



सोलन : जिला सोलन की अध्यक्षा चंचल सोनी ने कहा कि पिछले लगभग तीन से चार वर्षों से सरकारी स्कूलों में प्री नर्सरी टीचर भर्ती सरकार और विभाग नहीं कर पाया है जो एक बेहद हैरानी का विषय है। किसी भी पद की भर्ती में इतना लंबा इंतजार शायद ही किसी भी कैटिगरी पोस्ट के उम्मीदवारों को करना पड़ा हो। ये अपने आप में सरकारी तंत्र के लचरता की कहानी बयां करता है या कह सकते है कि ऐसा सिर्फ सरकारी विभागों में ही हो सकता है। गत भाजपा सरकार काफी कुछ दाया बायां करते करते आखिर में एक ड्राफ्ट तैयार कर गई थी बस उस पर कैबिनेट की अंतिम मोहर नहीं लग पाई थी जिसमें एक साल एनटीटी का डिप्लोमा करने वालों को एक साल का
अतिरिक्त ब्रिज कोर्स करवाने की बात कही गई थी परंतु विधान सभा चुनावों के बाद कांग्रेस सरकार सतासीन
हुई तो एक साल बीत जाने पर बार-बार कभी कुछ तो
कभी कुछ खिचड़ी पका कर बीस 22 वर्ष पहले इन
एक वर्ष का डिप्लोमा करने वाली महिला उम्मीदवारों को
से बेबस सा कर दिया है । राजनीति का हो रही शिकार इस कैटेगरी में कभी जेबीटी, कभी आंगनबाड़ी, कभी दो साल का डिप्लोमा तो कभी कुछ आए दिन कहा जा रहा
है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता 6 महीने का ब्रिज कोर्स अगर करवाया जा सकता है तो एक साल के डिप्लोमा धारक को क्यों नहीं जबकि पिछली सरकार ने ऐसा प्रावधान किया था उस फैसले को पलटकर सरकार इन महिला
उम्मीदवारों को गुमराह करने की कोशिश कर रही है।
इतना सौतेला व्यवहार इनके साथ बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है
इस पर एक साल का डिप्लोमा कर चुकी महिलाओं ने सरकार से उनकी कैटेगरी को भी इस पोस्ट की पात्रता में शामिल करने की बात कही है और इन भर्तियों को सीधे
कमीशन से भरने की बात कही है। अगर ऐसा नहीं
किया गया तो ये कोर्ट का दरवाजा अपने हक के लिए
खट कटाएंगी। ऐसे ही किसी को भी इनकी पोस्ट की रेवड़ियां नही ‘बांटने दी जाएगी। इसके साथ-साथ केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय से भी इस विषय को लेकर संगठन पत्राचार
कर अपनी बात रखेगा। साथ ही इन्होंने मुख्यमंत्री
सुखविंदर सिंह सुक्खू से भी इसमें सीधा हस्तक्षेप
करने की भी बात कही है