, जो भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर दोनों देशों की सेना द्वारा एकजुटता और शांति का संदेश देती है। यहां रोजाना बड़ी संख्या में पर्यटक इस समारोह का हिस्सा बनते हैं और इसे एक अद्भुत अनुभव मानते हैं। वाघा-अटारी बॉर्डर ग्रांड ट्रंक रोड पर स्थित है, जहां बीटिंग रिट्रीट का आयोजन सर्दियों में शाम 4 बजे और गर्मियों में शाम 5.15 बजे होता है। यहां प्रवेश का समय दोपहर 2-3 बजे के बीच होता है, और सीटें पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर दी जाती हैं। दरअसल, बीटिंग रिट्रीट समारोह भारत और पाकिस्तान के बीच सहयोग, शांति और आपसी सौहार्द का प्रतीक है। इस आयोजन के दौरान भारतीय सीमा सुरक्षा बल (BSF) और पाकिस्तानी रेंजर्स मिलकर झंडा उतारने और सीमा पर सुरक्षा की भावना को मजबूत करने के लिए एक साथ कदम उठाते हैं। गणतंत्र दिवस के मौके पर इस कार्यक्रम में बीएसएफ के जवानों का देशभक्ति से भरा हुआ अद्भुत प्रदर्शन देखने को मिला, जिसने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। यह समारोह न केवल भारत और पाकिस्तान के रिश्तों को एक सकारात्मक दृष्टिकोण से प्रस्तुत करता है, बल्कि दोनों देशों के नागरिकों के बीच आपसी समझ और भाईचारे को भी बढ़ावा देता है।