बिकने वाले विधायक बीजेपी में चले गए’ सीएम सुखविंद सिंह सुक्खू का कांग्रेस के बागियों पर हमला

शिमला: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू दिल्ली से वापस लौट आए हैं. दिल्ली में कई अहम बैठकों में हिस्सा लेने के बाद मुख्यमंत्री हिमाचल पहुंचे हैं. अब अपने गृह विधानसभा क्षेत्र नादौन में प्रवास करेंगे. 

इस दौरान मुख्यमंत्री कई अहम बैठकों में भी हिस्सा लेने वाले हैं. गग्गल एयरपोर्ट पर पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पत्रकारों से बातचीत की. इस दौरान मुख्यमंत्री ने भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के साथ बगावत करने वाले पूर्व विधायकों पर निशाना साधा.

 

‘बिकने वाले विधायक बीजेपी में चले गए’
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि जो विधायक बिकने वाले थे, वह बीजेपी में चल गए हैं. उन्होंने अपनी बात को दोहराते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस से बगावत करने के लिए इन विधायकों ने 15-15 करोड़ रुपये दिए हैं. सीएम सुक्खू ने कहा कि बागी विधायकों के सरगना को 15 करोड़ रुपये से भी ज्यादा की राशि मिली है. उन्होंने बिना नाम लिए ही पूर्व विधायक सुधीर शर्मा पर निशाना साधा. इससे पहले मुख्यमंत्री नाम लेकर भी सुधीर शर्मा को सरगना बता चुके हैं.

‘पूर्ण बहुमत में है कांग्रेस सरकार’

बीजेपी पर लगाते हुए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि कांग्रेस सरकार पूर्ण बहुमत में है. भारतीय जनता पार्टी के नेता प्रदेश में सिर्फ और सिर्फ भ्रम फैलाने का काम कर रहे हैं.मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि मौजूदा वक्त में हिमाचल प्रदेश विधानसभा में 62 विधायक हैं. इनमें से 34 विधायक कांग्रेस के पास है. ऐसे में कांग्रेस के पास पूर्ण बहुमत है. हिमाचल प्रदेश की कुछ विधासभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर सीएम सुक्खू ने दावा किया कि उपचुनाव के बाद भी कांग्रेस पार्टी बहुमत में ही रहने वाली है. भारतीय जनता पार्टी के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर सिर्फ और सिर्फ झूठ बोलने का काम कर रहे हैं.

जल्द होगा कांग्रेस प्रत्याशियों का नाम घोषित’
मुख्यमंत्री सुखविंद सिंह सुक्खू ने कहा कि अभी उन्हें सत्ता में आए हुए से 15 महीने का वक्त हुआ है और उन्होंने 10 गारंटियों में से पांच गारंटियां पूरी भी कर दी हैं. ऐसे में बीजेपी का बार-बार यह पूछना कि गारंटी अब तक पूरी नहीं हुई, यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. सीएम सुक्खू ने तंज कसते हुए कहा कि बीजेपी का काम जनता के बीच झूठ फैलाने का है. उन्होंने कहा कि जल्द ही पार्टी अपने प्रत्याशियों को भी चुनावी मैदान में उतारेगी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस स्वच्छ छवि वाले प्रत्याशियों को टिकट देगी।

फूलों से लदे कचनार के वृक्ष बढ़ा रहे हैं जंगलों की शोभा…

शिमला:  जुन्गा क्षेत्र के जंगलों में इन दिनों फूलों से लदे कचनार के वृक्ष जंगलों की शोभा बढ़ा रहे है । कचनार की सब्जी स्वादिष्ट होने के साथ साथ औषधीय गुणों से भरपूर है। आयुर्वेद में कचनार का उपायोग विभिन्न रोगों की दवाई बनाने के लिए किया जाता है । गौर रहे कि कचनार के वृक्ष जंगलों में स्वतः ही उगे होते है जिसमें बसंत ऋतु में  लगने वाली पंखुड़ियां व फूल का उपयोग ग्रामीण क्षेत्रों में सब्जियों के लिए किया जाता है। जोकि विषैले तत्व से रहित व  जैविक गुणों से भरपूर  है। कचनार, जिसे लोग स्थानीय भाषा में  करयालटी भी कहते हैं । ग्रामीण क्षेत्रों में इसका  उपयोग सब्जी व रायता बनाने के लिए किया जाता है । कचनार की कलियों का आचार बहुत ही स्वादिष्ट होने के साथ साथ औषधी का काम भी करता है। आयुर्वेद विशेषज्ञ डाॅ0 विश्वबंधु जोशी के अनुसार कचनार की सब्जी औषधीय गुणों से भरपूर है और कचनार की छाल का उपयोग आयुर्वेदिक दवाओं के बनाने में भी किया जाता है। इनका कहना है कि कचनार की छाल का  शरीर के किसी भाग की गांठ को गलाने में सबसे उत्तम औषधी है । इसके अतिरिक्त रक्त  विकार, त्वचा रोग जैसे खाज-खुजली, एक्जीमा, फोड़े-फंसी के उपचार में इसकी छाल उपयोग में लाई जाती है। पीरन के वरिष्ठ नागरिक दयाराम वर्मा  का कहना है कि इन दिनों गांव में जंगली शुद्ध सब्जियों की बहार आई है जिनमें कचनार, काथी की कोपलें, रामबाण के गोव्वा, फेगड़े, खड़की के कोमल पत्ते, खडडों में उगने वाली छूछ इत्यादि जंगली सब्जियां प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है। इनका कहना है कि जंगलों में स्वतः उगी सब्जियों में भरपूर मात्रा में खनिज व पोषक तत्व है जोकि   विभिन्न रोगों के लिए रामबाण का कार्य करती है जिसका उपयोग लोगों को हर सीजन में करना चाहिए। बताया कि बाजार में मिलने वाली सब्जियों में रासायनिक खाद का इस्तेमाल होने से इसके पोषक तत्व खत्म हो जाते हैं। अतीत में ग्रामीण लोग प्रकृति में उगी सब्जियों का प्रयोग करते थे जिससे लोग हृटपुष्ट होते थे जबकि युवा पीढ़ी जंगली सब्जियों को  ज्यादा पसंद नहीं करते हैं।

बीफ नहीं खाती, हिंदू होने पर गर्व’, विवाद बढ़ा तो BJP कैंडिडेट कंगना रनौत ने दी सफाई….

मंडी: बीफ को लेकर शुरू हुए विवाद पर हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी कंगना रनौत का बयान आया है. कंगना ने कहा है कि वह बीफ या किसी भी तरह का रेड मीट नहीं खाती हैं. कंगना ने उन्हें लेकर फैलाई जा रही बातों को अफवाह बताया है.दरअसल, महाराष्ट्र में विपक्ष (कांग्रेस) के नेता विजय वडेट्टीवार ने कंगना पर बीफ खाने का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा था कि बीजेपी ने कंगना को टिकट दिया, जिन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा था कि उन्हें बीफ पसंद है और वो खाती हैं. बीजेपी ने कांग्रेस नेता के इस बयान का जमकर विरोध किया था. इस बयान पर अब कंगना ने भी पलटवार किया है. कंगना ने सोमवार को ट्वीट कर कहा,’मैं बीफ या किसी भी तरह का रेड मीट नहीं खाती. यह बेहद शर्मनाक है कि मेरे बारे में बिना किसी आधार के अफवाह फैलाई जा रही है. मैं दशकों से योगिक और आयुर्वेदिक जीवन शैली की वकालत करती आई हूं और उन्हें बढ़ावा भी देती हूं. इसलिए मेरी छवि खराब करने की यह कोशिश बिल्कुल भी काम नहीं करेगी. लोग अच्छी तरह से जानते हैं कि मैं एक गर्वित हिंदू (Proud Hindu) हूं. कोई भी उन्हें गुमराह नहीं कर सकता है. जय श्री राम. दरअसल, कंगना ने 24 मई 2019 को सोशल मीडिया पर एक पोस्ट की थी. इसमें उन्होंने कहा था,’बीफ या दूसरा कोई भी मांस खाने में कोई बुराई नहीं है. यह धर्म के बारे में नहीं है! यह किसी से छिपा नहीं है कि 8 साल पहले मैंने शाकाहार को अपनाकर एक योगी का रास्ता चुना था. मैं सिर्फ एक धर्म में विश्वास नहीं करती हूं.’ उन्होंने आगे कहा था कि इसके ठीक विपरीत मेरा भाई मांस खाता है।

सुप्रिया की पोस्ट पर हुआ था विवाद

इससे पहले भी कंगना को लेकर सोशल मीडिया पर बयानबाजी हो चुकी है. कांग्रेस की सोशल मीडिया हेड सुप्रिया श्रीनेत के इंस्टाग्राम अकाउंट पर कंगना रनौत पर एक आपत्तिजनक पोस्ट शेयर होने के बाद विवाद खड़ा हो गया था. कंगना रनौत को बीजेपी लोकसभा उम्मीदवार के रूप में उतारने के एक दिन बाद किए गए इस पोस्ट में अपमानजनक कैप्शन के साथ कम कपड़ों में कंगना रनौत की एक तस्वीर शेयर की गई थी।

कंगना रनौत के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे विक्रमादित्य सिंह, मां प्रतिभा सिंह ने किया कन्फर्म….

शिमला: हिमाचल प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि कंगना रणौत एक अच्छी अभिनेत्री हैं, लेकिन हमें यह भी नहीं भूलना चाहिए कि वह क्वीन ऑफ कंट्रोवर्सी भी है। जो बातें उन्होंने समय-समय पर देश में कही हैं और अगर वह यह सोच रही हैं कि ये मुद्दे चुनाव में नहीं उठेंगे।  ये बातें चुनाव में उठेंगी और उनका जवाब भी कंगना को देना होगा। शिमला में पत्रकारों से बातचीत में विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि कंगना को हिमाचल के बारे में एबीसी पता नहीं है। यह जनता भी जानती है। जयराम की ओर से पलटू राम कहने के बयान पर विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि कोरोनाकाल में जयराम खुद शाम को फैसले लेते थे और सुबह पलट जाते थे। जयराम मुद्दों पर बात करें, व्यक्तिगत टीका-टिप्पणी से बचना चाहिए। जयराम से प्रमाणपत्र लेने की आवश्यकता नहीं है। कहा कि वह पार्टी के कर्मठ सिपाही हैं। अभी टिकटों की घोषणा नहीं हुई है। लेकिन जो हाईकमान कहेगा, उसे मानेंगे।  जो भी पार्टी के आदेश होंगे, उसे आगे रखा जाएगा। लोकसभा चुनाव ना लड़ने के सवाल पर प्रतिभा सिंह कहा कि बहुत सही कहा आपने…मैंने इसलिए डिक्लाइन किया कि मुझे चुनाव नहीं लड़ना है. क्योंकि पहले लोकसभा लड़ना था. अभी उपचुनाव की भी जिम्मेदारी है. पार्टी का अध्यक्ष होने के नाते मैंने कहा कि आप किसी और को टिकट दे दो. प्रतिभा सिंह कहती हैं कि विक्रमादित्य सिंह के लिए प्रचार करूंगी, इसलिए नहीं वह विक्रमादित्य है…कोई भी होता तो भी प्रचार करती. कांग्रेस को एकजुट होकर मतभेद भुलाकर काम करना होगा. प्रतिभा सिंह ने कहा कि कंगना रनौत के खिलाफ विक्रमादित्य सिंह लड़ रहे हैं और एक बड़ी चुनौती होगी. लोगों को डिसाइड करना है किसने काम किया है, किसने धरातल पर जनता से सुख-दुख पूछा है. जनता जानती है. एक अभिनेत्री जो जीत के बाद मुंबई लौट जाएगी और वह लोगों की समस्या को लेकर क्या काम करेगी। 

हिमाचल में किस एमपी ने खर्च की सबसे ज्यादा सांसद निधि? अनुराग ठाकुर से भी आगे निकले ये नेता….

Himachal Lok Sabha Elections 2024: हिमाचल प्रदेश में सातवें और आखिरी चरण में लोकसभा के चुनाव हैं. प्रदेश में 1 जून को चार सीटों पर चुनाव होगा और इसके परिणाम 4 जून को आ जाएंगे. हिमाचल प्रदेश में अभी चुनाव के लिए करीब दो महीने का वक्त बचा है. देश में 17वीं लोकसभा का कार्यकाल खत्म होने जा रहा है. ऐसे में हिमाचल के सांसदों का रिपोर्ट कार्ड देखना बेहद रोचक रहने वाला है. देश में सांसदों को अपने निर्वाचन क्षेत्र में विकास कार्य करवाने के लिए हर साल पांच करोड़ रुपये की धनराशि मिलती है. इसे सांसद निधि कहा जाता है. इसे MP-LADS यानी मेंबर ऑफ पार्लियामेंट लोकल एरिया डेवलपमेंट स्कीम के नाम से भी जाना जाता है.

 

शिमला के सांसद का काम सबसे प्रभावशाली
अपने संसदीय क्षेत्र में विकास कार्यों के लिए सांसदों को मिलने वाली निधि खर्च करने के मामले में शिमला के सांसद सुरेश कश्यप का काम सबसे प्रभावशाली रहा है. शिमला संसदीय क्षेत्र से सांसद सुरेश कश्यप ने सांसद निधि का 123 फीसदी यूटिलाइजेशन किया है.

 

इसी तरह अनुराग ठाकुर का यूटिलाइजेशन 109 फीसदी रहा है. शिमला के सांसद सुरेश कश्यप ने 12.80 करोड़ रुपये विभिन्न सांसद निधि विकास कार्यों के लिए रिकमेंड किए. सुरेश कश्यप की तरफ से जारी रकम में से 11.88 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. कश्यप के हिस्से 1.11 करोड़ रुपये की खर्च न की गई राशि भी है, जो सबसे कम है.

 

साल 2021 में सांसद बनीं प्रतिभा सिंह
प्रतिभा सिंह साल 2021 में चुनाव जीत कर आई और उनकी यूटिलाइजेशन की प्रतिशतता 68 फीसदी है. प्रतिभा सिंह का रिकार्ड देखा जाए, तो उनकी पात्रता 12 करोड़ रुपये की फंड की है. इसमें केंद्र सरकार ने 4.5 करोड़ रुपये का फंड अब तक जारी किया है. ब्याज के साथ रकम देखी जाए, तो प्रतिभा सिंह के पास 5.60 करोड़ रुपये का फंड है. इसमें उन्होंने 5.20 करोड़ रुपये की निधि विकास कार्यों के लिए रिकमेंड की है. इसमें 5.7 करोड़ रुपये रुपये जारी भी हो चुके हैं. प्रतिभा सिंह की तरफ से जारी रकम 3.15 करोड़ रुपये खर्च हो चुकी है और 2.44 करोड़ रुपये की रकम खर्च नहीं हुई है.

अनुराग की सांसद निधि की यूटिलाइजेशन 109 फीसदी
हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से सांसद और केंद्र में मंत्री अनुराग ठाकुर के पास सांसद निधि के तौर पर 17 करोड़ रुपये की राशि की पात्रता है. इन 17 करोड़ रुपये की पात्रता में से अनुराग ठाकुर को 7 करोड़ रुपये मिले हैं.

 

अनुराग ठाकुर ने MP-LADS के कार्यों के लिए 9.87 करोड़ रुपये रिकमेंड किए. इस रकम में से 7.76 करोड़ रुपये खर्च हुए. इस तरह 2.32 करोड़ रुपये से अधिक निधि खर्च नहीं हुई है. अनुराग ठाकुर को रिलीज किए गए सांसद निधि की यूटिलाइजेशन 109 फीसदी से अधिक है.

किशन कपूर नहीं खर्च सके 2.74 करोड़ रुपये

कांगड़ा-चंबा संसदीय क्षेत्र के सांसद किशन कपूर ने कुल 17 करोड़ रुपये में से 7 करोड़ रुपये की रकम जारी की. इस रकम में ब्याज की राशि जोड़ी जाए, तो यह 9.62 करोड़ रुपये बनती है. इसमें किशन कपूर ने 8.64 करोड़ रुपये के कार्यों की अनुशंसा की. इसमें 6.88 करोड़ रुपये खर्च हुए. सांसद किशन कपूर 2.74 करोड़ रुपये खर्च नहीं कर सके।

कांग्रेस चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार, स्वच्छ छवि वाले प्रत्याशियों को ही मैदान में उतारेंगे…

शिमला: मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू बोले कांग्रेस चुनाव के लिए है पूरी तरह से तैयार। जल्द ही प्रत्याशियों की घोषणा की जाएगी। प्रत्याशियों के पैनल तय हो चुके हैं। कांग्रेस अच्छे व स्वच्छ छवि वाले प्रत्याशियों को मैदान में उतारेगी। नई दिल्ली से लौटने के बाद मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू सोमवार को अपने हलके नादौन … Read more

हिमाचल में ड्यूल डिग्री सिस्टम को चेक करेगी नई कमेटी….

शिमला : हिमाचल के तमाम विश्वविद्यालयों में नई शिक्षा नीति के तहत लागू किए गए ड्यूल डिग्री प्रोग्राम सिस्टम को चेक करने के लिए हिमाचल सरकार ने एक 7 सदस्यीय कमेटी का गठन किया है। यह कमेटी एक समय में दो डिग्री कोर्स में किस तरह छात्रों की पढ़ाई करवाई जाए, इसको एग्जामिन करेगी। इसके साथ ही यदि जरूरी हुआ तो यह कमेटी इस सिस्टम पर यूनिवर्सिटी और बोर्ड को अपने सुझाव भी देगी। शिक्षा सचिव राकेश कंवर की ओर से इस बारे में अधिसूचना जारी की गई है। इसके साथ ही यह भी कहा गया है कि इस बारे में कोई भी डिसीजन लेने से पहले कमेटी के अध्यक्ष से संबंधित यूनिवर्सिटीज को अप्रूवल लेनी होगी। गौर है कि हिमाचल में केंद्र सरकार की नई शिक्षा नीति को अब सभी यूनिवर्सिटीज में लागू कर दिया गया है। शिक्षा सचिव राकेश कंवर की ओर से इस बारे में अधिसूचना जारी की गई है। इसके साथ ही यह भी कहा गया है कि इस बारे में कोई भी डिसीजन लेने से पहले कमेटी के अध्यक्ष से संबंधित यूनिवर्सिटीज को अप्रूवल लेनी होगी। गौर है कि हिमाचल में केंद्र सरकार की नई शिक्षा नीति को अब सभी यूनिवर्सिटीज में लागू कर दिया गया है।

इस सिस्टम के तहत छात्रों को एक डिप्लोमा कोर्स और एक यूजी कार्यक्रम,दो मास्टर कोर्स या दो स्नातक कोर्स के संयोजन के साथ चयन करने की अनुमति होगी। पीजी कार्यक्रम के लिए आवेदन करने के पात्र छात्र यदि चाहें तो यूजी डिग्री प्रोग्राम के लिए भी आवेदन कर सकते हैं। यह छात्र को स्नातक और पीजी दोनों करने की अनुमति देता है। हालांकि, इस बात का ध्यान भी रखना होगा कि कक्षाओं के समय में कोई टकराव न हो। सचिव शिक्षा इस कमेटी के अध्यक्ष होंगे। इसके अलावा हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय, कृषि विश्वविद्यालय, बागवानी,तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति को कमेटी में सदस्य बनाया गया है। निदेशक उच्चतर शिक्षा, संबंधित विभागों के विभागाध्यक्ष, शिक्षा विभाग के संयुक्त सचिव, अतिरिक्त सचिव सहित अन्य विशेषज्ञ कमेटी में बतौर सदस्य शामिल किया गया है।

दो दशक पहले ही PM मोदी ने जाहिर कर दी थी 21वीं सदी के विकसित भारत की कल्पना…

दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने शनिवार को अपना 44वां स्थापना दिवस मनाया. जिसको लेकर देशभर में भाजपा के कार्यकर्ताओं ने जश्न मनाया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत पार्टी के नेताओं ने इस मौके पर कार्यकर्ताओं को बधाई दी.

इसी बीच सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर मोदी आर्काइव नामक हैंडल से पीएम मोदी का पुराना वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो उस वक्त का है, जब साल 1999 में चेन्नई में भाजपा की दो दिवसीय राष्ट्रीय परिषद की बैठक हुई थी. नरेंद्र मोदी भाजपा के महासचिव थे. इस दौरान नरेंद्र मोदी ने तमिलनाडु की धरती से संकल्प लिया था कि 21वीं सदी भारत की सदी होगी, जो आज सच साबित होता नजर आ रहा है. आज दुनिया के शक्तिशाली देश भारत के साथ अपने आपको जोड़ना चाहते हैं. सोशल मीडिया पर पीएम मोदी का यह वीडियो वायरल हो रहा है. इस वीडियो पर सोशल मीडिया यूजर्स अपनी प्रतिक्रिया भी दे रहे हैं. वायरल वीडियो में पीएम मोदी कहते हुए सुने जा सकते हैं कि भारतीय जनता पार्टी 21वें वर्ष में प्रवेश कर रही है. हमारी 20 साल की यात्रा पूरी हो चुकी है. जब हम नई सदी में प्रवेश करने वाले हैं तब हमारे देश के प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने देश के साथ बात करते हुए कहा अगली सदी हिंदुस्तान की सदी होगी और अगर हमारा मकसद यही है, हम हिंदुस्तान की छवि सुधारना चाहते हैं, तो हम भारतीय जनता पार्टी के रूप में, पार्टी के कार्यकर्ताओं के रूप में, हम हिंदुस्तानी के रूप में आने वाले दिनों में वह कौन सी बातों को लेकर चलें ताकि हमारे प्रधानमंत्री ने जो सपना देखा है कि अगली सदी हिंदुस्तान की सदी होगी, उसे पूरा करने के लिए हमें प्रयास करना होगा।
साथ ही इस पर भी विचार करना होगा कि हम इसके लिए कौन सी नींव डालें. मैं और आप यहां बैठकर के अगली सदी का एजेंडा तय नहीं करते।

रियलमी के नए फोन की ताबड़तोड़ सेल आज, 1000 रुपये की छूट पर मिल जाएगा नया मोबाइल, गदर हैं फीचर्स

Realme 12x 5G को हाल ही में लॉन्च किया गया था और आज इस फोन को स्पेशल सेल के लिए उपलब्ध कराया जा रहा है. स्पेशल सेल दोपहर 12 बजे शुरू होगी. कंपनी ने फोन की शुरुआती कीमत 11,999 रुपये रखी है और इस मोबाइल के साथ ग्राहकों को कई तरह का ऑफर भी दिया … Read more

मंडी में कांग्रेस अभी तक प्रत्याशी नहीं कर पाई है घोषित, भाजपा प्रचार अभियान में काफी आगे बढ़ी

मंडी: लोकसभा चुनाव की सबसे हॉट सीट मंडी में कांग्रेस के नेताओं व कार्यकर्ताओं को अभी तक पशोपेश में ही हैं। कंगना रनौत के भाजपा प्रत्याशी बनने के बाद भाजपा जहां छह विधानसभा क्षेत्रों में उनका दौरा करवा चुकी है। उनकी गैर मौजूदगी में भी नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर भी मंडी के दौरों पर हैं और सरकार पर हमले कर माहौल को पूरी तरह से गर्मा रखा है। दूसरी ओर कांग्रेस नेता संसदीय बैठक के बाद नहीं दिखे।

कांग्रेस कार्यकर्ताओं में भी निराशा की स्थिति बनी

प्रत्याशी घोषित न होने के कारण कांग्रेस कार्यकर्ताओं में भी निराशा की स्थिति बनी है। हालात यह हैं कि पहले जहां सांसद प्रतिभा सिंह का नाम संसदीय बैठक में आया, वहीं अब मंत्री विक्रमादित्य का नाम आने पर कार्यकर्ता हैरान है। हालांकि वह विक्रमादित्य सिंह को मजबूत उम्मीदवार भी बता रहे हैं, लेकिन प्रचार के मामले में दूरी कहीं न कहीं घटक रही है। दूसरी और भाजपा कंगना रनौत की गैरमौजूदगी में भी अपने प्रचार अभियान को तेज रखे हुए हैं।

प्रचार अभियान में भाजपा से पीछे कांग्रेस

शनिवार को जहां जिला भर में बाइक रैली हुई, वहीं रविवार को नेता प्रतिपक्ष ने बल्ह में अनुसूचित जाति मोर्चा के कार्यक्रम में शिरकत की। कंगना रनौत की ही बात करें तो वह मंडी, द्रंग, करसोग, बल्ह, सरकाघाट का दौरा कर चुकी हैं। अन्य विधायक भी अपने-अपने हलको में नुक्कड़ सभाएं करने में जुटे हैं। ऐसे में कांग्रेस की ओर से की जा रही प्रत्याशी की घोषणा में देरी, उनको प्रचार अभियान में भाजपा से कहीं पीछे छोड़ रही है। हैरत तो इस बात की है कि कांग्रेस नेता भी अपने-अपने हलको में बैठकें करते कम ही दिख रहे हैं।

आम आदमी पार्टी के धरने में कार्यकर्ता को मारा थप्पड़

रविवार को आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने उनके नेता दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के विरोध में सेरी मंच पर धरना दिया। इस दौरान धरने में शामिल एक कार्यकर्ता को किसी व्यक्ति ने आपसी विवाद के चलते थप्पड़ मार दिया। यह देख पार्टी कार्यकर्ता मुखर हो गए। हालांकि दोनों के बीच आपसी विवाद था, लेकिन मामला बढ़ता देख वह वहां से चला गया।