



शिमला(ब्यूरो): हिमाचल प्रदेश के शिमला में मैहली-जुन्गा रोड पर बीती रात करीब एक बजे अचानक लैंडस्लाइड हो गया. यहां क्रेशर साइट के नजदीक हुए इस लैंडस्लाइड की वजह से दो मजदूरों की जान चली गई. रात के अंधेरे में जब अचानक लैंडस्लाइड हुआ, तो इसमें सात लोग दब गए. घटना में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि पांच घायलों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया. रात के वक्त ही एसडीआरएफ, अग्निशमन और होमगार्ड की टीम मौके पर पहुंच गई थी. टीम ने ही मृतकों के शव बरामद किए. मृतकों की पहचान 34 वर्षीय राकेश और 36 वर्षीय राजेश के रूप में हुई है. यह दोनों ही बिहार के रहने वाले थे.
लैंडस्लाइड की घटना में पांच लोग घायल
लैंडस्लाइड की इस घटना में 18 वर्षीय राहुल कुमार, 42 वर्षीय मेघ साहनी, 35 वर्षीय बैजनाथ राम और 45 वर्षीय अशोक राम घायल हो गए. यह सभी बिहार के रहने वाले हैं. इसके अलावा हिमाचल प्रदेश के जिला चंबा से रहने वाले 20 साल के टोनी कुमार भी इस घटना में घायल हुए. शिमला के उपायुक्त अनुपम कश्यप ने मौके पर पहुंचकर घायल मजदूरों से बात की और उन्हें फौरी राहत भी पहुंचाई है. फिलहाल घटना के कर्म का पता लगाया जा रहा है. प्रारंभिक तौर पर पाया गया है कि बीते दिनों लगातार हुई बारिश की वजह से जमीन में ज्यादा नमी के चलते यह लैंडस्लाइड हुआ है.
जुलाई-अगस्त में भी लैंडस्लाइड के चलते गई थी कई लोगों की जान
बीते साल जुलाई-अगस्त के महीने में हिमाचल प्रदेश में हुई भारी बारिश की वजह से कई जगह लैंडस्लाइड की घटनाएं सामने आई. इन लैंडस्लाइड की घटनाओं में सैकड़ों लोगों ने अपनी जान गंवाई. लगातार होने वाली बारिश की वजह से मिट्टी में ज्यादा नमी आ जाती है. इसी नमी के चलते मिट्टी की खिसकती है और फिर लैंडस्लाइड की घटना पेश आती हैं. जहां निर्माण कार्य के चलते मिट्टी की खुदाई होती है, वहां लैंडस्लाइड का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है. स्थानीय प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि इस तरह की जगह पर न रहें, जहां लैंडस्लाइड का खतरा हो.