



मंडी. हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला की कानून व्यवस्था की कमान एक बार फिर महिला आईपीएस कें हाथों में रहेगा. हिमाचल प्रदेश की सरकार ने बुधवार को पुलिस विभाग में बड़ा फेरबदल किया है, जिसमें एसपी मंडी सौम्या सांबशिवन को डीआईजी प्रोमोट कर पुलिस ट्रेनिग सेंटर कांगड़ा डरोह में प्रधानाचार्य लगाया गया है. उधर, कुल्लू जिला में बतौर एसपी अपनी सेवाएं दे रही साक्षी वर्मा को मंडी जिला का जिम्मा दिया गया है. साक्षी वर्मा 2014 बैच की आईएएस अधिकारी है और कुल्लू से पूर्व किन्नौर में भी बतौर एसपी भी अपनी सेवाएं दे चुकी हैं. एसपी बनने से पूर्व साक्षी वर्मा मंडी जिला के सुंदरनगर में प्रोबेशनर आईपीएस अधिकारी व शिमला में एसएसपी भी रह चुकी हैं. मंडी जिला को तीसरी बार यह सौभाग्य मिला है जब एक महिला आईपीएस अधिकारी के हाथों में कानूनी व्यवस्था की कमान होगी. सौम्या सांबशिवन से पूर्व आईपीएस अधिकारी शालिनी अग्निहोत्री मंडी जिला में बतौर एसपी अपनी सेवाएं दे चुकी हैं.
कौन हैं साक्षी वर्मा
साक्षी वर्मा मूलतः पंजाब के राजपुरा की रहने वाली हैं. इन्होंने अपने चौथे प्रयास में 28 साल की उम्र में यूपीएससी का एग्जाम क्रैक किया था और आईपीएस अधिकारी बनी. शिमला में बतौर एससपी रहते हुए साक्षी वर्मा ने नशे के काले कारोबार में संलिप्त अपराधियों की नाक में दम कर दिया था. नशा माफियाओं पर नकेल कसने के लिए इन्हें पूरे प्रदेश में लेडी सिंघम के नाम से भी जाना जाता है. बता दें कि हिमाचल की कांग्रेस सरकार ने लोकसभा चुनावों से पूर्व बुधवार को प्रशासनिक अधिकारियों में बड़ा फेरबदल किया है, जिसमें सरकार ने 19 आईएसएस व 12 आईपीएस अधिकारियों के दबादले और 2 आईपीएस अधिकारियों को प्रोमोट किया है. डीसी मंडी की अंरिदम चौधरी को स्पेशल सेक्रेटरी पावर लगाया गया है. वहीं, अब डीसी चंबा अपूर्व देवगन मंडी में जिला की कमान संभालते हुए नजर आएंगे.