



Ambedkar Jayanti 2025: अंबेडकर जयंती हर साल 14 अप्रैल को भारत में बड़े श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाई जाती है। यह दिन डॉ. भीमराव रामजी अंबेडकर की जयंती होती है, जो भारत के संविधान निर्माता, महान समाज सुधारक, अर्थशास्त्री और दलितों के अधिकारों के प्रबल समर्थक थे। डॉ. भीमराव अंबेडकर भारत के महान सामाजिक सुधारक, संविधान निर्माता और न्यायविद थे। उनके विचार आज के युवाओं के लिए अत्यंत प्रेरणादायक और मार्गदर्शक हैं।
1. “शिक्षित बनो, संगठित रहो और संघर्ष करो।”
यह विचार युवाओं को आत्मनिर्भर, जागरूक और एकजुट रहने के लिए प्रेरित करता है। शिक्षा ही परिवर्तन की पहली सीढ़ी है।
3. “मैं ऐसे धर्म को मानता हूँ जो स्वतंत्रता, समानता और भाईचारा सिखाता है।”
आज के युवाओं के लिए यह संदेश है कि धर्म का उद्देश्य मानवता होनी चाहिए, न कि भेदभाव।
4. “अपने भाग्य के लिए दूसरों पर निर्भर मत रहो।”
आत्मनिर्भरता और खुद पर विश्वास ही सफलता की कुंजी है। दूसरों को दोष देना बंद कर अपने कर्म पर ध्यान दो।
5. “ज्ञान ही वह माध्यम है जिससे कोई व्यक्ति अपने जीवन को ऊँचा उठा सकता है।”
पढ़ाई और सोचने की क्षमता ही एक युवा को आगे बढ़ने में मदद करती है।
6. “अगर हम एक संयुक्त एकीकृत आधुनिक भारत चाहते हैं, तो सभी धर्मों के dogmas (कट्टरपंथ) को छोड़ना होगा।”
यह विचार युवाओं को सहिष्णुता और सेक्युलर सोच रखने की प्रेरणा देता है।
7. “मनुष्य का जीवन स्वतंत्रता में ही सार्थक है।”
बिना स्वतंत्रता के जीवन अधूरा है — यह स्वतंत्रता सोच, अभिव्यक्ति और कर्म की होनी चाहिए।
8- “मन की साधना मानव अस्तित्व का अंतिम लक्ष्य होना चाहिए।”
अंबेडकर बौद्धिक विकास और आलोचनात्मक सोच के महत्व पर जोर देते हैं।
9- “किसी भी समाज की प्रगति उसके सबसे कमजोर वर्गों की प्रगति पर निर्भर करती है।”
अम्बेडकर का मानना था कि एक न्यायपूर्ण समाज के लिए सभी की उन्नति आवश्यक है, जिसमें सबसे कमजोर व्यक्ति भी शामिल हैं।
10- “यदि आप एक सम्मानजनक जीवन जीने में विश्वास करते हैं, तो आप आत्म-सहायता में विश्वास करते हैं जो सबसे अच्छी मदद है।”
यह उद्धरण व्यक्तिगत एजेंसी के महत्व और अपनी सफलता के लिए खुद जिम्मेदारी लेने को रेखांकित करता है।