



हिमाचल प्रदेश लोकसभा चुनाव और विधानसभा उपचुनाव में किसके सिर जीत का सेहरा सजेगा, इसके लिए काउंटडाउन शुरू हो चुका है। प्रदेश में लोकसभा की चार व विधानसभा की छह सीटों के नतीजे घोषित होंगे।
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Himachal Election Results Live: कड़ी सुरक्षा के बीच लोकसभा चुनाव और विधानसभा उपचुनाव के लिए मतगणना शुरू

खास बातें
हिमाचल प्रदेश लोकसभा चुनाव और विधानसभा उपचुनाव में किसके सिर जीत का सेहरा सजेगा, इसके लिए काउंटडाउन शुरू हो चुका है। प्रदेश में लोकसभा की चार व विधानसभा की छह सीटों के नतीजे घोषित होंगे। पढ़ें पल-पल के अपडेट…
लाइव अपडेट
हिमाचल प्रदेश में लोकसभा चुनाव और विधानसभा उपचुनाव में किसके सिर जीत का सेहरा सजेगा, इसके लिए काउंटडाउन शुरू हो चुका है। कड़ी सुरक्षा के बीच लोकसभा की चार व विधानसभा की छह सीटों के लिए मतगणना शुरू हो गई है।
हिमाचल में लोकसभा की चार और विधानसभा की छह सीटों के नतीजे आने से पहले ही भाजपा और भाजपा ने जश्न की पूरी तैयारी कर ली है। भाजपा की आेर से जहां मंडल स्तर पर 100-100 किलो लडुओं का इंतजाम किया गया है, वहीं कांग्रेस ने जश्न के लिए बैंड बाजे की एडवांस में बुकिंग कर ली है। दोनों ही राजनीतिक दल लोकसभा और विधानसभा के नतीजे अपने-अपने पक्ष में आने का दावा कर रहे हैं। हालांकि, दोनों चुनाव में किस दल को कितनी सीटें मिलेंगी, इस पर मंगलवार दोपहर बाद ही स्थिित क्लीयर हो पाएगी। चुनाव परिणाम आने के बाद हिमाचल के शहरों में पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों की धूम रहेगी। भाजपा और कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता अपने-अपने कार्यालय में तैनात रहेंगे। भाजपा कार्यकर्ता दीपकमल तो कांग्रेस राजीव भवन में सुबह से व्यस्त रहेंगे। हिमाचल में हुड़दंग न मचे, इसको लेकर पुलिस की ओर से भी पुख्ता इंतजाम कर दिए हैं। सार्वजनिक स्थलों में पुलिस बल तैनात रहेगा। इसके साथ ही संदिग्धों पर भी पूरी नजर रहेगी। पर्यटक स्थलों में एक दर्जन के ज्यादा पुलिस बल तैनात रहेगा।
लोकसभा चुनाव और विधानसभा उपचुनाव में किसके सिर जीत का सेहरा सजेगा, इसके लिए काउंटडाउन शुरू हो चुका है। प्रदेश में लोकसभा की चार व विधानसभा की छह सीटों के नतीजे घोषित होंगे।
कुछ देर में शुरू होगी मतगणना
हिमाचल प्रदेश की चार लोकसभा सीटों और छह विधानसभा सीटों के उपचुनाव के मतगणना थोड़ी देर में शुरू हो जाएगी। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सुबह आठ बजे मतगणना शुरू हो जाएगी।
मंडी सीट पर भाजपा-कांग्रेस के लिए अग्नि परीक्षा
मंडी सीट पर जीत-हार नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर और प्रदेश की कांग्रेस सरकार की भी परीक्षा लेगी। यहां दिग्गजों की प्रतिष्ठा दाव पर लगी हुई है। भाजपा में कंगना तो मात्र चेहरा बनकर चुनावी मैदान में उतरी हैं, लेकिन यहां जयराम ठाकुर की साख दाव पर हैं। इसी तरह कांग्रेस में राज परिवार से जुड़े विक्रमादित्य के साथ प्रदेश सरकार की साख दाव पर है।
बता दें कि मंडी संसदीय क्षेत्र से भाजपा की तरफ से कंगना रणौत, कांग्रेस से विक्रमादित्य सिंह, बहुजन समाज पार्टी के प्रकाश चंद भारद्वाज, राष्ट्रीय देव भूमि पार्टी के नरेंद्र कुमार, भारतीय परिवार पार्टी के विनय कुमार, हिमाचल जनता पार्टी के महेश सैणी उम्मीदवार है। जबकि निर्दलीय उम्मीदवार में आशुतोष महंत, दिनेश कुमार भाटी, राखी गुप्ता व सुभाष स्नेही शामिल हैं।
हिमाचल से हो सकती है कंगना की नई राजनीति पारी की शुरुआत
संसदीय सीट से अगर अनिभेत्री कंगना रणौत जीतती हैं तो उनकी राजनीतिक पारी की शुरूआत जन्मभूमि मंडी से होगी। वह अभिनय के क्षेत्र में प्रतिभा का लोहा मनवा चुकी हैं। वहीं, विक्रमादित्य सिंह मंडी सीट से चुनाव जीतते हैं तो यह उनकी राजनीतिक परीक्षा में बड़ी जीत होगी। कई चुनौतियों के बीच उनकी जीत होने पर नए सियासी समीकरण बनेंगे।
कंगना रणौत और विक्रमादित्य सिंह समेत आठ प्रत्याशी मैदान में
मंडी सीट पर देशभर की नजरें लगी हुई हैं। यहां से भाजपा प्रत्याशी अभिनेत्री कंगना रणौत हैं, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह हैं। आठ अन्य प्रत्याशी भी चुनावी मैदान में हैं। मगर मुख्य मुकाबला कंगना और विक्रमादित्य सिंह के बीच माना जा रहा है। दोनों के सियासी भविष्य का फैसला आज हो जाएगा।
लोकसभा चुनाव में देशभर में चर्चित सीट रही मंडी के लिए मतदान प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। मतगणना आज होगी। इसके लिए भी सभी प्रकार तैयारी हो चुकी हैं। आज संसदीय क्षेत्र मंडी के चुनावी रण में उतरे 10 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला होगा।
मतगणना की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। मंगलवार सुबह 8 बजे से मतगणना शुरू होगी। सभी मतगणना केंद्रों पर सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं।
– मनीष गर्ग, राज्य मुख्य निर्वाचन अधिकारी
हिमाचल प्रदेश में लोकसभा और 6 विधानसभा उपचुनावों के लिए 7 मई को अधिसूचना जारी होने के बाद नामांकन प्रक्रिया शुरू हुई थी। 14 मई को नामांकन का आखिरी दिन था और 15 मई नाम वापस लेने की अंतिम तारीख तय की गई थी। एक जून को मतदान हुआ था।