



शिमला : मौसम विभाग की ओर से जारी पूर्वानुमान के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से 27 व 28 दिसंबर को आंधी व हिमपात की चेतावनी दी गई है। 26 दिसंबर को मंडी, बिलासपुर, ऊना, सोलन व हमीरपुर में शीतलहर चलने और घने कोहरे की चेतावनी जारी की गई है। बुधवार को प्रदेश में धूप खिलने से अधिकतम तापमान में करीब 10 डिग्री सेल्सियस तक वृद्धि दर्ज की गई है। प्रदेश में तीन राष्ट्रीय राजमार्ग सहित 137 सड़कें यातायात के लिए बंद हैं, जिन्हें खोलने के प्रयास किए जा रहे हैं। शिमला जिला में सबसे अधिक 77 सड़कें यातायात के लिए बंद हैं। प्रदेश में हिमपात के बाद न्यूनतम तापमान में सामान्य से दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई है। अधिकतम तापमान में सबसे अधिक वृद्धि भुंतर में 9.6, बजौरा में 8.5, शिमला व सुंदरनगर में 7.3 व अन्य स्थानों पर दो डिग्री सेल्सियस से अधिक वृद्धि दर्ज की गई है। आने वाले दिनों में तापमान में गिरावट होने का अनुमान है।
शहर न्यूनतम तापमान अधिकतम तापमान
शिमला 2.0 13.4
सुंदरनगर 3.1 19.8
भुंतर 1.1 17.6
कल्पा -4.0 5.8
धर्मशाला 5.2 18.0
ऊना 2.8 23.6
नाहन 7.1 19.0
पर्यटक रहें सुरक्षित, प्रबंध करें अधिकारी
हिमाचल प्रदेश में आने वाले पर्यटकों के साथ स्थानीय लोगों की सुरक्षा के लिए प्रदेश सरकार ने दिशानिर्देश जारी किए हैं। सभी उपायुक्तों को निर्देश दिया है कि मौसम विभाग की चेतावनी और स्थानीय मौसम के आधार पर ऐसे स्थानों पर पर्यटकों को न जाने दें, जहां उनके फंसने की आशंका हो या जान पर खतरा हो। हिमपात और हिमस्खलन की चपेट में पर्यटक और अन्य लोग न आएं, इसके लिए प्रबंध करें। अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाए। प्रदेश राजस्व विभाग व आपदा प्रबंधन के तहत व्यापक दिशानिर्देश जारी किए गए हैं।एनडीआरएफ, एसडीआरएफ , पुलिस और होमगार्ड के जवानों को किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा गया है। सभी जिला उपायुक्तों को सूचना तंत्र को मजबूत करने, जोखिम वाले स्थानों और हिमपात की स्थिति में जहां पर वाहनों के फंसने की आशंका है, वहां पर पहले से कदम उठाने के लिए कहा गया है। सोमवार को हुए हिमपात में अटल टनल और उसके आसपास सात हजार के करीब पर्यटक फंस गए थे और उन्हें पुलिस की मदद से सुरक्षित निकाला गया। मौसम विभाग ने 27 से 30 दिसंबर तक हिमपात और आंधी को लेकर उत्तर भारत के मुख्य सचिवों को पत्र लिखकर सतर्क रहने को कहा है। इस दौरान पश्चिमी विक्षोभ के व्यापक असर के कारण हिमपात और वर्षा की संभावना है।