



Vikramaditya Singh Assets: हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह के पास 100 करोड़ रुपए से ज्यादा की संपत्ति है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार में लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य की संपत्ति बीते दो साल में करीब 88 लाख रुपए कम हुई है.यह जानकारी विक्रमादित्य सिंह के उसे एफिडेविट से मिली है, जो उन्होंने मंडी संसदीय क्षेत्र में नामांकन दर्ज करते वक्त साझा की. दरअसल, हर प्रत्याशी को नामांकन भरते हुए अपनी संपत्ति का ब्यौरा देना पड़ता है. इसी ब्यौरे से विक्रमादित्य सिंह की संपत्ति की जानकारी सार्वजनिक हुई है.
विक्रमादित्य के पास 100 करोड़ 51 लाख रुपए की संपत्ति
विक्रमादित्य सिंह की ओर से चुनाव आयोग को दिए गए शपथ पत्र के मुताबिक उनके पास 100 करोड़ 51 लाख रुपये की संपत्ति है. इसमें उनके पास 1 लाख 80 हजार रुपए कैश है. कृषि और बागवानी से सालाना 53.51 लाख की सालाना कमाई है. इसके अलावा विक्रमादित्य सिंह के पास तीन गाड़ियां हैं, जिनकी कीमत 33 लाख रुपए है. विक्रमादित्य सिंह ने शेयर बाजार में 1 करोड़ 65 लाख रुपए से अधिक निवेश किया हुआ है. उनके पास कुल 9 करोड़ 49 लाख से ज्यादा के गहने भी हैं. विक्रमादित्य सिंह की देनदारी डेढ़ करोड़ रुपए से ज्यादा है. उन्होंने राज्य सचिवालय से भी 25 लाख रुपए का लोन लिया है.
मनी लॉन्ड्रिंग समेत 14 केस दर्ज
विक्रमादित्य सिंह की ओर से चुनाव आयोग को दिए गए एफिडेविट में बताया गया है कि उन पर मनी लॉन्ड्रिंग समेत 14 केस चल रहे हैं. साल 2022 के विधानसभा चुनाव में भी विक्रमादित्य सिंह दूसरे सबसे अमीर प्रत्याशी थे. गौरतलब है कि विक्रमादित्य सिंह रामपुर रियासत के राजा हैं. देश में लोकतंत्र के बावजूद रियासत में राजाओं के राज्याभिषेक की परंपरा है. उनके पिता छह बार हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे. मंडी संसदीय क्षेत्र से भी वे सांसद रहे हैं. उनकी माता प्रतिभा सिंह भी इसी सीट से सांसद रही हैं. मंडी संसदीय क्षेत्र में विक्रमादित्य सिंह का सीधा मुकाबला भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी और बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत से है.
घरेलू विवाद सहित दर्ज हैं 14 मामले
विक्रमादित्य सिंह पर घरेलू विवाद सहित 14 आपराधिक मामले दर्ज हैं। साल 2022 में इनकी संख्या 11 थी. दो साल में 3 नए मामले जुड़े हैं. इसके अलावा प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी और आयकर विभाग ने भी उनके विरुद्ध तीन-तीन केस दर्ज कर रखे हैं. यह मामले न्यायालय में विचाराधीन हैं. अहम बात है कि विक्रमादित्य सिंह ने अपने शपथ पत्र में अपनी पत्नी की प्रॉपर्टी की डिटेल के बारे में जानकारी नहीं दी है और लिखा, ‘नॉट नोन’. बता दें कि विक्रमादित्य सिंह का पत्नी सुदर्शना से घरेलू विवाद चल रहा है और राजस्थान में कोर्ट में यह मामला विचाराधीन है. गौरतलब है कि विक्रमादित्य सिंह के दिवगंत पिता के पास 2017 में 34 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी थी.
भाजपा की मोहतरमा कर रही मनोरंजन की राजनीति
नामांकन भरने के बाद मीडिया से बातचीत में कांग्रेस प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह ने कंगना रनौत को मोहतरमा कहकर संबोधित करते हुए कहा कि कंगना यहां सिर्फ मनोरंजन की राजनीति करने आई है जबकि हम विकास की राजनीति करते हैं. अभी तक वे मंडी की जनता को अपना विजन नहीं बता पाई हैं. पहले वे अपना विजन बताएं.नामांकन पत्र भरने के बाद मीडिया से बातचीत में हिमाचल कांग्रेस के प्रभारी राजीव शुक्ला ने कहा कि मंडी में एकतरफा मुकाबला है और कांग्रेस प्रत्याशी की कम से कम दो लाख मतों से जीत होगी।