ग्राम पंचायत सलोगड़ा में विश्व हेपेटाइटिस दिवस हुआ आयोजित

सोलन : स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग सोलन द्वारा आज सोलन विकास खण्ड की ग्राम पंचायत सलोगड़ा में विश्व हेपेटाइटिस दिवस के अवसर पर जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। यह जनाकरी आई.बी.सी.सी समन्यवक राधा चैहान ने दी। राधा चैहान ने कहा कि हेपेटाइटिस लीवर से जुड़ा एक रोग है जो वायरल संक्रमण के कारण … Read more

ज़िला स्तरीय सार्वजनिक वितरण प्रणाली एवं सतर्कता समिति की बैठक हुई आयोजित

. लक्षित वर्गों का सम्बल बनी विभिन्न योजनाएं : मनमोहन शर्मा सोलन : उपायुक्त मनमोहन शर्मा ने कहा कि खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के माध्यम से कार्यान्वित की जा रही विभिन्न योजनाएं लक्षित वर्गों का सम्बल बनकर उभरी हैं। मनमोहन शर्मा गत सांय यहां ज़िला स्तरीय सार्वजनिक वितरण प्रणाली व ज़िला स्तरीय सतर्कता समिति … Read more

डाॅ. शांडिल 29 और 30 जुलाई को सोलन के प्रवास पर…

सोलन : स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक एवं न्याय तथा श्रम एवं रोज़गार मंत्री कर्नल डाॅ. धनीराम शांडिल 29 व 30 जुलाई, 2023 को सोलन के प्रवास पर आ रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्री 29 जुलाई, 2023 को दोपहर 12.15 बजे सोलन ज़िला की ग्राम पंचायत तुन्दल में आयोजित वन महोत्सव में सम्मिलित होंगे। डाॅ. शांडिल … Read more

स्वतंत्रता दिवस समारोह के संबंध में बैठक हुई आयोजित…

सोलन : ज़िला स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह हर वर्ष की भान्ति इस वर्ष भी सोलन के ऐतिहासिक ठोडो मैदान में आयोजित किया जाएगा। यह जानकारी आज यहां उपायुक्त सोलन मनमोहन शर्मा ने इस संबंध में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। डीसी सोलन मनमोहन शर्मा ने कहा कि मुख्यातिथि सर्वप्रथम कारगिल शहीद स्मारक पर कृतज्ञ प्रदेशवासियों एवं ज़िलावासियों की ओर से स्वतंत्रता सेनानियों तथा शहीदों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।

मुख्यातिथि द्वारा प्रातः 11.00 बजे ठोडो मैदान में ध्वजारोहण किया जायेगा। पुलिस, होमगार्ड तथा विभिन्न स्कूलों की एन.सी.सी, एन.एस.एस की टुकड़ियों द्वारा मार्चपास्ट किया जाएगा।


उन्होंने कहा कि इस अवसर पर उत्कृष्ट कार्य करने वाले कर्मचारियों एवं अन्य को सम्मानित भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस अवसर पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे जिसकी रिहर्सल 10 अगस्त, 2023 को प्रातः 11.00 बजे ठोडो मैदान में होगी।
उपायुक्त ने विभिन्न विभागों को निर्देश दिए कि कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए निर्धारित उत्तरदायित्वों का समयबद्ध निपटारा सुनिश्चित बनाएं। उन्होंने कहा कि बारिश के दृष्टिगत मैदान को कार्यक्रम के लिए तैयार रखा जाए ताकि सभी कार्य सफलतापूर्वक पूर्ण हों। उन्होंने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, लोक निर्माण, जल शक्ति, पुलिस, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग तथा नगर निगम सोलन को कार्यक्रम के विषय में विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए। सहायक आयुक्त डाॅ. स्वाति गुप्ता ने बैठक की कार्यवाही का संचालन किया।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक सोलन गौरव सिंह, अतिरिक्त उपायुक्त अजय यादव, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक योगेश रोल्टा, नगर निगम की संयुक्त आयुक्त प्रियंका, उपमण्डलाधिकारी सोलन कविता ठाकुर, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. राजन उप्पल सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

रिकांगपिओ : बारिश का कहर लगातार जारी, NH-5 हुआ बंद, वाहनों में गुजरी रात

रिकांगपिओ : किन्नौर जनपद के निचले क्षेत्रों में हो रही भारी बारिश के बाद सड़कों का अवरुद्ध होना आम बात हो गई है। जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वीरवार रात को निगुलसरी के पास मार्ग अवरुद्ध हुआ है। मार्ग को बहाल करने के लिए एनएच (NH) प्राधिकरण ने मशीन लगाई है। लेकिन भारी बारिश व पत्थरों के गिरने से मार्ग बहाल नही हो पाया। अवरुद्ध मार्ग के दोनो तरफ फसें लोगों को वाहन में ही रात गुजारनी पड़ रही है। वही, शुक्रवार सुबह जैसे ही निगुलसरी मार्ग बहाल हुआ। अचानक चौरा के समीप भारी चट्टान गिरने से एनएच 5 (NH 5) पुनः अवरुद्ध हो गया है। बधाल, ज्यूरी,निगुलसरी आदि स्थानों में फंसे वाहन व यात्रियों को एक बार पुनः मायूस होना पड़ा। पिछले कई दिनों से हो रही बारिश के बाद एनएच 5 जगह-जगह से अवरुद्ध हो रहा है।

कनिष्ठ अभियंता सतीश जोशी ने कहा कि मार्ग बहाली के लिए मशीन लगाई गई है। उन्होंने कहा कि सड़क को जल्द बहाल कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि शुक्रवार सुबह ककस्थल वांगतू नेशनल हाईवे के साथ लगते मकान पर अचानक पहाड़ी से पत्थरों के गिरने से कमरें व छत को नुकसान हुआ है। कहा कि एक पालतू कुत्ता के पत्थर की चपेट में आने से मरने की सूचना मिली है। कनिष्ठ अभियंता सतीश जोशी ने कहा कि मौके पर थाना की टीम पहुच गई है।

NHPC व HUL कंपनी ने मुख्यमंत्री राहत कोष में दिया चार करोड़ रुपए का अंशदान

शिमला : एनएचपीसी लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक एके ग्रोवर ने वीरवार सायं मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू को मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए तीन करोड़ रुपये का चेक भेंट किया। हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (एचयूएल) के महाप्रबंधक अंकुश वडेहरा ने कम्पनी की ओर से मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू को मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए एक करोड़ रुपये का चेक भेंट किया। इस योगदान के अलावा एचयूएल ने प्रभावित क्षेत्रों के लिए 50 लाख रुपये के दैनिक आवश्यकताओं की वस्तुएं जैस हॉर्लिक्स, लाइफबॉय, रेड लेबल टी सहित अन्य उत्पाद प्रदान करने का भी प्रस्ताव दिया है।

इसके अतिरिक्त कंपनी भागीदारों और एजेंसियों की मदद से राहत और पुनर्वास कार्य में भी सहायता प्रदान करेगी।
मुख्यमंत्री ने इस योगदान के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इससे सरकार के राहत एवं पुनर्वास कार्य को बल प्रदान करेगा।

हिमाचल के फार्मा उद्योग को न करें बदनाम, बोलने से पहले जानें तथ्य : धनीराम शांडिल

धर्मशाला : हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री कर्नल धनी राम शांडिल ने हिमाचल में फार्मा कंपनियों द्वारा उत्पादित की जा रही दवाइयों की गुणवत्ता को लेकर लगातार उठ रहे आशंकाओं को दूर करने की पहल की है। शांडिल ने कांगड़ा दौरे के दौरान जारी बयान में कहा कि महज कुछ लोगों की वजह से पूरे प्रदेश के फार्मा उद्योग को बदनाम नहीं किया जाना चाहिए। कहा कि जो भी लोग इस पर अनापशनाप बयानबाजी करते हैं वो तकनीकी तथ्यों से अनभिज्ञ है। ऐसे लोग तथ्यों की जानकारी बिना गलत बयानबाजी न करें क्योंकि इससे देश में हिमाचल की छवि खराब होती है।  कर्नल शांडिल ने कहा कि प्रदेश में बन रही दवाइयां गुणवत्ता के सभी मानकों पर खरी उतरती हैं। हर साल प्रदेश की फार्मा कंपनियों से दवाइयों के लाखों बैच बिक्री के लिए निकलते हैं।

शांडिल ने कहा कि दवाइयों की गुणवत्ता में कमी आने के कई कारण होते हैं। इनमें रखरखाव में कमी, उचित तापमान का अभाव, ट्रांसपोर्टेशन के दौरान हुई लापरवाही आदि शामिल हैं। ऐसे में हर दवाइयों की शुद्धता पर सवाल उठाना सही नहीं है। दवाओं की गुणवत्ता पर हाय तौबा मचाने वाले पहले तकनीकी जानकारी हासिल करें तो बेहतर होगा।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य ड्रग कंट्रोलर विभाग द्वारा प्रदेश में चल रही फार्मा कंपनियों में उत्पादन का नियमित निरीक्षण किया जाता है। कमी मिलने पर तुरन्त कार्रवाई होती है। कांग्रेस सरकार ने अपने सात माह के कार्यकाल में शिकायतें मिलने पर करीब 30 दवा निर्माताओं के लाइसेंस रद्द किए हैं। इतना ही नहीं, राज्य के दवा निरीक्षकों ने पहली बार अनियमितताएं बरतने वाले कई दवा निर्माताओं पर केस दर्ज करवाकर उन्हें गिरफ्तार भी करवाया है जिनकी संख्या 11 के आसपास है।

शांडिल ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर एनएसक्यू दवाओं का प्रतिशत 3ः के लगभग है, जबकि उसके आगे हिमाचल का प्रतिशत कुछ भी नहीं है। फिर भी हम सख्त कदम उठा रहे हैं और आगे भी उठाएंगे। हिमाचल में अंतरराष्ट्रीय स्तर की दवा कंपनियां काम कर रही हैं और इनकी वजह से हिमाचल का नाम अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर है। कुछ काली भेड़ों की वजह से पूरे प्रदेश और यहां के उद्योगों को बदनाम करना सही नहीं है।

शांडिल ने कहा कि वह आने वाले समय में सेहत महकमे को और सशक्त करेंगे। फील्ड में कार्यरत विशेषकर छापेमारी में संलग्न विभागीय अधिकारियों को पर्याप्त सुरक्षा प्रदान की जाएगी। विभाग में किसी भी स्तर पर यदि कोई भी कमी पाई जाती है तो उसे शीघ्र दूर किया जाएगा।

 

नगर निगम की नई पहल, छोटा शिमला में खोला RRR सेंटर

शिमला : जरूरतमंदों की मदद व शहर को स्वच्छ रखने के लिए नगर निगम शिमला ने एक अनोखी पहल शुरू की है। नगर निगम ने छोटा शिमला में रेडयुज, रियूज और रिसाइकल सेंटर खोला है, जहां लोग पुराना सामान दे सकते है। यह सामान नगर निगम शहर के जरूरतमंदों को मुहैया करवाया जाएगा। वीरवार को नगर निगम के महापौर सुरेंद्र चौहान ने बुक कैफे में इस सेंटर का उद्घाटन किया। इस मौके पर नगर निगम के आयुक्त ,उप महापौर सहित कई पार्षद भी मौजूद रहे। महापौर ने शहर के लोगों से आरआरआर सेंटर में इस्तेमाल की हुई या पुरानी वस्तुएं दान करने के लिए आगे आने की अपील की।

नगर निगम के महापौर सुरेंद्र चौहान ने कहा कि छोटा शिमला में आरआरआर सेंटर खोला गया है यहां लोग पुरानी चीजों को दान कर सकते हैं, जिन्हें शहर के जरूरतमंद लोगों को दिया जाएगा। लोग पुरानी चीजों को खासकर कपड़े बर्तन ऐसे ही बाहर खुले में फेंक देते हैं उससे शहर में गंदगी पड़ती है।

इसको देखते हुए नगर निगम द्वारा आरआरआर सेंटर छोटा शिमला में खोला गया है जहां पर लोग इन चीजों को दे सकते हैं ताकि उन्हें दोबारा से प्रयोग किया जा सके और जरूरतमंदों की मदद की जा सके। पहला सेंटर छोटा शिमला के बुक कैफे के पास खोला गया है शहर के अन्य हिस्सों में भी इस तरह के सेंटर खोले जाएंगे।

 

हिमाचल में आबकारी विभाग की बड़ी कार्रवाई, 750 पेटी अवैध शराब जब्त

शिमला : राज्य कर एवं आबकारी आयुक्त युनूस ने यहां बताया कि विभाग ने अवैध शराब के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए बरोटीवाला, टिपरा, कुल्हाड़ीवाला व सैन्सीवाला में छः सदिग्ध स्थानों में हिमाचल प्रदेश आबकारी अधिनियम, 2011 के तहत छापामारी की

बोतलें देशी शराब बरामद की है। बरामद की गई शराब चण्डीगढ़ में विक्रय के लिए थी। एक करियाना दुकान के सामने एक स्कूटी में से भी शराब की 14 बोतलें बरामद की गई। बरोटीवाला क्षेत्र में अवैध शराब की बिक्री की शिकायतों के मद्देनज़र यह कार्रवाई की गई और भविष्य में भी इस तरह की कार्रवाई जारी रहेगी। अप्रैल 2023 से 26 जुलाई, 2023 तक बीबीएन में अलग-अलग छापेमारियों में अवैध शराब के 19 मामले पकड़े गए जिसमें अब तक 1114.482 लीटर शराब बरामद व जब्त की गई है।

आयुक्त ने बताया कि अवैध शराब के कारोबार के खिलाफ पूरे प्रदेश में लगातार अभियान चलाया जा रहा है जिसमें विभिन्न जिलों व विशेष टीमों ने अलग अलग जगह में कार्रवाई की गई है। आबकारी आयुक्त ने बताया कि विभाग ने प्रदेश में एक माह में अलग-अलग जगह से लगभग 750 पेटी अवैध शराब जब्त की है। उन्होंने कहा कि विभिन्न धाराओं में 200 मामले आबकारी अधिनियम के अंतर्गत दर्ज किए हैं।

उन्होंने विभाग के अधिकारियों को अवैध शराब के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई करने के निर्देश देते हुए आमजन से भी आग्रह किया कि अवैध शराब से सम्बन्धित मामले नजर में आते ही विभाग के ध्यानार्थ लाएं। उन्होंने बताया कि विभाग ने मुख्यालय में कन्ट्रोल रूम भी स्थापित किया गया है जो कि चौबीसों घंटे कार्य करेगा। इस संदर्भ में कोई भी शिकायत दूरभाष नम्बर 94183-31426 पर दर्ज करवाई जा सकती है।

 

हिमाचल के ग्रामीण क्षेत्रों में फसलों के भंडारण को लेकर सरकार दे रही किसानों को अनुदान

सुंदरनगर : कृषि विज्ञान केंद्र मंडी में भंडारण विकास एवं विनियामक विषय पर जागरूकता एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसका आयोजन चौधरी चरण सिंह राष्ट्रीय कृषि विपणन संस्थान जयपुर के सहयोग से हुआ। कार्यक्रम में 80 किसानों, व्यापारियों तथा कृषि अधिकारियों ने भाग लिया। जानकारी देते हुए कृषि विज्ञान केंद्र मंडी के प्रभारी एवं वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. पंकज सूद ने कृषि उत्पादों के भंडारण के महत्व पर महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की। उन्होंने कहा कि देश में कृषि उत्पादों खासतौर पर फलों व सब्जियों की कटाई से लेकर उपभोक्ताओं तक पहुंचने में 5 से 13 प्रतिशत तक नुकसान हो जाता है। अन्य फसलों में यह आंकड़ा 3 से 7 प्रतिशत तक है।

उन्होंने कहा कि यह आंकड़ा पैसों के लिहाज से लगभग 1.52 करोड़ रूपए है। इसकी वजह से देश को आर्थिक तौर पर नुकसान होता है। उन्होंने कहा कि सरकार ने कृषि उत्पादों के नुकसान को कम करने के लिए कई प्रकार की योजनांए आरंभ की हैं और ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि उत्पादों के भंडारण क्षमता विकसित करने की भी योजना है।

इस अवसर पर कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों के साथ डा. प्राची, डॉ. शमशेर सिंह, विषयवाद विशेषज्ञ, कृषि विभाग, डा. राजेश विषयवाद विशेषज्ञ, उद्यान विभाग, सीता राम वर्मा, अध्यक्ष, हिमाचल किसान युनियन व उनकी टीम, कृषक उत्पादक संगठनों के पदाधिकारी, ट्रेडर सौरभ सैनी तथा प्रगतिशील किसान परमा राम चौधरी, स्नेहा शर्मा भी उपस्थित रहे। किसानों और अधिकारियों को नलसर में एफसीआई द्वारा संचालित किए जा रहे गोदाम का भी दौरा करवाया गया।