



शिमला : प्रदेश के शिमला जिले के गुम्मा बाजार में बाहरी राज्यों से आए मुस्लिम समुदाय के 86 लोग व्यापार कर रहे हैं। इनमें 46 मुस्लिम कारोबारी ऐसे हैं, जिनके आधार कार्ड पर जन्मतिथि एक ही है, जो संदिग्ध प्रतीत हो रही है। ऐसे में गुम्मा व्यापार मंडल ने जांच की मांग करते हुए कोटखाई पुलिस थाने में मामले की शिकायत दी है। साथ ही कोटखाई व्यापार मंडल ने भी पुलिस को लिखित शिकायत पत्र देकर बाहरी राज्यों से आए लोगों के दस्तावेजों के निरीक्षण की मांग उठाई है। संदेह के आधार पर गुम्मा व्यापार मंडल ने कोटखाई पुलिस थाना में इसकी शिकायत दी है, जिसमें 88 कारोबारियों के दस्तावेज पुलिस को दिए और इनकी जांच की मांग की गई। व्यापार मंडल का दावा है कि 88 में से 46 लोगों की जन्म तिथि पहली जनवरी है। बर्थ ईयर जरूर अलग-अलग है। इनमें बाहरी राज्यों के चार हिंदू कारोबारी भी शामिल हैं। गुम्मा व्यापार मंडल के प्रधान देवेंद्र सिंह के मुताबिक उन्होंने बाहरी राज्यों से आए कारोबारियों के दस्तावेज की जांच की तो पता चला कि इनमें ज्यादातर प्रवासी कारोबारियों की डेट ऑफ बर्थ पहली जनवरी है। एक जैसी जन्म तिथि वाले ज्यादातर कारोबारी उत्तर प्रदेश के है। उनका कहना है कि संभव है कि अधैड़ लोगों को अपनी डेट ऑफ बर्थ याद ना हो। इसलिए ज्यादातर ने अपनी जन्म तिथि एक जनवरी लिखा दी होए लेकिन 2001 से 2009 के बीच जन्मे मुस्लिम युवाओं को भी अपनी जन्म तिथि याद नहीं है। इससे शक गहरा जाता है।