



दिल्ली: भारतीय वायु सेना (IAF) के प्रमुख एयर चीफ मार्शल (ACM) एपी सिंह ने हाल ही में एक बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि भारत के S-400 मिसाइल सिस्टम ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के 5 लड़ाकू विमानों को मार गिराया। इसके अलावा, एक एयरबोर्न अर्ली वॉर्निंग एंड कंट्रोल/इलेक्ट्रॉनिक इंटेलिजेंस (AEW\&C/ELINT) विमान को भी 300 किलोमीटर की दूरी से नष्ट किया गया। एपी सिंह ने यह भी कहा कि जेकबाबाद एयर बेस पर खड़े कुछ F-16 विमानों और भोलारी एयर बेस पर एक AEW\&C विमान को भारतीय वायु सेना ने विश्वसनीय खुफिया जानकारी के आधार पर नष्ट किया। ये हमले भारतीय वायु सेना की सटीक खुफिया जानकारी और रणनीतिक हमले की क्षमता को दर्शाते हैं।
एयर चीफ मार्शल एपी सिंह के मुताबिक, ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने अपनी हवाई रक्षा को मजबूत करने के लिए रूस से खरीदे गए उन्नत S-400 मिसाइल सिस्टम का इस्तेमाल किया। यह मिसाइल सिस्टम 400 किलोमीटर तक के लक्ष्यों को मार गिराने की क्षमता रखता है। S-400 ने इस ऑपरेशन में शानदार प्रदर्शन किया और पाकिस्तान के 5 लड़ाकू विमानों को हवा में ही नष्ट कर दिया। S-400 की सटीकता का एक और उदाहरण तब सामने आया जब भारतीय वायु सेना ने 300 किलोमीटर की दूरी से पाकिस्तान के एक AEW\&C/ELINT विमान को नष्ट किया। यह विमान दुश्मन की गतिविधियों पर निगरानी रखने और खुफिया जानकारी इकट्ठा करने के लिए उपयोग किया जाता है। इसका नष्ट होना पाकिस्तान के लिए एक बड़ा झटका हो सकता है।IAF प्रमुख ने यह भी बताया कि जेकबाबाद एयर बेस पर खड़े कुछ F-16 विमानों को भी सटीक खुफिया जानकारी के आधार पर नष्ट किया गया। ये विमान पार्किंग में खड़े थे, लेकिन भारतीय सेना ने सही समय पर हमला किया। इसी तरह, भोलारी एयर बेस पर एक AEW\&C विमान को भी निशाना बनाया गया। ऑपरेशन सिंदूर एक गुप्त सैन्य अभियान था, जिसमें भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना ने मिलकर 7 मई को पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित आतंकी शिविरों पर हमला किया। इस ऑपरेशन में 9 बड़े आतंकी ठिकानों को नष्ट किया गया। इनमें से 5 PoK में और 4 पाकिस्तान में थे। नष्ट किए गए ठिकानों में जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन के ट्रेनिंग सेंटर थे। भवालपुर और मुरीदके जैसे ठिकाने भी तबाह किए गए, जो आतंकियों के ट्रेनिंग और हथियार सप्लाई के बड़े केंद्र थे। इस ऑपरेशन में मारे गए आतंकियों में जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मौलाना मसूद अजहर का साला रऊफ अजहर भी शामिल था। रऊफ अजहर आईसी-814 विमान हाईजैक केस में वांछित था और एक प्रतिबंधित आतंकवादी था।