



लाइव हिमाचल/शिमला : शिमला के रिज पर रविवार को अंतर्राष्ट्रीय मुक्केबाजी प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। स्व. पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की स्मृति में उनके जन्म दिन से एक दिन पहले हिमाचल प्रदेश प्रोफेशनल बॉक्सिंग एसोसिएशन ने प्रतियोगिता का आयोजन किया। प्रतियोगिता का शुभारंभ राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने किया। इस मौके पर प्रदेश हाईकोर्ट के न्यायाधीश एवं झारखंड उच्च न्यायालय के नवनियुक्त मुख्य न्यायाधीश तरलोक सिंह चौहान, उच्च न्यायालय के न्यायाधीश अजय मोहन गोयल, लोनिवि मंत्री विक्रमादित्य सिंह, विधायक नंद लाल एवं हरीश जनार्था, शिमला के महापौर सुरेंद्र चौहान, मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना व राज्यपाल के सचिव सीपी वर्मा, यदुपति ठाकुर सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे। मुक्केबाजी प्रतियोगिता को देखने के लिए शिमला का रिज खचाखच भरा था। प्रत्येक बरसते मुक्के पर लोगों का शोर खेलों के प्रति युवाओं के उत्साह व जोश को प्रदिर्शित कर रहा था। प्रतियोगिता का आयोजन ‘नशा छोड़ो-खेल खेलो’ थीम पर किया गया। आयोजकों को शुभकामनाएं देते हुए राज्यपाल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के छह बार मुख्यमंत्री रहे स्व. वीरभद्र सिंह की याद में इस चैम्पियनशिप का आयोजना करवाना उनके प्रति लोगों की सच्ची श्रद्धांजलि है। दूरदर्शिता और समर्पण भाव से परिपूर्ण उनका जीवन प्रदेश के लोगों को पीढ़ी दर पीढ़ी प्रेरित करता रहेगा। उन्होंने कहा कि वह हिमाचल के दूरदर्शी नेता होने के साथ-साथ राजनीति के दिग्गज थे जिन्होंने हिमाचल प्रदेश के समग्र विकास में अमूल्य योगदान दिया। राज्यपाल ने कहा कि चैम्पियनशिप में भारत और विदेश से एथलीटों की भागीदारी यह संदेश देती है कि खेल जीवन का अभिन्न अंग है और यह वैश्विक सौहार्द और संवाद की भावना को बढ़ाते हैं। उन्होंने आह्वान किया कि युवाओं को खेल गतिविधियों को जीवन का अभिन्न अंग बनाना चाहिए क्योंकि इससे शारीरिक मजबूती के साथ.साथ मानसिक शक्ति को भी हासिल किया जा सकता है। एक स्वस्थ युवा एक मजबूत राष्ट्र की नींव है। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि खेलों में भाग लेने से युवा नशे जैसी बुराईयों से दूर रहते हैं। उन्होंने कहा कि खेलों के माध्यम से युवा सकारात्मक ऊर्जा का उपयोग कर सही दिशा में आगे बढ़ते हैं और उद्देश्यपूर्ण जीवन व्यतीत करते हैं। अनुशासित दिनचर्या से शारीरिक और मानसिक बल को हासिल किया जा सकता है। राज्य में नशे के मामलों पर चिंता व्यक्त करते हुए राज्यपाल ने कहा कि हिमाचल के लोगों को आत्मचिंतन करने की आवश्यकता है कि देवभूमि हिमाचल को नशे की भूमि बनने से रोका जाए। हिमाचल को नशे की बुराई से बचाने के लिए प्रदेश के सभी लोगों को सहभागिता से कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने नशीले मादक द्रव्यों के सेवन के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने वाली ऐसी पहल का समर्थन करने के लिए लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह के प्रयासों की सराहना की।राज्यपाल ने भारतीय और रूसी मुक्केबाजों के बीच एक रोमांचक मुकाबला देखा। हिमाचल प्रदेश प्रोफेशनल बॉक्सिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष मोहिंद्र स्तान ने राज्यपाल का स्वागत किया और उनके सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया।