शिमला ग्रामीण कांट्रेक्टर एसोसिएशन के प्रधान पद की कमान पवन शर्मा को….

शिमला : शिमला ग्रामीण कांट्रेक्टर एसोसिएशन की बैठक बनूटी में आयोजित की गई। बैठक में कॉन्टै्रक्टर संगठन के मुद्दों पर कार्यवाहक अध्यक्ष चन्द्रशेखर शर्मा की अध्यक्षता में विचार-विमर्श किया गया। बैठक में एसोसिएशन की रूपरेखा तय करते हुए नई कार्यकारिणी का चुनाव किया गया। बैठक में कार्यवाहक अध्यक्ष चन्द्रशेखर शर्मा ने कहा कि संगठन में नई ऊर्जा के लिए नए लोगों व नए विचारों का क्रम निरंतर चलता रहना चाहिए। यही क्रम प्रगति का द्योतक है। उन्होंने नई कार्यकारिणी का जोश के साथ स्वागत किया। उन्होंने सदैव एसोसिएशन के हक की आवाज को बुलंद रखने की बात कही। शिमला ग्रामीण कॉन्ट्रैक्टर एसोसिएशन की नई कार्यकारिणी में प्रदीप वर्मा को मुख्य सलाहकार चुना गया। एसोसिएशन की अध्यक्ष पद की कमान पवन शर्मा को सौंपी गई। इसी तरह हरदयाल शर्मा (धामी), गिरीश (सुन्नी), पीताम्बर शर्मा (घणाहट्टी) व हेमन्त शर्मा (समरहिल) को उपाध्यक्ष बनाया गया।

बैठक में ललित शर्मा (शोघी) को महासचिव, बेसरदास हरनोट को कार्यालय सचिव, ललित शर्मा (टुटू) को कोषाध्यक्ष, मनीष मोहन शर्मा (शोघी), दिनेश मेहता (रामपुरी), मनोहर वर्मा (मांदरी), प्रकाश कमल (परगणा चौथा) को सचिव चुना गया।

कार्यकारिणी सदस्यों में रमेश दत्त, आर्यन ठाकुर, राज दोरजे नेगी, कमल ठाकुर, सोम कृष्ण व ओम प्रकाश ठाकुर को शामिल किया गया है।

नई कार्यकारिणी के गठन के उपरांत अध्यक्ष पवन शर्मा ने एसोसिएशन की नई कार्यकारिणी को शुभकामनाएं देते हुए भरोसा दिलाया कि वे ठेकेदारों की समस्याओं का जल्द निराकरण करने का प्रयास करेंगे और एसोसिएशन के हित में निरंतर प्रगतिशील रहेेंगे।

शिमला के गौरवमयी इतिहास की गाथा सुनाने को तैयार “ऐतिहासिक बैंटनी कैसल”, आम जनता के लिए हुआ समर्पित…

शिमला : मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बुधवार सायं यहां ऐतिहासिक बैंटनी कैसल के हाल ही में जीर्णोद्धार किए गए परिसर का उद्घाटन किया और कहा कि यह परिसर हमारी संस्कृति और इतिहास का जीवंत प्रतिबिंब है। उन्होंने कहा कि बैंटनी कैसल परिसर शिमला की समृद्ध विरासत का साक्षी है और ग्रीष्मकालीन राजधानी रही ‘श्यामला’ (शिमला) के समृद्ध इतिहास के दर्शन करवाता है। इस परिसर में तीन ऐतिहासिक भवन हैं और इसके जीर्णोद्धार पर 25 करोड़ रुपये की राशि व्यय की गई है। लगभग 20,000 वर्ग मीटर में फैला यह परिसर एंग्लो-गॉथिक वास्तुकला का उत्कृष्ट उदाहरण पेश करता है, जो पर्यटकों और स्थानीय लोगों के लिए आकर्षण का प्रमुख केन्द्र बनेगा।

उन्होंने कहा कि बैंटनी कैसल परिसर में महात्मा गांधी की शिमला यात्राओं, डॉ. यशवंत सिंह परमार और सत्यानंद स्टोक्स की विस्तृत जीवनियां तथा शिमला शहर के व्यापक इतिहास को प्रदर्शित किया जाएगा, जो भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में योगदान देने वालों के प्रति श्रद्धांजलि है। इसमें जनजातीय क्षेत्र स्पीति की समृद्ध संस्कृति को भी प्रदर्शित किया गया है जो क्षेत्र की अनूठी परंपराओं को प्रतिबिंबित करती हैं।

ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बैंटनी कैसल परिसर में शिमला के वैभवशाली इतिहास पर आधारित लेज़र लाईट एंड साउंड शो भी देखा, जिसमें वॉलीवुड के महान अभिनेता अनुपम खेर ने आवाज़ दी है। प्रदेश की गौरवशाली सांस्कृतिक विरासत को दर्शाता यह शो भावी पीढ़ियों को प्रदेश के समृद्ध इतिहास से अवगत करवाएगा।

उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल, उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान, शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी, मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार (मीडिया) नरेश चौहान, मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार (सूचना प्रौद्योगिकी एवं नवाचार) गोकुल बुटेल, विधायक, मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव भरत खेड़ा और अन्य गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित थे।

राज्यपाल ने ‘प्रथम स्वतंत्रता संग्राम’ पुस्तक का किया विमोचन

शिमला : राज्यपाल ने लेखक के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि पुस्तकें हमारे ज्ञान को विस्तार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। इनके अध्ययन से हम अपने जीवन को निरंतर परिष्कृत करते रहते हैं।

उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह पुस्तक पाठक वर्ग को प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के प्रति अपने दृष्टिकोण को और अधिक स्पष्ट करने में सहायक सिद्ध होगी और देश को गुलामी की जंजीरों से आजाद करने वाले शहीदों के प्रति नई पीढ़ी की श्रद्धा व विश्वास को सुदृढ़ करेगी।

उन्होंने विश्वास जताया कि इस पुस्तक के माध्यम से पाठक समाज एवं मानवता की सेवा के प्रति अधिक समर्पित भाव से प्रेरित होंगे। जगदीश शर्मा ने पुस्तक के विमोचन के लिए राज्यपाल का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि अपनी लेखनी द्वारा इस पुस्तक के माध्यम से उन्होंने शहीदों के जीवन पर गहन अध्ययन किया है और तथ्यात्मक साक्ष्यों को एकत्रित कर पुस्तक में प्रस्तुत किया है।

इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव राजेश शर्मा, निदेशक सर्वशिक्षा अभियान राजेश शर्मा, सेवानिवृत्त भारतीय प्रशासनिक अधिकारी डॉ. के. आर. भारती, सेवानिवृत्त उप-निदेशक एम.बी.शर्मा, सेवानिवृत्त सचिव डॉ. मस्तराम शर्मा, सहायक सचिव भाषा एवं संस्कृति विभाग डॉ. श्यामा वर्मा तथा अन्य गणमान्य भी उपस्थित थे।

आज रात 12 बजे से सुबह 5 बजे तक बंद रहेगा चंडीगढ़-मनाली NH

मंडी : चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पर मंडी से कुल्लू व कुल्लू से मंडी की ओर वाहनों की आवाजाही 5 घंटे के लिए पूर्णतया बंद रहेगी। सड़क के मरम्मत कार्य के चलते प्रशासन से इस नेशनल हाइवे को बंद रखने का निर्णय लिया है। जानकारी देते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सागर चंद्र ने बताया कि पंडोह से आगे कैंची मोड़ के पास नेशनल हाइवे पूरी तरह से टूट गया है। जिस कारण यहां से सभी छोटी बड़ी गाड़ियों को अस्थायी तौर पर बनाए गए लिंक रोड़ से भेजा जा रहा है। इस लिंक रोड़ पर वाहनों का दबाव ज्यादा होने के चलते सड़क का मरम्मत कार्य किया जाएगा।

लिंक रोड़ पर तीखें मोडों को काटने व बड़ी गाड़ियों को आसानी से निकालने के लिए आधी रात को यहां मशीनरी तैनात की जाएगी। जिस कारण यहां से किसी भी वाहन को गुजारना संभव नहीं होगा। सागर चंद्र ने बताया कि छोटे वाहनों को वैकल्पिक मार्ग कंमाद-कटौला से भेजा जाएगा। वहीं बड़़े वाहन नेशनल हाइवे के किनारे ही खडे रहेगें। उन्होंने वाहन चालकों से सहयोग की अपील की है।

बता दें कि बीती 14 अगस्त को हुई भारी बरिश के कारण पंडोह के कैंची मोड के पास नेशनल हाइवे का एक हिस्सा पूरी तरह से टूट गया था। जिसके बाद यहां से सभी वाहनों को पंडोह डैम के पास बनाने अस्थायी लिंक रोड़ से भेजा जा रहा है। इस मार्ग पर वाहनों को एक-एक घंटे के अंतराल के बाद दोनों तरह से गुजारा जा रहा है। पिछले दिनों इस मार्ग से वोल्वों बसों को भी भेजना शुरू कर दिया गया है। वोल्वों बसों के लिए सड़क मार्ग तंग होने के कारण अब इसके तीखें मोंडो की कंटिग की जाएगी।

Himachal Monsoon Session: विधानसभा सत्र का आज चौथा दिन, NH समेत इन गंभीर मुद्दों पर सदन में हो सकती है चर्चा…

शिमला: हिमाचल प्रदेश विधानसभा मानसून सत्र का आज चौथा दिन है. मानसून सत्र की कार्यवाही प्रश्नकाल से शुरू होगी. आज सदन में सत्ता पक्ष और विपक्ष द्वारा प्रदेश में सड़कों, नेशनल हाईवे, शिक्षा विभाग सहित कई अन्य विभागों के सवाल पूछे जाएंगे. लोक निर्माण विभाग, नेशनल हाईवे से संबंधित पूछे गए सवालों पर सत्ता पक्ष और विपक्ष आमने-सामने आ सकते हैं. प्रश्नकाल के बाद कुछ दस्तावेज और विधायी कार्य होंगे. इसके बाद सदन में विधेयक चर्चा के लिए लाए जाएंगे.

सदन की कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरू हो चुकी है. सुखविंदर सरकार द्वारा विभिन्न विभागों में गत वित्तीय वर्ष अंतिम तिमाही में बजट में की गई कटौती का सवाल भी आज सदन में गूंजेगा. श्री नैना देवी जी से भाजपा के विधायक रणधीर शर्मा द्वारा यह सवाल पूछा गया है. इस मुद्दे पर सदन में सत्ता पक्ष और विपक्ष आमने सामने आ सकता है. विपक्ष सरकार पर विकासात्मक कार्यों के लिए बजट में कटौती करने के आरोप लगाता रहा है. यही नहीं कांग्रेस सरकार ने सत्ता में आते ही विधायक निधि पर भी रोक लगा दी थी. ऐसे में इस मुद्दे पर सदन में गहमागहमी हो सकती है.

प्रदेश में बेसहारा पशुओं काे छोड़ने का मामला सदन में उठेगा. दरअसल कांग्रेस विधायक भवानी सिंह पठानिया ने इस मसले पर सदन में चर्चा की मांग कर रखी है. विधायक भवानी पठानिया पालतू मवेशियों को छोड़ने को संगीन जुर्म बनाने और इसके लिए जुर्माने के साथ 1 से 3 साल तक की सजा का प्रावधान करने के लिए सदन से नीति बनाने की मांग करेंगे. प्रदेश में आवारा पशुओं की समस्या लगातार बढ़ रही है. हालांकि आवारा पशुओं को छोड़ने पर रोक लगाने के मकसद से पशुपालन विभाग पशुओं की टैगिंग करता है, लेकिन इसके बावजूद लोग मवेशियों को आवारा छोड़ रहे हैं, क्योंकि ऐसा करने के लिए सजा देने का प्रावधान नहीं है. ऐसे में आज सदन में इस मुद्दे पर विचार विमर्श के बाद कानून या नीति बनाने पर विचार होगा. हिमाचल मानसून सत्र के पहले तीन दिन तक सदन में हिमाचल आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने के मसले पर चर्चा हुई है. इस दौरान सदन में खूब हंगामा भी हुआ. कई बार मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर में भी नोक-झोंक हुई है. विपक्ष ने सत्ता पक्ष को घेरने का कोशिश जरूर की, मगर राष्ट्रीय आपदा घोषित नहीं होने और अब तक केंद्र से कोई आर्थिक पैकेज न मिलने से सत्ता पक्ष ने विपक्ष को सदन में घेरा.

विपक्ष ने पहले दिन ही किया वॉक आउट: बीजेपी विधायकों ने पहले दिन ही सदन से वॉक आउट करके अपने आक्रामक तेवर दिखाए और आपदा प्रबंधन पर चर्चा की मांग को लेकर विपक्ष काम रोको प्रस्ताव लाया, लेकिन सरकार की ओर से हिमाचल की आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने का संकल्प चर्चा पहले ही कार्य सूची में डाला गया और इसलिए सदन में इस प्रस्ताव पर चर्चा की अनुमति मिली.

72 दिन बाद 150 पर्यटकों को लेकर सोलन पहुंची ट्रेन, फूल व चॉकलेट के साथ हुआ स्वागत…

सोलन : विश्व धरोहर कालका-शिमला रेल मार्ग पर सोलन तक बुधवार से रेल सेवा बहाल हो गई है। करीब 72 दिनों बाद कालका से सोलन के बीच रेल सेवा फिर से शुरू हुई है। बुधवार को 35 विदेशी पर्यटकों सहित करीब 100 पर्यटक कालका से ट्रेन में धर्मपुर व सोलन रेलवे स्टेशन पहुंचे। सोलन में इसराईल दंपति सहित करीब 40 पर्यटकों का स्वागत किया गया। कालका से सोलन के बीच रेल सेवा 10 जुलाई से बंद थी। 20 सितम्बर को कालका से पहली ट्रेन सुबह 7.25 बजे सोलन रेलवे स्टेशन पहुंची। इस ट्रेन में करीब 15 यात्री सोलन जबकि इतने ही यात्री धर्मपुर रेलवे स्टेशन में उतरे। करीब 9 बजकर 10 मिनट पर ट्रेन फिर कालका के लिए रवाना हुई।

दूसरी ट्रेन कालका से 04516 डीएन स्पैशल करीब साढ़े 12 बजे सोलन के लिए रवाना हुई। इस ट्रेन में 35 विदेशी पर्यटकों सहित करीब 100 पर्यटक थे। अधिकांश पर्यटक धर्मपुर रेलवे स्टेशन में उतर गए। सोलन पहुंचने पर रेलवे ने पर्यटकों को तिलक लगाने के साथ पुष्पवर्षा भी और उन्हें एक चॉकलेट भी दी गई। यह ट्रेन करीब 3 बजे सोलन रेलवे स्टेशन पहुंची व 5 बजे यहां से कालका के लिए रवाना हो गई। सोलन तक रेल सेवा बहाल होने के बाद उम्मीद बंध गई है कि अक्तूबर माह के प्रथम सप्ताह तक शिमला तक भी रेल सेवा बहाल हो जाएगी। कंडाघाट रेलवे स्टेशन व समरहिल के पास ही ट्रैक बाधित है।

स्टेशन मास्टर दिनेश चंद शर्मा ने बताया कि 9 जुलाई के बाद बुधवार को कालका से सोलन तक पहली ट्रेन सुबह करीब 7 बजकर 25 मिनट पर पहुंची। शिमला व मनाली घूमने आए इसराईल के पर्यटक ने कालका से सोलन के सफर को यादगार बताया। दिल्ली से आए पर्यटकों का कहना था कि कालका से सोलन के बीच में सफर आरामदायक रहा।

हिमाचल सरकार ने केंद्र से मांगा 12 हजार करोड़ का विशेष आपदा पैकेज, विधानसभा में प्रस्ताव पारित

शिमला : हिमाचल प्रदेश में मानसून सीजन में हुई तबाही को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने संबंधी प्रस्ताव बुधवार को सदन में ध्वनिमत से पारित किया गया। इस दौरान विपक्षी सदस्य भी सदन में मौजूद रहे। इस प्रस्ताव में केंद्र सरकार से प्रदेश के लिए 12 हजार करोड़ के विशेष राहत पैकेज की मांग की गई है। राज्य सरकार की ओर से बीते सोमवार को यह प्रस्ताव सदन में प्रस्तुत किया गया था। इस प्रस्ताव पर तीन दिन चली चर्चा के जवाब में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश में आई इस त्रासदी से जान-माल का भारी नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रदेश को मानसून से अभूतपूर्व त्रासदी का सामना करना पड़ा है और केंद्र सरकार इसे राष्टीय आपदा मानते हुए 12 हजार करोड़ का विशेष पैकेज प्रदान करे। उन्होंने विपक्षी सदस्यों से विशेष पैकेज घोषित करवाने में मदद करने का आग्रह किया।

Demo

सोई सरकार को जगाने के लिए 25 सितंबर को भाजपा घेरेगी विधानसभा

सुंदरनगर : भाजपा के संगठनात्मक जिला सुंदरनगर की बैठक बुधवार को सुंदरनगर में अध्यक्ष हीरालाल की अध्यक्षता में आयोजित हुई। बैठक में हीरालाल ने बताया 25 सितंबर को प्रदेश भाजपा हिमाचल प्रदेश विधानसभा के बार सरकार के खिलाफ धरना-प्रदर्शन करेगी। इस प्रदेश में प्रदेश भाजपा के सभी शीर्ष नेता, विधायक, प्रदेश, जिला, मंडल पदाधिकारी, कार्यकारिणी सदस्यों सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शिरकत करेंगे। बैठक में उपस्थित प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता अजय राणा ने कहा की विधानसभा के बाहर धरना प्रदर्शन का उद्देश्य 10 माह के कार्यकाल में सरकार का तानाशाही रवैया, आपदा में लोगों की सुध न लेना, पूर्व सरकार के समय खोले गए करीब एक हजार संस्थान बंद करना, मंडी में यूनिवर्सिटी का बिना कारण दायरा कम करना सरकार जैसे अनेक मुद्दे है। जिनको लेकर सोई हुई सरकार को जगाने के लिए यह धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से इस धरना प्रदर्शन में बढ़चढ़ कर शिरकत करने का आह्वान किया है।

इस मौके पर जिला महामंत्री ओमप्रकाश नायक, मीडिया प्रभारी सुरेंद्र पाल भारद्वाज, सचिव दलीप ठाकुर सहित अनेक पदाधिकारी मौजूद रहें।

कोविड-19 स्टाफ बर्खास्त, सरकार ने दिखाया बाहर का रास्ता

शिमला : बुधवार को रिलिविंग आदेश वापस न लेने पर कोविड-19 स्टाफ कर्मचारियों ने चौड़ा मैदान में  प्रदर्शन किया। कर्मचारियों का आरोप है कि सरकार ने इन्हें रिलीविंग आर्डर जारी कर नौकरी से बाहर का रास्ता दिखाया है, वो अपनी नौकरी को छोड़ने के लिए तैयार नहीं है। दरअसल, हाल ही कोविड योद्धाओ को 30 सितंबर तक सेवा विस्तार दिया गया था। लेकिन एक्सटेंशन के साथ ही टर्मिनेशन ऑर्डर भी जारी हुए। कर्मचारियों का मानना है कि 30 सितंबर के बाद वो सेवाएं नहीं दे पाएंगे।

कांग्रेस ने सत्ता में आने से पहले इसे वादा किया था कि रेगुलर पॉलिसी आउटसोर्स के लिए बनाई जाएगी, लेकिन अब सरकार इन्हें बाहर का रास्ता दिखाकर अन्याय कर रही है। महिलाओं का कहना है कि दिन-रात कोरोना महामारी में सेवाएं दी है। जान की परवाह किए बिना निरंतर सर्विसेज जारी रखी। यदि, अब इन्हें नौकरी से बाहर किया जाता है तो इससे बड़ा अन्याय कुछ नहीं हो सकता।

आज का राशिफल 21 सितंबर 2023 : आज आदित्य मंगल योग से मालामाल होंगे मकर और मीन राशि के जातक

Horoscope Today 21 September : आज चंद्रमा का गोचर दिन रात मंगल की राशि वृश्चिक में हो रहा है। ऐसे में आज चंद्रमा अनुराधा उपरांत ज्येष्ठा नक्षत्र से संचार करेंगे। चंद्रमा के इस गोचर के साथ गुरु और राहु का षडाष्टक योग बना रहा है। जबकि आज सूर्य और मंगल के साथ साथ कन्या राशि … Read more