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Weather : हिमाचल में बारिश के कहर से 97 सड़कें बंद… बाढ़ की चेतावनी…

शिमला: देश के विभिन्न हिस्सों में मानसूनी बारिश का कहर जारी है। हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, गुजरात, मध्य प्रदेश, राजस्थान सहित कई राज्यों में कहीं हल्की तो कहीं तेज बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त है।  हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला और बिलासपुर में बृहस्पतिवार को भारी बारिश हुई। मंडी में दो वाहन मलबे में फंस गए। चालकों ने किसी तरह भागकर जान बचाई। इस बीच, प्रदेश के चंबा, मंडी, शिमला और सिरमौर के कई क्षेत्रों में शुक्रवार को बाढ़ की चेतावनी जारी हुई है। उधर, मध्य प्रदेश के गुना जिले में कुंभराज रेलवे का एक हिस्सा लगातार बारिश के कारण भरभराकर गिर गया। हालांकि, इसमें किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। हिमाचल प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में लगातार बारिश के बीच अभी 97 सड़कें, 45 बिजली ट्रांसफार्मर और 25 पेयजल योजनाएं ठप पड़ी हैं। कई क्षेत्रों में शुक्रवार को भी भारी बारिश के आसार हैं। मौसम विभाग ने भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। साथ ही 14 अगस्त तक मौसम खराब रहने की संभावना जताई है। मंडी में नौ मील के पास पहाड़ी से मलबा आने पर चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे बुधवार रात से करीब नौ घंटे बंद रहा। भूस्खलन और मलबा आने का पता चलने पर बिंद्रावणी और आर्मी ट्रांजिट कैंप में अस्थायी चौकी में तैनात पुलिस कर्मियों ने यातायात रुकवा दिया। इससे एनएच पर दोनों तरफ लंबा जाम लग गया। उधर, कुल्लू के श्रीखंड क्षेत्र में बादल फटने के बाद बागीपुल से लापता महिला का शव लूहरी में सतलुज नदी किनारे बरामद हुआ है। यहां एक ही परिवार के चार लोग लापता हो गए थे। अभी दो अन्य की तलाश जारी है। उत्तराखंड के पर्वतीय जिलों में शुक्रवार को भारी बारिश होने के आसार है। मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से देहरादून समेत, उत्तरकाशी, बागेश्वर, नैनीताल, चंपावत और ऊधमसिंह नगर जिले के कुछ इलाकों में गर्जना के साथ भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है। अन्य जिलाें में भी तेज बारिश होने की संभावना है। आने वाले दिनों की बात करें तो अगले पांच दिनों तक प्रदेश के पर्वतीय जिलों में गर्जन के साथ तेज दौर की बारिश हो सकती है। बृहस्पतिवार को बारिश के आंकड़ों पर नजर डालें तो दून के आशारोड़ी और सहस्रधारा में सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई। आशारोड़ी में 35.5 और सहस्रधारा में 27.5 एमएम बारिश हुई, जो प्रदेशभर में सबसे अधिक है, जबकि सबसे कम 10 एमएम बारिश रुड़की में हुई। अतिवृष्टि के एक सप्ताह बाद केदारनाथ यात्रा फिर शुरू हो गई है। पहले दिन हेलिकॉप्टर से 50 श्रद्धालुओं ने धाम पहुंचकर बाबा केदार के दर्शन किए। वहीं, केदारनाथ व लिनचोली से एमआई-17 सहित निजी हेलिकॉप्टर से 79 यात्रियों को केदारघाटी के हेलिपैड पहुंचाने के साथ ही आठ दिन से चला आ रहा रेस्क्यू अभियान खत्म हो गया है। अभियान में पैदल व हवाई मार्ग से कुल 12,906 यात्रियों और स्थानीय काे सकुशल रेस्क्यू किया गया। बृहस्पतिवार को सुबह साफ मौसम के बीच गुप्तकाशी और शेरसी हेलिपैड से ट्रांस भारत व हिमालयन हेलिकॉप्टर की केदारनाथ के लिए उड़ान के साथ यात्रा फिर शुरू हुई।  दोनों हेलिकॉप्टर ने पांच शटल में कुल 50 यात्री धाम पहुंचाए।

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