बड़ी जीत नहीं, लेकिन हम बंद दरवाजा खुलवाने में सफल, केंद्र के साथ बैठक पर बोले किसान नेता…

लाइव हिमाचल/चंडीगढ़: पंजाब के किसान नेताओं ने 14 फरवरी को चंडीगढ़ में उनकी मांगों पर चर्चा के लिए बैठक आयोजित करने के लिए केंद्र द्वारा दिए गए निमंत्रण पर कहा, यह हमारे लिए कोई बड़ी जीत नहीं है, लेकिन हम बंद दरवाजा खुलवाने में सफल रहे। उन्होंने कहा कि अनशन कर रहे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने आखिर तक चिकित्सा सहायता लेने से इनकार कर दिया था, लेकिन जब किसान नेता उनसे अनुरोध करते रहे, तो उन्होंने उनसे कहा, ‘‘जो आपको ठीक लगे, वही करें।किसान नेताओं ने कहा कि पूरी स्थिति को देखते हुए उन्होंने फैसला किया है कि डल्लेवाल के लिए चिकित्सा सहायता शुरू की जानी चाहिए। किसान नेता काका सिंह कोटड़ा ने कहा, ‘‘हम यह नहीं कह सकते कि यह बड़ी जीत है, लेकिन हम यह कह सकते हैं कि हमने एक कदम आगे बढ़ाया है। हम (केंद्र से) बैठक करवाने में सफल रहे और हम (बातचीत के लिए) बंद दरवाजा खुलवाने में सफल रहे। शनिवार को कृषि मंत्रालय के संयुक्त सचिव प्रिय रंजन के नेतृत्व में एक उच्च स्तरीय केंद्रीय प्रतिनिधिमंडल ने खनौरी बॉर्डर पर डल्लेवाल और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) तथा किसान मजदूर मोर्चा (केएमएम) के प्रतिनिधियों से मुलाकात की और उन्हें 14 फरवरी को बातचीत फिर से शुरू करने के लिए आमंत्रित किया। प्रस्तावित बैठक की घोषणा के बाद, डल्लेवाल ने चिकित्सा सहायता लेने पर सहमति जताई। गत वर्ष 26 नवंबर को आमरण अनशन पर बैठने के बाद से वह किसी भी तरह की सहायता लेने से इनकार कर रहे थे। बैठक के बाद प्रदर्शनकारी किसानों ने तस्वीरें जारी कीं, जिनमें डल्लेवाल को नसों में ड्रिप के जरिए चिकित्सा सहायता लेते हुए दिखाया गया। खनौरी बॉर्डर पर पत्रकारों से बात करते हुए किसान नेताओं ने रविवार को कहा कि उन्होंने प्रतिनिधिमंडल से मांग की थी कि बैठक पहले होनी चाहिए, क्योंकि बैठक के लिए तय की गई तारीख 14 फरवरी बहुत दूर है। किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने बताया कि अधिकारियों ने किसानों से कहा कि 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस समारोह के मद्देनजर तैयारियों के लिए मंत्रियों और अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है और दूसरी बात यह कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के मद्देनजर नौ फरवरी तक आदर्श आचार संहिता लागू है। कोहाड़ ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल ने उन्हें बताया कि बैठक का पहला दौर चंडीगढ़ में होगा और इससे अगला दौर दिल्ली में होगा। उन्होंने बताया कि बैठक के लिए निमंत्रण लेकर आए केंद्र सरकार के प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने इस बात पर जोर दिया कि डल्लेवाल को प्रस्तावित बैठक में शामिल होना चाहिए। कोहाड़ ने कहा, ‘‘हमने उनसे चिकित्सा सहायता लेने का अनुरोध किया ताकि वे बैठक में भाग ले सकें, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया।” उन्होंने कहा, “हम उनसे चिकित्सा सहायता के लिए अनुरोध करते रहे, लेकिन वह इनकार करते रहे। इसके बाद किसान नेताओं ने उनसे मुलाकात की और डल्लेवाल ने उनसे कहा कि ‘‘जो आपको सही लगे, वही करें।’’ कोहाड़ ने कहा कि आठ चिकित्सकों के एक दल ने डल्लेवाल को चिकित्सा सहायता प्रदान की। किसान नेताओं ने कहा कि जब तक किसानों की मांगें पूरी नहीं हो जातीं, डल्लेवाल का अनिश्चितकालीन अनशन जारी रहेगा। किसान नेताओं ने कहा कि 26 जनवरी को ‘ट्रैक्टर मार्च’ निकालने का उनका कार्यक्रम बरकरार है। पिछले साल 8, 12, 15 और 18 फरवरी को केंद्रीय मंत्रियों और प्रदर्शनकारी किसानों के बीच चार दौर की बैठकें हुईं, लेकिन वार्ता बेनतीजा रही। किसान नेताओं ने बताया कि संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) के संयोजक डल्लेवाल अपनी विभिन्न मांगों के समर्थन में पिछले साल 26 नवंबर से पंजाब और हरियाणा के बीच खनौरी बॉर्डर पर अनिश्चितकालीन अनशन पर हैं। संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के बैनर तले किसान पिछले साल 13 फरवरी से पंजाब और हरियाणा के बीच शंभू और खनौरी बॉर्डर पर डेरा डाले हुए हैं। सुरक्षा बलों ने उन्हें दिल्ली मार्च करने से रोक दिया था। किसान दिल्ली कूच के जरिये, केंद्र सरकार पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी सहित अन्य मांगों को लेकर दबाव बनाना चाहते थे।

विक्रमादित्य बताएं कांग्रेस सरकार छोड़ गई थी कितनी देनदारी : सुखराम चौधरी

. घड़ियाली आंसू कौन बहता है पूरे प्रदेश में 28 फरवरी को देखा था

लाइव हिमाचल/शिमला : भाजपा के पूर्व मंत्री एवं विधायक सुखराम चौधरी ने कहा कि घड़ियाल आंसू कौन बहता है, वह पूरे प्रदेश ने पिछले साल 28 फरवरी को ही देख लिया था। प्रदेश में जब जयराम ठाकुर मुख्यमंत्री बने थे उसके पहले कांग्रेस की सरकार थी और आज भी विक्रमादित्य मंत्री हैं इसलिए वह अपने डिपार्टमेंट से पता करके बताएं कि जब कांग्रेस सरकार सत्ता से बाहर हुई थी तो उस समय लोक निर्माण विभाग के ऊपर रामपुर की कितनी देनदारी थी। कांग्रेस सत्ता से बेदखल होते वक्त रोहड़ू, करसोग, आनी, किन्नौर और सेराज की कितनी देनदारी लोक निर्माण विभाग छोड़कर गई थी। क्या सरकार ने सभी का पूरा भुगतान करके भाजपा को सत्ता सौंपी थी? चौधरी ने कहा कि जब लोक निर्माण विभाग के काम मंत्री अपने हाथों से नहीं करते हैं। सारे काम ठेकेदारों के जरिए ही होते हैं तो भुगतान भी ठेकेदारों को ही सरकार को करना होगा। ठेकेदार भी काम खुद नहीं करते हैं वह और भी लोगों से काम करवाते हैं, एक बहुत बड़ा इको सिस्टम इससे जुड़ा होता है। जिससे लोगों को रोजगार मिलता है प्रदेश का विकास होता है, ठेकेदारों को भुगतान में मिलने से वह नीचे काम करने वाले लोगों को भी भुगतान नहीं कर पाते हैं इससे पूरे प्रदेश में लाखों लोगों को फर्क पड़ता है। हजार करोड़ से ज्यादा के बकाया में से 80 करोड रुपए देने की बात को कांग्रेस ऐसे प्रचारित रही है जैसे सारा भुगतान कर रही है। कुल बकाया धनराशि का यह दस परसेंट भी नहीं है। भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर सवाल उठाने के पहले एक बार विक्रमादित्य सिंह को अपने गिरेबान में झांक लेना चाहिए। क्या भारतीय जनता पार्टी की सरकार के समय में ऐसी स्थिति थी? क्या ठेकेदारों के हजारों करोड़ों रुपए का भुगतान पेंडिंग था? ठेकेदारों ने इस तरीके से काम करने को लेकर मना किया था? प्रदेश के ठेकेदारों ने भुगतान को लंबे समय से रोकने केआरोप लगाए थे? इन सभी बातों का एक जवाब है कि हरगिज़ नहीं। इसलिए हुआ था क्योंकि उसमें सारी चीज नियम अनुसार हो रही थी। ठेकेदारों को निर्धारित समय पर उनके समस्त देयों का भुगतान हो रहा था। अपनी सरकार की नाकामी मंत्री महोदय भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर थोपना चाहते हैं तो यह हरगिज नहीं हो पाएगा। विक्रमादित्य सिंह ऊपर पूछे गए सभी सवालों के सही-सही जवाब प्रदेश के लोगों के सामने रखें जिससे यह स्थिति साफ हो जाए कि जब कांग्रेस सरकार सत्ता से बेदखल हुई थी तो उस समय कितने ठेकेदारों का भुगतान लंबित था।

हमलावर नहीं जानता था कि वह सैफ अली खान के घर में प्रवेश कर रहा है… अजित पवार का बड़ा बयान

मुंबई: कानून और व्यवस्था के “ध्वस्त” होने के आरोपों के बीच, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने रविवार को अभिनेता सैफ अली खान पर हमले के बाद विपक्ष द्वारा किए गए दावों का खंडन किया । उन्होंने कहा कि आरोपी बांग्लादेश से आया था और उसे नहीं पता था कि यह एक फिल्म स्टार का घर है। पवार, जो राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख भी हैं, ने कहा कि आरोपी डकैती करने के इरादे से सैफ अली खान के घर में घुसा था। महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम पवार ने कहा, “कुछ विपक्षी नेताओं ने बयान दिया है कि अभिनेता सैफ अली खान पर हमले की घटना के बाद मुंबई में कानून और व्यवस्था ध्वस्त हो गई है । लेकिन वास्तविकता यह है कि आरोपी बांग्लादेश से आया था। पहले वह कोलकाता आया और फिर उसने मुंबई के बारे में बहुत कुछ सुना था इसलिए वह मुंबई आया। वह एक चोर है जो सैफ अली खान के घर के डक्ट से घुसा था। उसे नहीं पता था कि यह किसी फिल्म स्टार का घर है। वह सिर्फ डकैती के इरादे से घर में घुसा था।” मुंबई पुलिस ने रविवार सुबह पुष्टि की कि अभिनेता सैफ अली खान पर कथित रूप से हमला करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया व्यक्ति बांग्लादेश से अवैध रूप से आया हुआ प्रवासी है। आरोपी की पहचान मोहम्मद शरीफुल इस्लाम शहजाद के रूप में हुई है, जो चोरी करने के इरादे से प्रसिद्ध अभिनेता के घर में घुसा था। पुलिस के बयान के अनुसार, अपराध की जांच के लिए विभिन्न जांच दल बनाए गए थे, और भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 311, 312, 331 (4), 331 (6), और 331 (7) के तहत मामला दर्ज किया गया है। इसके अलावा, पुलिस के अनुसार, आरोपी अपने पैतृक गांव भागने वाला था, जब उसे ठाणे के हीरानंदानी एस्टेट में हिरासत में लिया गया। पता चला कि आरोपी बांग्लादेश के झालोकाटी जिले का मूल निवासी है। मामले की रिपोर्ट 56 वर्षीय स्टाफ नर्स अलेयम्मा फिलिप ने दर्ज कराई थी। यह घटना 16 जनवरी को सुबह करीब 2:00 बजे हुई, जिसके दौरान सैफ अली खान पर हमला किया गया और उन्हें गंभीर चोटें आईं, जिसमें उनकी वक्षीय रीढ़ की हड्डी में चाकू के घाव भी शामिल हैं। आज सुबह एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मुंबई पुलिस ने कहा कि शुरुआती सबूतों से पता चलता है कि आरोपी बांग्लादेशी नागरिक है। जोन 9 के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) दीक्षित गेदाम ने कहा, “उसके पास वैध भारतीय दस्तावेज नहीं हैं। जब्त की गई कुछ वस्तुओं से पता चलता है कि वह बांग्लादेशी नागरिक है।”डीसीपी ने कहा, “प्रथम दृष्टया आरोपी बांग्लादेशी है और भारत में अवैध रूप से प्रवेश करने के बाद उसने अपना नाम बदल लिया। वर्तमान में वह विजय दास नाम से अपना नाम इस्तेमाल कर रहा है। वह पांच से छह महीने पहले मुंबई आया था। आरोपी कई उपनामों का इस्तेमाल कर रहा था। वह कुछ दिनों तक मुंबई में रहा और फिर मुंबई के आसपास के इलाकों में रहा। वह एक हाउसकीपिंग एजेंसी में काम करता था।” यह घटनाक्रम गुरुवार की सुबह खान पर उनके बांद्रा अपार्टमेंट में कई बार चाकू से वार किए जाने के बाद हुआ है। अभिनेता को तुरंत मुंबई के लीलावती अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें गंभीर चोटों का इलाज मिला, जिसमें उनकी वक्षीय रीढ़ की हड्डी में चाकू के घाव भी शामिल हैं। अस्पताल प्रशासन के अनुसार, सैफ अली खान की हालत में सुधार हो रहा है और उन्हें आईसीयू से सामान्य कमरे में ले जाया गया है। सर्जरी, जिसमें 2.5 इंच लंबा ब्लेड निकालना शामिल था, सफल रही। जबकि अभिनेता अब “खतरे से बाहर” हैं, चिकित्सा कर्मचारी उनकी स्थिति पर बारीकी से नज़र रख रहे हैं।

कम बजट में नई तकनीक अपनाकर वृहद् स्तर पर लाभ प्रदान करना सरकार का उद्देश्य : विक्रमादित्य सिंह

संतुलित विकास के लिए जन-जन का सहयोग अपेक्षित : डॉ. शांडिल

लाइव हिमाचल/सोलन: स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा सैनिक कल्याण मंत्री कर्नल डॉ. धनीराम शांडिल ने कहा कि विकास की कोई सीमा नहीं है, विकास एक सतत् प्रक्रिया है और समग्र एवं संतुलित विकास के लिए सभी का सहयोग अपेक्षित है। डॉ. शांडिल आज लोक निर्माण एवं शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह की गरिमामयी उपस्थिति में सोलन शहर के विकास कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास करने के उपरांत नगर निगम सोलन के विभिन्न वार्डों में जनसभाओं को सम्बोधित कर रहे थे।

डॉ. शांडिल ने कहा कि एक आक्कलन के अनुसार सोलन शहर में 12 प्रतिशत प्रति वर्ष की दर से जनसंख्या की बढ़ौतरी हो रही है। इस कारण जहां लोगों की आवश्यकताएं बढ़ रही है वहीं समस्याओं में भी वृद्धि हो रही है। प्रदेश सरकार इस दिशा में गम्भीर है और दीर्घावधि के विकास के लिए सुनियोजित प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बढ़ती जनसंख्या से साथ ही लोगों को मूलभूत सुविधाएं प्रदान करवाना प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि लोगों की जलापूर्ति एवं अन्य सुविधाएं को सुचारू रखने के लिए विभिन्न कदम उठाए जा रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सोलन शहर में निर्मित होने वाला शहीद स्मारक जहां समूचे क्षेत्र की ओर से शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि होगी वहीं यह जन-जन को सदैव स्मरण करवाया कि हमारे जवान हमारी सुरक्षा के लिए सदैव कार्यरत रहते हैं। उन्होंने कहा कि शहीद स्मारक में नकारा हो चुके लड़ाकू विमान या टैंक की स्थापना के लिए उचित माध्यम से केन्द्रीय रक्षा मंत्रालय से मामला उठाया जाएगा। डॉ. शांडिल ने पार्षदों को विकास करवाने के साथ-साथ युवाओं को नशे से दूर रखने में सहयोग देने का आग्रह किया। उन्होंने सभी लोगों से युवाओं को नशे से दूर रखने में अपनी भूमिका निभाने का आग्रह किया ताकि युवा पीढ़ी के भविष्य को अंधकार से निकाला जा सके। उन्होंने कहा कि सोलन शहर का विकास उनकी प्राथमिकता है। सोलन शहर तथा ज़िला में मूल सुविधाओं तक जन-जन की पहुंच बनाने के लिए सभी के सहयोग से सतत् कार्य किया जा रहा है। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि कस्बों और शहरों के विकास के लिए सभी स्तरों पर सूक्षम तथा वृहद् परियोजनाएं कार्यान्वित की जा रही है। लोक निर्माण एवं शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने इस अवसर पर कहा कि संवर्धन जलापूर्ति योजना के तहत सोलन शहर में नगर निगम द्वारा जलापूर्ति भण्डारण टैंक निर्मित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 10 लाख लीटर का यह भण्डारण टैंक लोगों की जलापूर्ति की ज़रूरतों को पूरा करने में सक्षम बनेगा। उन्होंने कहा कि गर्मी के मौसम में सोलन शहर के लोगों को जलापूर्ति की समस्या से निजात मिलेगी और सूचारू जलापूर्ति उपलब्ध होगी। विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि सोलन शहर के मल निकासी प्रणाली को भी और सुदृढ़ किया जाएगा ताकि लोगों को इसकी सुविधा मिल सके। उन्होंने कहा कि सोलन शहर में विभिन्न कार्यों को समय पर पूरा किया जाएगा और शहर की आवश्यकता के अनुरूप योजनाएं बनाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि कम बजट में नई तकनीक को अपनाकर अधिक से अधिक लोगों को लाभ पहुंचाना प्रदेश सरकार का ध्येय है। उन्होंने नगर निगम के अधिकारियों को कूड़े के सही निष्पादन तथा शहर में पार्किंग के निर्माण के लिए भूमि सम्भावनाएं तलाशने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि नगर निगम सोलन में शीघ्र ही अधिशाषी अभियंता के खाली पड़े पद को भरा जाएगा। डॉ. शांडिल एवं विक्रमादित्य सिंह ने इस अवसर पर लोगों की समस्याएं सुनी और इनके शीघ्र निपटारे के सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिए। इस अवसर पर नगर निगम सोलन की महापौर ऊषा शर्मा, नगर निगम की उप महापौर मीरा आनन्द, नगर निगम के पार्षदगण, बघाट बैंक के अध्यक्ष अरुण शर्मा, जोगिन्द्रा सहकारी बैंक के अध्यक्ष मुकेश शर्मा, ग्राम पंचायत नौणी के प्रधान मदन हिमाचली, कांग्रेस पार्टी के रमेश ठाकुर, कुल राकेश पंत, सुरेन्द्र सेठी, मोहन मेहता, विकास काल्टा, जगमोहन मल्होत्रा, अंकुश सूद, संधीरा सीनू सिंह, राजेन्द्र ठाकुर, ज़िला युवा कांग्रेस के अध्यक्ष सचिन, एन.एस.यू.आई. के ज़िलाध्यक्ष कुशाग्र, प्रदेश खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम निदेशक मण्डल के सदस्य जतिन साहनी, उप महाधिवक्ता रोहित शर्मा, नगर निगम सोलन की आयुक्त एकता काप्टा, उपमण्डलाधिकारी सोलन डॉ. पूनम बंसल, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अमित रंजन तलवार, वनमण्डलाधिकारी सोलन एच.के. गुप्ता, विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।

डॉ. शांडिल ने सोलन में 04.25 करोड़ रुपए के विकास कार्यों के किए लोकार्पण एवं शिलान्यास, विक्रमादित्य सिंह विशेष रूप से रहे मौजूद…

लाइव हिमाचल/सोलन: स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा सैनिक कल्याण मंत्री कर्नल डॉ. धनीराम शांडिल ने आज लोक निर्माण एवं शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह की गरिमामयी उपस्थिति में नगर निगम सोलन क्षेत्र के विभिन्न वार्डों में लगभग 04.25 करोड़ रुपए के विकास कार्यों के लोकार्पण व शिलान्यास किए। डॉ. शांडिल ने 1.71 करोड़ रुपए से विकास कार्यों का लोकार्पण किया। उन्होंने 18.23 लाख रुपए से निर्मित प्राथमिक विद्यालय नडोह की ओर नाले के निर्माण एवं पेवर बिछाने के कार्य का तथा नडोह मार्ग से अनुराधा के घर तक  लगभग 05 लाख रुपए से निर्मित सीढ़ियों के रास्तें का लोकार्पण किया। उन्होंने 43.63 लाख रुपए से निर्मित नगर निगम सोलन के मुख्य जलापूर्ति भण्डारण टैंक की छत का लोकार्पण किया। उन्होंने लगभग 20 लाख रुपए से निर्मित पुराने उपायुक्त कार्यालय से सनी साईड पार्क तक सड़क के रखरखाव व पेवर बिछाने के कार्य, लगभग 04.30 लाख रुपए से निर्मित वार्ड नम्बर 12 के प्रवेश द्वार, लगभग 7.19 लाख रुपए से निर्मित एम्बुलेंस मार्ग सनी साईड पर पेवर बिछाने के कार्य तथा लगभग 5.18 लाख रुपए से निर्मित वार्ड नम्बर 12 में सैनिक विश्राम गृह से अमित अपार्टमेंट तक सड़क पर पेवर बिछाने के कार्य का लोकार्पण किया। डॉ. शांडिल लगभग 21.25 लाख रुपए लागत से निर्मित जवाहर पार्क वार्ड नम्बर 06 में ओपन एयर थिएटर का लोकार्पण किया। स्वास्थ्य मंत्री ने लगभग 46.32 लाख रुपए की लागत से निर्मित नगर निगम कार्यालय सोलन में बैठक सभागार व महापौर कार्यालय का लोकार्पण किया।

डॉ. शांडिल ने लगभग 26.21 करोड़ रुपए के विकास कार्यों की आधारशिला रखी। उन्होंने वार्ड नम्बर 08 में 10.83 लाख रुपए की लागत से निर्मित होने वाले जौणाजी मार्ग से धाली, नडोह के लिए मार्ग की आधारशिला रखी। उन्होंने चौरीघाटी में 99 लाख रुपए की लागत से निर्मित होने वाले नए जलापूर्ति भण्डारण टैंक तथा वार्ड नम्बर 11 के शामती में साईं मंदिर के समीप 68 लाख रुपए से निर्मित होने वाले नाले के तटीकरण की आधारशिला रखी। सैनिक कल्याण मंत्री ने 30 लाख रुपए से निर्मित किए जाने वाले बाई पास सपरुन पर शहीद स्मारक पार्क, लगभग 26.24 लाख रुपए से निर्मित की जाने वाले वार्ड नम्बर 14 के बाई पास सपरुन के शहीद स्मारक पार्क में विभिन्न सुविधाओं के निर्माण, 20 लाख रुपए से निर्मित किए जाने वाले बाई पास सपरुन पर पैदल पथ के निर्माण कार्य तथा 08.08 लाख रुपए से लगभग बाई पास सपरुन में पार्किंग के निर्माण कार्य की आधारशिला रखी। इस अवसर पर नगर निगम सोलन की महापौर ऊषा शर्मा, नगर निगम की उप महापौर मीरा आनन्द, नगर निगम के पार्षदगण, बघाट बैंक के अध्यक्ष अरुण शर्मा, जोगिन्द्रा सहकारी बैंक के अध्यक्ष मुकेश शर्मा, ग्राम पंचायत नौणी के प्रधान मदन हिमाचली, कांग्रेस पार्टी के रमेश ठाकुर, कुल राकेश पंत, सुरेन्द्र सेठी, मोहन मेहता, विकास काल्टा, जगमोहन मल्होत्रा, अंकुश सूद, संधीरा सीनू सिंह, राजेन्द्र ठाकुर, ज़िला युवा कांग्रेस के अध्यक्ष सचिन, एन.एस.यू.आई. के ज़िलाध्यक्ष कुशाग्र, प्रदेश खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम निदेशक मण्डल के सदस्य जतिन साहनी, उप महाधिवक्ता रोहित शर्मा, नगर निगम सोलन की आयुक्त एकता काप्टा, उपमण्डलाधिकारी सोलन डॉ. पूनम बंसल, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अमित रंजन तलवार, वनमण्डलाधिकारी सोलन एच.के. गुप्ता, विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।

महाकुंभ से सामने आईं आग की भयानक तस्वीरें, पीएम मोदी ने ली जानकारी…

Mahakumbh Fire :  प्रयागराज के महाकुंभ में भयानक आग लग गई। आग में कई टेंट जलकर राख हो गए हैं। जानकारी के अनुसार, अखिल भारतीय धर्म संघ गीता प्रेस गोरखपुर के कैंप में आग लगी। कुछ ही देर में आग ने इतना विकराल रूप धारण कर लिया कि कैंप में रखा सारा सामान जलकर राख हो गया और आसपास के टेंट भी आग की चपेट में आ गए। पूरे इलाके में आसमान में काला धुआं छा गया। आग की सूचना मिलने के बाद फायर ब्रिगेड और NDRF की टीम मौके पर पहुंचे और आग पर काबू पा लिया गया। आग महाकुंभ मेला के सेक्टर 19 में लगी थी। सूचना मिलते ही सीएम योगी मौके पर पहुंच गए।

मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम ने आग को बुझाया। सिलिंडर ब्लास्ट के कारण शिविर में आग लगी। तेज हवा के कारण एक टेंट से दूसरे टेंट तक आग बढ़ती चली गई। इस आगलगी की घटना में पहले 25 टेंटों के खाक होने की बात सामने आई है। हालांकि, दावा किया जा रहा है कि नागा संन्यासियों के करीब 200 टेंटों को आग ने अपनी चपेट में लिया। आग लगने की घटना की जानकारी मिलते ही एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची। आग पर काबू पाने में सफलता पाई गई। आग लगने के कारण सेक्टर 19 के इलाके में धुआं और पानी दिख रहा है। वहीं, इस आगलगी के गीता प्रेस के शिविर से भड़कने की बात सामने आ रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाकुंभ 2025 के दौरान लगी आग की घटना की जानकारी ली है। उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ को फोन कर घटना के बारे में जानकारी हासिल की। महाकुंभ में आग लगने की घटना के बारे में उन्होंने पूछा। सीएम योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ मेले में मौजूद होने और आग लगने की घटना को लेकर विस्तार से जानकारी दी। पीएम को यह भी बताया गया कि आग पर काबू पा लिया गया है। इसमें किसी प्रकार के जान माल की क्षति नहीं पहुंची है। इसके बारे में भी पीएम को बताया गया है। कुंभ मेला क्षेत्र में लगी आग पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लिया। प्रयागराज महाकुंभ को लेकर सीएम योगी रविवार को प्रयागराज में ही थे। जैसे ही उन्हें घटना की जानकारी मिली, वे मौके पर पहुंचे। उन्होंने मौके पर मौजूद अधिकारियों से आग की घटना में हुई क्षति की जानकारी ली। पैदल वे घटनास्थल पर पहुंचे। अगलगी की घटना के बाद तत्काल मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। मेला क्षेत्र में लगी आग के मामले में एडीजी ने कहा कि आग लगने के कारणों की जांच होगी। इस घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया है। एडीजी प्रयागराज भानु भास्कर ने कहा कि हमें शाम 4:00 बजे आग लगने की जानकारी मिली। आग लगने के घटना की जानकारी मिलते ही हमारे सभी पुलिस अधिकारी और सेक्टर मजिस्ट्रेट घटनास्थल की ओर रवाना हुए। तत्काल फायर ब्रिगेड टीम को एक्टिव किया गया। 20 से अधिक फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंची। इसके साथ-साथ एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस और प्रशासन की टीम ने मौके पर पहुंच कर आग पर काबू पाया। उन्होंने दावा किया कि अभी तक इस आग लगी की घटना में किसी प्रकार के जान-माल के नुकसान की कोई जानकारी नहीं है। हम लोग अगलगी की घटना में हुई क्षति का आकलन कर रहे हैं। प्रयागराज में लगे महाकुंभ मेला के दौरान बड़ी घटना सामने आई है। शास्त्री पुल और रेलवे पुल के बीच रविवार को आग लग गई। इस आग लगी में कई टेंट के जलने का मामला सामने आ रहा है। मौके पर फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां पहुंच गई है। आग लगने की घटना की जानकारी मिलते ही प्रशासन और पुलिस के कई अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं।

सांसद सुरेश कश्यप ने आईजीएमसी मौत मामले को लेकर सरकार पर निशाना साधा…

लाइव हिमाचल/शिमला: भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद सुरेश कश्यप ने कहा कि प्रदेश सरकार को हिमाचल की जनता बारे कोई चिंता नहीं है, उनकी तरफ से जनता की जान की कोई कीमत नहीं है। इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज के एक कैंसर रोगी की मौत के बाद मामला सीएम हेल्पलाइन में पहुंच गया है। जिससे हिमाचल प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं की पोल खुल गई। सीएम हेल्पलाइन को दी शिकायत में परिजनों ने इंजेक्शन न मिलने से रोगी की मौत होने का आरोप लगाया है। यह प्रदेश सरकार के लिए शर्म की बात है, पूर्व भाजपा सरकार ने अनेकों ऐसी योजनाओं की शुरुआत की थी जिसे जनता को बहुत फायदा हुआ था। जेब में एक रु भी ना हो तब भी व्यक्ति अपना इलाज करवा सकता था पर, शायद इस सरकार को वह जनकल्याणकारी योजनाएं पसंद नहीं आई।
उन्होंने कहा कि कैंसर रोगी हिमकेयर योजना के तहत पंजीकृत था लेकिन अस्पताल में रोगी को इंजेक्शन नहीं मिला। बीते माह रोगी की मौत हो गई थी। रोगी की बेटी जाह्नवी शर्मा ने सीएम हेल्पलाइन पर इस संबंध में शिकायत की है। आरोप है कि हिमकेयर में पंजीकृत होने और उसमें राशि होने के बावजूद उसके पिता देवराज को इंजेक्शन नहीं मिला। जाह्नवी ने सीएम हेल्पलाइन पर इस कोताही के लिए जिम्मेवार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मुख्यमंत्री से गुहार लगाई है। भाजपा मृतक के परिवार के साथ है, सरकार द्वारा हस्पताल प्रशासन के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही करनी चाहिए। मृतक के परिवारजनों ने आरोप लगाया है कि उनके पिता को आईजीएमसी के डॉक्टर ने 13 नवंबर को एक जरूरी इंजेक्शन लगवाने के लिए कहा था। आईजीएमसी प्रबंधन के बार-बार चक्कर काटने के बाद भी इंजेक्शन नहीं मिला। इंजेक्शन की कीमत करीब 50 हजार रुपये थी। परिवार की आर्थिक हालत इतनी अच्छी नहीं है कि वह इंजेक्शन खरीद पाए। लिहाजा 3 दिसंबर को उनके पिता की मौत हो गई। उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (आईजीएमसी) में मरीजों की एंजियोग्राफी बंद हो गई है। इस वजह से कार्डियोलॉजी विभाग में उपचार करवाने आ रहे मरीजों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। हिम केयर और प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना के तहत मरीजों का पांच लाख तक मुफ्त में उपचार होता है। लेकिन मेडिकल स्टोरों के संचालकों को इन योजनाओं के लंबित बिलों का भुगतान न होने से संचालकों ने अब सामान देने से मना कर दिया है। इस कारण आईजीएमसी में एंजियोग्राफी बंद हो गई है। इन मरीजों के चिकित्सकों ने केस बना रखे थे लेकिन एंजियोग्राफी बंद होने से अब उनके केस रद्द करने पड़े हैं।

कोट बेजा पंचायत में भाजपा कार्यकर्ताओं की बैठक में प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष राजीव सैजल ने की शिरकत…

लाइव हिमाचल/कसौली : प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष व कसौली के पूर्व विधायक डॉक्टर राजीव सैजल ने कसौली विधानसभा की कोट बेजा पंचायत में भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ एक बैठक में शिरकत की। भाजपा कार्यकर्ताओं ने पूर्व विधायक का कोट बेजा पहुंचने पर स्वागत किया। वहीं बैठक मे कोट बेजा, गुनाई बूथों की नई कार्यकरणी के पदाधिकारियों … Read more

नेत्र शिविर में 120 ऑटो रिक्शा चालकों का रोटरी रॉयल ने कराया निशुल्क नेत्र परीक्षण…

लाइव हिमाचल/सोलन: रोटरी रॉयल सोलन द्वारा व्यावसायिक चालकों के लिए नेत्र परीक्षण शिविर का आयोजन किया गया। शिविर के पहले चरण का आयोजन शूलिनी ऑटो रिक्शा यूनियन, चंबाघाट, सोलन में किया गया, जिसमें ऑटो रिक्शा चालक लक्ष्य समूह के रूप में शामिल किए गए। डॉ. राजेश कश्यप ने शिविर का उद्घाटन किया।

अध्यक्ष रोटेरियन डॉ. कमल अटवाल ने बताया की इस शिविर में 120 से अधिक व्यक्तियों की नेत्र जांच की गई और जरूरतमंद व्यक्तियों को निशुल्क चश्मे वितरित किए गए। नेत्र परीक्षण रोटेरियन डॉ. अनुभा ओझा और उनकी टीम द्वारा किया गया। डॉ. अनुभा ओझा परियोजना की अध्यक्ष थीं और रोटेरियन मनोज कोहली सह-अध्यक्ष के रूप में कार्यरत थे। रोटरी रॉयल सोलन के अध्यक्ष रोटेरियन डॉ. कमल अटवाल ने सामाजिक कारणों के प्रति रोटरी की प्रतिबद्धता को दोहराया। निशुल्क नेत्र परीक्षण के मुख्यअथिति डॉ. राजेश कश्यप ने रोटरी की सहारना करते हुए कहा की रोटरी इंटरनेशनल एक वैश्विक संगठन है जो सामाजिक कारणों, शिक्षा, स्वास्थ्य और पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में काम करता है। रोटरी के सदस्य विभिन्न समुदायों में सेवा परियोजनाओं को आयोजित करके और जरूरतमंद लोगों की मदद करके समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने का प्रयास करते हैं। इस अवसर पर नेत्र विशेषज्ञ डाक्टर गुंजन साहनी, सहायक गवर्नर रोटेरियन अनिल चौहान, क्लब सचिव रोटेरियन मनीष तोमर, रोटेरियन जितेंद्र भल्ला, रोटेरियन डॉ. सुप्रिया अटवाल, रोटेरियन पायल तोमर, रोटेरियन रमन शर्मा, रोटेरियन शशांक पाहुजा, रोटेरियन डॉ. सौरभ शर्मा, रोटेरियन देश मित्तर, रोटेरियन यादव गिरि, रोटेरियन डॉ. उत्तम चौहान, रोटेरियन रजनीश सूद और रोटेरियन नवीन गुप्ता मौजूद रहे।

इंजेक्शन के अभाव में मरीज की मौत व्यवस्था परिवर्तन का जघन्य उदाहरण है….

लाइव हिमाचल/शिमला: नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने आईजीएमसी में इलाजरत कैंसर के मरीज देवराज की मौत को लेकर सुखविंद्र सिंह सुक्खू पर हमला किया है। उन्होंने कहा कि इंजेक्शन उपलब्ध न होने की वजह से एक व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है। मृतक की बिटिया जान्हवी शर्मा का जो वीडियो मीडिया के माध्यम से वायरल हुआ है, वह बहुत पीड़ादायक है। सिर्फ सरकार के निकम्मेपन की वजह से हिमकेयर और अनिवार्य दवाओं की सप्लाई रुकी और एक बेटी के सर से पिता का साया उठ गया। मैंने वह वीडियो मुख्यमंत्री को भी भेज दिया है कि आप भी देखिए कि व्यवस्था परिवर्तन के नाम पर कितना जघन्य काम हुआ है। आगे ऐसा कुछ न हो, इलाज के अभाव में किसी भी प्रदेशवासी की मृत्यु न हो, मुख्यमंत्री को यह सुनिश्चित करना चाहिए। यह कोई पहला मामला नहीं है, ऐसे न जाने कितने लोगों के फ़ोन और मेसेज मुझे आते हैं कि उन्हें अस्पताल में दवाएँ नहीं मिली। इलाज़ नहीं मिला, जांच नहीं हुई, निजी अस्पतालों में उन्हें इलाज करवाना पड़ा या फ्री दवा के लिए पात्र होने पर भी उन्हें महंगी दवाइयां बाज़ार से खरीद कर लानी पड़ी। हमारी सरकार में लाखों लोगों को हिम केयर के तहत इलाज मिला। हज़ारों लोगों की जान बची। लेकिन सुक्खू सरकार लोगों की जान को हल्के में ले रही है। इसलिए स्वास्थ्य विभाग में भी इस तरह की अराजकता फैला कर रखी है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि हमारी सरकार में हमने प्रदेशवासियों के इलाज में कोई कोताही नहीं की। ब्रेस्ट कैंसर के मामले में एक साल के इलाज का खर्च नौ लाख आता था, उसे भी हमारी सरकार में नि:शुल्क उपलब्ध करवाया गया। हार्ट अटैक के समय लगने वाला जीवन रक्षक इंजेक्शन भी बहुत महंगा होता है, उसे भी हमारी सरकार निःशुल्क उपलब्ध करवाती थी। हमारी सरकार में इंजेक्शन चाहे पांच हजार के हो या पचास हजार के हर जरूरतमंद को निःशुल्क लगता था और हमेशा उपलब्ध रहता था। यह हालात एक दिन में नहीं बने। सरकार ने चरणबद्ध तरीके से स्वास्थ्य व्यवस्था को बर्बाद करने का काम किया है। प्रदेश के दवा सप्लाई करने वाले नौ महीनें से दवा के पेमेंट के लिए गुहार लगा रहे हैं। दवाओं के पैसे देने की मांग कर रहे हैं। थक हारकर 31 दिसंबर के बाद दवाओं की सप्लाई करने में अपने हाथ खड़े कर दिए। दवा सप्लाई करने वाले समूहों ने बकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस करके सरकार को आगाह भी किया था कि नौ महीनें से रुके हुए बिल का भुगतान अगर सरकार ने नहीं किया तो दवाओं की आपूर्ति बंद करने का अलावा कोई रास्ता नहीं है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि व्यवस्था परिवर्तन वाले सुख की सरकार ने स्वास्थ्य विभाग का बेड़ा गर्क कर दिया है। बजट में भी जो घोषणाएं सरकार द्वारा की गई थी एक भी पूरी नहीं हुई। पेट-स्कैन के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर हमारी सरकार ने बना दिया था लेकिन अभी तक पेट-स्कैन की मशीन नहीं लगी। आईजीएमसी में भी एमआरआई और सीटी-स्कैन के साथ ही अल्ट्रा साउंड के लिए भी तीन-तीन महीनें की डेट मिल रही है। हर विधानसभा क्षेत्र में एक आदर्श स्वास्थ्य संस्थान का बनाने का वादा भी सरकार द्वारा बजट में किया गया था, जिसमें एमआरआई, सीटी-स्कैन के साथ-साथ कैंसर डे केयर सेंटर भी बनाने थे लेकिन कुछ नहीं हुआ।