



लाइव हिमाचल/ऊना:हिमाचल प्रदेश के जिला ऊना की ग्राम पंचायत धमांदरी के तहत सामने आई एक घटना में एक ही परिवार के पांच लोग एक कमरे में अचेत अवस्था में पाए गए हैं। इनमें उत्तर प्रदेश के बदायूं के रहने वाला दंपति और उनके तीन बच्चे शामिल हैं। बताया जा रहा है कि यह परिवार काफी लंबे अरसे से क्षेत्र में रहकर दिहाड़ी मजदूरी करते हुए जीवन-यापन कर रहा है। वीरवार सुबह प्रवासी श्रमिक जब काम पर निकलने लगे तो उन्होंने अपने ही एक साथी हरिचरण के कमरे से किसी प्रकार की कोई भी हरकत का न होना पाया। इसके बाद कमरे का दरवाजा खटखटाया गया। लेकिन अंदर से किसी भी प्रकार का उत्तर न आने पर उन्होंने तुरंत हरिचरण की बेटी और दामाद को इस मामले की सूचना दी और पंचायत प्रतिनिधियों को भी मौके पर बुलाया। लोगों ने जब कमरे का दरवाजा खोल कर देखा तो सभी लोग अंदर अचेत अवस्था में पड़े थे। जबकि कमरे में काफी ज्यादा उल्टियां भी की गई थी। लोगों को मामले को समझने में देर नहीं लगी और उन्होंने तुरंत 108 एंबुलेंस के माध्यम से सभी पांच लोगों को रीजनल अस्पताल ऊना पहुंचाया। इस परिवार ने रात को सोते समय अपने कमरे में सर्दी से बचने के लिए अंगीठी जलाई थी। संभवत: इसी से पैदा हुई गैस की चपेट में आने के चलते सभी लोग अचेत हो गए। इस प्रवासी परिवार में हरिचरण,उनकी धर्मपत्नी पिंकी, तीन बच्चों में धर्मेंद्र, करण और बंटी शामिल है। दूसरी तरफ अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर संजय मनकोटिया ने बताया कि इन लोगों में दो की हालत ज्यादा नाजुक है जिसमें से एक को गंभीर हालत के चलते पीजीआई चंडीगढ़ रैफर किया जा रहा है जबकि तीन लोग खतरे से बाहर हैं। उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति रात को सोते समय अपने कमरे में इस तरह की अंगीठी जलाने से परहेज करें यह जानलेवा हो सकता है।