



शरद पूर्णिमा पर इस बार खंडग्रास चंद्रग्रहण पड़ेगा, जोकि अश्विनि नक्षत्र और मेष राशि पर लगेगा। ऐसे में गर्भवती महिलाओं के लिए सावधानी जरूरी है। शाहजहांपुर के श्री दैव संपद् ब्रह्मचर्य संस्कृत महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. करुणाशंकर तिवारी ने बताया कि चंद्रग्रहण का समय रात 12:54 से 2:32 बजे तक रहेगा। चंद्रग्रहण का सूतक नौ घंटे पहले लगेगा। इस प्रकार दिन में 3:54 बजे से सूतक शुरू हो जाएगा।
इसके बाद भोजन, पूजन, पाठ आदि का कार्य नहीं होगा। उन्होंने कहा कि छह घंटे के सूतक का पालन अवश्य करें। ग्रहण का प्रभाव सभी 12 राशियों पर अलग-अलग रहेगा। मेष, वृष राशि वालों के लिए हानि, मिथुन, कर्क राशि को लाभ हो सकता है। सिंह, कन्या, तुला के लिए पीड़ा, वृश्चिक राशि के लिए सुख, धनु, मकर के लिए चिंता, कुंभ को यश तथा मीन राशि को नुकसान हो सकता है।
प्रदोष काल में रखें खीर
शरद पूर्णिमा पर चांदनी रात में खुले आसमान के नीचे खीर रखने की परंपरा है। कहा जाता है कि रात को खीर में अमृत वर्षा होती है। इसके बाद उसे प्रसाद के रूप में ग्रहण किया जाता है। डॉ. करुणाशंकर ने इस बार चंद्रग्रहण लगने के कारण खीर को प्रदोष काल में ही कुछ देर के लिए चांदनी रात में रखने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि चांदनी रात में खीर रखते समय उस पर तुलसी पत्र या कुश जरूर रख दें। अगले दिन प्रसाद के रूप में खीर का सेवन करें।