वैष्णो देवी रोपवे प्रोजेक्ट के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन:पत्थरबाजी हुई; दुकानदार और पालकीवाले बोले- प्रोजेक्ट से रोजी रोटी छिन जाएगी

कटड़ा: जम्मू-कश्मीर के कटरा में श्री माता वैष्णो देवी के तीर्थयात्रियों के लिए निर्माणाधीन रोपवे प्रोजेक्ट के खिलाफ आज जमकर विरोध प्रदर्शन हुआ। बता दें कि अपनी रोजी-रोटी खोने के डर से खच्चर और पालकीवालों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। ये श्रमिक, जो तीर्थयात्रियों को मंदिर तक पहुंचाने का काम करते हैं, रोपवे के निर्माण को अपनी आजीविका के लिए खतरा मानते हुए इसका विरोध कर रहे हैं। सोमवार को पुलिस द्वारा प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश करने पर, विरोध हिंसक हो गया और कुछ प्रदर्शनकारी घायल हो गए।

रोपवे प्रोजेक्ट का उद्देश्य और विरोध का कारण

बता दें कि यह 250 करोड़ रुपये की लागत से कटरा में ताराकोट मार्ग और सांझी छत के बीच 12 किलोमीटर के मार्ग पर निर्माणाधीन रोपवे प्रोजेक्ट तीर्थयात्रियों के लिए यात्रा को तेज और सुरक्षित बनाने के उद्देश्य से शुरू किया गया है। लेकिन खच्चर और पालकीवालों का कहना है कि यह प्रोजेक्ट उनकी कमाई का प्रमुख स्रोत छीन लेगा, जिस वजह से वे इसका विरोध कर रहे हैं। रियासी के SSP परमवीर सिंह ने कहा कि “लोग तीन दिनों से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और स्थिति को नियंत्रण में रखने की कोशिश की जा रही है। सोमवार को कुछ प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया, लेकिन हम उम्मीद करते हैं कि जल्द ही स्थिति सामान्य हो जाएगी।”

उपराज्यपाल ने दिया बयान

जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने जम्मू तवी रिवरफ्रंट परियोजना के निर्माण स्थल का दौरा किया और कहा कि इस परियोजना का 90% काम पूरा हो चुका है, और यह जनवरी तक पूरा होने की उम्मीद है। कटरा में चल रहे विरोध के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड द्वारा घोषित रोपवे परियोजना का उद्देश्य तीर्थयात्रियों को एक सुरक्षित और तेज यात्रा अनुभव प्रदान करना है।

हिंसा और तोड़फोड़

प्रदर्शनकारियों ने हिंसक प्रदर्शन करते हुए गाड़ियों में तोड़फोड़ की और एक पुलिस कर्मी को घायल कर दिया। इसके बाद पुलिस ने सुरक्षा बढ़ा दी है और स्थिति को काबू में रखने के प्रयास जारी हैं। इस दौरान, मजदूर संघ के अध्यक्ष भूपिंदर सिंह जामवाल और शिवसेना (UBT) के प्रदेश अध्यक्ष मनीष साहनी ने रोपवे प्रोजेक्ट से प्रभावित होने वाले सभी नागरिकों को ₹20 लाख का मुआवजा देने की मांग की। साथ ही, प्रभावित लोगों के पुनर्वास के लिए ठोस योजना बनाने की भी अपील की गई।

अडानी पर लगे आरोपों पर राहुल गांधी ने कहा: सैकड़ों लोग छोटे आरोपों में गिरफ्तार हुए, उन्हें भी जेल में होना चाहिए

दिल्ली : गौतम अडानी को लेकर चल रहा विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है। इस मामले में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी समेत विपक्ष के कई नेता सरकार पर हमलावर हैं। राहुल गांधी ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि, जब सैकड़ों लोग छोटे – छोटे आरोपों में गिरफ्तार हुए हैं तो अडानी को भी जेल होना चाहिए। अडानी समूह के खिलाफ आरोपों पर लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, “आपको लगता है कि अडानी आरोपों को स्वीकार करेंगे? जाहिर है कि वह आरोपों से इनकार करेंगे। मुद्दा यह है कि जैसा कि हमने कहा है, उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए। सैकड़ों लोगों को छोटे-छोटे आरोपों में गिरफ्तार किया जा रहा है और सज्जन (गौतम अडानी) पर अमेरिका में हजारों करोड़ रुपये का आरोप है, उन्हें जेल में होना चाहिए और सरकार उन्हें बचा रही है। अडानी मुद्दे पर कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा कि, “तथ्य यह है कि दो अभियोग दायर किए गए हैं, एक न्यूयॉर्क के पूर्वी जिले के अटॉर्नी द्वारा और दूसरा संयुक्त राज्य अमेरिका के प्रतिभूति और विनिमय आयोग द्वारा। इसलिए वे स्पष्ट रूप से अमेरिकी न्यायालय के समक्ष उन तर्कों को रखने के लिए स्वतंत्र हैं… मूल मुद्दा यह है कि ये अभियोग भारत के कारोबारी माहौल के संबंध में किस तरह का संदेश देते हैं… नंबर दो, भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड क्या कर रहा था? यदि आपको हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर वापस जाना याद है, तो अडानी समूह से संबंधित मुद्दे न केवल सार्वजनिक डोमेन में थे, बल्कि भारत के सर्वोच्च न्यायालय द्वारा भी उनका निर्णय लिया जा रहा था। सवाल यह है कि नियामकों को कौन विनियमित करेगा? इसलिए खेल में बड़े मुद्दे हैं और इसीलिए हम संसद के दोनों सदनों में चर्चा की मांग कर रहे हैं।

गौतम अडानी पर अमेरिका ने लगाया 265 मिलियन डॉलर की रिश्वत और धोखाधड़ी का आरोप

अडानी समूह के अध्यक्ष गौतम अडानी पर भारत में उनकी सौर परियोजनाओं से जुड़ी कथित मल्टी अरब डॉलर की रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी में उनकी भूमिका के लिए अमेरिका में आरोप तय कर दिए गए हैं। अमेरिका द्वारा बुधवार को कहा कि, अडानी और उनके भतीजे सागर अडानी सहित सात अन्य लोगों ने 20 सालों में 2 बिलियन डॉलर का लाभ कमाने वाले कॉन्ट्रेक्ट को पाने और भारत की सबसे बड़ी सौर ऊर्जा संयंत्र परियोजना विकसित करने के लिए भारतीय सरकारी अधिकारियों को लगभग 265 मिलियन डॉलर की रिश्वत देने पर सहमति व्यक्त की थी।

सन ऑफ सरदार’ के निर्देशक अश्विनी धर के 18 साल के बेटे की सड़क दुर्घटना में गई जान ,ड्राइविंग करने वाला दोस्त गिरफ्तार

दिल्ली : बॉलीवुड के गलियारों से एक बेहद ही दुखद खबर सामने आ रही है। अतिथि तुम कब जाओगे, सन ऑफ सरदार और गेस्ट इन लंदन जैसी फिल्मों के निर्देशक अश्विनी धर ने अपने युवा बेटे को खो दिया। ये हादसा 23 नवंबर शनिवार को सुबह-सुबह मुंबई के वेस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे विले पार्ले के पास हुआ। निर्देशक के 18 साल के बेटे जलज धीर अपने तीन दोस्तों के साथ ड्राइविंग के लिए घर से निकले थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, हादसे में जलज के साथ-साथ एक और दोस्त की जान चली गई। अश्विनी धीर के बेटे के निधन के बाद पुलिस ने ड्राइविंग कर रहे दोस्त को गिरफ्तार किया है। क्या है ये पूरा मामला और कैसे हुआ ये हादसा, चलिए जानते हैं पूरी डिटेल्स:

दोस्त ने डिवाइडर पर चढ़ा दी थी कार

फ्री प्रेस जर्नल की एक खबर के मुताबिक, 23 नवंबर को जलज अपने तीन दोस्तों साहिल मेंधा, सार्थ कौशिक और जेडन जिमी के साथ कार ड्राइविंग पर निकले थे। जहां साहिल और जेडन फ्रंट सीट पर बैठे थे, वहीं अश्विनी धीर के बेटे जलज और उनके एक और दोस्त सार्थ बैक सीट पर थे।

किसी का 1 किलो गोबर नहीं बिका, सीएम कह रहे गारंटी पूरी हो गई : जयराम

शिमला : शिमला से जारी बयान में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में किसी का भी 1 किलो गोबर नहीं बिका और मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि हमने गोबर खरीदने की गारंटी पूरी कर दी है। प्रदेश के लोग यह जानना चाहते हैं कि यह गोबर किन लोगों का खरीदा गया है और गारंटी कैसे पूरी हुई है। इस तरह झूठ बोलकर सरकार चलाने वाले मुख्यमंत्री  देश भर में कांग्रेस की बुरी हार के के लिए ईवीएम को जिम्मेदार ठहराते हैं। झूठ बोलकर सरकार चलाने और सरकार में रहकर झूठ बोलने के सारे रिकॉर्ड मुख्यमंत्री महोदय ने 2 साल से कम समय में ही तोड़ दिए हैं। पहले कहते हैं हमने गारंटी है कहां दी थी, अब कहते हैं की हमने गारंटियां पूरी कर दी है। उनकी बातें सुनकर प्रदेश के लोग अब पूछ रहे हैं कि वह गारंटिया किसकी पूरी हुई है? जिसके पूरा होने का दावा मुख्यमंत्री मीडिया समेत अन्य राजनीतिक मंचों पर करते हैं।नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि नौकरी देने के नाम पर आई सरकार नौकरियां ले रही है, पद खत्म कर रही है, युवाओं से रोजगार के अवसर छीन रही है। मुख्यमंत्री प्रदेश भर में घूम-घूम कर कह रहे हैं कि हमने 680 करोड़ रुपए की स्टार्टअप योजना की गारंटी को पूरी कर दी है। मीडिया में उनके बयान देख सुनकर प्रदेश के युवा सिर्फ आपस में ही नहीं पूछ रहे हैं कि यह योजना कब लागू हुई बल्कि वह विपक्ष के नेताओं से भी पूछ रहे हैं कि स्टार्ट अप योजना के 680 करोड़ रुपए मुख्यमंत्री द्वारा किसे दिए गए और उन पैसों से क्या किया गया?

प्रदेश के मुख्यमंत्री स्वयं बताएं कि यदि वह कह रहे हैं कि 680 करोड़ रुपए की स्टार्टअप योजना की गारंटी हमने पूरी कर दी है तो वह पैसा किन लोगों को दिया गया है और उन पैसों से कौन से स्टार्टअप शुरू किए गए हैं? सरकार सिर्फ जुबानी जमा खर्च से काम चलाना चाहती है। झूठ बोलकर सत्ता को बचाए रखना चाहती है। विपक्ष पर आरोप लगाकर अपनी जवाबदेही से भागना चाहती है। लेकिन यह सब कितने दिन कर सकती है? अब सरकार अपने दूसरे साल के कार्यकाल पूरा होने के जश्न मनाने की तैयारी कर रही है और अपनी नाकामी का सारे दोष विपक्ष पर मढ़ रही है। हर महीना कर्ज लेकर पांच साल बाद  यानी 2027 में आत्मनिर्भर हिमाचल के सपने दिखाने वाले मुख्यमंत्री अब यह बताएं कि 2025 में सरकार क्या करने वाली है। नेता प्रतिपक्ष ने संविधान दिवस के मौके पर कहा कि भारत का लोकतंत्र दुनिया का सबसे बड़ा और मजबूत लोकतंत्र है। हमारे लोकतंत्र की बुनियाद हमारा संविधान है। इस संविधान में हर देशवासी को हक दिए हैं। संविधान द्वारा दिए गए हक हर भारतवासी को मिले इसके लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर संभव प्रयास किए हैं। भारत के संविधान के द्वारा प्रदत्त किए गए अधिकारों के सबसे बड़े संरक्षक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं। जिन्होंने हर परिवार को घर, हर घर को शौचालय, बिजली, पानी, राशन, रोजगार के लिए प्रशिक्षण और सामाजिक सुरक्षा जैसी मूलभूत सुविधाएं पहुंचाई है। भारतीय जनता पार्टी भारत के हर व्यक्ति को संविधान द्वारा प्रदत्त सभी अधिकार देने के लिए प्रतिबद्ध है। नरेंद्र मोदी के रहते हुए किसी के भी संवैधानिक हकों पर कोई भी व्यक्ति बाधा नहीं पहुंचा सकता है। उन्होंने देश के हर नागरिक को उच्च मानवीय अधिकार देने वाले संविधान के संविधान दिवस की सभी प्रदेशवासियों को बधाई दी।

ग्रीन हिमाचल, समृद्ध हिमाचल : आत्मनिर्भर और हरित राज्य बनाने की दिशा में ठोस कदम

शिमला: मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि हिमाचल प्रदेश को 2027 तक आत्मनिर्भर और 2032 तक देश का सबसे समृद्धशाली राज्य बनाने के लिए प्रदेश सरकार प्रभावी कदम उठा रही है। उन्होंने यह बात “ग्रीन हिमाचल, समृद्ध हिमाचल” विषय पर आयोजित एक प्रस्तुति के दौरान कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल को हरित राज्य के रूप में विकसित करने के लिए प्राकृतिक संसाधनों के उचित प्रबंधन पर विशेष जोर दिया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने और लघु एवं सूक्ष्म उद्योग स्थापित करने के प्रयास किए जा रहे हैं। प्रदेश में ड्रोन तकनीक आधारित सेवाओं के माध्यम से लगभग 15 हजार युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा। औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में अत्याधुनिक पाठ्यक्रम, जिसमें कृत्रिम मेधा (AI) जैसे विषय शामिल हैं, आरंभ किए गए हैं। इसके अलावा, सोलर एनर्जी के माध्यम से तीन हजार से अधिक युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने का लक्ष्य रखा गया है। पर्यटन क्षेत्र में भी रोजगार की संभावनाओं का विस्तार हो रहा है। मुख्यमंत्री ने बताया कि वर्ष 2023 में प्रदेश में 1.6 करोड़ पर्यटक आए, जिससे लगभग तीन लाख लोगों को रोजगार मिला। ई-व्हीकल्स और सोलर पैनल परियोजनाओं के लिए 680 करोड़ रुपये की राजीव गांधी स्टार्ट-अप योजना शुरू की गई है। इसके तहत ई-टैक्सी खरीदने और सोलर पैनल लगाने के लिए 50 प्रतिशत अनुदान प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने और लघु एवं सूक्ष्म उद्योग स्थापित करने के प्रयास किए जा रहे हैं। प्रदेश में ड्रोन तकनीक आधारित सेवाओं के माध्यम से लगभग 15 हजार युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा। औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में अत्याधुनिक पाठ्यक्रम, जिसमें कृत्रिम मेधा (AI) जैसे विषय शामिल हैं, आरंभ किए गए हैं। इसके अलावा, सोलर एनर्जी के माध्यम से तीन हजार से अधिक युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने का लक्ष्य रखा गया है। पर्यटन क्षेत्र में भी रोजगार की संभावनाओं का विस्तार हो रहा है। मुख्यमंत्री ने बताया कि वर्ष 2023 में प्रदेश में 1.6 करोड़ पर्यटक आए, जिससे लगभग तीन लाख लोगों को रोजगार मिला। ई-व्हीकल्स और सोलर पैनल परियोजनाओं के लिए 680 करोड़ रुपये की राजीव गांधी स्टार्ट-अप योजना शुरू की गई है। इसके तहत ई-टैक्सी खरीदने और सोलर पैनल लगाने के लिए 50 प्रतिशत अनुदान प्रदान किया जा रहा है।

प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए मक्की का न्यूनतम समर्थन मूल्य 30 रुपये प्रति किलोग्राम निर्धारित किया गया है। साथ ही, एचपी शिवा परियोजना के अंतर्गत एवोकेडो और ड्रैगन फ्रूट की खेती के लिए संभावनाएं तलाशने का कार्य चल रहा है। मुख्यमंत्री ने बताया कि कृषि और बागवानी क्षेत्र में स्वरोजगार के कई अवसर सृजित किए जा रहे हैं। इस अवसर पर प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन एवं कृषि पारिस्थितिकी संस्था के निदेशक राजीव अहल ने विषय पर विस्तृत प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में कृषि मंत्री चंद्र कुमार, शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी, विधायक, मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

हिमाचल प्रदेश में नई बसों के लिए बढ़ा इंतजार, खरीद का टेंडर हुआ रद्द

HRTC Bus Tender Cancelled: हिमाचल पथ परिवहन निगम ने वोल्वो बसों की खरीद का टेंडर रद्द कर दिया है। यह निर्णय निगम के निदेशक मंडल की आज शिमला में उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया गया। निदेशक मंडल के इस निर्णय के बाद निगम में नई वोल्वो बसों का इंतजार बढ़ गया है। मुकेश अग्निहोत्री ने बैठक के बाद शिमला में एक पत्रकार वार्ता में कहा कि वोल्वो बसों की खरीद के लिए सिर्फ एक ही टेंडर आया था। ऐसे में निगम के निदेशक मंडल ने सिंगल टेंडर पर वोल्वो बसें नहीं खरीदने का निर्णय लिया। एचआरटीसी ने अपनी सभी 24 वोल्वो बसों के फ्लीट को बदलने का निर्णय लिया है।

दिल्ली के प्रदूषण ने रोकी हिमाचल की 16 बसें-

मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण के गंभीर स्तर तक पहुंच जाने के चलते दिल्ली सरकार ने हिमाचल पथ परिवहन निगम की 16 बसों के दिल्ली में प्रवेश पर रोक लगा दी है। यह रोक ग्रेप स्टेज 4 के लागू होने के दृष्टिगत लगाई गई है क्योंकि हिमाचल पथ परिवहन निगम की बसें बीएस-4 श्रेणी की है।

एचआरटीसी हर साल करवाता है 1000 करोड़ रुपए का रियायती सफर-

मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हिमाचल पथ परिवहन निगम हर साल 1000 करोड़ रुपए का रियायती सफर लोगों को करवाता है। उन्होंने कहा कि निगम अकेले महिलाओं के रियायती सफर पर ही हर रोज 50 लाख रुपए खर्च कर रहा है। उन्होंने कहा कि यह आंकड़ा परिवहन निगम द्वारा आरंभ की गई जीरो टिकटिंग से पता चला है। अग्निहोत्री ने कहा कि निगम इस समय 28 अलग-अलग श्रेणियां के लोगों को रियायती यात्र करवा रहा है। उन्होंने कहा कि हिमाचल पथ परिवहन निगम को व्यावसायिक तरीके से नहीं चलाया जा सकता।

हिमाचल भवन को उंगली भी नहीं लगा सकता-

मुकेश अग्निहोत्री ने पत्रकारों के सवालों के जवाब में कहा कि दिल्ली स्थित हिमाचल भवन हिमाचलियों की पहचान है और इसे कोई भी उंगली तक नहीं लगा सकता। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने उसके खिलाफ आए आर्बिट्रेशन के बाद इस मामले में 64 करोड़ रुपए जमा करवा दिए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार में बैठे लोग हिमाचल भवन सहित पर्यटन विकास निगम के 18 होटलों को बंद करने के अदालत के फैसले को लेकर सचेत है और इस मामले में सरकार ने प्रभावी कदम उठाए हैं। यह कदम कानूनी और राजनीतिक दोनों स्तर पर उठाए गए हैं। इसी का नतीजा है कि अदालत ने पर्यटन विकास निगम के सभी होटलों को फिर से चलने की अनुमति दे दी है। उन्होंने कहा कि हिमाचल पूरी तरह से सुरक्षित हाथों में है और कांग्रेस की सरकार भी पूरी तरह मजबूत है।

सर्दी से पहले हिमाचल के कुल्लू में लगी भीषण आग

Kullu Fire News Today: हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले के जंगल में सर्दी के शुरुआती दौर में ही आग की चपेट में आ गए हैं. लगभग हर दिन आग की घटनाएं सामने आ रही हैं. तीन महीने से चल रहे सूखे ने इस क्षेत्र के जंगलों और चरागाहों को सूखा और अत्यधिक ज्वलनशील बना दिया है. आमतौर पर गर्मियों में दिखने वाली विनाशकारी आग अब सर्दियों की शुरुआत में भी लगने लगी हैं.

सोमवार (24 नवंबर) की रात पार्वती वन प्रभाग शमशी क्षेत्र के भुइयां नूरोगी के जंगल में भीषण आग लग गई. आग लगने के बाद इलाके के लोगों में हड़कंप मंच गया. आग रात भर भड़की रही, जिससे लाखों रुपए की वन संपदा जलकर राख हो गई. आग में कई जानवर और पक्षी मारे गए, जिससे स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र अस्त-व्यस्त हो गया.

रुक रुककर आग लगने का सिलसिला जारी

कुल्लू के बड़ा भुईन के जंगलों में सोमवार से सुलग रही आग पर अब ​तक काबू नहीं पाया जा सका है. आग रुक—रुककर लगने का सिलसिला जारी है. इससे वन संपदा को भारी नुकसान हुआ है. स्थानीय लोगों का आरोप है कि नूरोगी में आग पर काबू पाने के लिए विभाग से कोई भी आगे नहीं आया. यह आग से निपटने के लिए सरकार की प्रभावी उपायों की कमी का प्रतीक है. बता दें कि इस बार कुल्लू जिले के जंगलों में आग की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। हर रोज कहीं न कहीं आग लगने की घटनाएं सामने आ रही हैं. रोजाना लाखों की वन संपदा जलकर खाक हो रही है. ऐसा लगता है कि आग की घटनाओं से निपटने की वन विभाग की तैयारी धरी की धरी रह गई है. एक के बाद एक जंगल सुलग रहे हैं, लेकिन आग बुझाने के लिए कोई आगे नहीं आ रहा है.
हालांकि, वन विभाग हर वार आग से निपटने को लेकर बढ़ चढ़कर दावे करता है. मगर जब जंगल में आग लगती है तो कोई भी बुझाने को आगे नहीं आता है. सोमवार को भी नरोगी जंगल में ऐसा ही नजारा देखने को मिला।

नहीं चाहिए EVM’, भारत जोड़ो यात्रा की तरह बैलेट पेपर से चुनाव के लिए यात्रा निकालेंगे मल्लिकार्जुन खरगे…..

Congress On EVM: महाराष्ट्र और झारखंड चुनाव के बाद कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. पार्टी महाराष्ट्र में केवल 16 सीटें ही हासिल कर पाई है. चुनाव के बाद समीक्षा हुई और अब कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का बड़ा बयान सामने आया. खरगे ने कहा कि चुनाव बैलेट पेपर पर होने चाहिए और इसी मुद्दे के तहत वह भारत जोड़ो यात्रा की तरह देश भर में जाएंगे. दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में पार्टी के संविधान दिवस समारोह में बोलते हुए खरगे ने कहा, “हमें ईवीएम नहीं चाहिए, हमें बैलेट पेपर चाहिए.” खरगे ने दावा करते हुए कहा कि महाराष्ट्र के चुनाव में अडानी का बहुत बड़ा हाथ था. उसे मोदी ने इतनी संपत्ति दी है कि उसे हजम नहीं हो रही है.

संविधान को लेकर पीएम मोदी पर अटैक

प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए खरगे ने कहा कि कुछ लोग संविधान की तारीफ करते हैं, उसे नमन करते हैं और उसमें भाव-भक्ति दिखाते हैं, लेकिन अंदर ही अंदर वे संविधान को खत्म करना चाहते हैं. राहुल गांधी ने ‘भारत जोड़ो यात्रा’ भी लोकतंत्र और संविधान बचाने के लिए निकाली थी. इस यात्रा में देश की जनता उनसे जुड़ी और समाज के हर वर्ग से जुड़े लोग उनके साथ आए थे।

‘तरीके से की जाती है हेराफेरी’

चुनाव को लेकर कांग्रेस नेता और कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने आरोप लगाया कि राज्य में चुनिंदा जगहों पर ईवीएम हैकिंग की गई है. परमेश्वर का कहना है कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की ओर से नतीजों का गहराई से विश्लेषण किया गया, जिसके बाद उन्हें लगता है कि कई जगहों पर ईवीएम में हेराफेरी की गई है. परमेश्वर से जब ये पूछा गया कि झारखंड चुनावों में ईवीएम से जुड़ा कोई मामला क्यों नहीं आया. इसके जवाब में उन्होंने कहा कि हेराफेरी तरीके से की जाती है, जिससे कोई सवाल न खड़ा कर सके।

जन आंदोलन के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं’

वहीं कांग्रेस नेता नाना पटोले ने भी ईवीएम को लेकर कहा, “इस मुद्दे पर कोई नहीं सुन रहा है. हम सुप्रीम कोर्ट भी गए, उन्होंने कहा इसे साबित करो… यही कारण है कि कांग्रेस को लगता है कि इस मुद्दे पर जन आंदोलन के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं है।

Chamba News: चंबा में सीटू का प्रदर्शन, राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा

चंबा : सीटू जिला कमेटी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने संयुक्त ट्रेड यूनियन के आह्वान पर जिला मुख्यालय में रोष रैली निकाली। इस रैली में सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की और मांगों को पूरा न करने पर नाराजगी जताई। रैली का नेतृत्व सीटू जिला सचिव सुदेश ठाकुर ने किया। रैली के बाद प्रदर्शनकारियों ने उपायुक्त के माध्यम से राष्ट्रपति को 12 सूत्री मांग पत्र भेजा। सीटू जिला सचिव सुदेश ठाकुर ने केंद्र सरकार की नीतियों पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि वर्ष 2020 में ट्रेड यूनियनों ने मजदूर विरोधी चार श्रम संहिताओं के खिलाफ राष्ट्रव्यापी हड़ताल की थी। किसानों ने तीन काले कृषि कानूनों के विरोध में संसद की ओर ऐतिहासिक मार्च निकाला था, उसके बाद उम्मीद जगी थी कि सरकार किसानों और मजदूरों से किए गए वादे पूरे करेगी। मगर आज तक उन वादों को लागू नहीं किया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार द्वारा लाए गए चार श्रम कोड न्यूनतम मजदूरी, सुरक्षित रोजगार, उचित कार्य समय और यूनियन बनाने के अधिकार की किसी भी गारंटी को खत्म कर देते हैं। यह मजदूरों के हित में नहीं हैं। सुदेश ठाकुर ने कहा कि केंद्र सरकार की नीतियां, निजीकरण, ठेकाप्रथा और भर्ती न करने की नीति को बढ़ावा देने वाली और नौकरी चाहने वाले युवाओं के लिए भी भविष्य में गंभीर समस्याएं पैदा कर रही हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने पिछले तीन वर्षों में खाद्य सब्सिडी और उर्वरक अनुदान में लगातार कटौती की है। इससे आम जनता और किसान बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं। ज्ञापन में यह मांग की गई कि सभी फसलों के लिए कानूनी रूप से गारंटीकृत खरीद की व्यवस्था की जाए। एमएसपी को सुनिश्चित किया जाए, सभी के लिए रोजगार सुनिश्चित किया जाए और मजदूरों के लिए प्रति माह न्यूनतम वेतन 26,000 रुपये किया जाए। इसके साथ ही घरेलू उपयोगकर्ताओं और दुकानों को 300 यूनिट मुफ्त बिजली देने की भी मांग की गई है। इस रैली में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिकाएं और अन्य संगठनों के सदस्यों सहित नरेंद्र कुमार, सुरेश कुमार सहित कई अन्य कार्यकर्ता भी शामिल थे।

27 November 2024 Ka Panchang: बुधवार को है मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की द्वादशी तिथि, जानें शुभ मुहूर्त, राहुकाल और सूर्योदय-सूर्यास्त का समय

27 November 2024 Ka Panchang: 27 नवंबर को मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष की द्वादशी तिथि और बुधवार का दिन है। द्वादशी तिथि आज पूरा दिन पूरी रात पार कर के कल सुबह 6 बजकर 25 मिनट तक रहेगी। आज दोपहर बाद 3 बजकर 13 मिनट तक आयुष्मान योग रहेगा।  साथ ही आज पूरा दिन पूरी रात पार कर कल सुबह 7 बजकर 36 मिनट तक चित्रा नक्षत्र रहेगा।  इसके अलावा 27 नवंबर को उत्पन्ना एकदशी व्रत का पारण किया जाएगा। आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए बुधवार का पंचांग, राहुकाल, शुभ मुहूर्त और सूर्योदय-सूर्यास्त का समय।

27 नवंबर 2024 का शुभ मुहूर्त

  • मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष की द्वादशी तिथि- 27 नवंबर 2024 पूरा दिन पूरी रात पार कर के कल सुबह 6 बजकर 25 मिनट तक
  • आयुष्मान योग- 27 नवंबर को दोपहर बाद 3 बजकर 13 मिनट तक
  • चित्रा नक्षत्र- 27 नवंबर को पूरा दिन पूरी रात पार कर कल सुबह 7 बजकर 36 मिनट तक
  • 27 नवंबर 2024 व्रत-त्यौहार- उत्पन्ना एकदशी व्रत का पारण

राहुकाल का समय

  • दिल्ली- दोपहर 12:08 से दोपहर 01:27 तक
  • मुंबई- दोपहर 12:26 से दोपहर 01:49 तक
  • चंडीगढ़- दोपहर 12:09 से दोपहर 01:27 तक
  • लखनऊ- दोपहर पहले 11:53 से दोपहर 01:13 तक
  • भोपाल- दोपहर 12:07 से दोपहर 01:29 तक
  • कोलकाता- दोपहर पहले 11:24 से दोपहर 12:45 तक
  • अहमदाबाद- दोपहर 12:26 से दोपहर 01:48 तक
  • चेन्नई- दोपहर पहले 11:56 से दोपहर 01:22 तक

सूर्योदय-सूर्यास्त का समय

  • सूर्योदय- सुबह 6:53 am
  • सूर्यास्त- शाम 5:23 pm