



शिमला : हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. प्रदेश के मैदानी हिस्सों में शीतलहर चल रही है. तो वहीं मंडी और ऊना जिले में लगातार 2 दिन से न्यूनतम तापमान माइनस में रिकॉर्ड किया जा रहा है. मंडी में -0.2 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया है तो वहीं कुकुमसेरी में न्यूनतम तापमान -11.1 डिग्री रिकॉर्ड की गई है. मंगलवार सुबह कांगड़ा, बिलासपुर, हमीरपुर, सोलन और सिरमौर के कई इलाकों में कोहरा छाया रहा. इसका असर गाड़ियों की आवाजाही पर भी नजर आया.
मौसम विभाग के मुताबिक आने वाले कुछ दिनों तक मंडी, बिलासपुर, हमीरपुर, ऊना, कांगड़ा, सिरमौर और सोलन में कोहरा छाया रह सकता है. इधर, मंगलवार को शिमला और आसपास के इलाकों में धूप निकली. हालांकि, मौसम विभाग ने 17 जनवरी को कुछ जगहों पर बारिश के साथ बर्फबारी की संभावना जताई गई है. 18 से 22 जनवरी तक प्रदेशभर में मौसम साफ रह सकता है.
फसलों पर असर
बीते 4-5 महीनों से बारिश नहीं होने के कारण किसान खासे परेशान हो चुके हैं और अधिकतर जगह तो फसलें खराब भी होने लगी है. इन दिनों किसानों ने अपने खेतों में मटर, लहसुन, सरसों ,मूली, शलगम, गाजर जैसे फसल लगाए है, लेकिन बारिश नहीं होने की वजह से अब यह फसलें पीली पड़ने लगी है. सूखी ठंड और पाले का प्रकोप फलसों पर साफ नजर आने लगा है. जब इस बारे में किसानों से बात की तो उनका कहना है कि इन दिनों हमारे खेतों में सरसों, लहसुन , मटर, गोभी , मुल्ली, शलगम लगाई है, लेकिन बारिश नहीं होने के कारण अब फसले खराब होनी शुरू हो चुकी है. जिन जगहों पर पानी की कमी है वहां तो 90 फीसदी तक फसलें खराब हो चुकी है और पानी वाली जगह पर भी 30 फीसदी तक सुखी ठंड का असर फसलों पर साफ नजर आ रहा है. अगर आने वाले दिनों में भी बारिश नहीं हुई तो फसल पूरी तरह खराब हो जाएगी और हमारा खासा नुकसान हो जाएगा. अगर बात हिमाचल की करें तो पूरे हिमाचल में अधिकतर लोग खेती पर ही निर्भर रहते हैं. अगर फसलें ही अच्छी नहीं हुई तो किसान अपना गुजर बसर कैसे करेंगे.