



शिमला : बुधवार को रिलिविंग आदेश वापस न लेने पर कोविड-19 स्टाफ कर्मचारियों ने चौड़ा मैदान में प्रदर्शन किया। कर्मचारियों का आरोप है कि सरकार ने इन्हें रिलीविंग आर्डर जारी कर नौकरी से बाहर का रास्ता दिखाया है, वो अपनी नौकरी को छोड़ने के लिए तैयार नहीं है। दरअसल, हाल ही कोविड योद्धाओ को 30 सितंबर तक सेवा विस्तार दिया गया था। लेकिन एक्सटेंशन के साथ ही टर्मिनेशन ऑर्डर भी जारी हुए। कर्मचारियों का मानना है कि 30 सितंबर के बाद वो सेवाएं नहीं दे पाएंगे।
कांग्रेस ने सत्ता में आने से पहले इसे वादा किया था कि रेगुलर पॉलिसी आउटसोर्स के लिए बनाई जाएगी, लेकिन अब सरकार इन्हें बाहर का रास्ता दिखाकर अन्याय कर रही है। महिलाओं का कहना है कि दिन-रात कोरोना महामारी में सेवाएं दी है। जान की परवाह किए बिना निरंतर सर्विसेज जारी रखी। यदि, अब इन्हें नौकरी से बाहर किया जाता है तो इससे बड़ा अन्याय कुछ नहीं हो सकता।