सोलन: ज़िला दण्डाधिकारी सोलन मनमोहन शर्मा ने हिमाचल प्रदेश जमाखोरी एवं मुनाफाखोरी रोकथाम आदेश, 1977 के खंड 3 (आई) (ई) के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए 13 फरवरी, 2025 को जारी अधिसूचना के अनुसार सोलन ज़िला में खाद्य वस्तुओं की दर अगले दो माह के लिए पूर्ववत निर्धारित की हैं। अधिसूचना के अनुसार बकरा एवं भेड़ा का मीट 550 रुपये प्रति किलोग्राम, सुअर का मीट 300 रुपये प्रति किलोग्राम, चिकन ड्रेस्ड 180 प्रति किलोग्राम, ब्रॉइलर ड्रेस्ड 240 रुपये प्रति किलोग्राम तथा बिना तली मछली 250 रुपये प्रति किलोग्राम रुपये प्रति किलो निर्धारित किया गया है। अधिसूचना के अनुसार तंदूरी चपाती प्रति 10 रुपये,तवा चपाती प्रति 08 रुपये, भरा हुआ परांठा प्रति 30 रुपये, चावल, चपाती, दाल और सब्जी फूल डाईट प्रति 90 रुपये, पूरी प्लेट चावल 50 रुपये, दाल फ्राइ प्रति प्लेट 60 रुपये, सब्जी/चना एवं दही के साथ दो पूरी प्रति प्लेट 50 रुपये तथा रायता का मूल्य प्रति प्लेट 50 रुपये निर्धारित किया गया है। इस अधिसूचना के अनुसार स्थानीय दूध 50 रुपये प्रति लीटर, सभी ब्रांड का पैकेट वाला दूध मुद्रित मूल्य के अनुसार उपलब्ध होगा। पनीर 300 रुपये प्रति किलोग्राम तथा दही का मूल्य 70 रुपये प्रति किलोग्राम मूल्य तय किया गया है। सभी ब्रांड के शीतल पेय मुद्रित दर के अनुसार विक्रय होंगे। ब्रेड, दूध जैसे पैकेट बंद पदार्थों पर मूल्य एवं पैकिंग की तिथि निर्धारित अधिसूचना के अनुसार होनी चाहिए। प्रत्येक दुकानदार को बिक्री के लिए रखे गई खाद्य वस्तुओं की मूल्य सूची सहज दृश्य स्थल पर प्रदर्शित करना व इसके समस्त खरीद से सम्बन्धित बिल दुकानदार द्वारा रखना अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि उपभोक्ता की मांग पर उन्हें कैश मेमो या बिल देना होगा।
Day: March 19, 2025
ऋण दिवस आयोजित…
सोलन: ग्रामीण विकास विभाग द्वारा राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत आज यहां ऋण दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता उपायुक्त सोलन मनमोहन शर्मा ने की। मनमोहन शर्मा ने कहा कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत महिलाओं के सशक्तिकरण के उद्देश्य से सघन प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मिशन के तहत महिला स्वयं सहायता समूहों को स्वरोज़गार की दिशा में सशक्त बनाने के लिए सस्ती दरों पर ऋण उपलब्ध करवाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता समूहों से जुडी महिलाओं को आर्थिक तौर पर सुदृढ़ करने के लिए ज़िला सोलन में भी महिला स्वयं सहायता समूहों को ऋण उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। वर्ष 2024-25 में सोलन ज़िला को प्राप्त 16 करोड़ 70 लाख रुपए के ऋण स्वीकृत करने का लक्ष्य में प्राप्त हुआ है। अभी तक ज़िला में 08 करोड़ 22 लाख रुपए के ऋण इन स्वयं सहायता समूहों के लिए स्वीकृत किए गए हैं। मनमोहन शर्मा ने इस अवसर पर एनआरएलएम के तहत पंजीकृत ज़िला के 27 स्वयं सहायता समूहों को लगभग 64.50 लाख रुपए के ऋण स्वीकृति पत्र वितरित किए। इस अवसर पर एनआरएलएम के तहत बेहतरीन कार्य करने वाले विकास खंडों, बैंकों और सामुदायिक संसाधन व्यक्तियों को स्मृति चिन्ह व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया गया। इस कार्यक्रम में अवगत करवाया गया कि ऋण लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए 22 फरवरी से 08 मार्च, 2025 तक ज़िला के सभी विकास खण्डों में सघन कार्यक्रम आयोजित किए गए। इसमें कुल 154 ऋण मामलों में से 114 ऋण मामले बैंकों को स्वीकृति के लिए भेजे गए। इनमें से 27 ऋण मामले स्वीकृत कर दिए गए हैं। इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त सोलन राहुल जैन, ज़िला विकास अधिकारी रमेश शर्मा, ज़िला के अग्रणी बैंक यूको बैंक की प्रबंधक तमन्ना मोदगिल, विभिन्न बैंकों को पदाधिकारी व अन्य मौजूद थे।
सत्येंद्र जैन की बढ़ी मुश्किलें, एसीबी ने रिश्वतखोरी मामले में दर्ज की FIR
नेशनल डेस्क: दिल्ली सरकार के भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) ने आम आदमी पार्टी (आप) के नेता और पूर्व विधायक सत्येंद्र जैन के खिलाफ एक बड़ा मामला दर्ज किया है। यह मामला दिल्ली के लिए 571 करोड़ रुपए की सीसीटीवी परियोजना से जुड़ा है, जिसमें भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी के आरोप हैं।
सत्येंद्र जैन पर आरोप
एसीबी के प्रमुख मधुर वर्मा के अनुसार, सत्येंद्र जैन पर आरोप है कि उन्होंने 7 करोड़ रुपए की रिश्वत लेकर 16 करोड़ रुपए के जुर्माने को माफ कर दिया था। यह जुर्माना सीसीटीवी लगाने में देरी के कारण लगाया गया था। हालांकि, जैन ने बिना सक्षम प्राधिकारी से अनुमोदन लिए इस जुर्माने को माफ कर दिया। एसीबी ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 की धारा 17 ए के तहत जैन के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
अतिरिक्त लाभ के लिए रिश्वत का भुगतान किया
अधिकारियों के अनुसार, बीईएल (भारत इलेक्ट्रॉनिक लिमिटेड) को इस परियोजना के तहत 1.4 लाख सीसीटीवी कैमरों का अतिरिक्त ऑर्डर दिया गया था, बावजूद इसके कि पहले ही कैमरे खराब थे और परियोजना में देरी हो रही थी। आरोप है कि ठेकेदारों ने अतिरिक्त लाभ के लिए रिश्वत का भुगतान किया। साथ ही, विक्रेताओं से जुड़े रिश्वत के भुगतान को छिपाने के लिए परियोजना की लागत को बढ़ाया गया।
पीडब्ल्यूडी और बीईएल के दस्तावेजों की जांच
एसीबी ने पहले ही बीईएल के एक अधिकारी से पूछताछ की है, जिसने आरोपों की पुष्टि की और शिकायत दी है। अब पीडब्ल्यूडी और बीईएल के दस्तावेजों की जांच की जा रही है।
इसके अलावा, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राष्ट्रपति से जैन पर मुकदमा चलाने की अनुमति मांगी है, जो ईडी द्वारा एकत्र किए गए साक्ष्यों के आधार पर किया गया था। जैन के खिलाफ एफआईआर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7/13 (1) (ए) और भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 120 बी (आपराधिक साजिश) के तहत दर्ज की गई है।
पंजाब-हिमाचल के बॉर्डर पर बवाल, पुलिस ने खालिस्तानी समर्थकों को रोका, सीमा पार करने पर अड़े प्रदर्शनकारी
शिमला : हिमाचल प्रदेश और पंजाब के खालिस्तानी समर्थकों के बीच टकराव का मामला लगातार बढ़ रहा है. अब होशियार से सटे हिमाचल प्रदेश के बॉर्डर पर खालिस्तानी समर्थकों को रोका गया है. ये खालिस्तानी समर्थक हिमाचल प्रदेश में एंट्री करने चाहते थे, लेकिन बॉर्डर से पहले ही पंजाब पुलिस ने इन्हें रोक दिया. दरअसल, पंजाब के होशियारपुर में सिख संगठनों ने भिंडरावाले के हिमाचल में झंडों को तोड़ने के को लेकर विरोध मार्च निकाला और ऐलान किया था कि सिख संगठन का हिमाचल सीमा की ओर कूच करेंगे,. जहां सिख संगठनों के नेता हिमाचल की बसों और वाहनों पर भिंडरावाले के पोस्टर लगाएंगे. हालांकि, पंजाब पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए काफी पुख्ता इंतजाम किए हैं. पुलिस का कहना है कि उन्हें काफिले को आगे नहीं जाने दिया जाएगा. गौरतलब है कि पंजाब पुलिस ने ऊना जिले के चिंतपूर्णी के पास बॉर्डर से पहले ही भिंडारावाला समर्थकों को रोका है. जानकारी के अनुसार, इस मामले में बीते रोज एचआरटीसी की बस पर मोहाली के खरड हमला किया था, जिसके बाद पंजाब के सीएम भगवंत मान ने हिमाचल के सीएम सुक्खू से बात की है. मामले को लेकर अब हिमाचल प्रदेश के लोगों की सुरक्षा को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं. लगातार तनातनी के चलते हिमाचल पथ परिवहन निगम की 10 बसों के रूट पंजाब के लिए सस्पेंड किए गए हैं. होशियार होते हुए पंजाब में जाने वाली 6 ही बसों की ही आवाजाही हो रही है. उधर, ऊना के गगरेट और चिंतपूर्णी रोड पर हिमाचल पुलिस के जवान भी तैनात किए गए हैं और अब हिमाचल में दाखिल होने वाली गाड़ियों की चैकिंग की जा रही है. सीएम सुक्खू ने बजट सत्र के दौरान कहा कि उन्होंने भगवंत मान से बात की है और पंजाब की बसों को सुरक्षा दी जाएगी. उन्होंने कहा कि पंजाब हमारा बड़ा भाई है. उधर,ऊना के एसपी राकेश सिंह ने बताया कि बनगढ़ से अतिरिक्त पुलिस फोर्स मंगाई गई थी औऱ उसे ऊना जिले में जगह जगह तैनात किया गया है. जिला पुलिस पंजाब और रोपड़ पुलिस के संपर्क में हैं और हालात सामान्य हैं. ऊना शहर में भी जवान बढ़ाए गए हैं। पूर्व विवाद को लेकर पंजाब के अकाली दल के नेता औऱ पूर्व मंत्री दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि शिरोमणि अकाली दल ने हिमाचल प्रदेश और अन्य पहाड़ी राज्यों में सिख तीर्थयात्रियों और पंजाब के अन्य पर्यटकों पर बार-बार हो रहे हमलों की कड़ी निंदा की है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है. पार्टी ने सभी से शांति और साम्प्रदायिक सौहार्द बनाए रखने की अपील की है. ऐसे घटनाएं सिख समुदाय के खिलाफ असामाजिक तत्वों और एजेंसियों द्वारा फैलाए जा रहे निरंतर गलत जानकारी और नफरत के अभियान का परिणाम हैं. उनका उद्देश्य क्षेत्र में शांति और साम्प्रदायिक सौहार्द को भंग करना है. पार्टी ने केंद्रीय गृह मंत्री से अनुरोध किया है कि वे इस संवेदनशील मुद्दे पर सभी पहाड़ी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक करें, क्योंकि ये घटनाएं अत्यंत उत्तेजक हैं और पड़ोसी राज्यों के लोगों के बीच सौहार्दपूर्ण संबंधों को प्रभावित कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि विस्तृत चर्चा के बाद सभी तीर्थयात्रियों और पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी कदम उठाए जाने चाहिए. एक ऐसा तंत्र भी विकसित किया जाना चाहिए जिससे लोगों को धार्मिक प्रतीकों और परंपराओं के बारे में शिक्षित किया जा सके और ऐसे उत्तेजक घटनाओं के परिणामों से अवगत कराया जा सके. हिमाचल से भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने इस पूरे मामले पर कहा कि हिमाचल एक शांतिप्रिय राज्य है मगर कांग्रेस सरकार के कुशासन के चलते आए दिन अप्रिय घटनाओं की बाढ़ लग गई है. हिमाचल की बसों पर पथराव और उन पर खलिस्तानी पोस्टर चिपकाने की घटना निंदनीय है और यह पूरी तरह क़ानून व्यवस्था के ध्वस्त होने का प्रमाण है. मुख्यमंत्री घटना के दोषियों पर जल्द से जल्द कार्यवाई करें ताकि बसों में सफ़र करने वाले यात्री बेख़ौफ़ आवागमन कर सकें।
सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर ने 9 महीने अंतरिक्ष में कैसे बिताए, क्या खाया… यहां जानें सबकुछ
दिल्ली: अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के अंतरिक्षयात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर आखिरकार धरती पर लौट आए हैं। दोनों एस्ट्रोनॉट्स पिछले साल जून में सिर्फ आठ दिनों के मिशन के लिए अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) गए थे, लेकिन विमान में तकनीकी खराबी आ गई, जिससे उनकी वापसी में देरी हो गई और उन्हें 9 महीने से ज्यादा समय तक स्पेस में रहना पड़ा। इस दौरान यह सवाल उठता है कि इतने लंबे समय तक स्पेस में रहने के लिए इन एस्ट्रोनॉट्स का भोजन कैसे हुआ। न्यूयॉर्क पोस्ट के अनुसार, सुनीता और बुच स्पेस में पिज्जा, रोस्ट चिकन, झींगा कॉकटेल और अन्य पौष्टिक आहार का सेवन कर रहे थे। हालांकि, ताजे भोजन की कमी हो गई थी, क्योंकि वे सीमित मात्रा में ताजा खाना ले गए थे। इसके बावजूद, नासा के डॉक्टर यह सुनिश्चित कर रहे थे कि दोनों एस्ट्रोनॉट्स को उनकी जरूरी कैलोरी मिलती रहे।
ताजे भोजन की कमी
प्रारंभ में स्पेस में ताजे फल, सब्जियां, रोस्ट चिकन और पिज्जा उपलब्ध थे, लेकिन ये कुछ महीनों में ही खत्म हो गए। इसके बाद सुनीता और बुच को पाउडर दूध, डिहाइड्रेटेड कैसरोल और फ्रीज-ड्राई सूप जैसे खाद्य पदार्थों से काम चलाना पड़ा। नासा ने इस दौरान अंतरिक्ष स्टेशन के पानी और कचरे को रीसायकल करने की व्यवस्था की थी, जिससे पानी और अन्य संसाधनों का कुशलतापूर्वक उपयोग हो सके।
खाने की कोई कमी नहीं
विशेषज्ञों का कहना है कि भले ही ताजे भोजन की कमी हो, लेकिन स्पेस में भोजन की कोई कमी नहीं थी। स्पेस स्टेशन में हर दिन एक अंतरिक्ष यात्री के लिए करीब 3.8 पाउंड भोजन उपलब्ध रहता है। इसके अलावा, अप्रत्याशित मिशन विस्तार के लिए अतिरिक्त आपूर्ति भी मौजूद रहती है। नासा ने बताया कि खाने की वस्तुएं चुंबकीय ट्रे पर धातु के बर्तनों में रखी जाती हैं, ताकि वे तैरकर इधर-उधर न जाएं और अंतरिक्ष में खाने में कोई दिक्कत न हो।
रिसर्च और वैज्ञानिक प्रयोग
स्पेस में अपने इस लंबे समय के दौरान, सुनीता और बुच ने 900 घंटे तक रिसर्च की और 150 वैज्ञानिक प्रयोग किए। इन प्रयोगों को नासा के लिए बहुत महत्वपूरण माना जा रहा है और इनसे भविष्य में अंतरिक्ष यात्रियों के लिए सहायक जानकारी मिल सकती है। नासा ने इस मिशन के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि सुनीता और बुच की वापसी की योजना के मुताबिक होनी चाहिए थी, लेकिन स्पेस में उनके लंबा फंसे रहने के बावजूद, वे सुरक्षित रहे और उनके स्वास्थ्य पर कोई नकरात्मक असर नहीं पड़ा।
जम्मू और कश्मीर विधानसभा में उठा 17 लोगों की रहस्यमयी मौत का मुद्दा
नेशनल डेस्क: जम्मू और कश्मीर के राजाैरी जिले के बडाल इलाके में 17 लोगों की रहस्यमयी मौत का मामला अब विधानसभा तक पहुंच गया है। बुद्धल के विधायक जावेद इकबाल चौधरी ने बुधवार को जम्मू-कश्मीर विधानसभा में 17 लोगों की संदिग्ध मौत का मुद्दा उठाया। उन्होंने इसके पीछे आतंकी साजिश का शक जाहिर किया। विधायक जावेद इकबाल चौधरी ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, ‘सरकार ने राजाैरी मामले में डिटेल के साथ जवाब दिया है। लैब की रिपोर्ट में बताया गया है कि 17 लोगों की मौत का कारण अलग-अलग है। पीजीएमआई ने बताया कि एल्यूमीनियम और कैडमियम डिटेक्ट किया है। मैं चाहता था कि इस मामले में सरकार की तरफ से फाइनल जवाब दिया जाए और मुझे मंत्री की तरफ से आश्वासन भी दिया गया है। विधायक जावेद इकबाल ने कहा, ‘कोई भी व्यक्ति जहर खाकर खुशी से नहीं मर सकता और यह देखते हुए कि इन 17 लोगों के घर 2-3 किलोमीटर की दूरी पर हैं, पानी के स्नेत अलग-अलग हैं। मुझे संदेह है कि यह माहौल को अस्थिर करने, शांति को बाधित करने और कश्मीर से जम्मू पर ध्यान केंद्रित करने की एक बड़ी साजिश हो सकती है। बता दें कि जम्मू-कश्मीर में राजाैरी में कई परिवारों के 17 सदस्यों की रहस्यमयी बीमारी से मौत हो गई थी। इस मामले की जांच के दौरान अधिकारियों ने प्रभावित क्षेत्र में एक झरने को सील कर दिया था। झरने (बावली) से लिए गए पानी में कुछ कीटनाशकों की मौजूदगी की पुष्टि हुई थी। 2024 के दिसंबर से राजाैरी में यह बीमारी बड़े पैमाने पर लोगों को अपनी चपेट में ले रही है। सात दिसंबर को पहली बार इस बीमारी की चपेट में आने से एक ही परिवार के सात लोगों की मौत हो गई थी। वहीं, 12 दिसंबर 2024 को इस बीमारी की चपेट में आए तीन बच्चों की मौत हो गई थी। इसके अलावा 12 जनवरी को एक परिवार में 10 लोग बीमार पड़ गए थे।
दबंगों की क्रूरता, शख्स को 3 मंजिला मकान पर लटकाकर पीटा, वीडियो हुआ वायरल
नेशनल डेस्क: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के अनूपशहर इलाके से एक बेहद चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यहां दबंगों ने एक व्यक्ति को तीन मंजिला मकान से लटकाकर बेरहमी से पीट दिया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसे देखकर लोग हैरान हैं। इस वीडियो के सामने आने के बाद पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया है और कार्रवाई शुरू कर दी है। आपको बता दें कि अनूपशहर इलाके में मुकेश नामक एक शख्स को तीन मंजिला मकान की छत से लटकाकर पीटने की घटना सामने आई है। पीड़ित की पत्नी ने पुलिस में तहरीर दी और आरोप लगाया कि 15 मार्च को गांव के ही अजय और उसके पुत्र विजय ने उनके घर पर हमला किया। आरोपियों ने मुकेश को तीसरी मंजिल से लटकाकर बेरहमी से पीटा। घटना रुकमणी बिहार कॉलोनी की बताई जा रही है। पुलिस ने तहरीर के आधार पर इस मामले को संज्ञान में लिया और कार्रवाई शुरू कर दी है। बुलंदशहर के अनूपशहर में हुए इस क्रूर कृत्य का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कुछ लोग युवक को तीसरी मंजिल से लटकाकर पीट रहे हैं। यह वीडियो वायरल होने के बाद स्थानीय लोग इस पर प्रतिक्रिया दे रहे हैं और इसे लेकर गुस्से में हैं। पीड़िता की पत्नी ने मामले में पुलिस से कार्रवाई की मांग की है और आरोपियों के खिलाफ कड़ी सजा की अपील की है। घटना के बाद पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया है और आरोपियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई शुरू कर दी है। अनूपशहर के सीओ गिरजा शंकर त्रिपाठी ने बताया कि पीड़िता की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि पुलिस टीमें आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही हैं और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा। पुलिस ने मामले की पूरी जांच शुरू कर दी है और आरोपियों को सजा दिलवाने के लिए पूरी गंभीरता से काम कर रही है। सीओ ने यह भी आश्वासन दिया कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी ताकि इस तरह की घटनाएं फिर से न हो सकें। वहीं इस पूरी घटना पर अनूपशहर के CO गिरजा शंकर त्रिपाठी ने बताया कि- “पीड़िता की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस टीमें आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही हैं। जल्द से जल्द आरोपियों को गिरफ्तारी कर जेल भेजा जाएगा।
विपक्ष के प्रश्नों से स्वास्थ्य मंत्री शांडिल घिरे तो जवाब देने उठे मुख्यमंत्री सुक्खू, जानिए ?
शिमला: मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि एक साल में हर पीएचसी में डॉक्टरों को उपलब्ध करवाएंगे। डॉक्टरों और नर्सों के पदों को सृजित किया जाएगा। चिकित्सकों का युक्तिकरण किया जाएगा। पूरी उच्च स्तरीय तकनीक लाने जा रहे हैं। सभी मेडिकल कॉलेजों में पदों को भरा जाएगा। व्यवस्था परिवर्तन में चुनौतियां होती हैं। बुधवार … Read more
छुट्टी न मिलने से परेशान हिमाचल के एथलीट, बॉक्सर आशीष ने सीएम सुक्खू से मांगी मदद
दिल्ली: ओलंपियन बॉक्सर आशीष चौधरी ने हिमाचल प्रदेश के एथलीटों ट्रेनिंग के लिए उनके विभागों द्वारा पर्याप्त छुट्टी न दिए जाने का मुद्दा उठाते हुए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से हस्तक्षेप की मांग की है।मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में आशीष ने सुखविंदर सिंह सुक्खू से हस्तक्षेप करने और खिलाड़ियों के लिए बेहतर समर्थन सुनिश्चित करने … Read more
पंजाब में HRTC बस पर हुए हमले पर उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने सदन में दिया जवाब
Himachal Pradesh News: पंजाब में एचआरटीसी की बस पर हुए हमले को लेकर उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने सदन में महत्वपूर्ण बयान दिया। उन्होंने कहा कि एचआरटीसी की बसों को पंजाब में निशाना बनाए जाने के मुद्दे पर पंजाब सरकार से बातचीत जारी है। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए, होशियारपुर के एसपी को भी … Read more