



लाइव हिमाचल/बिलासपुर : हिमाचल प्रदेश के लिए गर्व का अवसर बना है, जब जिला बिलासपुर के घुमारवीं क्षेत्र के प्रगतिशील किसान हरिमन शर्मा को नई दिल्ली में महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा ‘पद्म श्री’ सम्मान से सम्मानित किया गया। हरिमन शर्मा को यह प्रतिष्ठित पुरस्कार कम तापमान वाले क्षेत्रों में सेब की खेती को संभव बनाने के उल्लेखनीय कार्य के लिए प्रदान किया गया है। हरिमन शर्मा ने हिमाचल के बिलासपुर जिले में सबसे पहले सेब के पौधे तैयार कर यह साबित कर दिखाया कि सेब की बागवानी अब केवल अत्यधिक ठंडे क्षेत्रों तक सीमित नहीं है। उनकी खोज ने कम सर्दी वाले इलाकों में भी सेब उत्पादन को साकार कर दिखाया। हरिमन शर्मा ने HRMN-99′ नामक सेब की एक विशेष किस्म विकसित की, जो कम सर्दी वाले इलाकों में भी बेहतर उत्पादन देती है। इस किस्म के विकास के साथ, हरिमन शर्मा ने यह मिथक तोड़ दिया कि सेब की खेती केवल अधिक ठंडे क्षेत्रों तक सीमित है। उनकी इस उपलब्धि ने न सिर्फ हिमाचल प्रदेश के किसानों के लिए नई राह खोली, बल्कि देश के अन्य भागों में भी फलोत्पादन के नए अवसर प्रस्तुत किए हैं।
सीमित संसाधनों और कठिन परिस्थितियों के बावजूद हरिमन शर्मा ने हार नहीं मानी। उन्होंने निरंतर प्रयोग और दृढ़ संकल्प से ‘HRMN-99’ किस्म तैयार कर इतिहास रच दिया। उनके इस प्रयास से आज हजारों किसान प्रेरणा ले रहे हैं और कम तापमान वाले इलाकों में भी सेब उत्पादन की दिशा में सफल प्रयास कर रहे हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री ने भी हरिमन शर्मा को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी और कहा कि यह पूरे हिमाचल के लिए सम्मान और गर्व का क्षण है। हरिमन शर्मा के परिश्रम, शोध और नवाचार ने उन्हें हिमाचल प्रदेश ही नहीं, बल्कि पूरे देश में सम्मान दिलाया है। एक साधारण किसान परिवार से निकलकर राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाना उनके कठिन परिश्रम और समर्पण का जीवंत उदाहरण है। ‘पद्म श्री’ सम्मान प्राप्त कर हरिमन शर्मा आज देशभर के किसानों के लिए प्रेरणा स्रोत बन गए हैं।