



Rahul Gandhi Congress: केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू की लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर टिप्पणी का कांग्रेस देश में विरोध कर रही है. जगह-जगह पर इसके खिलाफ प्रदर्शन किया जा रहे हैं. शिमला में भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने रवनीत सिंह बिट्टू के खिलाफ प्रदर्शन किया. अब हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी आगे आकर रवनीत सिंह बिट्टू की इस टिप्पणी को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है. शिमला स्थित राज्य सचिवालय में प्रेसवार्ता के दौरान मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि पहले तो जब रवनीत सिंह बिट्टू कांग्रेस में थे, तो राहुल गांधी के आगे-पीछे घूमते रहते थे. अब अपनी कुर्सी बचाने के लिए वे इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि वे लोकसभा का चुनाव नहीं जीत सके. बावजूद इसके भाजपा ने उन्हें केंद्र सरकार में मंत्री बनाया. इसी की वजह से अब वह अपनी कुर्सी बचाने की कोशिश में इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू की राहुल गांधी पर टिप्पणी को दुर्भाग्यपूर्ण बताया. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि राजनीति में इस तरह की व्यक्तिगत टिप्पणियों से बचना चाहिए. उन्होंने कहा कि रवनीत सिंह बिट्टू सुर्खियां बनाने और लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींचने के लिए इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि बिट्टू को यह मालूम होना चाहिए कि राहुल गांधी की दादी इंदिरा गांधी और राहुल गांधी के पिता राजीव गांधी ने देश की एकता और अखंडता के लिए अपना प्राणों का बलिदान दिया. मुख्यमंत्री ने भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा से भी आग्रह किया है कि वह अपने नेताओं की तरह की बयानबाजी पर लगाम लगाने का काम करें.
बता दें कि राहुल गांधी के अमेरिका में दिए बयानों पर केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने हमला किया था. इस दौरान उन्होंने राहुल गांधी को ‘आतंकवादी’ कह दिया था. अब बिट्टू के इस बयान के खिलाफ कांग्रेस कार्यकर्ता पूरे देश में प्रदर्शन कर रहे हैं. कांग्रेस कार्यकर्ता पूरे देश में रवनीत सिंह बिट्टू के पुतले फूंक रहे हैं. साथ ही उनसे अपने बयान पर माफी मांगने के लिए दबाव बनाया जा रहा है. कांग्रेस के इन्हीं प्रदर्शनों को लेकर केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू की भी प्रतिक्रिया सामने आई है. रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा कि कांग्रेस अपनी पुरानी चाल पर लौट आई है. गांधी परिवार का पर्दाफाश करने वाले को आगजनी और हिंसा की धमकियां दी जाती हैं, जो साल 1984 के सिख दंगों की याद दिलाती हैं. बिट्टू ने सवाल किया है कि क्या इसे ही राहुल गांधी अपनी ‘मोहब्बत की दुकान’ कहते हैं।