



दिवंगत संत पोप फ्रांसिस का पार्थिव शरीर दर्शन के लिए बुधवार को संत पेत्रुस महागिरजाघर में स्थानांतरित कर दिया जाएगा और शनिवार सुबह उनके अंतिम संस्कार तक वहीं रखा जाएगा। पोप फ्रांसिस का अंतिम संस्कार शनिवार को होगा। इससे पहले मंगलवार को ताबूत में रखी पार्थिव देह की तस्वीर जारी की गई। आज से उनके सार्वजनिक दर्शन किए जा सकेंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप, यूक्रेनी समकक्ष जेलेंस्की समेत कई राष्ट्राध्यक्षों के वेटिकन आने की संभावना है। पोप के निधन पर वेटिकन की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया, हमारे बीच एक ऐसा व्यक्तित्व नहीं रहा जो बार-बार रूढि़वादियों से भिड़कर गरीबों का समर्थन करता रहा। रोमन कैथोलिक कार्डिनल्स ने मंगलवार को निर्णय लिया कि पोप फ्रांसिस का अंतिम संस्कार शनिवार को सेंट पीटर स्क्वायर में होगा। इसी के साथ समारोह के लिए मंच तैयार होना शुरू हुआ, जिसमें वैश्विक नेता शामिल होंगे। वेटिकन ने कहा, फ्रांसिस (88) के निधन के साथ एक ऐसे व्यक्तित्व का अंत हो गया जो बार-बार रूढ़िवादियों से भिड़ता था और गरीबों तथा हाशिये पर रहने वालों का समर्थन करता था। इस बीच, ताबूत में पोप की पहली तस्वीर भी जारी हुई। पोप ने फरवरी में डबल निमोनिया से पीड़ित होकर 5 हफ्ते अस्पताल में रहे। एक माह पूर्व वेटिकन लौटने पर लग रहा था कि वह ठीक हो रहे हैं। बहरहाल, वेटिकन ने सांता मार्टा निवास के चैपल में कपड़े पहने और लकड़ी के ताबूत में लेटे हुए फ्रांसिस की तस्वीरें जारी कीं। यहां वह अपने 12 साल के पोप पद के दौरान रहे थे। उनका पार्थिव शरीर बुधवार को कार्डिनल्स के नेतृत्व में निकटवर्ती सेंट पीटर बेसिलिका ले जाया जाएगा, ताकि वफादार लोग प्रथम लैटिन अमेरिकी पोप को अंतिम सम्मान दे सकें। कार्डिनल्स ने सेंट पीटर्स बेसिलिका में फ्रांसिस के सार्वजनिक दर्शन बुधवार सुबह से शुरू करने का निर्णय लिया है। फ्रांसिस की अंतिम संस्कार सेवा शनिवार को होगी। इस मौके पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी अपनी पत्नी के साथ सेवा देंगे। ट्रंप अक्सर आव्रजन को लेकर पोप के साथ भिड़ते रहे हैं। अन्य राष्ट्राध्यक्षों में अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर माइली, ब्राजील के राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा व यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की भी शामिल होंगे। परंपरा से हटकर, पोप फ्रांसिस ने अपने जीवनकाल के अंतिम वसीयतनामे में पुष्टि की थी कि वह रोम के सेंट मैरी मेजर के बेसिलिका में दफन होना चाहते हैं, न कि सेंट पीटर में, जहां उनके कई पूर्ववर्तियों को दफनाया गया। इस तरह उन्होंने यहां भी अपने प्रगतिशील होने की छाप छोड़ी और अंतिम निवास के लिए अलग जगह चुनी।