



लाइव हिमाचल/शिमला:स्मार्ट सिटी शिमला में इस साल शहरवासियों को जाखू मंदिर में एस्केलेटर, ढली बस अड्डे और संजौली स्मार्ट फुटपाथ जैसी कई बड़ी सौगात मिली। ऐतिहासिक रिज मैदान को बचाने का 68 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट भी लगभग तैयार हो गया है। इससे रिज की खूबसूरती भी बढ़ी है। हालांकि, शिमला शहर में तीन सौ करोड़ रुपये के 15 से ज्यादा प्रोजेक्ट ऐसे भी हैं जो दिसंबर तक पूरे नहीं हो पाए। सरकारी महकमों की लेटलतीफी से ये प्रोजेक्ट तीन साल बाद भी अधूरे हैं। इनमें कई ऐसे भी हैं जो इस साल सिर्फ फाइलों तक ही सीमित रहे। इस साल की शुरुआत मार्च में शहर को जाखू एस्केलेटर के रूप में सबसे बड़ी सौगात मिली। एस्केलेटर से मंदिर जाने वाले लाखों श्रद्धालुओं को राहत मिली है। ढली में नया बस अड्डा भी तैयार हुआ। यहां से अब ऊपरी शिमला के लिए बसों का संचालन होगा। संजौली आईजीएमसी स्मार्ट फुटपाथ, छोटा शिमला वॉकवे, सर्कुलर रोड फुटपाथ बनने से शहर की जनता की पैदल आवाजाही भी आसान हो गई। रिवोली मार्केट में नई दुकानें बनीं, कई बुक कैफे भी खुले। शहर में मिडल बाजार लिफ्ट समेत कुछेक प्रोजेक्ट ऐसे भी हैं जो लगभग तैयार हैं, लेकिन उद्घाटन न होने से जनता को इस साल इनकी सुविधा नहीं मिल पाई।