



शिमला : हिमाचल प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र धर्मशाला में चल रहा है. गुरुवार को निजी कार्य दिवस पर बीजेपी विधायक सुखराम चौधरी और कांग्रेस विधायक कुलदीप सिंह राठौर विधानसभा में नशे से खिलाफ लड़ाई का संकल्प लेकर आए. इस चर्चा में पक्ष-विपक्ष के सदस्यों ने हिस्सा लिया. नशे से लड़ने के लिए सदन में पक्ष-विपक्ष एकजुट दिखाई दिया.
हिमाचल प्रदेश विधानसभा ने चिट्टे से जुड़े मामलों को गैर जमानती बनाने और चिट्टे से होने वाली मौत पर हत्या की धाराओं के तहत मामला दर्ज करने का संकल्प सर्वसम्मति से पारित किया. शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन लाए गए इस संकल्प में केंद्र सरकार से एनडीपीएस एक्ट में संशोधन करने और प्रदेश विधानसभा की ओर से संकल्प के अनुसार कड़े प्रावधान करने की मांग की गई है. हिमाचल प्रदेश में लगातार बढ़ रहे नशे के प्रचलन के बीच पक्ष-विपक्ष के सदस्यों ने एकजुट होकर यह बड़ा कदम उठाया है.
राज्य की सीमा पर ईमानदार अधिकारियों की हो तैनाती
विपक्ष के सदस्य सुखराम चौधरी और सत्तापक्ष के सदस्य कुलदीप सिंह राठौर की ओर से ले गए संकल्प पर जवाब देते हुए उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार चिट्टे से जुड़े किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा. आरोपी चाहे कितना ही बड़ा आदमी क्यों न हो, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. संकल्प पर चर्चा के दौरान राज्य की सीमा पर ईमानदार पुलिस कर्मचारी तैनात करने की भी पर भी की गई.
नशा मुक्ति केंद्र ही बन गए नशा बेचने का अड्डा!
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि सरकार के पास इस तरह की सूचना है कि नशा मुक्ति केंद्र ही नशा बेचने का केंद्र बन गए हैं. यह चिंता का विषय है. मौजूदा वक्त में राज्य में निजी क्षेत्र में 83 और सरकारी क्षेत्र में छह नशा मुक्ति केंद्र हैं. इन केंद्रों का निरीक्षण करवाया जाएगा. निरीक्षण के बाद बजट सत्र में इसकी रिपोर्ट सदन के पटल पर रखी जाएगी.
पाकिस्तान की सीमा से हिमाचल पहुंच रहा नशा
सीमावर्ती क्षेत्रों में साफ छवि वाले पुलिस जवान और अधिकारियों की तनाती की भी पैरवी भी की गई है. सत्ता पक्ष के सदस्य कुलदीप सिंह राठौर ने कहा कि पाकिस्तान की सीमा से ही भारत तक नशा पहुंच रहा है. हालात ऐसे हो चले हैं कि हिमाचल प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में भी चिट्टे की ओवरडोज से युवाओं की मौत हो रही है. उन्होंने कहा कि यह पाकिस्तान के साथ एक तरह की अघोषित जंग है. इसके जरिए युवाओं को बर्बाद करने का काम हो रहा है.
पुलिस ने एक साल में 14 किलो चिट्टा पकड़ा
हिमाचल प्रदेश में हालात लगातार गंभीर होते हुए नजर आ रहे हैं. राज्य के उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने सदन को बताया कि पुलिस ने एक साल में 14 किलो चिट्टा पकड़ा है. इस संबंध में 1 हजार 757 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. उन्होंने बताया कि मौजूदा वक्त में प्रदेश की जेल में 2 हजार 901 कैदी हैं. इनमें 1 हजार 205 चिट्टे के ही मामलों में पकड़े गए हैं. मुकेश अग्निहोत्री ने बताया कि प्रदेश की जेल भर गई हैं. अब जेल में कैदियों को रखने की जगह नहीं है.