लाइव हिमाचल/मंडी : मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश नीतिगत और तकनीकी परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है। कांग्रेस सरकार बनने के बाद पिछले दो वर्ष दस महीनों में शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में ठोस सुधार किए गए हैं। सरकार का लक्ष्य केवल इमारतें खड़ी करना नहीं, बल्कि समाज में आत्मविश्वास, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएं लाना है। मुख्यमंत्री श्री लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कालेज एवं अस्पताल नेरचौक में मंगलवार को एंडोस्कोपी, समग्र स्तनपान प्रबंधन केंद्र (सीएलएमसी) पोषण पुनर्वास केंद्र (एनआरसी) व राज्य प्रसूति प्रशिक्षण संस्थान का उदघाटन करने, विद्यार्थियों के छात्रावास की आधारशिला रखने के बाद कालेज के वार्षिक छात्र समारोह आइरिस की अध्यक्षता कर रहे थे। मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि पहला चुनाव मैंने 26 वर्ष की उम्र में पार्षद के रूप में लड़ा था। तब नहीं सोचा था कि कभी मुख्यमंत्री बनूंगा। धीरे-धीरे हर सीढ़ी चढ़ी और जब प्रदेश की सेवा का अवसर मिला तो संकल्प लिया कि हिमाचल में नीतिगत बदलाव लाऊंगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार बनने के बाद शिक्षा क्षेत्र में 60 प्रतिशत तक परिवर्तन किए गए हैं। पहले क्वालिटी एजुकेशन पर ध्यान नहीं था, लेकिन हमने बच्चों के आत्मविश्वास को बढ़ाने और उन्हें प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए पहली कक्षा से अंग्रेजी माध्यम शुरू किया। ढाई साल में हिमाचल 21वें स्थान से उठकर 5वें स्थान पर पहुंच गया है। सुक्खू ने कहा कि सरकार ने शिक्षा व्यवस्था में पारदर्शिता और गुणवत्ता लाने के लिए राजीव गांधी डे बोर्डिंग स्कूल खोले हैं। अब 100 सरकारी स्कूलों को सीबीएसई बोर्ड से जोड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य यह नहीं कि केवल स्कूलों की संख्या बढ़े, बल्कि वहां ऐसा माहौल बने जहां बच्चे आत्मविश्वास के साथ सीखें और आगे बढ़ें। मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य क्षेत्र में सरकार की उपलब्धियों पर भी विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि जब मैंने आइजीएमसी की स्थिति देखी तो यह जानकर हैरानी हुई कि वहां 20 साल पुरानी एमआरआइ मशीन चल रही थी, स्टाफ की भारी कमी थी और मरीजों को बेसिक सुविधाएं भी नहीं मिल रही थीं। हमने निर्णय लिया कि अब केवल डाक्टर और मरीज को धोखा नहीं देंगे। इसलिए हमने आइजीएमसी, टांडा और चमियानणा को एम्स स्तर की सुविधाओं से लैस किया है। उन्होंने बताया कि अब चमियाणा में रोबोटिक सर्जरी शुरू हो चुकी है। अब तक 45 मरीजों के सफल आपरेशन हो चुके हैं। नेरचौक मेडिकल कालेज में भी जल्द रोबोटिक सर्जरी सुविधा शुरू होगी। इसके लिए 28 करोड़ की एमआरआई मशीन और 12 करोड़ कैथ लैब के लिए स्वीकृत किए गए हैं।
Day: October 14, 2025
प्रदेश के जन-जन को विकास धारा से जोड़ने के लिए राज्य सरकार कृत संकल्प : संजय अवस्थी
. अर्की विधानसभा क्षेत्र की दूर-दराज ग्राम पंचायत चमदार में ‘विधायक आपके द्वारा’ कार्यक्रम आयोजित
. इस क्षेत्र में लगभग 46 करोड़ रुपए की योजनाओं के कार्य शीघ्र होंगे आरंभ
सोलन: अर्की के विधायक संजय अवस्थी ने कहा कि प्रदेश के जन-जन को विकास की धारा से जोड़ना प्रदेश सरकार का उत्तरदायित्व है और वर्तमान प्रदेश सरकार इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए निरंतर प्रयासरत है। संजय अवस्थी आज अर्की विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत चमदार में आयोजित ‘विधायक आपके द्वार’ कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे।
संजय अवस्थी ने कहा कि प्रदेश सरकार कृषि, पशुपालन, बागवानी, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे आधारभूत क्षेत्रों में अधोसंरचनात्मक कार्या पूर्ण कर रही है ताकि लोग इनसे समय पर लाभान्वित हो सके। संजय अवस्थी ने कहा कि प्रदेश के किसानों, बागवानों व पशुपालकों की आय में बढ़ौतरी के लिए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। प्राकृतिक खेती के माध्यम से उगाई गई मक्की के लिए 40 रुपए तथा गेहूं 60 रुपए प्रति किलो ग्राम न्यूनतम समर्थन मूल्य रखा गया है। इस निर्णय से जहां किसानों की आय में वृद्धि होगी वहीं प्राकृतिक खेती को भी बढ़ावा मिलेगा। विधायक ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की वन सम्पदा की सुरक्षा के लिए प्रदेश सरकार ने राजीव गांधी वन संवर्धन योजना आरम्भ की है। इस योजना का उद्देश्य बंजर वन भूमि पर फलदार पेड़ लगाकर वनीकरण को बढ़ावा देना है। यह योजना महिला मण्डलों और स्वयं सहायता समूहों जैसी स्थानीय संस्थाओं को वृक्षारोपण और रखरखाव के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करती है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा गत दिनों पूर्व दाड़लाघाट में आयोजित कार्यक्रम में राजीव गांधी वन संवर्धन योजना के तहत अर्की विधानसभा क्षेत्र के आठ स्वयं सहायता समूहों को 28.80 लाख रुपए वितरित किए। संजय अवस्थी ने वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि राजीव गांधी वन संवर्धन योजना के बारे में महिला मण्डलों व युवक मण्डलों को जागरूक करें। उन्होंने उपस्थित महिला मण्डलों व युवक मण्डलों से आग्रह किया कि वन संरक्षण के लिए कार्यान्वित की जा रही इस योजना में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें। वहीं विधायक ने कहा कि राज्य के प्रत्येक छात्र को गुणवत्तायुक्त शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रदेश सरकार प्रतिबद्ध है। इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए प्रदेश सरकार ने प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में राजीव गांधी डे बोर्डिंग स्कूल स्थापित करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा अर्की विधानसभा क्षेत्र के तीन स्थानों पर राजीव गांधी डे बोर्डिंग स्कूल स्थापित करने की स्वीकृत मिल चुकी है। उन्होंने कहा कि रामपुर परगना में भी छात्रों को और बेहतर शिक्षा उपलब्ध करवाने के लिए राजीव गांधी डे बोर्डिंग स्कूल खोलने का प्रयास किया जाएगा। संजय अवस्थी ने कहा कि अर्की विधानसभा क्षेत्र को आदर्श विधानसभा क्षेत्र बनाने के लिए वह प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि रामशहर से चमदार-क्यारणू मार्ग तथा रामशहर-छियाछी-दिग्गल मार्ग के लिए लगभग 33 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत की गई है। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही इन मार्गों का निर्माण कार्य आरम्भ होगा। उन्होंने कहा कि पेयजल आपूर्ति योजना चमदार के लिए लगभग 4.84 करोड़ रुपए, सिंचाई योजना स्नोग बुघार के लिए लगभग 1.76 करोड़ रुपए, सिंचाई योजना खेटटा व जोहड़ी के लिए 3.37 करोड़ रुपए तथा उठाऊ पेयजल योजना मनलोग कलां के लिए 2.59 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं। इन सभी योजनाओं का कार्य शीघ्र आरम्भ होगा।
विधायक ने ख्वाजा पुल के समीप मोक्षधाम निर्माण के लिए 1.50 लाख रुपए देने की घोषणा की। उन्होंने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला चमदार में परीक्षा केन्द्र के निर्माण कार्य को पूरा करने के लिए 02 लाख रुपए देने की भी घोषणा की।
संजय अवस्थी ने इस अवसर पर लोगों की पेयजल, सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा, सिंचाई व अन्य विभिन्न समस्याओं को सुना और सम्बधित अधिकारियों को इनके शीघ्र निपटारे के निर्देश दिए। इस अवसर पर ग्राम पंचायत चमदार के प्रधान कर्म चन्द कौंडल, ग्राम पंचायत दिग्गल के प्रधान पवन कौशल, ग्राम पंचायत चमदार के उप प्रधान कमलेश कुमार, बीडीसी सदस्य विकास चन्द, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सतीश कश्यप, जोगिन्द्रा केन्द्रीय सहकारी बैंक के निदेशक रोशन वर्मा, नेहरू युवा क्लब चमदार के प्रधान बलवीर, उपमण्डलाधिकारी नालागढ़ नरेन्द्र आहलूवालिया, खण्ड विकास अधिकारी नालागढ़ नयोन धैर्य शर्मा, तहसीलदार नालागढ़ हुसन चंद चौधरी, हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड के अधिशाषी अभियंता देवेन्द्र कौंडल, लोक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियंता परसवर सिंह, जल शक्ति विभाग के अधिशाषी अभियंता नीरज गुप्ता, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला चमदार के प्रधानाचार्य अशोक कुमार, स्कूल प्रबंधन समिति की प्रधान स्वर्णलता सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति व ग्रामीण उपस्थित थे।
हिमाचल शिक्षा विभाग का बड़ा फैसला : कई शिक्षकों पर गिरेगी गाज, नौकरी पर मंडराया खतरा
शिमला : शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने शिक्षा विभाग में प्रदेश सरकार की ओर से चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं, भर्ती प्रक्रियाओं और अवसंरचना कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। शिमला स्थित राज्य सचिवालय में सोमवार को आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए उन्होंने निर्देश दिए कि सभी स्वीकृत पदों को तुरंत हिमाचल प्रदेश राज्य चयन आयोग और हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग को भेजा जाए, ताकि भर्ती प्रक्रिया में देरी न हो और स्कूलों में खाली पद शीघ्र भरे जा सकें। उन्होंने टीजीटी, जेबीटी, पंजाबी और ऊर्दू शिक्षकों तथा खेल छात्रावासों में डीपीई और कोच की भर्ती के लंबित मामलों पर नियमित रूप से निगरानी करने को कहा ताकि समय पर नियुक्तियां सुनिश्चित की जा सकें। रोहित ठाकुर ने सभी स्तरों पर शिक्षकों की उपलब्धता और शिक्षा की गुणवत्ता बनाए रखने के निर्देश दिए ताकि विद्यार्थियों को किसी भी कठिनाई का सामना न करना पड़े।
पदोन्नति रद कर योग्य शिक्षक को मौका मिलेगा
उन्होंने 9वीं और 10वीं कक्षाओं में पीजीटी की नियुक्तियों की भी समीक्षा की और उप-निदेशकों को विभिन्न स्कूलों में शिक्षकों द्वारा सफल उदाहरण और नवाचारपूर्ण शिक्षण पद्धतियों को साझा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जो पीजीटी अपनी पदोन्नति पोस्टिंग में समय पर ज्वाइनिंग नहीं दे रहे हैं, उनकी पदोन्नति रद कर अगले योग्य उम्मीदवार को मौका दिया जाए।
प्राथमिक स्कूल खोलने की औपचारिकताएं शीघ्र पूरी करने का निर्देश
रोहित ठाकुर ने नए प्राथमिक विद्यालय खोलने की औपचारिकताएं शीघ्र पूरी करने का निर्देश दिया ताकि प्रस्ताव मंत्रिमंडल के समक्ष प्रस्तुत किया जा सके। उन्होंने कोटखाई और पांवटा साहिब में केंद्रीय विद्यालय स्थापित करने के लिए भी प्रक्रिया पूरी करने के निर्देश दिए।
1320 शिक्षण संस्थान हुए क्षतिग्रस्त
शिक्षा मंत्री ने हाल ही में प्राकृतिक आपदाओं से स्कूलों को हुए नुकसान पर चिंता व्यक्त की और मरम्मत कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि 1320 से अधिक शिक्षण संस्थान क्षतिग्रस्त हुए हैं, जिनको लगभग 122 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। उन्होंने कहा कि पीडीएनए फंड का सही उपयोग किया जाए और 75 प्रतिशत से अधिक नुकसान वाले संस्थानों को प्राथमिकता दी जाए।
युवाओं को नशे से दूर रखने के लिए जन-जन की सहभागिता आवश्यक : गौरव सिंह
. पुलिस अधीक्षक ने सुल्तानपुर विद्यालय में छात्रों से किया सीधा संवाद और वितरित की स्पोर्ट्स किट
लाइव हिमाचल/सोलन: पुलिस अधीक्षक सोलन गौरव सिंह ने कहा कि युवाओं को नशे से दूर रखने के लिए जन-जन की सहभागिता आवश्यक है। पुलिस अधीक्षक आज राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सुल्तानपुर में नशीले पदार्थों के दुरुपयोग के प्रति जागरूकता बढ़ाने और छात्रों को पढ़ाई के साथ-साथ खेल-कूद, राष्ट्रीय केडिट कोर (एनसीसी), राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) और स्वास्थ्य के प्रति रुचि विकसित करने के लिए आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। गौरव सिंह ने कहा कि इस अभियान का उद्देश्य छात्रों को नशे से दूर रखना, उनकी संकल्प शक्ति विकसित कर उन्हें नशे के विरुद्ध समाज को जागरूक करने के लिए अग्रदूत बनाना और युवा शक्ति को इस सामाजिक बुराई से बचाना है।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि ज़िला पुलिस सोलन द्वारा नशे के विरुद्ध सतत् कार्यवाही की जा रही है। उन्होंने कहा कि नशे जैसी सामाजिक समस्या के विरुद्ध विशेष रूप से स्कूली छात्रों की सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए ज़िला पुलिस सोलन के सभी राजपत्रित अधिकारियों द्वारा एक-एक विद्यालय को गोद लिया गया है। उन्होंने कहा कि स्कूली छात्रों को नशे से दूर रखकर समाज को इस अभियान में सही दिशा दी जा सकती है। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग द्वारा इस अभियान के अंतर्गत विद्यालयों में नियमित रूप से जागरूकता कार्यक्रम तथा सेमिनार आयोजित किए जा रहे हैं। उन्होंने विद्यालय प्रबंधन एवं अभिभावकों से आग्रह किया कि छात्रों को खेल एवं अन्य रचनात्मक गतिविधियों से जोड़ें और युवाओं के समग्र व्यक्तित्व विकास पर बल दें। उन्होंने छात्रों को बिना संकोच के पुलिस के साथ अपने विचार साझा करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि पुलिस जनता की सहायता के लिए है और नशे के विरुद्ध अभियान में समय पर दी गई सूचना अनेक जीवन बचा सकती है। गौरव सिंह ने इस अवसर पर शिक्षकों से आग्रह किया कि छात्रों के व्यवहार और गतिविधियों पर नज़र रखें और किसी भी प्रकार के नशे में संलिप्त होने की आशंका के बारे में जानकारी पुलिस के साथ साझा करें ताकि नशे को रोकने में सफलता प्राप्त हो सके। उन्होंने कहा कि इस दिशा में अभिभावकों की भूमिका भी महत्वपूर्ण है। यदि अभिभावकों को लगता है कि उनके बच्चे सामान्य दिनचर्या से हट रहे हैं अथवा पढ़ाई में ध्यान नहीं दे रहे हैं, गुमसुम रहते हैं या उनके व्यवहार में परिवर्तन आ रहा है तो इस विषय में अध्यापकों से जानकारी लें ताकि युवाओं को नशे से दूर रखा जा सके। उन्होंने इस अवसर पर राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सुल्तानपुर में विभिन्न शैक्षणिक एवं अन्य गतिविधियों की जानकारी प्राप्त की और छात्रों से सीधा संवाद स्थापित किया। ज़िला पुलिस सोलन द्वारा एक-एक विद्यालय को अडॉप्ट करने के तहत पुलिस अधीक्षक सोलन द्वारा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सुल्तानपुर को अडॉप्ट किया गया है। इस पहल के तहत अन्य राजपत्रित अधिकारियों द्वारा अडॉप्ट स्कूल में लगातार संवाद किया जा रहा है ताकि युवा शक्ति को पूरी तरह से सुरक्षित रखा जा सके। इस अवसर पर एक्ट ह्यूमन गैर सरकारी संगठन की सहायता से इस विद्यालय के छात्रों को 45 स्पोर्ट्स किट व खेल-कूद की सामग्री वितरित की गई। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सुल्तानपुर के प्रधानाचार्य, अध्यापक, कर्मचारी, छात्र व एक्ट ह्यूमन गैर सरकारी संगठन के प्रतिनिधि इस अवसर पर उपस्थित थे।
प्रदेश में चल रहा ‘आत्मनिर्भर भारत’ और ‘हर घर स्वदेशी’ अभियान : नंदा
शिमला : भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश मीडिया संयोजक कर्ण नंदा ने पार्टी मुख्यालय कोटखाई में विधानभा की एक बैठक को संबोधित किया और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर भाजपा द्वारा पूरे देश में चल रहे ‘आत्मनिर्भर भारत’ और ‘हर घर स्वदेशी’ अभियान के बारे में जानकारी दी। नंदा ने कहा कि इस अभियान का उद्देश्य हर नागरिक को स्वदेशी से जोड़ना है ताकि यह जन आंदोलन बने और राष्ट्रीय आंदोलन के रूप में प्रदेश एवं देशभर में फैलकर भारत को आत्मनिर्भर बनाने का संदेश घर-घर तक पहुंचे। स्वदेशी का अर्थ है, अपने देश में बने सामान को अपनाना और उसका उपयोग करना। हम किसी वस्तु का बहिष्कार नहीं कर रहे हैं, बल्कि यह कह रहे हैं कि भारतीय उत्पाद और भारतीय कौशल को प्राथमिकता दी जाए। वहीं भाजपा मीडिया संयोजक ने यह अभियान 25 दिसंबर पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती तक चलेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाया जाएगा और इसका रास्ता आत्मनिर्भर भारत से होकर गुजरता है, जिसके मूल में स्वदेशी है। नरेन्द्र मोदी ने 140 करोड़ देशवासियों से प्रार्थना की है कि जो भी वस्तु खरीदी जाए, वह भारत में निर्मित होनी चाहिए। प्रधानमंत्री ने देशवासियों से आह्वान किया है कि हमें वे ही वस्तुएं खरीदनी होंगी जो भारत में बनी हों, जिनमें हमारे देश के बेटे-बेटियों का पसीना शामिल हो। हर दुकान पर यह बोर्ड होना चाहिए जिसमें लिखा हो कि ‘गर्व से कहो, यह स्वदेशी है।’ माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय जगत प्रकाश नड्डा ने पूरे देश के कार्यकर्ताओं को एक व्यापक अभियान सौंपा है, जिसके माध्यम से जन-जन को जोड़कर स्वदेशी के इस अभियान को जन आंदोलन का रूप देना है। नंदा ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2019 में ‘वोकल फॉर लोकल’ के मंत्र को देशवासियों से अपनाने का आह्वान किया था, जिसका ही परिणाम है कि खादी की आज की बिक्री 1 लाख 70 हजार करोड़ रुपये तक पहुंच चुकी है, जबकि यूपीए सरकार के समय यह मात्र 31 हजार करोड़ रुपये थी। आदरणीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर “मेक इन इंडिया” के मंत्र के अंतर्गत 2014 में मोबाइल की केवल दो कंपनियां हुआ करती थीं, जो आज बढ़कर 300 फैक्ट्रियों तक पहुँच गई हैं और देश के 99.2% मोबाइल अब मेड इन इंडिया हैं। यूपीए सरकार के दौरान मोबाइल का निर्यात केवल 15,000 करोड़ रुपये का था, जबकि आज यह बढ़कर 2 लाख करोड़ रुपये हो चुका है। इसी प्रकार खिलौनों के आयात में 52% की कमी आई है और ऑटोमोबाइल निर्माण में ट्रैक्टर का उत्पादन विश्व में पहले स्थान पर है। निर्माण क्षेत्र के ऐसे अनेक क्षेत्रों में भारत का निर्यात बढ़ा है। मेक इन इंडिया का संकल्प और मंत्र देशवासियों ने अपनाया है और उसी का परिणाम है कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में आज भारत विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है तथा तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है। यह भी उल्लेखनीय है कि पिछले चार वर्षों से भारत विश्व की सबसे तेज गति से प्रगति करने वाली अर्थव्यवस्था रहा है। इस बैठक की अध्यक्षता मंडल महामंत्री अंकुश चौहान, प्रदेश युवा मोर्चा से सुशील कड़शोली,मीनाक्षी मानटा, जतिन चौहान, यशवीर जस्टा, रविन्द्र चौहान, तजिंदर शर्मा, संजय बस्टा उपस्थित रहे।
चंबा व मंडी की कई पंचायतों में 2022 की ड्राफ्ट मतदाता सूचियां अमान्य घोषित, नई तिथि जारी
शिमला: हिमाचल प्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग ने चंबा व मंडी जिलों की कुछ पंचायतों में 2022 की ड्राफ्ट मतदाता सूचियों को अमान्य घोषित कर दिया है। आयोग ने पाया कि जिला चंबा में भरमौर के अंतर्गत ओरा, बजोल व होली और जिला मंडी के विकास खंड निहरी की जुहारी, बिहली, बोई व शिगल पंचायत की ड्राफ्ट मतदाता सूचियां वर्ष 2025 की अपेक्षा गलती से वर्ष 2022 के आधार पर तैयार की गई थीं। इस पर संज्ञान लेते हुए आयोग ने पूरी प्रक्रिया को दोबारा संचालित करने का निर्णय लिया है। राज्य निर्वाचन आयुक्त अनिल खाची ने इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी है। इसके तहत संबंधित पंचायतों में ड्राफ्ट मतदाता सूची दोबारा तैयारी की जाएगी ताकि निर्वाचन प्रक्रिया पारदर्शी रहे। राज्य निर्वाचन आयोग ने माना कि पूर्व में जारी निर्देशों का पूर्ण रूप से पालन नहीं किया गया, जिस कारण ड्राफ्ट सूचियों में त्रुटि हुई। इसलिए आयोग ने पहले की प्रक्रिया को निरस्त कर नया कार्यक्रम जारी किया है।
आपदा राहत कोष के लिए 1.55 करोड़ रुपये का अंशदान
शिमला: मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू को आज यहां एसबीआई चंडीगढ़ सर्कल के मुख्य महाप्रबंधक कृष्ण शर्मा ने आपदा राहत कोष के लिए 1.55 करोड़ रुपये का चेक भेंट किया। मुख्यमंत्री ने इस पुनीत कार्य के लिए आभार व्यक्त करते हुए लोगों से आपदा प्रभावितों की सहायता के लिए उदारतापूर्वक योगदान देने का आग्रह किया। इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कामगार कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष नरदेव सिंह कंवर, एसबीआई हिमाचल के डीजीएम प्रभात कुमार तथा अन्य गणमान्य भी उपस्थित थे।
IGMC में भी होगा अब न्यूरो और यूरोलॉजी के मरीजों का उपचार, इमरजेंसी में तैनात रहेंगे विशेषज्ञ
शिमला: आईजीएमसी से सुपर स्पेशलिटी अस्पताल चमियान शिफ्ट किए गए विभागों की सेवाएं अब 24 घंटे आईजीएमसी में भी मिलेंगी। आईजीएमसी से न्यूरोलॉजी, एंडोलॉजी, गेस्ट्रोएंट्रोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, प्लास्टिक सर्जरी, यूरोलॉजी और सीटीवीएस विभाग चमियाना शिफ्ट किए गए हैं। इन विभागों के विशेषज्ञ चिकित्सक अब आईजीएमसी में भी मरीजों को 24 घंटे सेवाएं देंगे। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के आदेशानुसार सुपर स्पेशलिटी विभागों के चिकित्सकों का ड्यूटी रोस्टर तैयार कर लागू कर दिया है। अस्पताल प्रबंधन की इस नई व्यवस्था से चमियाना शिफ्ट हो चुके विभागों के चिकित्सकों की सेवाएं अस्पताल के इमरजेंसी और भर्ती मरीजों को मिलना शुरू हो गई हैं। इससे आईजीएमसी के दिल, न्यूरो, सीटीवीएस से संबंधित विभागों की मरीजों को पेश आने वाली स्वास्थ्य संबंधित बीमारियों का उपचार समय से हो सकेगा। सुपर स्पेशलिटी अस्पताल चमियाना में सभी विभागों की ओपीडी सेवाएं भी जारी रहेंगी। नई व्यवस्था का चमियाना अस्पताल पर कोई असर नहीं पड़ेगा। आईजीएमसी के वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राहुल रॉव ने माना कि चमियाना शिफ्ट हुए विभागों के विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवाएं अब 24 घंटे उपलब्ध होंगी। इसके लिए अलग से ड्यूटी रोस्टर बनाया जा रहा है। हर समय इन विभागों का कम से कम एक चिकित्सक उपलब्ध रहेगा। इसे बुलाने पर चिकित्सक आएगा। मौसम में आए बदलाव और सर्दी बढ़ने से जुकाम तथा वायरल बुखार के मामले आने शुरू हो गए हैं। एक दिन के अवकाश के बाद सोमवार को दीन दयाल उपाध्याय (डीडीयू) क्षेत्रीय अस्पताल की मेडिसन और बाल रोग विभाग की ओपीडी में मरीजों की खूब भीड़ उमड़ी। बाल रोग विभाग में सौ और मेडिसन विभाग में 120 मरीजों ने चेकअप करवाया। डॉ. सोनिया कश्यप और डॉ. कपिल ने रोगियों की जांच की। इनमें जुकाम और बुखार के मामले अधिक रहे। बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. अंकुर धर्माणी ने कहा कि बच्चों में भी बुखार और जुकाम के मामले बढ़े हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों को चिकित्सकों को दिखाने के बाद ही दवाओं का सेवन करवाएं। उन्होंने कहा कि वायरल फीवर एक दूसरे को फैलता है। इसलिए एहतियात बरतें तथा एक दूसरे का रूमाल इस्तेमाल न करें। बच्चों और बुजुर्गों को सर्दी से बचाएं। खासकर बुजुर्ग सुबह की सैर करने से बचें तथा शाम को ही सैर करें।
कांगड़ा में निर्माण कार्य के चलते कई सड़कों पर वाहनों की आवाजाही पर अस्थायी रूप से लगा प्रतिबंध…
कांगड़ा: जिला दंडाधिकारी कांगड़ा हेमराज बैरवा ने मोटर वाहन अधिनियम, 1988 की धारा 115 के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए जनहित में विभिन्न सड़कों पर निर्माण कार्य के चलते वाहनों की आवाजाही पर अस्थायी प्रतिबंध लगाने के आदेश जारी किए हैं। जिला दंडाधिकारी ने बताया कि उपमंडलाधिकारी देहरा से प्राप्त रिपोर्टों के अनुसार, एच.पी.पी.डब्ल्यू.डी. उपमंडल प्रागपुर एवं देहरा द्वारा विभिन्न सड़कों पर पुलिया, आर.सी.सी. स्लैब कलवर्ट, पक्की सड़कों के पुनर्निर्माण एवं नालियों के निर्माण कार्य किए जा रहे हैं। कार्य के दौरान सार्वजनिक सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कुछ मार्गों पर वाहनों की आवाजाही अस्थायी रूप से बंद रहेगी। उन्होंने बताया कि बणी से गरली सड़क मार्ग 13 अक्टूबर 2025 से 12 नवंबर 2025 तक सभी प्रकार के वाहनों के लिए बंद रहेगा। इस दौरान क्षेत्रवासी नक्की खड्ड से गरली मार्ग एवं सदवां से चंबा पत्तन मार्ग का वैकल्पिक रूप से उपयोग कर सकते हैं। धलियारा–दाड़ा सीबा–संसारपुर टैरेस सड़क मार्ग भी 13 अक्टूबर 2025 से 12 नवंबर 2025 तक बंद रहेगा। इस दौरान सदवां–चंबा पत्तन मार्ग को वैकल्पिक रूप से उपयोग किया जा सकता है। प्रागपुर से नेहरन पुखर सड़क 13 अक्टूबर 2025 से 5 नवंबर 2025 तक बंद रहेगी। वैकल्पिक रूप से लाल पुखर से बनबनयाल रोड, हर पुखर से करोल रोड तथा नेहरन पुखर से सौंठ रोड का उपयोग किया जा सकता है। हर पुखर से छनौता मार्ग 13 अक्टूबर 2025 से 12 नवंबर 2025 तक बंद रहेगा। इस दौरान क्षेत्रवासी भरवाईं से कालोहा (चलाली–प्रागपुर वाया लगबलियाणा), बगली पक्का भरोह से नल्सूहा वाया सुक्कड़ रोड एवं अप्पर प्रागपुर से कारोल वाया दादड़ी रोड का उपयोग कर सकते हैं।जिला दंडाधिकारी ने कहा कि ये निर्णय जनसुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिए गए हैं, ताकि निर्माण कार्य के दौरान किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचाव सुनिश्चित किया जा सके। उन्होंने आम जनता से अपील की है कि वे असुविधा से बचने के लिए निर्धारित वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करें तथा प्रशासन को सहयोग प्रदान करें।
प्रदेशभर में खिली धूप, जानिए आगामी दिनों में कैसा रहेगा मौसम का मिजाज़…
Himachal Weather: हिमाचल प्रदेश में मौसम 19 अक्टूबर तक साफ रहेगा. मैदानी जिलों में धूप से लोगों के पसीने छुटने लगे हैं तथा उच्च पर्वतीय जिलों में सुबह और शाम के समय मौसम में ठंडक बढ़ गई है. राजधानी शिमला समेत प्रदेश के सभी क्षेत्रों में सोमवार को मौसम साफ रहा तथा अच्छी धूप खिली. पश्चिमी विक्षोभ के कमजोर पड़ने से 19 अक्तूबर तक प्रदेश भर में मौसम साफ बना रहने का पूर्वानुमान है. कोकसर-काज़ा सड़क को कुंजुम दर्रा होकर छोटे वाहनों के लिए बहाल कर दिया गया है. मनाली-लेह मार्ग पर पागलनाला में मलबा आने के चलते शाम सात बजे के बाद वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है. मैदानी इलाकों में धूप ने लोगों के पसीने छुड़वा दिए हैं तथा उच्च पर्वतीय जिलों में सुबह और शाम के समय मौसम में ठंडक बढ़ गई है. लाहौल-स्पीति में भी मौसम खुलने के बाद जनजीवन पटरी आने लगा है. सोमवार को कोकसर-काज़ा वाया कुंजुम दर्रा एक सप्ताह के बाद छोटे वाहनों तथा फोर वाई फोर के लिए बहाल कर दिया गया है. सीमा सड़क संगठन की कड़ी मेहनत से बर्फबारी से प्रभावित यह मार्ग बहाल कर दिया गया है लेकिन इस मार्ग पर अभी भी यात्रा जोखिम भरी बनी हुई है जिसके चलते प्रशासन ने साधारण वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी है. दोपहर दो बजे के बाद सभी वाहन चलाने पर प्रतिबंध लगाया गया है. वाहन चालकों के लिए मनाली-लेह मार्ग पर पागलनाला का मलबा इस बार भी बड़ा सिरदर्द बना हुआ है. लाहौल-स्पीति पुलिस ने यातायात सुचारु रखने के लिए विशेष इंतजाम किए हैं. शाम सात बजे के बाद बड़े वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है. मरम्मत कार्य अभी भी जारी है. तकरीबन 100 दिनों के बाद परिवहन निगम की बस का जलोड़ी दर्रा तक ट्रायल हुआ. अब निगम हाईवे-305 पर बसों का संचालन करने की तैयारी कर रहा है तथा सैलानी बड़ी संख्या में बर्फ का दीदार करने अटल टनल ,रोहतांग व सिस्सू पहुंच रहे है. रविवार रात को केलांग में न्यूनतम तापमान माइनस 0.7, कुकुमसेरी में 2.8, ताबो में 3.2, कल्पा में 5.4, मनाली में 6.5, रिकांगपिओ में 8.4 और शिमला में 12.0 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ है।