



लाइव हिमाचल/शिमला: हिमाचल प्रदेश विधानसभा के शीत सत्र के आखिरी दिन सदन की कार्यवाही के शुरू में ही खूब हंगामा हुआ। विधानसभा में भाजपा विधायकों ने बंद किए गए संस्थानों को लेकर कांग्रेस सरकार को खूब हमला बोला। इस दौरान सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक हुई और विपक्ष सदन से नारेबाजी करते हुए बाहर आ गया। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सदन के बाहर मीडिया से बाहर कहा, सरकार बार बार कह रही है नीड बेस्ड संस्थान खोले जाएंगे। मुख्यमंत्री और डिप्टी सीएम ने 11 दिसंबर को शपथ ली और 12 दिसंबर को 1000 से ज्यादा संस्थान बंद कर दिए। ऐसे में सरकार ने कब नीड बेस्ड सर्वे किया। उन्होंने कहा कि 1094 स्कूल इस सरकार ने दो साल में बंद कर दिए है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुक्खू सदन के भीतर झूठ बोलने के रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो स्कूल बंद किए गए हैं, उनमें ज्यादातर ट्राइबल एरिया के हैं, जहां बच्चों को दूर दराज के स्कूलों में जाने में परेशानी होती है। वहीं सत्तपाल सत्ती और सुरेंद्र शौरी ने करुणामूलक नौकरी से जुड़ा सवाल भी पूछा है। राज्य सरकार दो साल से पात्र आश्रितों को नौकरी नहीं दे पाई है। इसके लिए भर्ती एवं पदोन्नति नियम बदले जा रहे है। इस मुद्दे को भी बीजेपी आज हाउस में उठाएगी। सुक्खू ने कहा कि नौ मिनट 18 सेकंड विपक्ष के नेता बोले। अगर ये जनता के सच्चे सेवक थे तो अंतिम वर्ष में 1 अप्रैल 2022 के बाद संस्थान खोलने की क्या जरूरत थी। हमारी तरह पहले खोल देते। इस अवधि के पहले के 2-4 संस्थान बंद किए। सीएम ने कहा कि 675 स्कूलों में जीरो एनरोलमेंट थी। इस पर विपक्षी सदस्य नारेबाजी करते हुए सदन से बाहर चले गए। विधानसभा परिसर में जयराम ने कहा कि पूर्व में भाजपा सरकार की ओर से खोले 1865 संस्थान वर्तमान सरकार ने बंद किए। लेकिन वर्तमान दो साल में सरकार ने 37 संस्थान खोले और 103 की अतिरिक्त अधिसूचना जारी की।