वाघा बॉर्डर पर पाकिस्तान की शर्मनाक करतूत, अपने ही नागरिकों के लिए दरवाजे किए बंद, कई लोग फंसे

पंजाब: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई सख्त कदम उठाए हैं। इनमें सिंधु जल संधि को रोकने और भारत में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को वतन लौटने का आदेश देने जैसे फैसले शामिल हैं। पहले इन नागरिकों को तय तारीख तक भारत छोड़ना था, लेकिन कई लोग बॉर्डर तक पहुंच ही नहीं पाए थे। इसी को देखते हुए भारत सरकार ने इनकी वतन वापसी की समय सीमा को अगली सूचना तक बढ़ा दिया है।

पाकिस्तान ने नहीं खोले गेट
हालांकि अटारी बॉर्डर (वाघा बॉर्डर) पर एक नई परेशानी खड़ी हो गई है। कई पाकिस्तानी नागरिक अपने देश लौटने के लिए अटारी बॉर्डर तक पहुंचे, लेकिन पाकिस्तान की तरफ से गेट ही नहीं खोला गया। इसके चलते ये लोग भारत में ही फंसे रह गए हैं। तेज गर्मी में ये लोग खुले आसमान के नीचे कई घंटे से इंतजार कर रहे हैं। बॉर्डर पर फंसे नागरिकों में बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग भी हैं। कई लोग धार्मिक या पारिवारिक वजहों से भारत आए थे। क्वेटा से आए सूरज ने बताया कि वह अपनी मां को हरिद्वार गंगा स्नान कराने के लिए 15 अप्रैल को भारत आए थे। अब उन्हें लौटना है, लेकिन पाकिस्तान की तरफ से गेट बंद होने के कारण वे वापस नहीं जा पा रहे।

भारत का फैसला, लेकिन पाकिस्तान की जिद

भारत सरकार ने मानवीय आधार पर पाकिस्तानी नागरिकों को समय दिया है कि वे अटारी बॉर्डर से अपने देश लौट सकें। लेकिन जानकारों का कहना है कि पाकिस्तान जानबूझकर गेट नहीं खोल रहा है ताकि भारत-पाक रिश्तों में और तनाव पैदा हो। भारतीय अधिकारी बार-बार पाकिस्तानी अधिकारियों से संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं ताकि इन नागरिकों को सुरक्षित वतन लौटाया जा सके, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं निकला है।

सीएम साहब” पहले अपनी और मंत्रियों की जुबान पर लगाम लगाओ, झूठ बोलने से कुछ नहीं होगा: चक्षु

धर्मशाला: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को हिमाचल प्रदेश भाजपा के प्रदेश मीडिया सह-प्रभारी व पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के मीडिया को-आर्डिनेटर रहे एडवोकेट विश्व चक्षु ने आड़े हाथ लिया है। यहां जारी एक प्रेस बयान में उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पहले अपने पार्टी के नेताओं और मंत्रियों की जुबान पर लगाम कसें। चक्षु ने तीखा हमला बोलते हुए कहा कि नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर पर टिप्पणी करने से पहले मुख्यमंत्री सुक्खू अपने मंत्रियों और नेताओं को सिखाएं कि कैसी भाषा का प्रयोग करना है। साथ ही उन्हें अपनी भाषा पर नियंत्रण रखना चाहिए, न कि हर बात पर नेता प्रतिपक्ष पर बयानबाजी करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को आधारहीन ब्यानबाजी करने की आदत सी हो गई है। मुख्यमंत्री को प्रदेश के बारे में सोचना चाहिए, हिमाचल के विकास की ओर ध्यान देना चाहिए। झूठ बोलकर सत्ता में आई कांग्रेस अपने वादों को भूल चुकी है और जनता का ध्यान भटकाने के लिए इधर-उधर की झूठी बयानबाजी कर रही है। पूरा प्रदेश जानता है कि सीएम ने किस प्रकार से झूठी गारंटियों के नाम पर जनता को छला है। कर्मचारियों को तनख्वाह देने के पैसे नहीं हैं, पेंशनरों को पेंशन नहीं मिल रही और बेरोजगारों ने तो अब सरकार से आस ही छोड़ दी है।अफसर-कर्मचारी भी सरकार से खुश नहीं हैं, लेकिन मुख्यमंत्री का ध्यान इस पर नहीं है, बल्कि नेता प्रतिपक्ष के खिलाफ झूठ बोलने पर है। सच्चाई यह है कि कांग्रेस अपने आधिकारिक हैंडल से पाकिस्तान को यह संदेश दे रही है कि वह पाकिस्तान के साथ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्णायक नेतृत्व में आतंक का जवाब बिरयानी से नहीं, बल्कि गोलियों से दिया जाएगा। कांग्रेस पार्टी को लश्कर-ए-पाकिस्तान कांग्रेस कहना गलत नहीं होगा, क्योंकि उनकी सोच पाकिस्तान जैसी है।

ये मोदी सरकार है, यहां आतंकियों को चुन-चुनकर मारा जाएगा’, पहलगाम हमले पर अमित शाह की चेतावनी…

नेशनल डेस्क : गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान पहलगाम आतंकी हमले को लेकर सख्त संदेश दिया। उन्होंने कहा जो भी लोग इस हमले के पीछे हैं, उन्हें छोड़ेंगे नहीं। आतंकियों को चुन-चुनकर मारा जाएगा, किसी को बख्शा नहीं जाएगा। ये नरेंद्र मोदी का भारत है, जहां आतंकवादियों को माफ नहीं किया जाता। अमित शाह ने साफ तौर पर कहा कि आतंकवादियों ने जो हमला किया है, उससे वे ये न सोचें कि उन्होंने कोई जीत हासिल कर ली है। उन्होंने कहा, “हमारे 27 लोगों को मारकर वो लड़ाई नहीं जीत सकते। हम हर जान का हिसाब लेंगे, और जवाब देंगे भी और जवाब लेंगे भी। गृह मंत्री ने दोहराया कि भारत आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेगा। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में देश का संकल्प साफ है, “चाहे वह नक्सलवाद हो, कश्मीर में आतंकवाद हो या कहीं और से आया खतरा, हर जगह से आतंकवाद को खत्म करेंगे। अमित शाह ने कहा कि आज दुनिया के सभी देश आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ खड़े हैं। उन्होंने कहा, “जब तक आतंकवाद खत्म नहीं हो जाता, तब तक ऐसे लोगों को सजा मिलती रहेगी। हमारी एक-एक इंच जमीन से आतंकवाद को मिटाया जाएगा।

कुल्लू में मलाणा नदी में डूबे 2 युवक: एक का शव बरामद, दूसरे की तलाश जारी…

कुल्लू: हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में बुधवार शाम एक दर्दनाक हादसा सामने आया, जब मलाणा नदी को पार करते समय दो युवक तेज बहाव की चपेट में आ गए। हादसे में 19 वर्षीय इंद्रजीत की मौत हो गई, जबकि उसका साथी 21 वर्षीय रामचंद्र अब तक लापता है। जानकारी के अनुसार, दोनों युवक भुंतर से मलाणा गांव लौट रहे थे और अस्थायी पुल के माध्यम से नदी पार करने की कोशिश कर रहे थे। इसी दौरान नदी का बहाव तेज होने से दोनों फिसलकर बह गए। मौके पर मौजूद लोगों ने तुरंत इसकी सूचना स्थानीय प्रशासन को दी, जिसके बाद रेस्क्यू टीम घटनास्थल पर पहुंची। पुलिस, होमगार्ड, फायर ब्रिगेड, नेगी बंधु व स्थानीय ग्रामीणों की मदद से व्यापक सर्च ऑपरेशन चलाया गया। इंद्रजीत का शव कुछ ही घंटों में बरामद कर लिया गया, जिसे पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंपने की प्रक्रिया जारी है। वहीं रामचंद्र की तलाश गुरुवार सुबह से फिर शुरू कर दी गई है। रेस्क्यू में शामिल स्थानीय स्वयंसेवक चप्पू नेगी ने बताया कि नदी का बहाव बेहद तेज था, जिससे खोज अभियान में भी कठिनाइयाँ आ रही हैं। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मलाणा डैम का जलप्रवाह अस्थायी रूप से रोक दिया गया है ताकि खोजबीन सुचारू रूप से हो सके। यह हादसा एक बार फिर पहाड़ी इलाकों में अस्थायी पुलों की सुरक्षा और चेतावनी व्यवस्था पर सवाल खड़ा करता है। प्रशासन ने लोगों से नदी पार करते समय सतर्कता बरतने की अपील की है।

मुख्यमंत्री ने चमियाना स्थित सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में आईपीडी सेवाओं का शुभारम्भ किया…

राज्य में रोबोटिक सर्जरी की सुविधा देने वाला पहला अस्पताल बनेगाः मुख्यमंत्री

शिमला: मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आज शिमला के निकट चमियाना स्थित अटल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल सुपर स्पेशियलिटी में इन-पेशेंट डिपार्टमेंट (आईपीडी) सेवाओं का शुभारम्भ किया। आईजीएमसी शिमला में मरीजों की बढ़ती संख्या तथा बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, न्यूरोलॉजी, एंडोक्राइनोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, यूरोलॉजी तथा प्लास्टिक सर्जरी विभागों को आईजीएमसी से चमियाना सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में स्थानांतरित किया गया है। आगामी दो माह में कार्डियोलॉजी तथा कार्डियोथोरेसिक एवं वैस्कुलर सर्जरी (सीटीवीएस) सेवाएं भी इस अस्पताल में स्थानांतरित कर दी जाएंगी। मुख्यमंत्री ने अस्पताल का निरीक्षण किया तथा अधिकारियों को मरीजों के लिए गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने अस्पताल परिसर में अधिकारियों के साथ बैठक की तथा मरीजों को प्रदान की जा रही सेवाओं के बारे में जानकारी ली तथा आवश्यक सुधार हेतु निर्देश दिए। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने लोक निर्माण विभाग को अस्पताल तक जाने वाली सड़क का और सुधार करने के निर्देश भी दिए तथा कहा कि मरीजों की सुविधा के लिए परिवहन सुविधाएं भी सुदृढ की जाएंगी। ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि चमियाना अस्पताल काफी समय से निर्माणाधीन है, लेकिन इसे पूरा करने का कार्य वर्तमान सरकार द्वारा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अपने संसाधनों से इस कार्य को पूरा कर रही है तथा निर्माण कार्य को पूरा करने के लिए 23 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई है। उन्होंने कहा कि इस अस्पताल की क्षमता 337 बिस्तरों की है तथा इसमें उच्च स्तरीय ऑपरेशन थियेटर और कैथ लैब की सुविधा उपलब्ध है। आगामी छह माह में यह अस्पताल पूरी तरह से कार्यशील हो जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार चमियाना अस्पताल के साथ-साथ सभी मेडिकल कॉलेजों और क्षेत्रीय अस्पतालों को आधुनिक तकनीक से अपग्रेड कर रही है, ताकि राज्य में ही मरीजों को विश्व स्तरीय सुविधाएं उपलब्ध हो सकें। इससे मरीजों का समय और पैसा भी बचेगा। उन्होंने कहा कि चमियाना राज्य का ऐसा पहला अस्पताल होगा, जहां रोबोटिक सर्जरी की सुविधा होगी तथा इसके बाद जिला कांगड़ा के टांडा अस्पताल में भी यह सुविधा उपलब्ध होगी। राज्य सरकार द्वारा टांडा, हमीरपुर और नेरचौक स्थित मेडिकल कॉलेजों में 3 टेस्ला एमआरआई मशीनें स्थापित करने की प्रक्रिया जारी है, ताकि मरीजों को विशेष चिकित्सा सेवाएं प्रदान की जा सकें। आईजीएमसी में मौजूदा एमआरआई मशीन को शीघ्र बदला जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि अस्पतालों में चिकित्सा सेवाओं को विश्व स्तरीय बनाने के दृष्टिगत राज्य सरकार आधुनिक तकनीक पर 200 करोड़ रुपये व्यय कर रही है। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह, स्वास्थ्य सचिव एम. सुधा देवी, अटल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल सुपर स्पेशियलिटी, चमियाना के प्रधानाचार्य बृज शर्मा और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर मौजूद थे।

पारम्परिक खेल दंगल के संरक्षण के लिए सभी का योगदान आवश्यक : संजय अवस्थी

लाइव हिमाचल/सोलन: अर्की के विधायक संजय अवस्थी ने कहा कि दंगल हमारा पारम्परिक खेल है और इसके संरक्षण के लिए सभी का सहयोग आवश्यक है। संजय अवस्थी आज अर्की विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत बागा करोग के शालुघाट में खेलकूद एवं दंगल समिति मांगल (बागा) द्वारा आयोजित एक दिवसीय दंगल प्रतियोगिता के समापन समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। संजय अवस्थी ने कहा कि दंगल हमारी समृद्ध संस्कृति का अभिन्न अंग है। इस पारम्परिक खेल के संरक्षण में और इसे आगे बढ़ाने में दंगल समितियों व पहलवानों का महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने कहा कि नशा वर्तमान में समाज के समक्ष एक चुनौती बनकर उभरा है। युवाओं को नशे से दूर रखने व उन्हें शारीरिक विकास की ओर आकर्षित करने के लिए ऐसे खेल अहम भूमिका निभा रहे हैं।उन्होंने युवाओं का आह्वान किया कि दंगल में आए पहलवानों से प्रेरणा लेकर अपने दैनिक जीवन में खेलों को महत्व देना आरम्भ करंे। उन्होंने कहा कि खेलों से जुड़कर न केवल युवा शारीरिक तौर पर मज़बूत बनेंगे अपितु मानसिक रूप से एकाग्र भी होंगे। उन्होंने प्रतिभागियों से आग्रह किया कि हार-जीत के अनुभवों का अनुसरण कर जीवन में निरंतर आगे बढ़ने का प्रयास करें। विधायक ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू खेलों व खिलाड़ियों के प्रति संवेदनशील है। खेलों व खिलाड़ियों के संरक्षण के लिए मुख्यमंत्री द्वारा विभिन्न योजनाएं कार्यान्वित की गई है। उन्होंने कहा कि ओलपिंक्स खेलों की व्यक्तिगत स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने पर दी जानी वाली पुरस्कार राशि 03 करोड़ रुपए से बढ़ाकर 05 करोड़ रुपए, रजत पदक जीतने पर पुरस्कार राशि 02 करोड़ रुपए से बढ़ाकर 03 करोड़ रुपए तथा कांस्य पदक जीतने पर पुरस्कार राशि को एक करोड़ रुपए से बढ़ाकर 02 करोड़ रुपए किया गया है। उन्होंने कहा कि एशियन खेलों और राष्ट्र मण्डल खेलों में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों की पुरस्कार राशि में भी वृद्धि की गई है। संजय अवस्थी ने कहा कि अर्की विधानसभा क्षेत्र का विकास उनकी प्राथमिकता है। क्षेत्र के विकास की गति को और अधिक बढ़ाने के लिए उनके द्वारा यथासम्भव प्रयास किए जा रहे है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क व अन्य सुविधाओं को क्षेत्र के प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए वह प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने आयोजक समिति को 31 हज़ार रुपये देने की घोषणा की। विधायक ने इस अवसर पर लोगों की समस्याएं सुनी और सम्बन्धित अधिकारियों को इनके शीघ्र निपटारे के निर्देश दिए। इस अवसर पर दाड़ला मोड़-नवगांव-बैरी मार्ग के स्तरोन्नयन कार्य को स्वीकृति प्रदान करने के लिए स्थानीय जनता ने विधायक का आभार व्यक्त किया। ग्राम पंचायत मांगल की प्रधान उर्मिला रघुवंशी, ग्राम पंचायत बागा करोग की प्रधान सुरेंद्रा पंवार, ग्राम पंचायत मांगल के उप प्रधान सीता राम, ग्राम पंचायत बागा के उप प्रधान श्याम लाल चौहान, बी.डी.सी. सदस्य बनिता चौहान, दंगल समिति के प्रधान जुल्फी राम शर्मा, दी मांगल ट्रक ऑपरेटर यूनियन के प्रधान बलदेव चौहान, कांग्रेस पार्टी के डी.डी. शर्मा, चेतराम, प्रकाश चन्द चौहान, मनोज शर्मा, महेंद्र कुमार, जल शक्ति विभाग अर्की के अधिशाषी अभियंता विवेक कटोच, हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड अर्की के अधिशाषी अभियंता संदीप कुमार तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर मौजूद थे।

Ludhiana Accident: थार चला रही महिला ने अकाली नेता के बेटे को कुचला, तड़प-तड़प कर युवक ने तोड़ा दम; मौके से हुई फरार

शिमला : हिमाचल प्रदेश की थार गाड़ी ने पंजाब के लुधियाना में ऐसा कहर ढाया कि अकाली नेता के बेटे की जान चली गई. थार की महिला चालक युवक को काफी दूर तक घसीटा और फिर गाड़ी एक बंद दुकान के शटर से जा टकराई. घटना के बाद महिला चालक मौके से फरार हो गई, … Read more

209 पदों के लिए कैंपस इंटरव्यू 05 मई को

सोलन: मैसर्ज़ शिवालिक बायोमेटल कंट्रोल लिमिटिड चम्बाघाट सोलन में 09 पदों पर भर्ती के लिए कैंपस इंटरव्यू 05 मई, 2025 को ज़िला रोज़गार अधिकारी कार्यालय सोलन में आयोजित किया जाएगा। यह जानकारी ज़िला रोज़गार अधिकारी सोलन जगदीश कुमार ने दी। जगदीश कुमार ने कहा कि उक्त पदों के लिए शैक्षणिक योग्यता 12वीं पास, फीटर, वेल्डर, बी.टेक मकैनिकल व आयु 22 से 29 वर्ष के मध्य होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मैसर्ज़ वर्धमान टेक्सटाइल्स लिमिटिड बद्दी में 200 पदों पर भर्ती के लिए कैंपस इंटरव्यू 05 मई, 2025 को आयोजित होगा। इन पदों के लिए शैक्षणिक योग्यता 08वीं से 12वीं पास व आयु 18 से 30 वर्ष के मध्य होनी चाहिए। आवेदक की न्यूनतम ऊंचाई 05 फीट, न्यूनतम वजन महिलाओं के लिए 42 किलोग्राम तथा पुरूषों के लिए 50 किलोग्राम होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि 209 पदों पर भर्ती की विस्तृत जानकारी के लिए आवेदक विभागीय पोर्टल ई.ई.एम.आई.एस. पर प्राप्त कर सकते हैं। सभी योग्य एवं इच्छुक आवेदक विभागीय पोर्टल ई.ई.एम.आई.एस. पर कैंडिडेट लॉगइन लैब के माध्यम से पंजीकृत करने के उपरांत रेजिस्ट्रेशन प्रोफाइल पर अधिसूचित रिक्तियों के लिए अपनी शैक्षणिक योग्यता के आधार पर आवेदन कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि आवेदन करने से पूर्व प्रत्येक आवेदक का नाम रोज़गार कार्यालय में पंजीकृत होना अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि इच्छुक उम्मीदवार अपनी योग्यता सम्बन्धी सभी अनिवार्य प्रमाण पत्रों व दस्तावेज़ों सहित ज़िला रोज़गार कार्यालय सोलन में 05 मई, 2025 को प्रातः 10.30 बजे पहुंचकर कैंपस इंटरव्यू में भाग ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि आवेदक को कोई भी यात्रा भत्ता देय नहीं होगा। उन्होंने कहा कि अधिक जानकारी के लिए कार्यालय दूरभाष नम्बर 01792-227242 पर सम्पर्क किया जा सकता है।

02 मई को विद्युत आपूर्ति बाधित…

सोलन: हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड सोलन से प्राप्त जानकारी के अनुसार आवश्यक रखरखाव के दृष्टिगत 02 मई, 2025 को विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। यह जानकारी वरिष्ठ अधीक्षण अभियंता सोलन राहुल वर्मा ने दी। राहुल वर्मा ने कहा कि 02 मई, 2025 को प्रातः 09.00 बजे से सांय 06.00 बजे तक कण्डाघाट, डोलग, परोथा, डेडघराट, शन्हेच, टिक्कर, माही, सिरीनगर, हाथो, पलेच, शलूमना, हिमूडा कॉलोनी, वाकनाघाट, छावशा, डुमैहर, कोट, क्वारग, कोठी, बाड़ा, आंजी ब्रहमणा, सैंज, गोग, कैथलीघाट, शालाघाट, क्यारीबंगला, बीशा, बाशा, सूरो, जे.पी. विश्वविद्यालय, चायल, दोची, मिलिट्ररी स्कूल, जीतनगर, आलमपुर, भालबाग, हिन्नर, कुरगल मिहानी, बिणू, डुबलू, नगाली एवं आस-पास के क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। उन्होंने कहा कि खराब मौसम अथवा अन्य कारणों से उपरोक्त निर्धारित तिथि व समय में बदलाव किया जा सकता है। उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों के उपभोक्ताओं से सहयोग की अपील की है।

7 मई को कुल्लू के शारसी में आयोजित होगा सरकार गांव के द्वार कार्यक्रम…

राजस्व एवं बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने दी जानकारी

शिमला: राजस्व, बागवानी, जनजातीय विकास एवं जन शिकायत निवारण मंत्री जगत सिंह नेगी ने आज यहां बताया कि 7 मई, 2025 को मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू कुल्लू जिला की तीर्थन घाटी के शारसी में ‘सरकार गांव के द्वार’ कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे। उन्होंने कहा कि अन्य कैबिनेट मंत्रियों के कार्यक्रम का शेड्यूल भी जल्द जारी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जन शिकायतों का समाधान करना वर्तमान राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और प्रदेश सरकार इस दिशा में निरंतर बहुआयामी प्रयास कर रही है। राजस्व मंत्री ने कहा कि जन शिकायतों के त्वरित निवारण के लिए ही प्रदेश सरकार ने ‘सरकार गांव के द्वार’ कार्यक्रम शुरू किया है। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से लोगों के साथ सीधा संवाद स्थापित होता है और उनकी समस्याओं का समयबद्ध समाधान भी सुनिश्चित होता है।