



रामपुर:मानसून से पहले ही बरसात ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है. शनिवार शाम 6 बजे के करीब रामपुर के साथ लगते कुल्लू के जगातखाना क्षेत्र में बादल फटने से भारी तबाही हुई है. बताया जा रहा है कि बादल फटने के चलते दो नालों में फ्लैश फ्लड आया. इसके कारण भारी मात्रा मलबा पानी के साथ सड़क पर आ पहुंचा. करीब 10 गाड़ियां मलबे में बह गई हैं, जबकि कई क्षतिग्रस्त हो गई हैं. कुछ गाड़ियां सतलुज नदी के किनारे तक पहुंच गई। रामपुर उपमंडल में कई जगह ओलावृष्टि भी हुई। इससे सेब की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है। अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी ज्योति राणा ने बताया कि बादल फटने की घटना कुल्लू जिले के तहत हुई है। रामपुर में भारी बारिश के कारण तीन सड़कें अवरुद्ध हुई थीं। देर रात तक तीनों सड़कों को बहाल कर दिया था। उधर चंबा के पांगी और भरमौर की चोटियों सहित रोहतांग में बर्फबारी हुई है। राजधानी शिमला, कुल्लू, लाहौल, चंबा और धर्मशाला में बादल बरसे। मैदानी जिलों में धूप खिली रही। ऊना में अधिकतम तापमान फिर 39.2 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। कोकसर घाटी समेत बंजार और आनी में भी बारिश हुई है। इससे रबी की फसल की कटाई के साथ लहसुन निकालने का काम प्रभावित हुआ। कांगड़ा में दोपहर बाद लगभग तीन बजे धर्मशाला, देहरा, पालमपुर सहित अन्य स्थानों पर तेज बारिश शुरू हुई। उधर, मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने रविवार को आठ जिलों शिमला, सोलन, सिरमौर, मंडी, कुल्लू, चंबा, किन्नौर और लाहौल स्पीति में बारिश और अंधड़ के आसार जताए हैं। 28 मई तक इन क्षेत्रों में मौसम खराब रहने की संभावना है। मैदानी जिलों ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर और कांगड़ा में मौसम साफ रहेगा। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार, प्रदेश में 20 जून तक मानसून दस्तक दे सकता है। केरल में आठ दिन पहले मानसून पहुंचने से प्रदेश में भी इस वर्ष मानसून के सामान्य से पहले प्रवेश करने की संभावना है। हालांकि, आने वाले दिनों में मानसून की रफ्तार पर स्थिति निर्भर करेगी।