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Junior Mehmood Passes away: नहीं रहे जूनियर महमूद, 67 साल की उम्र में दुनिया को कहा अलविदा…

दिल्ली: बॉलीवुड गलियारे से दिल को झकझोर देने वाली खबर सामने आ रही है कि दिग्गज एक्टर जूनियर महमूद का निधन हो गया है। उन्होंने 67 साल की उम्र में अपनी अंतिम सांस ली। वो पिछले काफी समय से कैंसर की बीमारी से जूझ रहे थे। अंत में एक्टर जिंदगी की जंग हार गए। ई टाइम्स से हुई बातचीत में जूनियर महमूद के दोस्त सलाम काजी ने जूनियर महमूद के गुजर जाने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि दिग्गज एक्टर ने गुरुवार को अपनी अंतिम सांस ली।

जूनियर महमूद काफी समय से कैंसर की बीमारी से जूझ रहे थे। बीते दिनों उन्होंने अपने दोस्तों जितेंद्र और सचिन पिलगाउंकर से मुलाकात भी की थी। अभिनेता ने दोस्तों से मिलने की इच्छा जताई थी। इस दौरान उनकी मुलाकात की फोटोज भी सामने आई थी, जिसमें जूनियर महमूद की हालत देख जितेंद्र की आंखे नम दिखी थीं। उनसे जॉनी लिवर ने भी मुलाकात की थी और फोटो को सोशल मीडिया पर शेयर किया था।

क्या थी जूनियर महमूद की आखिरी इच्छा?

जूनियर महमूद की आखिरी इच्छा की बात की जाए तो उन्होंने एनडीटीवी से बातचीत बताया था कि वो चाहते हैं कि जब वो मरें तो दुनियार बोले कि अच्छे आदमी थे। उनका मानना था कि लोग अगर उनके बारे में इतना बोलेंगे तो जीत हो गई।

आज 12 बजे किया जाएगा अंतिम संस्कार

मीडिया रिपोर्ट्स में दोस्त सलाम काजी के हवाले से बताया जा रहा है कि महमूद के लंग्स और लीवर में कैंसर था। साथ ही आंत में ट्यूमर की भी दिक्कत सामने आई थी। डॉक्टर्स ने भी बताया था कि उनका कैंसर चौथी स्टेज पर था और इसी वजह से उनकी सेहत लगातार बिगड़ रही थी। बीते कुछ दिनों में जूनियर महमूद को लाइफ सपोर्ट पर रखा गया था। वहीं, काजी के अनुसार ये भी कहा जा रहा है कि दिवंगत एक्टर जूनियर महमूद का अंतिम संस्कार शुक्रवार दोपहर 12 बजे सांता क्रूज वेस्ट में अंतिम संस्कार किया जाएगा।

265 से ज्यादा फिल्मों में किया काम

जूनियर महमूद के करियर की बात की जाए तो उनका नाम नईम सैय्यद था। उनका जन्म 15 नवंबर 1956 को हुआ था। उन्होंने अपने करियर में 265 से ज्यादा फिल्मों में काम किया था। एक्टर ने 7 भाषाओं की फिल्मों में काम किया था। उन्होंने मराठी फिल्मों का निर्देशन भी किया था। ‘जौहर महमूद इन हॉन्ग कॉन्ग’, ‘दो रास्ते’, ‘ब्रह्मचारी’, ‘आन मिलो सजना’, ‘हरे राम हरे कृष्णा’, ‘हाथी मेरे साथी’, ‘कटी पतंग’, ‘गुरु और चेला’, ‘बॉम्बे टू गोवा’ जैसी उनकी कुछ खास फिल्में रही हैं।

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