



.राष्ट्रपति के समक्ष आसरा के कलाकारों ने पेश की सिरमौरी नाटी
शिमला: शिमला के ऐतिहासिक गेयटी थिएटर में भारत की महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू के समक्ष प्रदेश की नृत्य विधाओं की झलक प्रदर्शित करने के लिए भाषा एवं संस्कृति विभाग हिमाचल प्रदेश द्वारा एक विशेष कोरियोग्राफिक सांस्कृतिक कार्यक्रम तैयार किया गया। इस कार्यक्रम में भारत की महामहिम राष्ट्रपति के अलावा प्रदेश के राज्यपाल श्री शिव प्रताप शुक्ल तथा अति विशिष्ट जन उपस्थित थे। यह जानकारी वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर एवं अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त लोक कलाकार जोगेंद्र हाब्बी ने प्रेस को जारी बयान में दी। प्रदेश की मशहूर कोरियोग्राफर श्रीमती पूनम शर्मा द्वारा तैयार किए गए इस कार्यक्रम में राजगढ़ के पझौता क्षेत्र की आसरा सांस्कृतिक दल के कलाकारों द्वारा सिरमौरी नाटी के अलावा किन्नौरी, लाहौली, कुल्लुवी, चंबयाली नाटी तथा लुड्डी नृत्य की सामूहिक प्रस्तुति दी गई। सांस्कृतिक कार्यक्रम में आसरा के सोलह कलाकारों ने रिहाल्टी गी, मुंजरा नृत्य, परात नृत्य, रासा नृत्य एवं ठोडा नृत्य आदि नृत्य विधाओं को आकर्षक एवं मनमोहक अंदाज में प्रदर्शित किया।
कार्यक्रम की शुरुआत सिरमौर के कलाकारों द्वारा सिरमौरी नाटी की झलक से हुई। उपरोक्त सभी जिलों के कलाकारों द्वारा अपने-अपने जिलों के नृत्य की प्रस्तुति के पश्चात फिनाले में देव संस्कृति को दर्शाते हुए जिला सिरमौर व कुल्लू की देव पालकियों के साथ सिरमौर जिला के आदिकालीन ठोड़ा नृत्य की झलक सराहनीय रही। कुल्लूवी नाटी व द्रुत गति में जिला सिरमौर के रासा नृत्य की झलक के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम समाप्त हुआ। ग़ौरतलब है कि आसरा संस्था के लोक कलाकारों ने इससे पूर्व महामहिम राष्ट्रपति महोदया के समक्ष भोपाल में, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के समक्ष दिल्ली के द्वारिका में और हिमाचल प्रदेश व प्रदेश से बाहर कई राज्यों में आयोजित किए गए जी 20 सम्मेलनों में सिरमौर के हाटी जनजातिय क्षेत्र के ठोडा, रासा तथा सिंहटू आदि नृत्य विधाओं का प्रदर्शन कर सिरमौर संस्कृति का मान बढ़ाया हैं। शिमला के गेयटी थिएटर में आयोजित हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम में जोगेंद्र हाब्बी के नेतृत्व में गोपाल हाब्बी रामलाल वर्मा अमिचंद मनमोहन सुनील इंद्रदेव चिरंजी देवीराम नरेश रविदत्त सरोज अनु आरती हेमलता व बिमला आदि कलाकारों ने सिरमौर की संस्कृति का प्रदर्शन किया।