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चांद पर सफलता के बाद अब सूर्य पर कदम स्थिर भारत, इसरो ने जल्द ही लक्ष्य मिशन आदित्य एल-1:पीएम मोदी का शुभारंभ किया

**EDS: GRAB VIA ISRO’S YOUTUBE** Bengaluru: Prime Minister Narendra Modi addresses via video link after the Chandrayaan-3's successful landing on the Moon’s surface, Wednesday, Aug. 23, 2023. PM Modi is currently in South Africa to attend BRICS Summit. (PTI Photo) (PTI08_23_2023_000219A)
दिल्ली : चंद्रयान 3 ने रविवार को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंच के साथ ही इतिहास रच दिया है। चंद्रयान 3 ने चंद्रमा की सतह पर छह चार मिनट तक हमला किया। दक्षिणी ध्रुव पर पहुँचने वाला भारत पहला देश बन गया है। इससे पहले इस ध्रुव पर कोई देश नहीं पहुंच पाया है। चंद्रयान के सफल प्रक्षेपण के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को बधाई दी और उन्होंने इसरो को बधाई दी। चंद्रयान-3 की सफलता के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने नए मिशन की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि सूर्य गगनयान के साथ जल्द ही इसरो मिशन शुरू करने जा रहा है। चंद्रयान महाअभियान की इस उपलब्धि के बाद मोदी ने कहा कि भारत की उड़ान को चंद्रमा से आगे बढ़ाया जाएगा। हम अपने सौर्य मंडल की सीमाओं का महत्व परखेंगे और मानव के लिए ब्रह्मांड की अनेकता को साकार करने के लिए भी जरूर काम करेंगे।
हमने भविष्य के लिए कई बड़े और महत्वाकांक्षी लक्ष्य तय किये हैं। उन्होंने कहा कि जल्द ही इसरो (ISRO) के लिए सूर्य विस्तृत अध्ययन के लिए आदित्य एल1 मिशन लॉन्च किया जा रहा है। इसके बाद शुक्र भी इसरो के लक्ष्य में से एक है। गगनयान के माध्यम से देश अपने पहले मैहरन अंतरिक्ष उड़ान मिशन के लिए भी पूरी तैयारी के साथ भारत बार-बार ये साबित कर रहा है ‘स्काऊ नोर द लिमिट। इससे पहले मोदी ने कहा था कि उन्होंने कहा था कि जब हम अपनी आंखों के सामने ऐसा इतिहास दिखाते हैं। तो जीवन धन्य हो जाता है। ऐसी ऐतिहासिक घटनाएँ राष्ट्र जीवन की चिरंजीव स्वयं बन जाती हैं। ये पल अविस्मरणीय ये अपक्षयी है। ये विकसित हुआ भारत के शंखनाद का अंश। ये क्षण नए भारत के जयघोष ये क्षण कठिनाइयों के महासागर को पार करने का है। ये क्षण जीत के चंद्र पथ पर गति का है। ये क्षण 140 करोड़ दर्शकों की संख्या का है। ये क्षण भारत में नई ऊर्जा, नया विश्वास, नया अपना है. ये क्षण भारत के उदयमान भाग्य के आवेदन का है। 
अमृत ​​काल की प्रथम प्रभात में सफलता की ये अमृत वर्षा हुई है। हमने धरती पर संकल्प लिया और चांद पर उसे साकार किया। इंडिया इज नाऊ ऑन द मून। आज हम नए भारत की नई उड़ान के साथी बने। मोदी ने कहा कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी देश के भविष्य का आधार है। इसलिए आज के इस दिन को देश हमेशा के लिए-हमेशा के लिए याद दिलाएं। इस दिन हम सभी को स्थिर भविष्य की ओर बढ़ने के लिए प्रेरित किया। ये दिन हमें अपने संकल्पों की सिद्धि का रास्ता बताएं। ये दिन इस बात का प्रतीक है कि हार से लेकर जीत कैसे हासिल होती है। मोदी ने कहा कि मैं दक्षिण अफ्रीका में 15वीं ब्रिक्स समिति का हिस्सा लेने के लिए आया हूं। लेकिन हर देशवासी की तरह मेरा मन चंद्रयान महाभियान पर भी लगा है। नया इतिहास निर्मित ही हर भारतीय सितारा डूब गया। हर घर में उत्सव शुरू हो गया। मैं भी अपने देशवासियों के साथ, अपने परिवारजनों के साथ इस महंगाई और उल्लास से यात्रा पर गया हूं। 
मैं चंद्रयान टीम इसरो को और देश की सभी सेनाओं को बहुत-बहुत बधाई देता हूं। इस पल के लिए युवाओं ने सालों तक इतनी मेहनत की है। उत्साह, उत्साह और आनंद और भावुकता से इस पल के लिए 140 करोड़ देशवासियों को कोटि, कोटि बधाई देता हूं। जहां आज तक दुनिया का कोई देश नहीं पहुंच सका। आज के बाद से चांद से जुड़ेंगे मिथ्या बदल जायेंगे। नक्शे भी बदल जाएंगे और नई पीढ़ी के लिए कहावतें भी बदल जाएंगी। भारत में तो हम सभी लोग धरती को माँ भी कहते हैं और चाँद को माँ बुलाते हैं। कभी कहा जाता था कि चंदा मामा बहुत दूर के हैं। एक दिन वो भी आये। जब बच्चा कहेगा। चंदा मामा बस एक टूर के हैं।

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